परवेज अख्तर/सिवान : जिले के आंदर प्रखंड के असांव गांव के बभनौली गांव के तीन युवक मलेसिया में लगभग डेढ़ माह से फंसे हुए हैं। तीनों युवकों के परिजन परेशान हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है। गांव निवासी त्रियोगीनाथ दुबे का पुत्र अंकित कुमार दुबे, जनार्दन दुबे का पुत्र दीनदयाल दुबे तथा रघुनाथपुर थाना के कड़सर गांव निवासी स्वामीनाथ पांडेय का पुत्र दुर्गेश पांडेय के परिजन परेशान हैं। इन तीनों युवकों ने फोन पर अपने परिजनों से बताया है कि एमएच नगर थाना के सिसवा रजानीपुर गांव का एजेंट उमाशंकर सिंह द्वारा गलत तरीके से 19 दिसंबर 2018 को नौकरी का झांसा देकर चेन्नई एयरपोर्ट से मलेशिया भेज दिया गया था,लेकिन समस्या यह है कि वहां जाने के 20 दिन बाद भी अभी बेकार हैं तथा सभी को एक कमरे में बंद कर कैदी के समान रखा गया है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। साथ ही तीनों युवकों से व्यक्तिगत कार्य कराया जा रहा है। चारों युवकों का पासपोर्ट छीन लिया गया है। चारों को भारत में आने नहीं दिया जा रहा है। परिजनों ने बताया कि हमलोगों को आशंका है कि हमारे पुत्रों के साथ कोई बड़ी अनहोनी न हो जाए।
मलेशिया में फंसे हुए तीनों युवको के पिता ने सांसद से लगाई गुहार
मलेशिया में फंसे हुए तीनों युवकों के परिजनों ने सांसद ओमप्रकाश यादव से पुत्रों की वापसी के लिए गुहार लगाई है। 31 दिसबंर को सांसद ने लेटर पैड जारी कर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को लिखा है कि सिवान जिला के तीनों युवकों को वहां से भारत भेजा जाए, इनके परिजन परेशान हैं।