- संदीप ने खोला पुलिस के समक्ष अयूब का नाम
- स्वजनों को 58 दिनों से लापता तीनों युवक की थी तलाश
✍️ परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान जिले के तीन युवकों को अगवा कर उनको ठिकाना लगाने के आरोप में जिला पुलिस और एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कुख्यात अयूब खान की सोमवार की शाम पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में पेशी कराई। पेशी के पूर्व अयूब खान की कोरोना जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट निगेटिव और कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसके पूर्व पूछताछ के क्रम में अयूब खान ने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह स्वीकार करते हुए बताया है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर तीनों युवकों की हत्या कराई है। हत्या के बाद उनके शव को काट कर नदी में फेंक दिया गया। मामले में एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सात नवंबर को तीन युवक क्रमश: विशाल सिंह,अंशु सिंह,एवं इनके चालक प्रमेंद्र यादव के अपहरण के संबंध में विशाल सिंह की मां सुनिता सिंह के लिखित आवेदन के अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इस कांड के उद्भेदन हेतु एक विशेष टीम का गठन किया गया। था। इस कांड में अयूब खान का नाम आने के बाद एसटीएफ की मदद से उसे गिरफ्तार किया गया।पूछताछ के क्रम में उसने स्वीकार किया कि अपने अन्य साथियों के साथ अगवा विशाल सिंह,अंशु सिंह एवं इनके चालक प्रमेंद्र यादव को उक्त दिन ही बड़हरिया थाना क्षेत्र के बीबी के बंगरा गांव से धोखा से चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद गाड़ी में तीनों की हत्या गला में गमछा से कसकर कर दी गई और इनके शव को टुकड़ा-टुकड़ा कर सिसवन थाना क्षेत्र के सरयू नदी के साईंपुर तिन मुहानी घाट पर कपड़ा,जूता सहित फेंक दिया गया।
संदीप ने खोला पुलिस के समक्ष अयूब का नाम
जांच टीम ने विशाल के दोस्त संदीप कुमार की संलिप्तता पाते हुए उसे गिरफ्तार कर 23 नवंबर को न्यायिक हिरासत में भेजा दिया था।संदीप ने पुलिस के समक्ष यह बयान दिया था कि अयूब खान उर्फ बड़े भाई के इशारे पर तीनों को बड़हरिया लेकर गया था।जहां तीनों को ठिकाना लगाने की बात अयूब खान ने कही थी।इसके बाद मैं वापस आ गया था।कांड में प्रयुक्त दो गाड़ी बरामद एसपी श्री शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ़्तार अयूब खान की निशानदेही पर इस घटना में प्रयुक्त एक सफारी और एक बोलेरो गाड़ी तथा नदी किनारे छुपा कर रखे दो धारदार हथियार (लोहे का दाब) बरामद किया गया।
स्वजनों को 58 दिनों से लापता तीनों युवक की थी तलाश
नगर थाना क्षेत्र के रामनगर आंदर ढाला,हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पैगंबरपुर और जीरादेई के भलुआ के निवासी युवक पिछले 58 दिनों से लापता थे। इनका अभी तक कुछ भी पता नहीं चला है। लेकिन गिरफ्तार अयुब ने जो पुलिस के समक्ष बयान दिया हैं उसमें लापता तीनों युवकों की हत्या कर नदी में डाल देने की बात स्वीकार की हैं। ऐसे में स्वजनों को तीनों युवकों का शव भी देखने का नसीब नहीं हुआ। स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल हैं। स्वजनों का कहना हैं मेरे लड़कों को कही से भी पुलिस लेकर आए। हमलोग अपने लड़कों को घर आने की राह देखे रहे हैं।