- रणधीर को मिला गोरेयाकोठी की कमान तो धनौती ओपी में तैनात किए गए अजय
- सिसवन से अरविंद भेजे गए नौतन
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ
बसंतपुर में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं की आंच तत्कालीन थानाप्रभारी राकेश कुमार पर तेज हो गई। सिवान के नए एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने नए वर्ष में उन्हें बसंतपुर थाना प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए नगर थाना में जेएसआई के रूप में तैनात कर दिया है।एसपी ने इसके अलावा गोरेयाकोठी, धनौती ओपी, नौतन थाना के प्रभारियों का फेरबदल किया है।एसपी द्वारा इस फेरबदल के बाद थानाध्यक्षों के इधर से उधर किए जाने की चर्चाओं का बाजार तेजी से गर्म हो गया है।नए वर्ष में पुलिस महकमे में कई पदाधिकारियों के चेहरे पर खुशी की जगह अंदरुनी मायूसी थी तो कई इस बात को लेकर भी मन ही मन में खुश थे कि उनके पूर्व के थाना के नजदीक ही दूसरे थाना में दारोगा बनने का मौका मिल गया है। चर्चाओं की मानें तो कुछ अन्य पुलिस पदाधिकारियों पर जल्द ही कार्रवाई और हो सकती है।
रणधीर को बनाया गया गोरेयाकोठी का प्रभारी
बसंतपुर थानाध्यक्ष के रूप में पूर्व में अपना योगदान दे चुके रणधीर कुमार को इस बार बसंतपुर के नजदीक गोरेयाकोठी का एसएचओ बनाया गया है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि बसंतपुर में हो रही आपराधिक घटनाओं की रोकथाम में रणधीर बसंतपुर के नए थानाध्यक्ष मुकेश कुमार का सहयोग करेंगे। बता दें कि पूर्व एसपी अभिनव कुमार ने रणधीर को धनौती ओपी का प्रभारी बनाया था।
सिसवन से अरविंद भेजे गए नौतन तो अजय को मिली धनौती की कमान
बतादें कि सिसवन थाना में जेएसआई के पद पर तैनात अरविंद कुमार को एसपी शैलेश कुमार ने नौतन का प्रभारी बनाया है। नौतन में अभिमन्यु कुमार को प्रभारी के पद से हटा दिया गया था। इसके बाद यहां प्रभारी थानाध्यक्ष द्वारा कार्यभार देखा जा रहा था। वहीं धनौती ओपी का प्रभारी नगर थाना में जेएसआई के रूप में कार्यरत अजय कुमार को बनाया गया है।
अभी भी कुछ थानों में प्रभारी की नियुक्त शेष
जानकारी केअनुसार रघुनाथपुर में इस समय प्रभारी थानाध्यक्ष के तौर पर कार्यभार चल रहा है। वहीं गुठनी में भी शराब बरामदगी और वहां हुई तीन लोगों की मौत के बाद थानाध्यक्ष को तत्कालीन एसपी अभिनव कुमार ने लाइन हाजिर कर दिया था। लाइन हाजिर होने के बाद यह थाना बिना प्रभारी के ही दो महीने से चल रहा है। इन थानों में नए प्रभारी की तलाश है। जानकारी के अनुसार पुलिस मैन्युअल के तहत नए नियमों मं हुए फेरबदल के बाद उक्त पैमाने में कई पदाधिकारी नहीं सटिक बैठ रहे हैं इस कारण एसपी को यहां थानध्यक्षों की नियुक्त में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।