परवेज अख्तर/सिवान: अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (यक्ष्मा) द्वारा पत्र जारी कर सिवान मंडल कारा सहित राज्य के 59 कारा गृहों में यक्ष्मा जांच एवं उपचार की निरंतरता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।पत्र में कहा गया है कि 16 अगस्त से 15 सितंबर तक कारागृहों में किए गए कार्यो को निक्षय पोर्टल के सक्रिय केस खोज माड्यूल में मैपिंग करते हुए प्रतिदिन किए गए कार्यो का प्रतिवेदन भी पोर्टल पर अद्यतन करना सुनिश्चित करते रहेंगे।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि मंडल कारा में बंद जगहों पर एक साथ रहने वाले बंदियों में टीबी होने का जोखिम अधिक रहता है। बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा वाईआरजी, केयर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ एवं अन्य सहयोगी गैर सरकारी संस्थाओं के सहयोग से कारा चिकित्सा सेवा के चिकित्सकों, परिधापको एवं नसिंग स्टाफ को एचआईवी, टीबी, एसटीआई, हेपेटाइटिस बी एवं सी की जांच एवं उपचार में प्रशिक्षित करने के लगातार प्रयास किया जा रहा है।