परवेज अख्तर/सिवान : आदिवासी और वनवासियों को उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा अध्यादेश लाने और 13 प्वाइंट रोस्टर के विरोध में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ मंगलवार को कई समाज के लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। दलित, पिछड़ों और आदिवासियों समेत इस बंद में कई सामाजिक संगठनों ने भाग लिया। इसके अलावा कुछ राजनीतिक दलों ने भी इस भारत बंद का समर्थन किया। भारत बंद को लेकर राजद, अनुसूचित जाति जनजाति युवा मोर्चा, भीम सेना, आरक्षण बचाओ-संविधान बचाओ मोर्चा, बहुजन मुक्ति पार्टी समेत अन्य संगठनों के समर्थक मंगलवार की सुबह सड़कों पर उतर आये। बंद समर्थकों ने शहर के गोपालगंज मोड़, जेपी चौक, अस्पताल मोड़, बबुनिया मोड़ पर बैरिकेटिंग कर सड़क जाम कर दिया। जिससे आने जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बंद के दौरान सभी समर्थक ईवीएम हटाओ, संविधान बचाओ… बैलेट पेपर लाओ, 13 पॉइंट रोस्टर हटाओ… समेत सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। जाम के कारण सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी। हालांकि दोपहर बाद शहर में स्थिति सामान्य हो गई और अन्य दिनों की तरह ही दुकानें खुली रहीं। मालूम हो कि आदिवासी समूहों ने अधिकारों के संरक्षण को लेकर अध्यादेश लाने की मांग केंद्र सरकार से की है। वहीं, आरक्षण में 13 प्वाइंट रोस्टर का विरोध, न्यायपालिका में आरक्षण, आउटसोर्सिंग में आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर भी बंद का आह्वान किया गया था। राजद अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष चंद्रमा प्रसाद पासवान के नेतृत्व में राजद समर्थकों ने भारत बंद कराया। मौके पर रामदेव राम, महादेव पासवान, चंद्रिका राम, महेश मांझी, राजेश राम, दुर्गा राम, बबन यादव समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। वहीं आरक्षण बचाओ- संविधान बचाओ मोर्चा के जिलाध्यक्ष ज्ञानचंद मांझी के नेतृत्व में चंदन यादव, सतीश पासवान, डॉ. दिनेश मौर्या, प्रदीप कुमार, नागेंद्र मांझी, राजकिशोर राज समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाया। अनुसूचित जाति/जनजाति युवा मोर्चा के तत्वावधान में केंद्र व राज्य सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जिलाध्यक्ष रवींद्र राम के नेतृत्व में भारत बंद का समर्थन करते हुए यह मांग की गई कि भारतरत्न बाबासाहब भीमराव आंबेडकर की दी हुई अनमोल धरोहर भारतीय संविधान को यथावत रखा जाए। मौके पर पप्पू कुमार, प्रभात कुमार, प्रभाष कुमार, टुनटुन कुमार, सुजीत कुमार, श्रीराम, रवि प्रकाश, दीपक सम्राट, आजाद कुमार पासवान, पप्पू पासवान, प्रदीप यादव, चन्द्रमा प्रसाद समेत सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थें।
कई मुद्दों को ले विभिन्न संगठनों ने किया प्रदर्शन
विज्ञापन