- जाम में फंसे वाहन में लाखों रुपए का ईंधन का नुकसान
- रोजना जाम से नपं और प्रशासन की भूमिका पर सवाल
परवेज अख्तर/सिवान: नगर में जाम की समस्या स्थायी हो गयी है। शुक्रवार को गुठनी मोड़ से मालगोदाम रोड तक एक किलोमीटर तक चार घंटे जाम लगा रहा। जाम में एक घंटे तक पुलिस प्रशासन का वाहन भी फंसा रहा है। पुलिस के हरकत में आने के बाद दोपहर दो बजे के करीब जाम समाप्त हो सका। मुख्य मार्ग में जाम के कारण नगर के छोटे-बड़े गली मोहल्ले में भी दोपहिया वाहनों की लंबी कतार लगी रही। शुक्रवार की सुबह बारिश के बाद दस बजे के बाद मझौली चौक पर जाम लग गया। चौराहे पर अस्थायी बस पड़ाव के कारण रोजना जाम लग गया। बस पड़ाव को लेकर पूरे दिन बस और बड़े व्यवसायिक वाहन खड़े थे। जिससे चौराहे पर सड़क किनारे पटरी दुकानदार और चार बैंक के सामने खड़े बाइक ने जाम की समस्या को और बढ़ा दिया। कुछ देर बाद प्राण गढ़ी रोड और मझौली रोड समेत मेन रोड पर आमने सामने वाहन खड़े हो गये। इससे मालगोदाम से लेकर गुठनी मोड़ तक आवागमन बंद हो गया। दो घंटे तक जाम लगने के बाद पुलिस पहुंच गयी। एक घंटे तक चौराहे से जाम हटाने में लगा। लगभग दो बजे से आवागमन शुरू हो सका। नगर पंचायत द्वारा इस साल जनवरी माह में अतिक्रमण हटाने की कवायद अब तक शुरू नहीं हुई है। जाम हटाने को लेकर उदासीनता के कारण नपं के साथ पुलिस प्रशासन की भूमिका पर लोग सवाल खड़ा कर रहे हैं।
सड़क पर अस्थायी बस पड़ाव से लगता है जाम
मझौली चौक पर सड़क के किनारे अस्थायी बस पड़ाव बना है। चौराहे पर दिन भर सौ से अधिक सवारी वाहन खड़ा रहते हैं। नगर पंचायत जाम की समस्या को लेकर कई बार अभियान चलाता है। चौराहे पर अस्थायी बस पड़ाव को लेकर नगर पंचायत का उदासीन रवैया सवाल खड़ा करता है। दूसरी ओर पटरी व्यवसायी सड़क पर अपनी दुकानें लगा रहे हैं। नगर पंचायत ने अब तक वेंडिग जोन का निर्माण नहीं किया है। स्थानीय लोग भी अपने घर के सामने सरकारी जमीन पर दुकान लगाने की अनुमति देते हैं। इसके लिए दुकानदार से प्रतिदन दो सौ से पांच सौ रुपया वसूला जाता है।