आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन व शराब कारोबारियों के विरुद्ध जताया आक्रोश
परवेज अख्तर/सिवान:
जिले के जी.बी. नगर थाना क्षेत्र के गौर कथक गांव निवासी ग्रामीणों ने गुरुवार को गांव में चल रहे अवैध शराब निर्माण के दर्जनों से अधिक भठियों को ध्वस्त करते हुए हजारों लीटर अर्ध निर्मित शराब को नष्ट कर दिया. वहीं ग्रमीणों ने जिला पुलिस प्रसासन के बिरुद्ध आक्रोश जताते हुए कहां कि जिला पुलिस प्रसासन के द्वारा सभी निर्दोष लोगों के ऊपर नामजद प्राथमिकि दर्ज की गई है तथा 11 निर्दोष लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दी है. ग्रामीणों का यह भी कहना था कि जो लोग पुलिस पर पत्थर चलाया और पुलिस के साथ मारपीट किया उसको पुलिस गिरफ्तार नहीं की है जबकि अपने दरवाजे पर अपने घरों में रहने वाले निर्दोष लोगों में बैजनाथ साह, रंजन कुमार, मोहम्मद शहाबुद्दीन, उत्तम साह, साबिर हुसैन, रामलाल साह, राजन कुमार, विपिन कुमार, मनोहर कुमार, मोहम्मद शमशाद व दुर्गा साह को नामजद करते हुए जेल भेज दी है.
आक्रोशित लोगों ने यह भी कहा कि पुलिस निर्दोष लोगों को तंग करने के लिए तरह तरह का दबाव बना रही है तथा निर्दोष लोगों को अन्य अज्ञात के जगह पर फंसाने का भय व्याप्त है. आक्रोशित ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस के साथ ग्रामीणों ने एक अभियान के अंतर्गत गांव में चल रहे शराब के अड्डा पर आठ माह पूर्व दर्जनों से अधिक भट्ठियों को ध्वस्त करते हुए हजारों लीटर से अधिक अर्ध निर्मित शराब को नष्ट किया था और भारी मात्रा में शराब बनाने का उपकरण को भी तोड़ फोड़ किया था. जिसको पुलिस ने जप्त करते हुए थाना लेकर गई और ग्रामीणों ने शराब कारोबारी के नाम को चिन्हित करते हुए 42 लोगों का नाम भी दिया था.
जिसके बिरुद्ध पुलिस कार्रवाई नहीं की और शराब कारोबारियों से पुलिस ने मिली भगत करते हुए बढ़ावा देकर मनोबल बढ़ा दिया. जिससे गांव में निर्दोष लोगों को भी रहना मुश्किल हो गया है. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि एक तरफ निर्दोष लोगों को पुलिस परेसान कर रही है तो दूसरी तरफ शराब कारोबारी भी तरह-तरह की धमकी दे रहे है. जिससे निर्दोष लोग अपने घर को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए है. इस संदर्भ में थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने कहा की बरिय पुलिस पदाधिकारी के आदेश के आलोक में अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जाएगी. घटना की सभी बिंदुओं पर बरिय पुलिस पदाधिकारी जांच कर रहे है.