✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ: छपरा बलिया रेल खंड के रिविलगंज थाना क्षेत्र के इनई के सामने रेलवे फाटक संख्या 52-सी पर रेलवे प्रशासन के द्वारा रेलवे फाटक को बंद करने के दौरान ग्रामीण और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में मोहम्मदपुर के कई महिलाओं समेत दो दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। वहीं ग्रामीणों के द्वारा किए गए पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव किया और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया ग्रामीणों ने रिविलगंज अंचलाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि छपरा बलिया रेल खंड के इनई के समीप रेलवे फाटक संख्या सी पर अंडरपास का निर्माण रेलवे के द्वारा किया गया है और पहले से जो रेलवे फाटक है, उसे बंद किया जा रहा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने इसका विरोध किया ग्रामीणों का कहना था कि रेलवे के द्वारा जो अंडरपास बनाया गया है। उसमें बरसात के दिनों में पानी भर जाता है और अंडरपास के माध्यम से बड़े वाहनों का आवागमन पर परेशानी होती है। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने रेलवे फाटक को बंद करने से रोक दिया और इसकी सूचना रेलवे के अधिकारियों के द्वारा आरपीएफ तथा जीआरपी पुलिस को दी गई और स्थानीय थाने की पुलिस को भी दी गई। इसकी सूचना मिलते ही रिविलगंज थाने की पुलिस और आरपीएफ तथा जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने और आक्रोशित होकर पथराव शुरू कर दिया।
महिलाओ समेत 2 दर्जन लोग घायल:
जानकारी के अनुसार इस घटना में मोहम्मदपुर गांव के कई महिलाओं समेत दो दर्जन लोग घायल हुए हैं। इस दौरान पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किया गया तथा बलपूर्वक ग्रामीणों को रेलवे ट्रैक से हटाया गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और ग्रामीणों ने रिविलगंज केसियो तथा रिविलगंज नगर पंचायत के ईओ के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया।
ट्रेनों का परिचय परिचालन रहा बाधित:
इस घटना के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा बलिया रेल खंड पर करीब 2 घंटे तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। रेलवे फाटक को बंद किए जाने को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर पुलिस कर्मियों के साथ पथराव शुरू कर दिया। जिस कारण ट्रेनों का परिचालन करीब 2 घंटे तक बाधित रहा। कई ट्रेनें आउटर सिंगल पर ही खड़ी रही।
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका:
ग्रामीणों का आक्रोश बेकाबू इतना हो गया कि पुलिस को कई अन्य थानों का सहारा लेना पड़ा। पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा इसकी सूचना जिले के वरीय पदाधिकारियों को दी गई । रिविलगंज थाना अध्यक्ष ने इसकी सूचना एसपी संतोष कुमार तथा डीएम को दी। जिसके बाद एसपी संतोष कुमार के निर्देश पर टाउन थाना, भगवान बाजार थाना, मांझी थाना, दाउदपुर थाना, एकमा थाना, कोपा थाना, रसूलपुर थाना नागरा, नगरा ओपी, जलालपुर, आरपीएफ तथा जीआरपी थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहीं भारी संख्या में बीएमपी जवान को भी घटना स्थल पर तैनात किया गया। इस घटना में घायल ग्रामीणों तथा पुलिसकर्मियों का इलाज सदर अस्पताल छपरा में चल रहा है। कई लोगों के सिर फट गए हैं। वहीं कई पुलिसकर्मी भी चोटिल है.