परवेज अख्तर/सीवान :- रेफरल अस्पताल रघुनाथपुर के परिसर में 15 दिनों से जलजमाव बना हुआ है। लेकिन, इसका निकास कैसे होगा कोई नहीं सोच रहा। अस्पताल परिसर में मेन गेट तक घुटने तक पानी भरा हुआ है। मरीजों को इलाज के दौरान इस पानी को पार करके आना-जाना पड़ रहा है। इससे उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही। गंभीर रूप से घायल और बीमार मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। डॉक्टर या तो किसी वाहन से अस्पताल तक जा रहे हैं या फिर उन्हें भी घुटने तक अपना पैंट उठाकर अस्पताल में जाना पड़ रहा है। दो सप्ताह से अस्पताल परिसर में पानी लगने से बरसाती कीड़े और मच्छर तो परेशान कर ही रहे हैं, पानी से निकल रहे बदबू भी अब परेशान करने लगे हैं। घास-पतवार सड़ने से यह पानी अब पूरी तरह से काला भी पड़ गया है। इसी पानी में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता राजीव श्रीवास्तव अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं को बहाल करने और जर्जर भवन की जगह नया बनाने की मांग को लेकर रविवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं।
गुरुवार से आमरण अनशन करने की घोषणा
अस्पताल को नया भवन देने की मांग को लेकर रविवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व छात्र नेता और समाजसेवी राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि बुधवार तक उनकी मांगों पर कोई फैसला नहीं लिया गया तो गुरुवार से वे आमरण अनशन पर बैठेंगे। कहा कि इसके लिए भले ही मेरी जान चली जाय, मैं अपनी मांगों से किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटूंगा। मांगों को फिर से दोहराते हुए कहा कि इस रेफरल अस्पताल में अविलंब महिला डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की जाय। इसके अलावा कम से कम चार विशेषज्ञ डॉक्टर की तैनाती और भवन निर्माण कराने की घोषणा स्वास्थ्य मंत्री करें।
चिकित्सकों ने किया स्वास्थ्य परीक्षण
तीन दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे राजीव श्रीवास्तव के स्वास्थ्य की जांच नियमित चल रही है। तीसरे दिन भी अस्पताल के चिकित्सकों ने उनकी स्वास्थ्य जांच की। अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ. नरेन्द्र बताया कि राजीव को कुछ कमजोरी हुई है। ताकत बढ़ाने के लिए ग्लूकोच में विटामिन मिलाकर चढ़ाया गया।