पटना: छात्र राजद के पूर्व अध्यक्ष आकाश यादव के लोजपा में चले जाने के सियासी करवट पर लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव के सुर बदले बदले नजर आ रहे हैं। पिता से मिलकर पटना पहुंचे तेजप्रताप यादव ने इसे सामान्य लोकतांत्रिक घटना बताया है। आकाश यादव के हटाए जाने पर पार्टी में घमासान खड़ा करने वाले तेजप्रताप अब कहते हैं कि देश में लोकतंत्र है और लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। कुल मिलाकर आकाश यादव के पार्टी छोड़कर लोजपा का दामन थाम लेने को तेजप्रताप गंभीरता से नही ले रहे हैं।
राजनैतिक लॉस के सवाल को टाला
तेजप्रताप दिल्ली से लौटकर पटना आ चुके हैं। यहां आने के बाद तेजप्रताप ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। जब उनसे पूछा गया कि आकाश यादव के जाने से उन्हें झटका लगा है तो तेजप्रताप ने कहा कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। आकाश के जाने से राजनैतिक लॉस के सवाल को उन्होने अपने अंदाज में टाल दिया कि इससे मीडिया को लॉस है। तेजप्रताप ने बताया कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव का स्वास्थ्य पहले से अच्छा है और पिताजी ने उन्हें आशीर्वाद दिया है।
सहज दिखने की कोशिश
तेजप्रताप ने बताया कि उन्होने वृन्दावन जाकर अपने गुरु बल्लभाचार्ज से आशीर्वाद लिया। अपने दोस्त चैतन्य पालित के साथ पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। तेजप्रताप ने यह दिखाने की कोशिश किया कि आकाश के जाने से उन्हें कोई परेशानी नही है। हालांकि आकाश को हटाए जाने के बाद उन्होने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। तब तेजप्रताप का कहना था कि पार्टी के संविधान के विरुद्ध काम किया गया है और इसके लिए कोर्ट जाने की धमकी दी थी और छोटे भाई तेजस्वी पर छींटाकशी भी किया था। इस बीच जगदानंद सिंह को शिशुपाल और तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव को दुर्योधन की संज्ञा तेजप्रताप ने दिया था।
आकाश यादव लोजपा मे शामिल
छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से अचानक हटाए जाने से नाराज आकाश यादव ने शुक्रवार को लोजपा का दामन थाम लिया। लोजपा (पशुपति गुट) में आकाश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने शामिल कराया। आकाश यादव को छात्र लोजपा का प्रदेश अध्यक्ष का पद दिया गया है जो कभी तेजप्रताव यादव के हनुमान थे।