परवेज़ अख्तर/सिवान:
लोक आस्था का महापर्व छठ शनिवार को सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।घर से लेकर घाट तक छठ ही छठ रहा। शहर हो या गांव कोरोना संक्रमण में भी आस्था भारी पड़ गई।नदियों के तटों पर से लेकर तालाबों व जलाशयों में भी श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रही।सीवान शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में छठ व्रतियों ने नदियों और तालाबों के किनारे आकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया।खासकर शहरों में घरों और मकानों की छतों पर भी अर्घ्य दिया गया।कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन की अपील का असर दिखा।
घाटों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को सुबह में पौ फटने से पहले ही वर्ती व श्रद्धालु घाटों पर पहुंचने लगे थे। जिन घाटों पर कम जगह थी।वहां तो रात में ही लोगों ने अपने-अपने स्थानों को घेर लिया था।बहुतों ने तो अपनी रात घाट किनारे ही बिताए।शहर के फुलवा घाट समेत ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी संख्या में लोग छठ करने पहुंचे थे।वे सब रात भर जागकर सूर्य के उगने का इंतजार करते रहे।घाटों पर छठ पूजा के गीत गूंजते रहे। निर्धारित बेला में अर्घ्य देने के बाद ही इस महापर्व का पारण हुआ। जिलों से मिल रही जानकारी के अनुसार सीवान के सभी घाटों पर शांतिपूर्ण ढंग से छठ का समापन हो गया।