परवेज अख्तर/सिवान: दो सप्ताह पूर्व मैरवा थाना क्षेत्र के करजनिया के एक अधेड़ की उत्तर प्रदेश में हुई हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मृतक की हत्या में उसकी ही पत्नी की संलिप्तता सामने आई है। उसने अपने आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या की कहानी रची थी। हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए भाटपार रानी की पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बता दें कि मैरवा थाना क्षेत्र के करजनिया निवासी चंद्रमा सिंह का शव 28 जून को उसके ससुराल भाटपार रानी थाना क्षेत्र के तिवारी अहिरौली के श्मशान घाट के निकट खाड़ के पास देखा गया था। शव क्षत-विक्षत स्थिति में होने के कारण अंत्य परीक्षण रिपोर्ट अस्पष्ट नहीं हो सकी। इससे पुलिस को अनुसंधान में परेशानी हुई। बाद में विसरा जांच के लिए भेजा गया। शव के पास मिले मृतक के मोबाइल और डायरी के आधार पर उसकी पहचान हो सकी थी। अनुसंधान के क्रम में भाटपार रानी की पुलिस मैरवा थाना क्षेत्र के करजनिया निवासी मृतक चंद्रमा सिंह की हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफल हो गई।
भाटपार रानी थानाध्यक्ष डीजे सिंह के मुताबिक चंद्रमा सिंह की ससुराल में हुई हत्या में उसकी ही पत्नी सुधा देवी और खामपार थाना क्षेत्र के जावाडीह निवासी सुभाष यादव की संलिप्तता मिली। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की। बाद में दोनों को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि चंद्रमा सिंह की पत्नी अपने मायके में रहती थी। उसकी नजदीकी सुभाष यादव के साथ हो गई थी। सुभाष यादव ने चंद्रमा सिंह की पत्नी सुधा देवी को भाटपार में प्रधानमंत्री आवाज योजना का लाभ दिलाने का लालच दे रखा था। बता दें कि चंद्रमा सिंह राजस्थान में काम करता था।अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए गांव वापस आया था। राजस्थान लौटने के दौरान वह अपने ससुराल उत्तर प्रदेश के भाटपार रानी थाना क्षेत्र के तिवारी अहिरौली गया था। घर कह कर गया था कि वह ससुराल से ही राजस्थान चला जाएगा, लेकिन 28 जून को उसके ससुराल तिवारी अहीरौली श्मशान घाट के निकट शव सड़े हालत में पड़ा हुआ मिला था।