परवेज अख्तर/सिवान : गुरुवार की शाम गुठनी के सोहगरा घाट निवासी गोपाल साहनी दरौली थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव स्थित अपने ससुराल में गए थे। इसी क्रम में पीपा पुल समीप मछली मारने के क्रम में झाड़ी से एक जंगली सुअर ने गोपाल पर हमला कर दिया। जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए। परिजन उन्हें इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गए जहां उनकी स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया। पटना जाने के क्रम में रास्ते में ही उनकी मौत हो गई ।बताते चलें कि गोपाल साहनी अपने परिवार के एक मात्र कमाऊ सदस्य थे। वे अपने पीछे पत्नी दुर्गावती के साथ चार बेटे और चार बेटियों को छोड़ गए हैं,जिनका भरण पोषण करने वाला कोई नहीं है।उनके निधन से पत्नी दुर्गावती समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलते ही बीडीओ धीरज कुमार मृतक के घर पहुंचे और यथा संभव सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
खर काटने के दौरान किया जानवर ने हमला
भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के हिलसड़ गांव के एक व्यक्ति को जंगली सुअर ने हमलाकर मौत के घाट उतार दिया जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए।दोनों युवक गंभीर रूप अस्पताल में इलाजरत हैं। घटना के बारे में बताया जाता है कि हिलसड़ निवासी देव कुमार मांझी अपने पुत्र रूपेश मांझी एवं भतीजा धर्मेंद्र मांझी के साथखर काटने चंवर के गए थे। ग्रामीण लाठी डंडा ले चंवर की ओर भागे जहां देव कुमार मांझी का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था। सुअर के हमले से मृत देव कुमार मांझी का शव घर आते ही गांव परिवार में कोहराम मच गया। परिजन उसके शव से लिपट-लिपट कर रोने लगे। गांव में लोग शासन प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त था। पुलिस मृतक के घर पर पहुंच शव को अपने कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सिवान भेज दिया। वहीं दोनों घायलों का उपचार पीएचसी में चल रहा है। इस घटना को सुन ग्रामीण एवं पूर्व मुखिया मोहन सिंह, प्रो. बृज किशोर सिंह, सीआई महावीर मांझी,प्रखंड प्रमुख लखन मांझी सहित दर्जनों लोग मृतक के घर पहुंच शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी।मृतक की पत्नी मदोदरा देवी एवं अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। मृतक को चार पुत्र दीपकमांझी, भूषण मांझी, बच्चा मांझी एवं रूपेश मांझी एवं एक पुत्री अमिता कुमारी हैं। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक मेहनत मजदूरी कर परिवार का जीवन यापन करता था। प्रखंड प्रमुख लखन मांझी ने सरकार से क्षेत्र को जंगली सुअर एवं नीलगायों के आतंक से मुक्त कराने की मांग की है। उन्होंने मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये अनुदान एवं एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।