परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिले के जीबी नगर थाना क्षेत्र के सानीबसंतपुर गांव से अपहृत तीन वर्षीय मासूम में गिरफ्तार चचेरा भाई सुभाष चौरसिया एवं पवन कुमार चौरसिया को पुलिस ने पूछताछ के बाद बुधवार को जेल भेज दिया तथा बरामद मासूम को उसके परिजनों को सौंप दिया। दोनों गिरफ्तार अपहरण कर्ताओं ने पुलिस के समक्ष कई चौंकाने वाले राज उगले हैं। वहीं इस कांड के मुख्य सरगना ने पुलिस को बताया कि वह फिरौती में मिलने वाले रुपयों से बुलेट गाड़ी खरीदने की तैयारी में था। इसके लिए फिरौती के तौर पर मोटी रकम वसूलने की प्लानिंग चल रही थी, लेकिन इसी बीच परिजनों ने नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी। इसके बाद सुभाष चौरसिया पकड़ा गया। जिससे सारे मंसूबों पर पानी फिर गया। बता दें कि पवन का पूर्व में कोई आपराधिक इतिहास नहीं है लेकिन दोस्तों के बीच अपनी पकड़ बेहतर करने के लिए अब पवन बुलेट बाइक की खरीदारी कर उन्हें अपने आप को और बेहतर दिखाना चाहता था। वहीं पुलिस ने दोनों आरोपितों के बारे में आपराधिक इतिहास की जानकारी भी शुरू कर दी है। बताते चले कि जीबी नगर थाना क्षेत्र के सानी बसंतपुर गांव के उपेंद्र चौरसिया के पुत्र पीयूष कुमार का फिरौती को लेकर अपहरण सोमवार की रात अपराधियों द्वारा कर लिया गया था। देर रात तक जब बच्चा अपने घर नहीं लौटा तो आनन फानन में परिजनों ने इस मामले में जीबी नगर थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और रातों रात नामजदों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ के बाद दोनों अपहरण कर्ताओं ने बच्चे को कहां रखा था इसकी जानकारी दी। इसके बाद महादेवा ओपी की मदद से पुलिस ने बच्चे को एक निर्माणाधीन मकान से बरामद कर लिया। वहीं गिरफ्तार एक अपराधी मासूम का चचेरा भाई भी शामिल था।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
बुलेट खरीदने की ललक में पवन बना अपहरणकर्ता
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