परवेज अख्तर/सिवान: लकड़ी नबीगंज यूपी के मथुरा से सोमवार को सुबह 4 बजे चंद्रकिशोर सिंह का शव नवीगंज ओपी के नरहरपुर आते ही कोहराम मच गया. परिजनों के अलावे आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. घटना के बाद पुत्र किशन कुमार, गिलु, पुत्री श्वेता, स्वाति व पत्नी संगीता देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था. घटना के बारे में शम्भू नाथ सिंह पडोसी ने बताया कि मृतक चंद्र किशोर सिंह गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मथुरा अपने गुरु जी के पास दर्शन करने गए थे.
यहां से 23 जुलाई को सुबह प्रस्थान कर शाम को मथुरा पहुंच कर गुरु जी से दर्शन कर एक होटल में ठहर गए. दूसरे दिन 24 जुलाई को 11 बजे होटल मेही हार्ड अटैक से उनका निधन हो गया. सूचना पाकर परिवार के लोग वहां 24 की रात पहुंच कर 25 जुलाई को पोस्टमाटम कराकर शाम को घर के लिय चल दिए. सोमवार को सुबह 4 बजे घर पहुंचे, सारी तैयारी हो चुकी थी, उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. मृतक निजी विद्यालय का संचालक था.