परवेज़ अख्तर/सिवान :- करीब दो दशक से बंद हालत में पड़े शहर के मैरवा-सिवान मुख्य मार्ग पर स्थित सरकारी सूता मिल के पुराने भवन को तोड़ने का कार्य बुधवार को जिला प्रशासन की देखरेख में शुरू हो गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर भवन को तोड़ने के लिए ज्योहीं सदर अवर अनुमंडल पदाधिकारी अभिषेक चंदन, सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी रमेंद्र कुमार भारी संख्या में पुलिस बल के साथ सूता मिल परिसर पहुंचे,त्योहीं मिल के कर्मियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। कर्मियों का कहना था कि सरकार पहले हमारे बकाए पैसे का भुगतान करे उसके बाद ही हम भवन को तोड़ने देंगे। कर्मियों के नहीं मानने पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी रामबाबू बैठा व एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय ने आक्रोशित कर्मियों को समझा बुझाकर भवन तोड़वाने का कार्य शुरू कराया।
बता दें कि सरकारी सूता मिल भवन को सरकार द्वारा नीलाम किए जाने के बाद भवन निर्माण विभाग द्वारा करीब चार माह पूर्व से ही भवन को तोड़ने की कवायद की जा रही थी, लेकिन कर्मियों के लगातार विरोध के बाद मामला ठंडा पड़ जा रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा इंजीनियरिग कॉलेज निर्माण के लिए भवन को अधिग्रहित किया गया था। इसको लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक मार्च 2019 को इंजीनियरिग कॉलेज व चहारदीवारी का निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया था।
भारी संख्या में पुलिस बल की थी तैनाती
भवन को तोड़ने के दौरान स्थल पर भारी संख्या में महिला व पुरुष बल की तैनाती की गई थी। एसडीओ रामबाबू बैठा के काफी समझाने के बाद कर्मियों को पीछे हटना पड़ा। इस दौरान पुलिस बल की चाक-चौबंद व्यवस्था थी।