परवेज अख्तर/गोपालगंज:- कोरोना के इस संकट के काल मे उतर प्रदेश और राजस्थान से प्रवासी मजदूरों के द्वारा पैदल तथा साइकिल से आने की शिलशिला रुकने का नाम नही ले रहा है। उतर प्रदेश से पच्छिम बंगाल ठेला और पैदल जाते हुए सैकड़ो मजदूरों को कोइनी उच्च पथ 28 ठेला और साइकिल तथा पैदल जाते हुए देखे गए वही दो मजदूर मधुसरया गांव के प्रवासी मजदूर राज स्थान से साइकिल चला कर 11 दिनों में घर पहुच गए है
परन्तु ये लोग माहामारी से संक्रमित है कि नही इसकी जांच से बचे हुए जिसके चलते ऐसे लोगो के गांव में रहने से लोग भयभीत है कि अगर संक्रमित होंगे तो पूरे गांव को परेशानी झेलनी पड़ेगी ग्रामीणों का कहना है पैदल और साइकिल से घर आने वाले प्रवासी मजदूर की चिन्हित कर जांच होना चाहिए तथा कोरेटाइन सेंटर में ही कुछ दिनों तक रखने की व्यवस्था की जाय तो जल्द ही माहामारी पर विजय हासिल किया जा सकता है। प्रशासन व आम लोगों की सक्रियता की जरूरत है।