मामला थाना क्षेत्र के पचरूखी नोनियाटोली का
इलाज के दौरान पीएमसीएच में हुई मौत
10 लाख रुपया मुआवजा सहित सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े थे परिजन
परवेज़ अख्तर/सिवान :- मछली मारने को लेकर हुए मारपीट में घायल युवक की पीएमसीएच में 15 दिन बाद मौत के बाद मंगलवार को परिजनों ने थाने का घेराव किया. परिजन सरकार से मुआवजे की एक बड़ी रकम सहित सरकारी नौकरी व जमीन की मांग कर रहे थे. थाना घेराव के दौरान तकरीबन तीन घंटे से अधिक समय तक पचरूखी बाजार में आवागमन पूरी तरह ठप रहा. बाद में एसडीएम व एएसपी के समझाने के बाद परिजन शव को लेकर अंत्येष्टि के लिए चले गये. घटना के संबंध में बताया जाता है कि 14 अक्तूबर को थाना क्षेत्र के पचरूखी नोनियाटेली में मछली मारने को लेकर बिगन महतो व मैनेजर सिंह के बीच मारपीट हो गयी. मारपीट में एक पक्ष के बिगन महतो सहित सुरज महतो व अंशु महतो तथा दूसरे पक्ष के मनोज कुमार, विकास कुमार व सोनु कुमार घायल हो गये. मारपीट में बिगन महतों के सिर में गंभीर चोट लग गयी थी. जिसको इलाज के लिए पहले प्राथमिक स्वास्थ केंद्र ले जाया गया. जहां से चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया. बाद में उसे उसी दिन सदर अस्पताल से पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया. जहां बिगन महतों की इलाज के दौरान 28 अक्तूबर की रात में मौत हो गयी. जहां पोस्टमार्टम के बाद रात में ही परिजन शव को लेकर गांव आ गये, और मंगलवार की सुबह थाने के समक्ष शव को रखकर थाने का घेराव कर दिया. मौत से विक्षुब्ध परिजन सरकार से 10 लाख रूपये नकद मुआवजा सहित दस कट्ठा जमीन व सरकारी नौकर की मांग पर अड़े थे. स्थानीय थाना प्रभारी रीतेश मंडल से मामला हल होते नहीं देख पहले एएसपी जितेंद्र पांडे फिर बाद में एसडीएम संजीव कुमार मौके पर पहुंच परिजनों को समझाने का बुझाने का भरसक प्रयास किया. परंतु वे अपनी जिद के आगे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. बाद में एसडीएम के सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिलाने सहित 24 घंटे के भीतर 20 हजार रूपये परिजन को देने के आश्वासन के बाद घेराव समाप्त कर शव को दाह संस्कार के लिए लेकर चले गये. वहीं स्थानीय मुखिया बच्ची देवी ने भी मुख्यमंत्री अंत्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रूपये नकद दिया. इस दौरान परिजनों को समझाने मुझाने में पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, पूर्व प्रमुख महादेव पासवान, नंदलाल राम जिप सदस्य जयकरण महतो राजेश्वर सिंह भी लगे रहे. थाना घेराव के दौरान स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सीओ रामानंद सागर, बीडीओ डॉ इस्माइल अंसारी, जीवी नगर इंस्पेक्टर प्रमोद सिंह, मुफस्सिल इंस्पेक्टर उमेश प्रसाद व सराय ओपी थाना प्रभारी गोपाल जी पांडे भी मौक पर पहुंच चुके थे.