परवेज अख्तर/सिवान : नगर थाना क्षेत्र के रामराज्य मोड़ समीप 15 मई की शाम जावेद अहमद उर्फ श्याम बाबू की अपराधियों ने सरेआम गोलीमार हत्या कर दी। इस मामले में परिजनों के बयान पर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। हत्या के पीछे कई तरह के कयास लगाए गए। जितने लोग उतनी तरह की चर्चाएं आम हुईं। जावेद की हत्या के पीछे यूसुफ हत्याकांड में गवाह होना भी जताया गया। इसलिए पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच को पूरी तरह से गोपनीय रखते हुए जांच की और मामले में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। लेकिन इस बात के पुख्ता सबूत उस समय मिल गए जब रविवार की दोपहर मो. कैफ उर्फ बंटी के चाचा को पुलिस ने पूछताछ के लिए नगर थाना बुलाया था। नगर थाना में कैफ के चाचा से पूछताछ की गई, इस दौरान कैफ की अम्मी भी मौजूद थीं। पूछताछ देर शाम तक चली और इसे पूरी तरह से गोपनीय रखा गया। अब ऐसे में पुलिस का अचानक से कैफ के चाचा को बुलाकर पूछताछ करना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि जावेद उर्फ श्याम बाबू की हत्या में पुलिस की शक की सूई कहीं ना कहीं यूसुफ हत्याकांड के आरोपितों के इर्द गिर्द घूम रही है। क्योंकि कैफ यूसुफ हत्याकांड में आरोपित है और जेल में बंद है।
यूसुफ के हत्यारों पर घूमी शक की सुई, कैफ के चाचा से हुई पूछताछ
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