परवेज़ अख्तर/मैरवा:- सिवान मैरवा मुख्य मार्ग के विजयीपुर के पास पिछले बुधवार की अहले सुबह हुई सडक दुर्घटना में घायल नाबालिग युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। मृतक यूपी के बनकटा थाना क्षेत्र के किशोरी छापर निवासी रामाश्रय यादव का 14 वर्षीय पुत्र दुर्गेश यादव है। युवक की मौत पर परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है। ज्ञात हो की बुधवार को ट्रैक्टर को ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिसमें दो लोग घायल हो गए थे। जिसमें एक प्रभुनाथ भगत की दुर्घटना के दिन मृत्यु हो गई थी एवं दूसरे घायल दुर्गेश यादव को गोरखपुर के आनंद लोक हास्पीटल में भर्ती कराया गया था। वहीं युवक का इलाज चल रहा था। सोमवार की शाम को आनंद लोक हास्पीटल ने युवक की गंभीर दशा देख रेफर कर दिया जिससे परिजनों ने वहीं पास के ही बद्रिका हास्पीटल में इलाज कराने लगे। इलाज के दौरान मंगलवार की दोपहर युवक की मौत हो गई। युवक के पिता ने मैरवा थाने में जब युवक के मृत्यु की जानकारी देनी चाही तो मैरवा पुलिस ने दुर्घटना के दिन दाखिल एफआईआर में केवल एक व्यक्ति का नाम होने की बात कही। पुलिस का कहना है कि एफआईआर में किसी अन्य के घायल होने का जिक्र नहीं है। बताया जा रहा है कि चिमनी मालिक नाबालिग लडके से ईंट उठवाने का काम करता था। बुधवार की अहले सुबह वे लोग सीवान से ईंट उतार कर ही आ रहे थे इसी दौरान ट्रक ने पीछे से ट्रैक्टर में टक्कर मार दी तथा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके गले से नीचे का सारा हिस्सा सुन्न हो गया। उसे घायल अवस्था में चिमनी मालिक ने ही गोरखपुर के अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन नाबालिग होने की वजह से अपने मुकदमें में उसका कहीं जिक्र नहीं किया है। एफआईआर में घायल का नाम नहीं सुनकर मृतक के परिजनों का होश उड गया। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना सीवान एसपी को दी। एसपी ने मैरवा थाने को निर्देश देने की बात कही। मृतक के पिता ने इस आशय का लिखित आवेदन मैरवा थाने में दिया है। थाने के सहायक अवर निरीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि पीड़ीत ने आवेदन दिया है। वरीय पदाधिकारियों के द्वारा निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिता का रो रोकर है बुरा हाल
मृतक का पिता मैरवा में पलदारी का काम करता है तथा अपने परिवार का किसी तरह पालन पोषण करता है। पुत्र के मृत्यु से वह टूट गया है तथा रो रोकर बुरा हाल है। मृतक के पिता ने बताया कि मृतक दो भाइयों में छोटा था तथा बडा होनहार था। वह अभी मात्र 14 वर्ष का था। वह चिमनी मालिक के घर साफ सफाई का कार्य करता था। लेकिन बुधवार को वह मालिक के साथ ट्रैक्टर पर सवार था तथा दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे घायल अवस्था में चिमनी मालिक द्वारा ही गोरखपुर के क्लिनिक में भर्ती किया गया। मृतक के पिता ने बताया की वहां उसके इलाज में लगभग दो लाख रूपये खर्च हुए जिसे मैंने कर्ज लेकर किसी तरह अस्पताल को दिया। लेकिन अब तो मेरे जीने का सहारा ही टूट गया।