परवेज़ अख्तर/सिवान: शनिवार को रघुनाथपुर के उत्क्रमित उच्च विद्यालय दीघवालिया में एक सम्मान समारोह आयोजित कर सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक बृज किशोर पांडे को विदाई दी गई इस दौरान शिक्षकों ने अपने अपने विचार में कहा कि सेवानिवृत्ति सेवा का अंत नहीं है, बल्कि यह तो सेवा की शुरुआत है. शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद हमें समाज और राष्ट्र उत्थान में अपने समय को समर्पित कर देना चाहिए. हाईस्कूल टारी के पूर्व हेडमास्टर कमलाकांत मिश्र ने कहा कि भारतीय संस्कृति में तो प्राचीन समय से ही वानप्रस्थ आश्रम का उल्लेख मिलता है जिसमें व्यक्ति अपने अनुभव को समाज के आने वाली पीढियों को देने का प्रयास करता है. सेवानिवृत्त शिक्षक के आदर्शों का बखान किया.
कहा कि सभी को समय के साथ सेवा से मुक्त होना ही पड़ता है.सबके बीच हमारा व्यवहार और व्यक्तित्व ही रह जाता है. स्कूल के शिक्षकों ने बृजकिशोर पांडेय को अंगवस्त्र समेत कई उपहार देकर विदा किया. इसके पहले उन्हें फूलमालाओं से स्वागत कर आर्शीवाद लिया. वर्तमान हेडमास्टर प्रदीप मिश्र ने कहा कि शिक्षक कभी रिटायर्ड नहीं होते हैं. सेवानिवृत्ति के बाद समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है.हमारे समाज में शिक्षक के रूप में गुरु का स्थान सर्वोपरि है. हमें शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए. शिक्षक समाज सुधारक होते हैं, जो अपने जीवन के महत्वपूर्ण वर्षों को देश के भविष्य निर्माण के लिए गुजार देता है. मौके पर शिक्षक राजेश्वर कुमार, अम्बिका पाठक, अभय कुमार मिश्र, अनिल मिश्र, अवधेश कुमार सिंह, निजामुद्दीन, ममता देवी, आभा देवी, मंजू देवी,सरिता कुमारी व वसीम अहमद थे.