✍️परवेज अख्तर/सिवान: जिले में दक्षिणांचल से होकर गुजरने वाली सरयू नदी के जल स्तर में 24 घंटें में कुछ कमी आई है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। सोमवार की सुबह दरौली में सरयू नदी का जलस्तर 61.670 मीटर मापा गया, जबकि खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है। यहां सरयू खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। विभाग के अनुसार 24 घंटे के अपेक्षा यहां जलस्तर में 10 सेंमी. कमी आई है। यहां रविवार को नदी का जल स्तर 61.77 मीटर था। वहीं सिसवन में सोमवार को सरयू नदी का जलस्तर 57.880 मीटर मापा गया। यहां सरयू के खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित है और वह खतरे के निशान से 84 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। यहां 24 घंटे में दो सेंमी. की कमी आई है। विभाग के जेई रजनीश कुमार रवि ने बताया कि सरयू नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, लेकिन उसके जलस्तर में कमी होने से लोगों और विभाग ने राहत की सांस ली है। वहीं कार्यपालक पदाधिकारी नवल किशोर भारती ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो जाएगा। वही तटबंधों पर बने दबाव भी धीरे-धीरे कम हो जाएंगे। अभी हालत पूरी तरह नियंत्रण में है।
जलजमाव से ग्रामीणों को हो रही परेशानी :
नदी के बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में भी पानी घुस गया,इससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। वहीं कई जगहों में आने जाने वाली सड़कों पर भी पानी जमा हुआ है, इससे ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों के खेतों में पानी जमने से उनके धान, मक्का, अरहर, सब्जी आदि की खेती बर्बाद हो रही है। वहीं दियरा क्षेत्र के लोग अपने स्वजन, सामान व पशुओं के साथ ऊंचे स्थल पर शरण लिए हुए हैं। बाढ़ से मुख्यतः बलुआ, तीरबलुआ, ग्यासपुर, खडौली, योगियाडीह, गुठनी पश्चिमी आदि गांव प्रभावित हैं।