✍️परवेज़ अख्तर/सिवान:
खराब हो रहे लावारिस शव को सुरक्षित रखने की सदर अस्पताल में कोई प्रबंध नही है। करीब छह साल पूर्व लाखों रुपये खर्च कर पोस्टमार्टम हाउस का निर्माण हुआ था। तब योजना थी कि इसमें लावारिस शव को भी कुछ दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। इसके लिए डीप फ्रीजर लगाना था, ताकि कई दिनों तक पहचान के लिए रखे जाने वाले लावारिस सहित अन्य शव खराब ना हों। लेकिन छह साल बाद भी आज तक डीप फ्रीजर इंस्टाल नहीं कराया गया। अस्पताल प्रबंधन इस पर हाथ धरे बैठा हुआ है। इससे खराब हो रही शव को बर्फ के सहारे सुरक्षित रखने की कोशिश की जाती है।बता दें कि जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र से महीने में औसतन एक दर्जन के करीब ऐसे केस आते हैं, जिनकी कुछ घंटों तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाती।इनमें से कुछ ऐसे भी होते हैं, जिसके लिए कुछ दिनों तक सुरक्षित रखने की जरूरत महसूस होती है।वैसे शव को सुरक्षित रखने के लिए संबंधित थाना को बर्फ लाकर उन्हें सुरक्षित रखना पड़ता है।
कहते हैं सिविल सर्जन
मर्चरी हाउस में जल्द ही ड्रिप फ्रीजर इंस्टाल कराया जाएगा। हालांकि कुछ दिनों तक शव को सुरक्षित रखे जाने का प्रयास किया जाता है।
डा.अनिल कुमार भट्ट, सिविल सर्जन, सिवान