- डीएम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया की कुछ लोगों के अचानक स्वास्थ्य खराब होने की मिली थी सूचना
- विसरा की जांच हेतु भेजा गया है फाेरेंसिक लैब
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान के लकड़ीनबीगंज के भोपतपुर पंचायत के बाला गांव में जहरीली शराब (स्प्रिट) रविवार की देर शाम से सोमवार की दोपहर तक आधा दर्जन लोगों की जान चली गई । जबकि एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए। इसमें कुछ पीड़ितों का उपचार सदर अस्पताल में चल रहा है। मृतकों में जनक बिन, धुरेंद्र मांझी, राजेश प्रसाद, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी एवं पड़ौली निवासी लछन देव राम शामिल हैं। वहीं सदर अस्पताल में उपचार कराने वालों में शंकर मांझी, जितेंद्र मांझी, सुरेंद्र बिन, दुलम रावत, नीरज कुमार शामिल हैं।
हालांकि लछन देव राम के स्वजनों का कहना है कि उनकी मौत बीमारी के कारण हुई है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा लछन के शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के दौरान स्वजन यह नहीं बता पाए कि उन्हें कौन सी बीमारी थी।इसके पूर्व रविवार की देर शाम मृतक जनक बिन की मौत सदर अस्पताल में उपचार के लिए लाने के दौरान हो गई थी,देर रात पटना जाने के क्रम में धुरेंद्र मांझी एवं राजेश प्रसाद की मौत हो गई।पुलिस ने सभी मृतकों का पोस्टमार्टम करा विसरा को लैब भेज दिया है।मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 लोगों की गिरफ्तारी की थी और अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी थी।
सदर अस्पताल में उपचार के दौरान दुलम रावत ने बताया कि उसकी आंखों से दिखाई नहीं दे रहा है।सोमवार की सुबह आंखों से दिखाई देना बंद हो गया।दुलम रावत ने बताया कि उसने प्लास्टिक रैपर में भरी शराब का सेवन किया था।मामले में डीएम श्री अमित कुमार पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि रविवार को बाला गांव में कुछ लोगों के अचानक स्वास्थ्य खराब होने की सूचना प्राप्त हुई। सभी को सदर अस्पताल लाया गया,इसमें एक व्यक्ति की मौत रास्ते में हो गई,जबकि पटना जाने के क्रम में दो लोगों की मौत हो गई।पोस्टमार्टम कराया गया है रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा।वहीं विसरा की जांच हेतु फाेरेंसिक लैब में भेज दी गई है।अनुमंडल प्रशासन घटनास्थल पर कैंप कर रही है।