पथराव में दो दर्जन से अधिक नामजद

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पथराव के बाद पुलिस के दहशत से नवका टोला में सन्नाटा

एसपी, एएसपी सहित पांच थानों की पुलिस बल ने की गांव में छापेमारी

परवेज अख्तर/मैरवा/सिवान: जिले के मैरवा थाना पर किए गए पथराव की घटना को लेकर पुलिस ने 2 दर्जन से अधिक लोगों को नामजद और 200 से अधिक अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी के आधार पर इस घटना को अंजाम देने वालों के विरुद्ध पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस ने पथराव के दौरान की गई वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी समेत कई स्रोतों से हुई पहचान आधार पर घटना में शामिल लोगों को आरोपित किया है।

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कई दुकानों की ली तलाशी, कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ बाद छोड़ा

उत्पाद विभाग की कार्रवाई से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा मैरवा थाना पर पथराव किए जाने के बाद पुलिस कार्रवाई का खौफ नवका टोला मे छा गया। इसका असर मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह देखने को मिला। गांव मे पुलिस आने की अफवाह रह रह कर दिन भर फैलती रही है। गांव के अधिकांश पुरुष घर छोड़कर रात में ही कहीं दूसरी जगह शरण ले लिए। स्कूल से दोपहर में लौट रहे बच्चे पुलिस के खौफ से दौड़ते हुए देखे गए। विद्यालय से लौट रहे बच्चे पुलिस आ गई पुलिस आ गई कह कर चीखते हुए अपने घर की तरफ दौड़ रहे थे। महिलाएं किसी के बारे में भी कुछ बताने से कतरा रहीं थी। पुलिस पथराव की घटना के बाद शरारती तत्वों का विवरण जुटाकर उनके विरुद्ध प्राथमिकी के आधार पर आगे की कार्रवाई करने में जुटी हुई है।

आधी रात तक चला पुलिस का सर्च अभियान

मैरवा थाना पर पथराव की घटना के बाद पहुंचे पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा के नेतृत्व में पुलिस ने घटना में शामिल शरारती तत्वों की खोज में नवका टोला में देर रात तक सर्च किया। इस अभियान में मैरवा समेत पांच थाने की पुलिस ने शामिल थी। पुलिस ने कई घरों की तलाशी ली। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है की पुलिस ने उनके साथ अभद्र सलूक भी किया। कई घरों के दरवाजे तोड़ दिए। कई सोए हुए लोगों को जगा कर पूछताछ की गई। दीपू चौहान के घर के बाहर खड़ी बाइक को क्षतिग्रस्त कर डाला। घर में ताला लगा हुआ था जिसका दरवाजा तोड़कर घर की तलाशी ली गई। दीपू चौहान के घर की महिलाओं ने बताया कि उनके घर के कई लोग घायल थे। सभी इलाज कराने रेफरल अस्पताल गए थे। घर में ताला लगा हुआ था। लेकिन लौटने के बाद मालूम हुआ कि पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर तलाशी ली है।

झाड़ी में छिपकर बच्चों ने काटी रात

पथराव की घटना के बाद पुलिस कार्रवाई को ध्यान में रखकर गांव के अधिकांश लोग गांव छोड़कर चले गए। बैजनाथ चौहान का परिवार जब अस्पताल से घर लौट रहा था तभी रास्ते में उन्हें मालूम हुआ कि पुलिस गांव में गई है। वे गांव वापसी का इरादा छोड़ रेलवे स्टेशन पर चले गए। पूरी रात वहीं गुजारी। ग्रामीणों की मानें तो पुलिस का खौफ इतना छा गया कि बच्चों ने झाड़ी में छुप कर रात काटी। सुबह होने पर वे घर लौटे। अधिकांश पुरुष घर पर नही हैं। केवल महिलाएं और बच्चे ही घर पर हैं।

महिला की पिटाई के बाद भड़के ग्रामीण

उत्पाद विभाग की टीम नवका टोला गांव में मंगलवार को देर शाम पहुंची और बैजनाथ चौहान के पुत्र दीपू चौहान को नशे की हालत में होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। दीपू चौहान ने शराब पीने से इन्कार किया। कुछ ही देर में उनके घरवाले पहुंच गए। उन्होंने दीपू चौहान को छोड़ने के लिए दबाव बनाया। कहा कि दीपू ने शराब नहीं पी है। इसकी जांच करा ली जाए। इसी दौरान कहासुनी हुई। उत्पाद विभाग की पुलिस ने पिटाई कर दी, जिसमें बैजनाथ चौहान की पत्नी मंदोदरी देवी और दीपू चौहान की पत्नी रीता देवी को चोट लगी। इससे गांव वाले भड़क उठे और उत्पाद विभाग के वाहन पर पथराव कर दिया। वाहन के शीशे टूट गए। उत्पाद विभाग की टीम दीपू चौहान को लेकर सिवान चली गई। कुछ देर में काफी संख्या में लोग एकत्रित होकर मैरवा थाना पहुंचे और उत्पाद विभाग की टीम को बुलाने की मांग करने लगे। निलंबित थाना प्रभारी संजय कुमार और पुलिस निरीक्षक अरुण कुमार ने लोगों को समझाने की कोशिश की और कहा कि जो भी शिकायत है उसे लिखित दें। इतना ही देर में भीड़ बेकाबू होने लगी। भीड़ से किसी ने पुलिस पर पत्थर फेंका। हालांकि पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग करते हुए भीड़ को काबू में किया और उन्हें स्टेशन चौक तक खदेड़ डाला। इस दौरान पथराव से आरक्षी निरीक्षक अरुण कुमार और निलंबित थानाध्यक्ष संजय कुमार समेत कई पुलिस जख्मी हो गए। वहीं नवका टोला के बूचन चौहान घायल होकर खून से लथपथ हो गए। उन्हें रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक दल बल के साथ मैरवा थाना पहुंच गए। वे थाना पर जाने के बजाय नवका टोला गांव चलने का आदेश उपस्थित पुलिस दल को दिया। पैदल ही सभी वहां रवाना हो गए। इसके बाद करीब एक घंटे तक घरों की तलाशी ली गई।

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