बिहार के कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने शुक्रवार को 8.22 करोड़ की कृषि की 44 योजनाओं की दी सौगात
नगर भवन मस उद्घाटन सह शिलान्यास को किया संबोधित
किसानों को मिलेगी सभी सुविधाएं, तीसरा कृषि रोड मैप जैविक खेती को बढ़ावा
परवेज़ अख्तर/सिवान :- सूबे के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने शुक्रवार को सिवान को 8.22 करोड़ की कृषि योजनाओं की सौगात दी। जिला मुख्यालय के नगर भवन में उद्घाटन सह शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री कहा कि पूरे राज्य समेत सिवान के किसानों की कम लागत पर आय दोगुनी करना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। बिहार को धान एवं गेहूं की फसलों के उत्पादन के साथ-साथ सब्जी उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की योजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। आज के दौर में केन्द्र एवं राज्य सरकारें मिलकर किसानों को विकसित उपकरण देने के साथ आधुनिक रूप से कृषि कार्य करने की जानकारी समय से दे उसका पूरा लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रेरित कर रही है। मंत्री ने कहा कि जिले के किसानों की लगनशीलता को देखते हुए हाल के दिनों में यहां का यह सबसे बड़ा उद्घाटन एवं शिलान्यास का कार्यक्रम हो रहा है। मैं आगे भी यहां ज्यादा से ज्यादा योजनाओं को प्रारंभ कराने का प्रयास करूंगा। मंत्री ने नगर भवन में 44 योजनाओं का कुल 8 करोड़ 22 लाख 35 हजार 522 रुपए की लागत से उद्घटान एवं शिलान्यास किया। जिसमें 42 योजनाओं का उद्घाटन एवं 2 योजनाओं का शिलान्यास किया। वही इससे पहले सिवान पहुंचने पर कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार का स्वागत परिसदन में एनडीए के नेताओं के एवं कृषि समन्वयक ने माला पहनाकर एवं बुके देकर किया। वही डीडीस सह प्रभारी डीएम ने उन्हें बुके देकर स्वागत किया। परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री ने कहां की बिहार जैविक खेती के लिए दूसरा प्रदेश होगा। बिहार को जैविक खेती में पहचान दिलाने के लिए तीसरे कृषि रोड मैप में जैविक खेती की प्राथमिकता दी गई है।
इसके लिए कृषि बजट में एक अरब 80 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहां की जैविक खेती को बढ़ावा देने से उर्वरक के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर से बचा जा सकता है। मंत्री ने बताया कि देश मे सिक्किम पहला राज्य है जो जैविक राज्य बन गया है। वहां की हर खेती जैविक प्रावधान पर होती है। इसके तहत ही बिहार दूसरा राज्य होगा। इन्होंने बताया कि देश में मक्का, चावल एवं गेहूं के उत्पादन में प्रथम स्थान पाया है। जिसके लिए प्रधानमंत्री इन्हें दिल्ली में पुरुष्कृत किए है। उन्होंने किसानों से बदले परिवेश में आधुनिक तरह से खेती करने का आह्वान किया। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार प्रयासरत है। किसानों का आय दोगुनी तभी होगा कब लागत मूल्य में कमी आएगी। इसके लिए मिट्टी की जांच कराई जा रही है ताकि यह पता चल सके की उस खेत में कितना उर्वरक की आवश्यकता है। मिट्टी जांच के लिए किसान सलाहकार पंचायतों में कैम्प करेंगे। माध्यम वर्गीय किसानों के लिए उन्होंने दस लाख के कृषि यंत्रों को आठ लाख में देने की बात कही। वही मंत्री ने किसानों की हितके सोचते हुए कहां की अब किसानों को किसी भी कार्य के लिए प्रखंड एवं जिला का चक्कर नही काटना पड़ेगा। उनकी सभी समस्याएं पंचायतों में ही सुनी जाएगी। इसके लिए उन्होंने राज्य के आठ हजार 403 पंचायतों में कार्यालय खुलेगा। जिले के सभी पंचायतों के पंचायत भवन में कार्यालय खुलेगा। जिसका नाम ग्राम पंचायत किसान कार्यालय होगा। कार्यालयों में किसान सलाहकार बैठेंगे एवं किसानों की दुख दर्द को सुनेंगे। वही दो पंचायतों पर एक कृषि समन्यवक की भी तैनाती होगी। इसके बाद कृषि मंत्री ने नगर भवन में दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया एवं रिमोर्ट से 8.22 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण किया। जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा ने इन्हें बुके एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इसके बाद कृषि मंत्री विभागीय पदाधिकारियों, किसान सलाहकार, कृषि समन्यवक संघ समीक्षात्मक बैठक किया। बैठक में हर बिंदुओं पर चर्चा की गई। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर कृषि मंत्री ने किसान सलाहकार, कृषि समन्यवयक से काम करने की बात कही। वही कृषि मंत्री ने बिहार में कम पानी से खेती करने की तकनीक के बारे में बताते हुए कहां की जिले में कम पानी मे खेती की तकनीक पर काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें लागत भी कम है और असिंचित इलाके में ये तकनीक कारगर होगी। मौके पर जिला पशुपालन पदाधिकारी ने किसानों की आय बढ़ाने वाली विभाग द्वारा चल रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। जिला मत्स्य पदाधिकारी डॉ जय शंकर ओझा द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में किसानों के लिए चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी गयी। इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष संगीता यादव, सांसद ओमप्रकाश यादव, सदर विधायक व्यासदेव प्रसाद, जीरादेई विधायक रमेश सिंह कुशवाहा, उपाध्यक्ष जिला परिषद ब्रजेश सिंह, डीडीसी विधुभूषण चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष इंद्रदेव सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष जदयू मुर्तुजा अली कैसर, परियोजना निदेशक आत्मा दिनेश प्रसाद, उप परियोजना निदेशक आत्मा के के चौधरी, डॉ विमल कुमार समेत कृषि विभाग के पदाधिकारी, किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक समेत अन्य मौजूद थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]