परवेज अख्तर/सिवान: जिले में पिछले एक महीने के अंदर निरंतर हो रही सड़क दुर्घटनाओं से अब लोग सड़कों पर रात तो रात दिन में भी चलने से कतराने लगे हैं। वहीं पिछले 36 घंटों में एक बार फिर से सड़क पर काल रूपी मौत ने दो लोगों को अपना शिकार बना लिया जबकि आठ लोग घायल हो गए। मृतकों में तरवारा का एक युवक और सिसवन प्रखंड के ग्यासपुर की एक महिला शामिल है। वहीं घायलों में दो की स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया। हसनपुरा थाना क्षेत्र ब्लॉक के सामने ट्रक और कार की आमने सामने की टक्कर में एक महिला की मौत हो गई। जबकि कार में सवार एक अन्य महिला और चार वर्षीय बच्चा सहित चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को आनन फानन में इलाज के लिए स्थानीय लोगों की मदद से सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने गंभीर रूप से घायल दो लोगों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। जबकि एक महिला और बच्चे का इलाज सदर अस्पताल में ही चल रहा था। मृतका सिसवन प्रखंड के ग्यासपुर गांव निवासी शकीना बताई जाती है। इधर घटना के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया और मुआवजे की मांग पर अड़ गए। करीब तीन घंटे तक सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों को जब मुआवजे की घोषणा किए जाने की जानकारी मिली तो वे शांत हुए और सड़क जाम को समाप्त किया इसके बाद हसनपुरा-सिवान मुख्य पथ पर आवागमन सुचारु हो सका। बताते चले कि कार सवार सभी बच्चे का इलाज के लिए सिसवन थाना क्षेत्र ग्यासपुर से सिवान कार में सवार होकर आ रहे थे। इधर घटना की जानकारी मिलते ही सदर अस्पताल में एसडीओ अमर समीन, एएसपी कांतेश मिश्रा पहुंचे और घायलों की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद तत्काल ही एसडीओ ने प्राकृतिक आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये के मुआवजा की घोषणा करते हुए घायलों के इलाज कराने की बात कही। घायलों में शामिल सिसवन थाना क्षेत्र ग्यासपुर निवासी मो. हुसैन, सैफ अली खान, बनियापुर थाना क्षेत्र आरापुर निवासी जूही खातून, चार वर्षीय बालक तौसिफ रजा हैं। इनमें मो. हुसैन और सैफ अली खान को पटना बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि सैफ अली खान की स्थिति नाजुक थी। जबकि जूही खातून और तौसिफ रजा का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा था
सदर अस्पताल में उमड़ी लोगों की भीड़
सड़क दुर्घटना की सूचना जैसे ही घायलों के परिजनों को मिली काफी संख्या में ग्रामीण सदर अस्पताल में एकत्रित हो गए। इस कारण अस्पताल के बाहर तक जाम का नजारा देखने को मिला। वहीं अस्पताल प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की डिमांड सदर अस्पताल में कर दी। इसके बाद नगर थाना की गश्त पार्टी सहित अन्य जवान सदर अस्पताल में पहुंच गए और लोगों को इधर उधर करने लगे। जिससे स्थिति नियंत्रित हुई। वहीं घटना के बाद पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।
मृतका शकीना के घर रविवार को थी शादी
घायलों के परिजनों ने बताया कि शकीना की भतीजी की रविवार को शादी थी। शादी समारोह में सभी परिजन आए हुए थे। शादी के दौरान घर पर रविवार को जूही खातून का चार वर्षीय पुत्र तौसिफ राजा गिर गया था जिसे दिखाने के लिए सभी सोमवार की सुबह कार में सवार होकर सदर अस्पताल आ रहे थे। बता दें कि मृतका शकीना जूही की बड़ी बहन थी।
सदर अस्पताल के इमरजेंसी में बेड व चिकित्सक की दिखी कमी
सदर अस्पताल जहां पूर्व में बेहतर काम के लिए राज्य व केंद्र सरकार द्वारा इनाम पा चुका है वहीं अब इस अस्पताल में कई तरह की कमियां दिख रही हैं जिसकी कमी सोमवार को भी देखने को मिली। सदर अस्पताल में सोमवार को कुछ देर के लिए ऐसी स्थिति थी कि बेड तक मरीजों के इलाज के लिए नहीं थे। बाहर से बेड को किसी तरह से लाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा था। वहीं घटना की सूचना मिलते ही सिविल सर्जन, डीएस, प्रबंधक भी सदर अस्पताल में पहुंच गए ओर व्यवस्था का मोर्चा खुद ही संभाला।
दुल्हन की विदाई के कुछ घंटे बाद ही पसरा मातमी सन्नाट
सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव में इंद्रीश खान उर्फ झगरू खान के घर शादी के कुछ घंटे बाद ही मातमी सन्नाटा पसर गया। मिली जानकारी के अनुसार झगरू खान के चाचा तुराब खान की पुत्री गुड़िया की शादी रविवार को थी। शादी के दिन ही झगरू खान के पुत्र मंटू का पैर गिरने से टूट गया था, उसी के इलाज के लिए सोमवार की सुबह उसके परिजन चैनपुर स्थित एक निजी क्लीनिक में ले गए थे। वहां एक्सरे कराने के बाद डाक्टर ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए सिवान जाने को कहा। तभी सिवान जाने के क्रम में ही अरंडा के पास सड़क दुर्घटना में शकीना की मौत हो गई। गाड़ी में मंटू खान, झगरू खान का पुत्र सैफ खान, सैफ की खाला जूही (30) एवं सैफ के फूफा एम हुसैन खान (50) सवार थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]