परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के हसनपुरा प्रखंड के एक गांव में बीते दिनों एक 10 वर्षीय युवती के साथ हुये छेड़खानी मामले में शुक्रवार को पूर्व विधायक विक्रम कुंवर पीड़िता के घर पहुंच कर पछताछ की. साथ ही जिला प्रशासन से कहा कि इसकी न्याय संगत जांच कर शीघ्र दोषियों को सजा दिया जाए. अगर कानूनी कार्रवाई नहीं होती है, तो थाना परिसर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. इस मामले में प्रशासन शीघ्र कार्रवाई करे. ज्ञात हो कि बिगत 21 जून की शाम एक दस वर्षीय लड़की के साथ तीन युवकों द्वारा छेड़खानी किया गया था. इस मामले में मुखिया पति सहित आठ लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. जिसमें घटना के तीसरे दिन एएसपी ने मामले का अनुसंधान किया था.
सिवान के हसनपुरा में तीन लीटर देसी शराब बरामद
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के हसनपुरा एमएच नगर पुलिस ने बिती संध्या दपनी में छापेमारी कर तीन लीटर देशी शराब बरामद किया है. पुलिस ने बताया कि दपनी बाजार के दक्षिण में घास में छिपाकर रखे तीन लीटर देसी शराब को पुलिस ने बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने शिवजी महतो पिता बुनिलाल महतो को अभियुक्त बनाकर तलाश कर रही है.
सिवान शहर में प्रत्येक घरों पर लगेगा नेम प्लेट
परवेज अख्तर/सिवान :- नगर परिषद सभागार में शुक्रवार को नगर परिषद के सशक्त स्थाई समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता नप सभापति सिधु सिंह व कार्यपालक पदाधिकारी बसंत कुमार ने संयुक्त रूप से की। बैठक में मुख्य रूप से शहर की साफ-सफाई व जलजमाव की समस्या पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही प्रत्येक घरों पर नेम प्लेट, होल्डिग रसीद ऑफलाइन/ऑनलाइन काटने, योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति, नक्शा ऑफलाइन पास करने, विभागीय योजनाओं के 14वें वित्त आयोग के मद से भुगतान करने, कर्मचारियों का छठा वेतन निर्धारण की स्वीकृति प्रदान करने समेत विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में उप सभापति बब्लू कुमार, पार्षद सलीम सिद्दीकी पिकू, जयप्रकाश गुप्ता, नगर प्रबंधक अमरेंद्र कुमार, अभियंता सुमन कुमार, रंजीत कुमार समेत अन्य कर्मी मौजूद थे।
पिता का आरोप, कहा- गौरव की हत्या के पीछे मां-बेटों का हाथ
परवेज अख्तर/सिवान :- बिहार के सीवान जिले के जेपी चौक स्थित गील गारर्मेन्टस के मालिक सूर्य तिवारी के 16 वर्षीय पुत्र गौरव तिवारी की डूबने से हुई मौत की घटना ने नया मोड़ ले लिया है. मालवीय नगर में रहने वाले गौरव के पिता सूर्य तिवारी ने शुक्रवार को एसडीपीओ जितेन्द्र पांडेय से मिलकर बेटे की मौत के पीछे पड़ोस की एक महिला और उसके दोनों बेटों की साजिश बताया है.
एसडीपीओ को दिए गए आवेदन में सूर्य तिवारी ने कहा है कि पड़ोस की महिला गुड़िया देवी के दोनों बेटे गौरव को लेकर मेहंदार गए थे, जहां उसने तलाब में डूबो हत्या कर दी। इसके पीछे महिला की साजिश थी, क्योंकि घटना के बाद पकड़े जाने के भय से महिला ने उनकी दुकान पर आकर झांसा देने का प्रयास किया था। कहा था कि उनके बेटों के साथ गौरव नहीं गया है, जबकि दोनों के साथ वह भी मेहंदार गया था।
इतना ही नहीं महिला ने कई बार शंका होने पर जब वह मेहंदार जाने के लिए तैयार हुए तो वह सोहगरा जाने के लिए उनपर दवाब बनाने लगी। एक किशोर के डूबने की सूचना पर किसी तरह वह जब मेहंदार जाने के लिए निकले तो महिला के दोनों बेटों से सिसवन ढ़ाला पर मुलाकात हुई लेकिन उसने बातचीत नहीं करने दी। इसके बाद वह किसी तरह बेटे को ढूढ़ते हुए मेहंदार पहुंचे जहां देर रात प्रयास करने के बाद गौरव के शव को सुबह में तलाब से बरामद किया गया।
सूर्य तिवारी ने इस मामले में दर्ज यूडी केस को हत्या में बदलने की एसडीपीओ से गुहार लगाते हुए गहराई से छानबीन करने की मांग की है। कहा है कि उनके द्धारा उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर गौरव की हत्या में महिला की साजिश है।
दर्जनों शराब भट्ठियों को ध्वस्त, दो लाख की शराब नष्ट
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के सराय ओपी क्षेत्र के उखई मौजे चंवर में शुक्रवार को स्थानीय पुलिस ने छापेमारी कर दर्जनों शराब भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया। साथ ही शराब बनाने के उपकरण बरामद किए। सराय ओपी प्रभारी गोपाल पांडेय ने बताया कि करीब दो लाख की शराब नष्ट की गई हैं।
पुलिस के पहुंचने के पूर्व शराब धंधेबाज भागने में सफल रहे। पुलिस शराब धंधेबाजों की पहचान में जुटी हुई है। ओपी प्रभारी ने बताया कि शराब धंधेबाजों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी दल में पुअनि मो. सफीर समेत काफी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे।
शराबबंदी के बावजूद अवैध तरीके से तैयार हो रही थी शराब
जिला सहित पूरे राज्य में शराबबंदी लागू है। इसके बावजूद उखई में ध्वस्त की गई शराब भट्ठियां पुलिस की निगरानी पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहा है। शराब धंधेबाजों के साहस को मानना पड़ेगा कि ऐसी स्थिति में भी अवैध तरीके से शराब बनाने का कार्य कर रहे थे। मौके से धंधेबाज तो फरार होने में सफल रहे हैं। लेकिन पुलिस के लिए धंधेबाजों की गिरफ्तारी चुनौती से कम नहीं है। धंधेबाजों की गिरफ्तारी के बाद खुलासा होगा कि कब से अवैध तरीके से शराब बनाई जा रही थी, और पुलिस को कितने दिन बाद इसकी भनक लगी।
सिवान के दरौंदा में सड़क निर्माण न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के दरौंदा प्रखंड के भीखाबांध में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़क का निर्माण अब तक नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कई बार इसकी जानकारी दी गई। इसके बावजूद सड़क निर्माण की प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो पाई। सड़क पर जगह-जगह कई गड्ढे बन गए हैं। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है।
ग्रामीणों का कहना था कि हल्की बारिश में सड़क पर जल जमाव तथा कीचड़ होने से लोगों को राह चलना खतरे के बराबर है। ग्रामीणों का कहना था कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ तो प्रखंड मुख्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन करने को विवश होंगे। प्रदर्शन करने वालों में प्रताप सिंह, दारा सिंह, सुभाष सिंह, अरविद सिंह, छोटन सिंह, कमलेश सिंह, सोनू सिंह, अनिल यादव, भीम सिंह, पवन सिंह, विकास सिंह, सिबू सिंह,सद्दाम अंसारी, मनीर मियां, बृजेश यादव, सलाउद्दीन, शशि उपाध्याय आदि शामिल थे।
वैशाली में सड़क दुर्घटना में मौत के बाद शव पहुंचते ही मचा कोहराम
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के अरुआं निवासी धर्मनाथ सिंह के पुत्र राजेश कुमार उर्फ बबलू की मौत गुरुवार की रात सड़क दुर्घटना में वैशाली जिले के महुआ गांव में हो गई थी, उसकी मौत के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। पत्नी संगीता देवी, पुत्र अंकुश कुमार, अंकित कुमार समेत अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा है। आसपास के ग्रामीण स्वजनों को ढांढ़स बंधा रहे थे।
ज्ञात हो कि तीन माह पूर्व मृतक का भाई लॉकडाउन केकारण हरियाणा से बाइक से अपनी पत्नी पूजा के साथ घर लौट रहा था, तभी बस्ती (यूपी) में सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई थी। उस घटना में उसकी पत्नी घायल हो गई थी। यह गम परिवार के सदस्य अभी उभरे नहीं थे तभी यह दूसरी घटना हो गई। इससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। ग्रामीण पुष्पेंद्र सिंह, उपेंद्र कुमार सिंह,नरेश सिंह सहित आदि ने स्वजनों को सांत्वना दी। बताया जाता है कि राजेश कुमार ट्रक चला कर प. बंगाल से सामान लेकर हाजीपुर आ रहा था, तभी सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर होने से उसकी मौत हो गई। उसके चचेरे भाई गुड्डू सिंह ने बताया कि गांव के ही युवक कमल सिंह उस पर ट्रक पर खलासी के रूप में रहता है। उसने दुर्घटना की सूचना दी। उसके बाद शुक्रवार को शव लेकर गांव पहुंचा।
15 वचनों का पालन कर कोरोना संक्रमण की करें रोकथाम
- स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइलाइंस जारी कर की अपील
- संक्रमण की रोकथाम संबंधी सावधानियों को नज़रअंदाज़ करना घातक
छपरा : कोरोना संक्रमण को लेकर बहुत एहतियात बरते जाने की जरूरत है. सावधानी से जुड़े नियमों का सही तरीके से पालन कर इसकी रोकथाम की जा सकती है. कोविड 19 संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हुआ है. कई जगहों में लोग नियमों की अनदेखी कर रहें हैं जो पूरे समुदाय के लिए खतरा है. इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, ने कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन की है, जिसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 15 विशेष वचनों या प्रतिज्ञाओं के पालन करने की अपील की गयी है.
सतर्कता कोरोना से बचाव का बेहतर उपाय
कोरोना के बढ़ते प्रसार के मद्देनजर गाइडलाइन में कोरोना संक्रमण से बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है. गाइडलाइन में बिना गले लगे एक दूसरे का अभिवादन करने, शारीरिक दूरी रखने, मास्क लगाने व आंख, नाक और मुंह को गंदे हाथों से नहीं छूने के वचनों के पालन के लिए कहा गया है. इसके अलावा श्वसन संबंधी सफाई व सुरक्षा का पालन करने, नियमित हाथों को धोने, तंबाकू का इस्तेमाल नहीं करने एवं अलग-अलग सतहों को नियमित कीटाणुरहित करने की सलाह दी गयी है. महामारी के दौरान कोरोना संक्रमितों से भेदभाव एवं कोरोना को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फ़ैलाने की बातें सामने आयी हैं, इसे ध्यान में रखते हुए गाइडलाइन में कोरोना संक्रमितों से भेदभाव नहीं करने एवं कोविड 19 संक्रमण से जुड़े नकारात्मक व बिना पुष्टि की गयी बातों को सोशल मीडिया के माध्यम से नहीं भेजने की अपील की गयी है. साथ ही कोविड 19 के बारे में विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी लेने, किसी मदद या जानकारी के लिए टॉल फ्री नंबर 1075 पर फोन करने व तनाव या दबाव आदि को दूर करने के लिए आवश्यक मदद प्राप्त करने जैसी प्रतिज्ञा लेकर उनके पालन करने के लिए कहा गया है.
मास्क लगाने व 2 गज की शारीरिक दूरी रखने पर बल
गाइडलाइन में घर से बाहर भीड़ वाले स्थानों जैसे डेयरी, अस्पताल या दवाई दूकान या ऐसी ही अन्य जगहों पर कम से कम 6 फीट या 2 गज की शारीरिक दूरी रखने के लिए कहा गया है. कार्यस्थलों पर भी इन नियमों के पालन करने के लिए कहा गया है. साथ ही मास्क के इस्तेमाल पर ज़ोर दिया गया है. मास्क संक्रमण की संभावना या श्वसन संबंधी रोगों की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है. मास्क को पहनने के नियमों की भी चर्चा की गयी है.
सावधानी से करें मास्क का इस्तेमाल
गाइडलाइन में मास्क इस्तेमाल को लेकर सतर्कता बरतने की बात कही गयी है. यह बताया गया है कि मास्क को पहनने के लिए नाक व मुंह पूरी तरह ढंके हों. मास्क और चेहरे के बीच गैप नहीं हो यानी मास्क ढ़ीला नहीं होना चाहिए. मास्क की अगले हिस्से को गंदे हाथों से नहीं छूंएं. मास्क को हटाने में इस प्रकार सावधानी रखें कि वह गंदा नहीं हो. साथ ही प्रत्येक 8 घंटे के बाद मास्क को बदल लें. पुन: इस्तेमाल किये जाने वाले कपड़े के मास्क का इस्तेमाल करें. ऐसे मास्क को अच्छी तरह धो दें. यदि सिंगल यूज वाले सर्जिकल मास्क इस्तेमाल करते हैं तो इसे डस्टबिन में डाल दें. इसका दोबारा इस्तेमाल नहीं करें. मास्क हटाने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लें. मास्क लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह धो लें या अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
इन जगहों पर मास्क जरूर लगाएं
• जब आप यात्रा कर रहे हों या किसी सार्वजनिक स्थल पर जा रहे हों.
• जब आप किसी ऑफिस के कमरे में अन्य व्यक्ति के साथ बैठे हों.
• यदि सर्दी, जुकाम हो तो बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर लगायें
इन बातों का रखें खास ध्यान
• छींकते या खांसने समय रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें.
• बहुत अधिक इस्तेमाल होने वाले सतहों जैसे दरवाजे का हैंडल या ऐसी अन्य जगहों की नियमित सफाई जरूरी है.
• खुले में या सार्वजनिक जगहों पर जहां तहां नहीं थूंके. ऐसा करना दंडनीय अपराध भी है.
• बिना किसी उद्देश्य या औचित्य के यात्रा करने से बचें. बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें.
कोविड 19 संक्रमित या उसके परिवार वालों के साथ भेदभाव न कर सहाभूति से पेश आयें.
अपने स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करने के लिए आरोग्य सेतु एप्प का इस्तेमाल कर सकते हैं.
कोविड 19 को लेकर होने वाली चिंताएं या मानसिक दबाव के लिए 08046110007 फ्री हेल्पलाइन नंबर पर बात कर मनोचिकित्सक से आवश्यक लें.
मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभाग प्रयासरत: सिविल सर्जन
- सदर अस्पताल में उपलब्ध है पर्याप्त आक्सीजन सिलेंडर
- गर्भवती महिलाएं, घायल व गंभीर मरीजों के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध
गोपालगंज: मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए विभाग प्रयासरत है। सदर अस्पताल में समिति संसाधनों में मरीजों को बेहतर सेवा उपलब्ध करायी जा रही है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह ने कही। उन्होने बताया सदर अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर की कोई कमी नहीं है। अभी कोरोना संकट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है और सभी तरह की तैयारियां की गयी है। इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होने बताया सदर अस्पताल में जब वज्रपात से पीड़ित मरीज आये थे। उस समय इमरजेंसी में चार डॉक्टर मौजूद थे। एक साथ 13 डेड बॉडी आने के बाद कुछ डॉक्टर पोस्टमार्टम हाउस चले गये थे। लेकिन बाकी के डॉक्टर घायलों के इलाज में जुटे हुए थे। सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेहतर इलाज किया जा रहा है। बारिश के पानी से परिसर में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। पानी निकासी के लिए उपाय किये जा रहे है। साफ-सफाई कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया गया है। सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनश्चित की गयी है। साथ ही चिकित्सकों को भी समय से अस्पताल आने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिया गया है।
मरीजों के लिए उपलब्ध है निशुल्क एम्बुलेंस सेवा
सिविल सर्जन डॉ. टीएन सिंह ने बताया जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा संचालित निशुल्क एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे कार्यरत है और मरीजों को तत्परता से उपलब्ध है। गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं, घायल व गंभीर बिमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए नि:शुल्क एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध है।
एसएनसीयू में निरंतर मिल रही है ये सेवाएं
नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी लाना सरकार की प्राथमिकता है। इसमें सदर अस्पताल अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा है। अस्पताल परिसर में एसएनसीयू(स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) किसी भी रोग से ग्रसित नवजात का उपचार करने में सक्षम है। यहाँ हमेशा शिशु रोग विशेषज्ञ और अमानत प्रशिक्षित नर्सों की ड्यूटी रहती है जो नवजात की देखभाल करने के साथ साथ किसी भी जटिलता से निपटने में सक्षम हैं।
संस्थागत प्रसव पर मिलती है प्रोत्साहन राशि
संस्थागत प्रसव द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। इसके लिए सरकार जननी सुरक्षा योजना को चला रही है। अस्पताल के चिकित्सक गर्भवती माताओं को अस्पताल में ही प्रसव कराने की सलाह देते हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1400 रूपए एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रूपए दिए जाते हैं। प्रति प्रसव ग्रामीण क्षेत्रों में 60 0रुपये एवं शहरी क्षेत्रों के लिए प्रति प्रसव 400 रूपए आशाओं को दिए जाते हैं।
परिवार नियोजन की सुविधाएँ हैं निशुल्क उपलब्ध
सदर अस्पताल में परिवार नियोजन सेवाओं पर ख़ास ध्यान दिया जाता है। अस्पताल में आई महिलाओं और पुरुषों को परिवार को छोटा और सीमित रखने के फायदों से अवगत कराया जाता है और सभी गर्भ निरोध के साधनों के बारे में जानकारी के साथ उन्हें यह निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। परिवार नियोजन के सुरक्षित ऑपरेशन के लिए यहाँ पूरी व्यवस्था है।