परवेज अख्तर/गोपालगंज:- जिले के भोरे थाना क्षेत्र के एक गांव से एक किशोरी का शादी के नियत से अपहरण कर लिया गया। मामले में अपहृता की मां के बयान पर दिल्ली के एक युवक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया जाता है कि सनोज की 17 वर्षीय पुत्री रीबी कुमारी बैंक से रुपया निकालने गई थी। इसी दौरान रास्ते में मौजूद दिल्ली के मोती नगर निवासी विकास कुमार रास्ते में उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ लेकर चला गया। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई है।
23 जून से होगा D.El.Ed परीक्षा के लिए आवेदन
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से D.El.Ed परीक्षा को लेकर शेड्यूल जारी किया गया है. परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन 23 जून से लिए जायेंगे. 30 जून तह ही आवेदन दिया जा सकता है।
डीएलएड सत्र 2019-21 के प्रथम वर्ष एवं सत्र 2018- 20 के द्वितीय वर्ष के सैद्धांतिक विषयों की परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन को लेकर तारीख की घोषणा कर दी है। बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए ऑनलाइन फॉर्म समिति के वेबसाइट www.biharboard.online पर 22 जून से अपलोड रहेगा। परीक्षा फॉर्म और परीक्षा शुल्क 23 जून से 30 जून तक जमा किए सकता है।
बोर्ड की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक परीक्षा फॉर्म का ऑनलाइन शुल्क 1 जुलाई तक जमा किया जा सकेगा। इसके अलावा लेट फाइन के साथ 2 जुलाई से 6 जुलाई तक आवेदन जमा किये जा सकेंगे। 7 जुलाई तक इसका शुल्क जमा अहो सकता है। डीएलएड सत्र 2019-21 के प्रथम वर्ष की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए निर्धारित शुल्क 1300 रुपया और 2018-20 के द्वितीय वर्ष की परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए निर्धारित शुल्क 1425 रुपया है। विलंब शुल्क 175 रुपये निर्धारित की गई है।
गोपालगंज में बहू ने रॉड से मारकर ससुर का हाथ तोडा, प्राथमिकी दर्ज
मायके वालों के साथ ससुराल अपने सामान लेने आयी थी बहू
परवेज अख्तर/(भोरे)गोपालगंज : अपना सामान वापस लेने अपने ससुराल आयी एक बहू ने रॉड से मारकर अपने ससुर का हाथ तोड़ दिया।इस मामले में ससुर ने अपनी बहू, समधन सहित आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। वहीं पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है। बताया जाता है कि भोरे थाना क्षेत्र के कुर्थिया गांव निवासी विजय मिश्रा अपने दरवाजे पर बैठे थे कि इसी दौरान उनकी बहू रसना मिश्रा अपनी मां निर्मला देवी के अलावे अन्य चार लोगों के साथ अपने ससुराल पहुंची।
बता दें कि रसना मिश्रा ने अपने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की प्राथमिकी दो दिन पहले ही भोरे थाने में दर्ज करायी थी।वहीं दूसरी तरफ ससुराल पहुंचने के बाद वह जबरन घर में घुसकर अपने सामान लेने लगी। जब उसके ससुर विजय मिश्रा ने ऐसा करने से मना किया, तो पास ही रखें लोहे के रॉड को उठाकर उसने अपने ससुर विजय मिश्रा के हाथ पर दे मारा।जिससे उनका हाथ टूट गया।इसके अलावा उनके सर पर भी वार किया गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये। आसपास के ग्रामीणों ने घायल विजय मिश्रा को भोरे रेफरल अस्पताल लाया।
जहां से उन्हें गोपालगंज के लिए रेफर कर दिया गया।वहीं इस मामले में विजय मिश्रा के बयान पर पुलिस ने उनकी बहू निर्मला देवी, कटेया थाना क्षेत्र के भठवा गांव निवासी स्व. कन्हैया मिश्रा की पत्नी समधन निर्मला देवी, दुहौना गांव निवासी सुजीत चतुर्वेदी, सपना देवी और भोरे थाना क्षेत्र के तिवारी चकिया गांव निवासी कुतू और विक्क के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
अब एनआईसी के माध्यम से जून के पूरक पोषाहार की राशि लाभार्थी के खाते में जाएगी
- समाज कल्याण मंत्री ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ
- राज्य के सभी जिलों के लिए
- 1601.78 लाख की राशि हस्तांतरित
- ई-लाभार्थी पोर्टल विकसित किया गया
पटना। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभुकों को मिलने वाली जून महीने की पूरक पोषाहार की राशि अब आईसीडीएस निदेशालय स्तर से ही एनआईसी के माध्यम से सीधे लाभुकों के खाते में भेजी जाएगी। इस कार्यक्रम की शुभारंभ समाज कल्याण मंत्री ने अपने कार्यालय कक्ष में किया। राशि हस्तांरण के लिए एनआईसी के द्वारा ई-लाभार्थी पोर्टल विकसित किया गया है।
जिससे कुल 832761 लाभार्थियों यथा – (06 माह से 03 वर्ष के सामान्य/कुपोषित बच्चे/06 माह से 03 वर्ष के सामान्य/अतिकुपोषित बच्चे/03 से 06 वर्ष के बच्चे एवं गर्भवती/धातृ महिलाओं) प्रति लाभार्थी निर्धारित राषि की दर से कुल 1601.78 लाख रू. की राशि हस्तांतरित की गई है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इसी व्यवस्था के तहत राशि का हस्तांतरण लाभार्थियों के खाता में किया जायेगा । मंत्री, समाज कल्याण विभाग ने कहा कि यह एक अनोखा प्रयास पोषाहार वितरण को अधिक पारदर्शी बनायेगा। दरअसल पहले यह डीबीटी की राशि सीडीपीओ स्तर से ही लाभुकों के खाते में भेजा जाता था, लेकिन अब इस नियमों में बदलाव
किया है।
निदेशालय ने सभी बाल विकास परियोजना को पूर्व में आवंटित राशि को डीपीओ के माध्यम से निदेशालय को भेजना का निर्देश दिया है। सभी सीडीपीओ को आंगन एप के माध्यम से शत-प्रतिशत लाभार्थियों का डाटा पोर्टल पर डाटा अपलोड करने के बाद सेविका और महिला पर्यवेक्षिका के माध्यम से शत-प्रतिशत लाभुकों के डाटा का वेरिफिकेशन करवाने का निर्देश दिया है। निदेशालय से प्राप्त निर्देश के अनुसार सभी सीडीपीओ को राशि ट्रांसफर करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। लाभुकों के खाते में जून महीने की राशि निदेशालय के द्वारा ही डीबीटी के माध्यम से भेजी जाएगी।
उक्त बैठक में अतुल प्रसाद, अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण विभाग, आलोक कुमार, निदेशक, आई.सी.डी.एस., एन.आई.सी. एवं अन्य विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कोरोना संक्रमण से बचाव व बाढ़ पूर्व तैयारियों में सहयोग करेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
- आईसीडीएस के निदेशक ने सभी डीपीओ-सीडीपीओ को पत्र लिखकर दिया निर्देश
- पोषक क्षेत्र के कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पहचान करेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
- कुपोषित व अतिकुपोषित तथा उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की तैयार होगी सूची
छपरा: वैश्विक महामारी कोरोना सकंट के बीच बाढ़ को लेकर सरकार चिंतित है। बाढ़ आपदा के दौरान प्रबंधन एंव त्वरित राहत की तैयारियों को लेकर आईसीडीएस के निदेशक ने जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी व सभी सीडीपीओ को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि राज्य में मानसून सक्रिय होने में बहुत कम समय बचा है और कोराना वायरस महामारी का प्रकोप बढ़ते जा रहा है। इसके साथ ही साथ तेज धूप-लू भी परेशानी का का कारण बन सकता है।
इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर बाढ़ आपदा प्रबंधन के साथ कोरोना वायरस संक्रमण के खतरो से बचने की तैयारियां करने का निर्देश दिया गया है। आईसीडीएस के निदेशक ने निर्देश दिया है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के पोषक क्षेत्रों में उन क्षेत्रों की पहचान की जाय जहां पर कोरोना वायरस से संक्रमित लोग पाये गये हैं, क्योंकि उन पोषक क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करते समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। क्षेत्र भ्रमण के दौरान सभी पदाधिकारी व कर्मी को अपने मुंह-नाक को अच्छी तरह सें ढंकना अनिर्वाय होगा। मास्क या गमच्छा का प्रयोग किया जायेगा।
कुपोषित व अति-कुपोषित बच्चों की बनेगी सूची
पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि पूर्व में केंद्र पर संधारित निगरानी चार्ट एंव गृह भ्रमण के दौरान क्षेत्र में प्राप्त सूचनाओं के आधार पर सभी कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की पहचान कर आपदा पूर्व तैयारी के क्रम उनकी सूची तैयार करें। ताकि आपादा के दौरान उन पर विशेष निगरानी रखी जा सके तथा कुपोषण होने वाले खतरों से बचाने के लिए प्रबंध किया जा सके।
इसके लिए उन्हें एनआरसी या बच्चा वार्ड में आवश्यकतानुसार भेजा जा सकता है। इसका ध्यान रखना होगा कि बच्चे या उसके परिवार में कोइर कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है, यदि संक्रमित रहा है तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को अविलंब दी जाये। मोबाईल टीम से समन्वय स्थापित कर जरूरी पोषण व स्वास्थ्य सेवाए दिलायी जा सकेगी।
गर्भवती महिलाओं व अतिसंवेदनशील महिलाओं की बनेगी सूची
पोषक क्षेत्र में आने वाली सभी महिलाओं व स्वास्थ्य की दृष्टि से अतिसंवेदनशील महिलाओं की सूची संभवित प्रसव की तिथि तैयार की जायेगी। ताकि बाढ़ के दौरान सुरक्षित प्रसव के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके। स्थानीय स्तर पर आशा एंव एएनएम के सहयोग से नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से उनका उपचार सुनिश्चित कराया जाये। उपचार या प्रसव के लिए अस्पताल ले जाते समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के सी उपाय किये गये हों।
क्या-क्या है तैयारी
- बाढ़ दौरान राहत शिविर में कोरोना से बचाव के सभी उपाय किये जायेंगे
- इससे बचने के लिए जागरूक किया जायेगा
- पेयजल की सुविधा तथा स्वच्छता के लिए शौचालय व अन्य व्यवस्थाओं के साथ आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र व मेटरनिटी हब स्थापित किया जायेगा
- राहत शिविर में बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ दूध मिलेगा
- राहत शिविर में धात्री महिलाओं के लिए बच्चों के स्तनपान कराने के लिए अलग सुविधा
- राहत शिविर में सामुदायिक रसोई में हाथ धोने, साफसफाई, साबुन का प्रयोग पर विशेष ध्यान
- नवजातों की स्तनपान के लिए विशेष सुविधा व माताओं के लिए पौष्टिक आहार की सुविधा होगी
सीवान में राजपुर में दो ट्रकों के बीच टक्कर दो घायल
परवेज अख्तर/सिवान :-जिले के रघुनाथपुर थाना क्षेत्र में राजपुर पम्प के रघुनाथपुर दरौली मुख्य मार्ग में सोमवार एक बजे रात में गेहूं लदे ट्रक और खाली ट्रक के बीच टक्कर हो गई जिसमें ट्रक को चकनाचूर हो गया । यू पी 53 की 8392 चालक बिरेन्द्र यादव का आरोप था कि दरौली रोड से माल खाली कर रात में वापस हो रहा था । राजपुर पम्प के नजदीक सड़क से बिना लाइट जलाये अज्ञात ट्रक चालक ने अचानक रोड में आकर ठोकर मार कर भागने में सफल रहा ।
जिससे खाली ट्रक चकनाचूर हो गया । चालक बिरेन्द्र यादव व खलासी अजय यादव दोनो गम्भीर घायल हो गया । घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मोबाइल टीम ने मौके पर पहुंच कर गाड़ी को रोड के किनारा खड़ा कराया । दोनो घायल को इलाज के नियत से अस्पताल में दाखिल कराया गया ।डीउटी में तैनात प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा0 विजय साह ने उपचार कर दोनों को बेहतर इलाज के लिए सीवान सदर अस्पताल रेफर किया ।
वाहन मालिक विजय कुमार ने सीवान से यू पी म उ में उपचार चल रहा है । विजय कुमार ने बताया कि बलिया जिले के रसडा थाना क्रिकीटहा निवासी विजय यादव का 52 वर्षिय पुत्र बिरेन्द्र यादव व 48वर्षिय पुत्र अजय यादव के रूप में चिन्हित किया । वहीं थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रभाकर ने बताया कि चकनाचूर वाहन को पुलिस के देख देख में रखा गया है । घटना का आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी ।
नौतन के बलुआड़ में जमीनी विवाद में मारपीट महिला घायल
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के नौतन थाना क्षेत्र के बलुआड़ गांव में जमीनी विवाद में हुई मारपीट में एक महिला घायल हो गई । घायल महिला मुस्मात शैल कुमारी देवी के अनुसार रविवार को सुबह वो गांव के बगल वाले अपने खेत में घूमने गई थी तो देखा कि उसके जमीन में कुछ लोग दीवार की चिनाई करा रहे थे। जब महिला ने मना किया तो सब लोग लाठी डंडे दाब आदि के जानलेवा हमला कर दिया, जिससे महिला का हाथ दाब से कट गया और वह घायल होकर गिर पड़ी ।
चीखने चिल्लाने की आवाज़ सुनकर महिला के पुत्र और आसपास के लोगों ने पहुंच कर महिला को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में ले गए, जहाँ उसका इलाज हुआ। वहीं महिला ने थाने में आवेदन देकर महिला पुरुष सहित पाँच लोगों को आरोपित किया है।
नौतन में छेड़खानी का विरोध करने पर महिला और उसके ससुर को पीटा
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के नौतन थाना क्षेत्र के कादिरचक गांव में घर में घूसकर महिला के साथ छेड़खानी करने का विरोध करने पर महिला तथा उसके ससुर को मारपीट कर घायल करने का मामला प्रकाश में आया है । इस संबंध में उक्त गांव के रामअवतार सिंह की पत्नी कुन्ती देवी ने बताया कि 10 जून को सुबह अपने घर में खाना बना रही थी। तभी गाँव के ही एक युवक घर में घूसकर मजाक करते हुए छेडख़ानी करने लगा। महिला द्वारा विरोध जताते हुए शोर मचाने पर उसके ससुर बचाने के लिए आए, तो उक्त युवक लोहे के सरिया से उनके सिर पर वार कर दिया, जिससे उनका सिर फट गया।
इसके बाद आरोपी युवक के पट्टीदार और उनका लड़का भी मारपीट में शामिल होकर महिला और उसके ससुर को घायल कर दिया। इसी बीच महिला के कान से सोने की बाली भी खींच लिये। इस मामले में महिला ने थाने में आवेदन देकर मिथिलेश सिंह, हरिश्चंद्र भगत तथा मुन्ना भगत सहित तीन लोगों को आरोपित किया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष अभिमन्यु कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है, मामले की जाँच की जा रही है।
नवसृजित एएनएम स्कूलों को मिलेगी बस की सुविधा
- राज्य के 9 जिलों के लिए आवंटित हुई बसों की सुविधा
- स्वास्थ्य मंत्री ने झंडी दिखाकर किया रवाना
- कम्युनिटी विजिट तथा अस्पताल से क्षात्रावास में आवागमन के लिए होगा बसों का इस्तेमाल
पटना : राज्य के 9 जिलों में 9 नए एएनएम स्कूल निर्मित किये गए हैं. अब इन सभी एएनएम स्कूलों में बस की सुविधा उपलब्ध होगी. सोमवार को राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रांगन से स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार मंगल पाण्डेय ने राज्य के चयनित 9 जिलों के लिए 9 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा राज्य में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. राज्य के 9 जिलों में नव-निर्मित एएनएम स्कूलों के लिए 9 बसों की खरीदारी की गयी है. इससे प्रशिक्षण प्राप्त कर रही एएनएम स्कूल की लड़कियों को कम्युनिटी विजिट तथा अस्पताल से क्षात्रावास में आवागमन में सुविधा होगी.
9 जिलों के एएनएम स्कूलों को उपलब्ध होगी बस की सुविधा
राज्य में कुल 32 सरकारी ए.एन.एम., 11 जी.एन.एम. स्कूल तथा 1 स्टेट नोडल सेंटर संचालित है. प्री- सर्विस नर्सिंग प्रशिक्षण के सुदृढ़ीकरण के क्रम में केंद्र प्रायोजित योजना के तहत राज्य के 9 जिलों में बस की सुविधा उपलब्ध होगी. जिसमें नवादा(रजौली), सिवान(मैरवा), औरंगाबाद(दाऊदनगर), कैमूर(भभुआ), खगड़िया, लखीसराय, सुपौल(त्रिवेणीगंज), जमुई(लक्ष्मीपुर) एवं शिवहर जिले शामिल हैं. इन जिलों में केंद्र प्रायोजित योजना के अंतर्गत सरकारी एएनएम स्कूल नवनिर्मित हैं.
नवनिर्मित एएनएम स्कूलों को किया जायेगा सुविधाओं से लैस
एएनएम स्कूलों में बसों की उपलब्धता के साथ साथ स्कूल में अन्य सुविधाओं को भी उपलब्ध कराया जायेगा. सभी एएनएम एवं जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में कंप्यूटर लैब, स्किल लैब और पुस्तकालय की सुविधा प्रदान की जाएगी. पूर्व से सभी संचालित एएनएम एवं जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में यह सुविधा उपलब्ध है.
नर्सिंग ट्यूटरों के कौशल विकास पर दिया जा रहा है ध्यान
एएनएम स्कूलों में प्रशिक्षुओं के नामांकन की संख्या 2120 तथा जीएनएम स्कूलों में प्रशिक्षुओं के नामांकन की संख्या 676 है. स्टेट नोडल सेंटर में संचालित 6 हफ़्तों के प्रशिक्षण के लर्निंग रिसोर्स पैकेज द्वारा नर्सिंग स्कूलों में कार्यरत नर्सिंग ट्यूटरों का कौशल विकास किया जा रहा है. नर्सिंग ट्यूटर के चार बैच को दक्ष टीओटी में सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया गया है. नर्सिंग स्कूलों की प्रशिक्षण व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु पाठ्यक्रम के अनुरूप नियमित रूप से कम्युनिटी विजिट के लिए राशी प्रदान की जा रही है.
इस मौके पर कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति मनोज कुमार, राज्य टीकाकरण पदाधिकारी डॉ. एन.के.सिन्हा, राज्य परिवार नियोजन पदाधिकारी डॉ. मोहम्मद सज्जाद के अलावा विभिन्न सहयोगी संस्थानों के अधिकारीगण मौजूद थे.
सामुदायिक बैठक में कोरोना से बचाव व नियमित टीकाकरण के महत्व पर हुई चर्चा
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनप्रतिनिधियों व गांव के महिलाओं के साथ की बैठक
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तथा मास्क का उपयोग करने के लिए किया प्रेरित
- बच्चों को टीका लगवाने के लिए किया गया प्रेरित
गोपालगंज: जिले के विजयीपुर प्रखंड के मिश्रा बंधौरा गांव में यूनिसेफ के बीएमसी राजीव कुमार के द्वारा सामुदायिक बैठक आयोजित कर कोरोना से बचाव तथा नियमित टीकाकरण के महत्व पर चर्चा की गयी। सामुदायिक बैठक में जनप्रतिनिधि गांव की महिलाएं, आशा फैसलिटेटर, आशा कार्यकर्ता तथा एएनएम शामिल थी। बैठक में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क का प्रयोग, नियमित हाथों की धुलाई तथा घर के आस-पास साफ-सफाई रखने के लिए जागरूक किया गया। साथ ही सभी को नियमित टीकाकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी तथा बच्चों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया गया। बीएमसी राजीव कुमार ने बताया कोरोना वायरस को लेकर जो महिलाएं व बच्चे टीकाकरण स्थल पर नहीं पहुंच रहें है या फिर आने में डर रहें उनके डर खत्म करने के लिए बैठक कर जानकारी दी जा रही है। ताकि कोई भी बच्चा नियमित टीकाकरण से वंचित नहीं रहे।
लोगों में फैली भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश
यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी ने बताया कोरोना वायरस को लेकर लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई है। जिसको दूर करने की कोशिश की जा रही है। इसको लेकर गांव-गांव में जाकर लोगों के साथ बैठक कर कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही टीकाकरण स्थल पर आने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। टीकाकरण स्थल पर आते समय मास्क का उपयोग करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
वायरस से घबराने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की जरूरत
बैठक में जानकारी दी गयी कि लोग अपने घरों में रहें और यदि कोई जरूरी कार्य हो तो तभी घर से बाहर निकलें। जिला प्रशासन द्वारा आमजन की जरूरी चीजों के लिए व्यवस्था की गई है। किसी भी व्यक्ति को इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं बल्कि इससे सतर्क रहने की बात बताई गयी. यह बताया गया कि देश व प्रदेश सरकार सबके साथ है एवं जिले में स्वास्थ्य संबंधी पूरी व्यवस्था की गई है। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचने, घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करने एवं नियमित अन्तराल पर हाथों की सफाई करते रहने के विषय में सलाह दी गयी.
एएनएम को भी दी जा रही है जानकारी
एसएमसी रूबी कुमारी ने बताया टीकाकरण सत्र पर कार्यरत एएनएम को कोविड-19 से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की जानकारी दी जा रही है। वीएचएसएनडी सत्र के दौरान मास्क,ग्लब्स का उपयोग करने का निर्देश दिया जा रहा है। साथ ही सुरक्षित इंजेक्शन अभ्यास तथा इसके निपटारे के बारे में जानकारी दी जा रही है।
कोरोना वायरस से बचने के लिए क्या करें
- व्यक्तिगत स्वच्छता और शारीरिक दूरी बनाए रखें।
- बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करें।
- साफ दिखने वाले हाथों को निरंतर धोएं।
- छींकते औरर खांसते समय अप नी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंकें।
- अपनी कोहने के अंदरूनी हिस्से में छींके, अपने हाथों की हथेलियों में न खासें।