परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के पचरुखी प्रखंड क्षेत्र के बरियारपुर में गुरुवार की दोपहर में भूमि विवाद को ले हुई मारपीट में तीन लोग घायल हो गए। घायलों में चंदेश्वर यादव, बजरंगबली यादव तथा दूसरे पक्ष के धर्मेंद्र यादव शामिल हैं। सभी का इलाज स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। समाचार प्रेषण तक थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी।
शहर में सैनिटाइजर का किया जा रहा छिड़काव
परवेज अख्तर/सिवान : विश्वव्यापी कोरोना वायरस से बचाव और इसके रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सजग है। जिलाधिकारी के निर्देश पर शहर में सैनिटाइज्ड करने का काम किया जा रहा है। नगर परिषद द्वारा शहर के अंदरुनी और बाहरी इलाकों में सैनिटाइजर का छिड़काव करने के साथ-साथ फॉगिग भी की जा रही है। गुरुवार को नगर परिषद की चेयरमैन सिंधु सिंह, ईओ बसंत कुमार सहित कुछ अन्य पार्षदों ने हरी झंडी दिखाकर टीम को रवाना किया।
कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि नगर के सभी 38 वार्डों में कोरोना वायरस से बचने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है। वहीं फागिंग मशीन द्वारा भी मलेरियारोधी दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। बताया कि कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सैनिटाइजर छिड़काव में लापरवाही बरतने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मौके पर उप सभापति बब्लू साह, जयप्रकाश गुप्ता समेत नप के कर्मी मौजूद थे।
खाद्यान व गैस सिलेंडर की कालाबाजारी को ले 76 जगहों पर हुई छापेमारी
परवेज अख्तर/सिवान : कोरोना संक्रमण को रोकने को ले लॉकडाउन के दौरान खाद्यान व गैस सिलेंडर की कालाबाजारी पर नकेल कसने को लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला आपूर्ति शाखा की गठित जांच टीम के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के दौरान कालाबाजारी को रोकने को ले जिले में अबतक 1996 जगहों पर छापेमारी की गई है।
इसमें गुरुवार को जांच टीम द्वारा 76 जगहों पर की गई छापेमारी तथा विगत दिनों की 2393 जगहों की छापेमारी शामिल है। इसमें सिवान सदर में प्रखंड में 128, नगर क्षेत्र में 140, आंदर प्रखड में 130, हुसैनगंज में 133, बड़हरिया में 127, पचरुखी में 174, रघुनाथपुर में 85, सिसवन में 80, नौतन में 143, मैरवा शहर में 173, गुठनी में 86, दरौली में 85, जीरादेई में 110, हसनपुरा में 201, दारौंदा में 104, महाराजगंज शहर में 150, भगवानपुर हाट में 73, बसंतपुर में 78, लकड़ी नबीगंज में 129 तथा गोरेयाकोठी प्रखंड में 140 जगहों पर छापेमारी की गई है।
इसमें भगवानपुर हाट में गैस संचालक व बड़हरिया व दरौली में जन वितरण प्रणाली दुकानदार पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
मेहंदार के हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत की हत्या
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के चैनपुर ओपी क्षेत्र के धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बाबा महेंद्रनाथ मंदिर के हनुमानगढ़ी मंदिर में बुधवार की रात अपराधियों ने महंत की हत्या कर दी। मंदिर कमलदाह सरोवर के पूर्वी उतरी कोने पर लौवारी गांव के पास स्थित है। हत्या के समय महंत मंदिर के छत पर सोए थे। महंत योगेंद्र शुक्ला उर्फ जनक शुक्ला उर्फ शुक्ला बाबा थे। घटना की जानकारी लोगों को सुबह में तब हुई जब बाबा महेंद्रनाथ मंदिर से देखरेख व खाना बनाने वाले मोहम्मदपुर निवासी भूटेली मिश्रा मंदिर पहुंचे। उन्होंने देखा कि मंदिर का मुख्य दरवाजा खुला हुआ है। उन्होंने चापाकल से पानी भर कर रखा और महंत जी को नहीं देख खोजबीन करने लगे।
इस दौरान जब छत पर गए तो देखा कि महंत छत पर मृत पड़े हैं। उनका सिर कुचला हुआ है। बगल में उनकी रुद्राक्ष की माला पड़ी हुई है। इसकी जानकारी उन्होंने स्थानीय लोगों को दी। घटना की सूचना मिलते ही रामगढ़, नगई, बिरती सहित अन्य गांवों के लोग वहां पहुंच गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर से एक ब्रह्माजी की अष्टधातु की मूर्ति, कुछ पीतल की मूर्ति व महंत के बक्से को तोड़ नगदी व अन्य सामान की चोरी की गई है। महंत मूल रूप से सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र के जयथल गांव के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग 30 साल पहले यहां आये थे। उन्हें बाल्मीकि दास उर्फ अन्हरा बाबा की मृत्यु के बाद मंदिर की देखरेख के लिए रखा गया था। हत्या की घटना से लोगों में आक्रोश है।
एसडीपीओ जितेंद्र कुमार पांडेय, इंस्पेक्टर रणधीर कुमार, सीओ इन्द्रवंश राय, हसनपुरा प्रभारी दीपक कुमार ने घटनास्थल पहुंच बारीकी से जांच की। एसडीपीओ ने महंत तारकेश्वर गिरि, प्रधान पुजारी तारकेश्वर उपाध्याय, धार्मिक न्यास समिति के कोषाध्यक्ष शर्मा व अन्य लोगों से बात की व घटना की जानकारी ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सीवान भेज दिया है। पूछताछ के लिए महंत के साथ रहने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।
लोगों की मांग पर बुलाया खोजी कुत्ता
स्थानीय लोगों की मांग थी कि खोजी कुत्ते को बुलाकर हत्याकांड का खुलासा कराई जाए। शांत स्वभाव के संत की निर्मम हत्या से सभी लोग विचलित हैं। स्थानीय लोगों की मांग पर छपरा से खोजी कुत्ता मंगाया गया। छत पर गिरे खून को सुंघकर कुत्ता पहली बार बगिया होते हुए बिरती गांव की ओर जाने वाली सड़क पर एक बोरिंग तक गया। दूसरी बार विश्वकर्मा मंदिर की ओर। लेकिन, कोई सुराग नहीं मिला।
मंदिर और पुजारी हैं असुरक्षित
बाबा महेंद्रनाथ मंदिर मेहंदार के महंत तारकेश्वर गिरि ने कहा कि क्षेत्र के मंदिर व उस पर रहने वाले महंत व पुजारी असुरक्षित हैं। मंदिरों की सुरक्षा में पुलिसबल की तैनाती होनी चाहिए। लॉकडाउन से पहले मंदिर के आसपास दिन-रात चहल पहल रहती थी, इससे लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस करते थे। लॉकडाउन के बाद से पूरा मेहंदर सुनसान है। फलस्वरुप अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। इसी का फायदा उठाते हुए इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया गया
है।
तीन भाइयों में सबसे बड़े थे शुक्ला
मृतक योगेंद्र शुक्ला उर्फ शुक्ला बाबा मूल रूप से सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र के जयथल गांव के रहने वाले थे। तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। इनकी शादी नहीं हुई थी। दो छोटे भाई राजेंद्र शुक्ला व वीरेंद्र शुक्ला का परिवार अभी भी गांव पर है। माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। घटना का समाचार सुनते ही दोनों भाई शव लेने के लिए मेहंदार पहुंचे। शुक्ला बाबा बहुत ही शांत स्वभाव व मिलनसार थे।
पूर्व में भी कई बार हो चुकी है चोरी स्थानीय लोगों की मानें तो पूर्व में भी कई बार मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है। 200 साल पुराने इस मंदिर में कई महंत आये और चले गए। 70 के दशक में रामेश्वर दास यहां आये। मंदिर के पास लगभग 6 बीघा जमीन है। जिस पर खेती कर गाय पालन कर मंदिर का राग भोग लगाने लगे। लेकिन उनके साथ भी अपराधियों ने कई बार मारपीट व चोरी की घटना को अंजाम दिया।
तंग आकर वह यहां से चले गए। त्रिलोकीनाथ पांडेय ने बताया कि रामेश्वर के जाने के बाद बाल्मीकि दास उर्फ अन्हरा बाबा यहां के कार्यभार संभाले। उन्होंने ही मंदिर का जीर्णोद्धार कर इसे रमणिक बनाया। उनके मरने के बाद लगभग 30 साल पहले योगेंद्र इस मंदिर की कार्यभार संभाले। उनके स्वभाव और रहन-सहन से लोग काफी खुश थे।
क्या कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ जितेंद्र पांडेय ने कहा कि मंदिर के महंत की हत्या की गई है। पुलिस घटना के हर एक पहलू पर अनुसंधान कर रही है। जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। मूर्ति चोरी की बात लोगों ने बताई है इस बिंदु पर भी जांच जारी है।
सिवान के तरवारा के बगल में स्तिथ चोरवा पकड़ी सब्जी मंडी में नहीं हो रहा सोशल डिस्टेंस का पालन
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के फखरुद्दीनपुर-जगदीशपुर मुख्य मार्ग स्थित चोरवा पकड़ी सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं होने से सैकड़ों गांवों के लोगों में कोरोना वायरस जैसे संक्रमित बीमारियों के फैलने की संभावना बनी हुई है।लोगों के शिकायत के बावजूद भी स्थानीय पुलिस प्रशासन बेखबर है। इस सब्जी मंडी में सब्जियों की बड़े पैमाने पर खपत होने से उत्तर प्रदेश, झारखंड एवं बिहार के विभिन्न जिलों से व्यापारी मनपसंद सब्जियों की खेत उतार रहे हैं। जिससे जिला मुख्यालय समेत कई प्रखंडों के सब्जी व्यापारियों की भरमार लग जाती है।
व्यापारी सब्जियों से लदी वाहनों को आधी रात में सड़क किनारे खड़े कर देते हैं। बाजार में अन्य प्रांतों से सब्जियों के अधिक मात्रा में आपूर्ति होने से स्थानीय किसानों को अपनी सब्जियों को औने पौने दामों पर बेचना पड़ता है। सुबह होते ही व्यापारी सब्जियों की मनपसंद दुकानें लगा देते हैं।कोरोना वायरस को लेकर सब्जी मंडी में व्यापारियों तथा बड़े पैमाने पर सब्जी खरीदारों की बढ़ती भीड़ को देख स्थानीय लोगों द्वारा गोरेयाकोठी सीओ विकास कुमार एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन से कई बार शिकायत किया गया।इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय लोगों में रोष है।
सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करते हुए व्यापारियों द्वारा प्रशासन की सख्ती की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिससे लोगों में कोरोना वायरस जैसे महामारी फैलने की संभावना बनी रहती है। जदयू नेता निकेशचंद्र तिवारी ने एसपी अभिनव कुमार व महाराजगंज एसडीओ से सब्जी मंडी की टेंडर कराने तथा सब्जी मंडियों में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करनेवाले व्यापारियों पर जुर्माना लगाने की मांग की है। जिसमें मुख्य रूप से चोरवा पकड़ी, तरवारा, नौवका बाजार व सहलौर सब्जी मंडियों में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है।
समय रहते इन सब्जी मंडियों के व्यापारियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो तेजी से पांव पसार रहे कोरोना वायरस जैसे संक्रमित बीमारियों के फैलने से कोई रोक नहीं सकता है। स्थानीय पुलिस प्रशासन को सख्ती से निपटने की जरूरत है। चोरवा पकड़ी इलाके का सबसे बड़ा सब्जी मंडी है। इस मंडी में जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों के खुदरा सब्जी व्यापारी अहले सुबह पहुंचते हैं। व्यापारी सब्जी मंडी से सब्जियों की खरीदारी कर जिले के विभिन्न बाजारों में सब्जियों की दुकानें लगाते हैं।
इसके बावजूद सुरक्षा के नाम पर किसी तरह की पहल नहीं की जा रही है जिससे आसपास के लोग परेशान हैं। इस संबंध में एसपी अभिनव कुमार से पूछने पर उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सामूहिक स्थानों पर भीड़ लगाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। सब्जी मंडी के सदस्य एवं व्यापारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
ओपीडी एवं संस्थागत प्रसव सहित अन्य आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं फिर से होंगी शुरू
- स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने पत्र लिखकर दिए निर्देश
- सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में ओपीडी,प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर को किया जाएगा सैनिटाइज्ड
- कोरोना से बचाव के मद्देनजर ओपीडी में सोशल डिसटेंसिंग का रखा जाएगा ख्याल
सिवान: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण राज्य भर में ओपीडी, आईपीडी एवं संस्थागत प्रसव सहित अन्य आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुयी हैं. इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इन जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को फिर से नियमित करने करने का फैसला लिया है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सभी असैनिक शल्य चिकत्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखकर विस्तार से दिशानिर्देश दिया है. पत्र में प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं चिकत्सकीय सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर मार्गदर्शन दिए जा रहे हैं. कोरोना काल में भी विभिन्न प्रकार की जरुरी चिकित्सकीय सेवाओं को लोक हित में प्रदान किया जाना अनिवार्य है. लेकिन इसकी समीक्षा क्रम में जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अपस्ताल में ओपीडी( बाह्य रोगी कक्ष), आईपीडी( अन्तर्वासी रोगी कक्ष) के मरीजों की संख्या एवं संस्थागत प्रसव में कमी देखने को मिल रही है. इसलिए जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी, आईपीडी, आपातकालीन सेवाएं एवं संस्थागत प्रसव को जनहित में पहले की तरह शुरू की जाएगी.
अस्पतालों के प्रवेश के पास फ्लू कार्नर होगा अनिवार्य
पत्र में बताया गया कि सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल के प्रवेश के पास एक फ्लू कार्नर स्थापित किया जाए एवं इस फ्लू कार्नर के संचालन के लिए रोस्टरवार समुचित संख्या में चिकित्सक एवं पाराचिकित्सा कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जाए. साथ ही फ्लू कार्नर में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एन-95 मास्क, नॉन स्टेराइल दस्ताना (स्टेराइल दस्ताना का उपयोग शल्य कार्य एवं अन्य अनिवार्य परिक्षण हेतु) एवं डिस्पोजेबल हेड कैप आदि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.
अस्पताल में एक ही एंट्रेंस एवं एग्जिट गेट रहेगा चालू
पत्र के अनुसार अस्पताल में आने वाले लोगों के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में एक प्रवेश द्वार( एंट्रेंस) एवं एक ही निकास द्वार( एग्जिट) चालू रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अन्य द्वार के माध्यम से आगुन्तकों/मरीजों का प्रवेश बंद करने की सलाह दी गयी है. जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में आने वाले मरीजों/ आगुन्तकों का कोविड-19 की प्राथमिक जाँच फ्लू कार्नर में करने के निर्देश दिए गए है. साथ ही फ्लू कार्नर में अन्य जरुरी उपकरणों के साथ इन्फ्रारेड थर्मामीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात बताई गयी है.
कोरोना की प्राथमिक जाँच के बाद ही मरीजों को ओपीडी में मिलेगी एंट्री
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों में सतर्कता बरती जाएगी. फ्लू कार्नर पर मरीजों/आगुन्तकों की कोरोना की प्राथमिक जाँच होगी. जिनमें कोरोना के लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें नजदीक के क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया जाएगा एवं जिनमें कोई लक्षण नहीं मिलेगा, उन्हें ही उपचार के लिए ओपीडी में जाने की अनुमति मिलेगी. इस पूरी प्रक्रिया में सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ख्याल रखा जाएगा. ओपीडी के चिकित्सक के कमरे में भी एक बार में एक ही मरीज को जाने की अनुमति होगी ताकि संक्रमण के खतरे को टाला जा सके.
ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर होंगे सैनिटाइज्ड
पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के द्वारा सभी असैनिक शल्य चिकत्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी, प्रसव कक्ष एवं ऑपरेशन थिएटर को अच्छी तरह सैनिटाइज्ड करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
जरुरी स्वास्थ्य सुविधाएँ जारी रखने की अपील
पत्र के माध्यम से प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों से अनुरोध किया है कि वर्तमान परिस्थिति में मरीजों के हित के लिए सभी जिला अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पतालों में ओपीडी.आईपीडी, संस्थागत प्रसव की सेवाएं एवं अन्य आपातकालीन सेवाएं को अहर्निश रूप से बनाये रखा जाए ताकि इस विषम हालात में भी जनसमुदाय को स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई ना हो. साथ ही ओपीडी एवं संस्थागत प्रसव संबंधी अनिवार्य प्रविष्टि संजीवनी पोर्टल पर दैनिक रूप से करने की बात कही गयी है.
कोरोना से जंग: पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर सर्वे व स्क्रीनिंग का कार्य शुरू
- संदिग्ध मरीजों की होगी स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग, लिये जायेंगे सैंपल
- सर्वे करने वाले कर्मियों को दी जाएगी प्रोत्साहन राशि
सिवान: कोरोना से जंग जीतने के लिए सरकार व जिला प्रशासन की ओर से कई अहम कदम उठाए जा रहें हैं। स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। अब पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर ही कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर घर-घर जाकर सर्वे व स्क्रीनिंग की जायेगी। इस काम में आंगनबाड़ी, आशा व अन्य उत्प्ररेकों की मदद ली जायेगी। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से आवश्यक निर्देश जारी किया है। सर्वे संबंधित कार्य 16 अप्रैल से प्रारंभ हो गया । इसके लिए टीम का गठन किया गया है।
तीन स्तरों पर ली जाएगी सूचना
सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें तीन स्तरों पर सूचना उपलब्ध कराने का काम किया जाना है। कोविड 19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भरेंगे। कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जायेगा। सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जायेगी। संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर चिन्हित किया जायेगा।
प्रत्येक दलकर्मी को उपलब्ध कराये जायेंगे सुरक्षा किट
कोविड 19 को लेकर घर घर सर्वे करने वाले प्रत्येक टीम को एक किट जिला द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। इसमें तीन लेयर वाला 10 पीस मास्क, नॉन स्ट्रॉयल 10 पीस हैंड गलब्स व एक साबुन होंगे। सर्वे के काम में लगे सभी कर्मियों को भ्रमण के लिए पास भी निर्गत किया जाना है। राज्य के अन्य सभी जिलों के जिलांगर्त व विदेश से आये हुए लोगों के गांव व शहर के संबंधित वार्डों में भी गहन सर्वेक्षण का कार्य कर कार्ययोजना तैयार का निर्देश दिया गया है।
ली जाएगी ये जानकारी
पर्यवेक्षक अपने दलकर्मियों के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक दवा दुकान एवं सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सक से संपर्क कर बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में परेशानी वाले चिन्हित मरीजों की विवरणी फॉर्म 3 ए में भरेंगे। दवा दुकान, सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सकों से संदिग्ध मरीजों की विवरणी प्राप्त करने का कार्य अभियान सर्वे के प्रथम दिन तथा छठे दिन किया जायेगा तथा तदनुसार प्राप्त किये गये सूची का सत्यापन कर संदिग्धों की सूची तैयार की जायेगी। इसके बाद यह सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाना है।
संदिग्ध पाये गये मरीजों की स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग
कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को कोरेंटाइन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग किये जाने का निर्देश दिया गया है। संदिग्ध मरीजों की जांच हेतु सैंपल संग्रहित किये जायेंगे। स्क्रीनिंग के दौरान सही पाये गये व्यक्तियों को होम कोरेंटाइन हेतु वापस घर भेज दिया जायेगा।
दिये गये हैं वित्तीय दिशा निर्देश भी
कोविड 19 के सर्वे कार्य में लगे प्रत्येक दल कर्मी को प्रतिदिन 200 रुपये की दर से 8 दिनों का भुगतान किया जायेगा। वहीं कोविड 19 के सर्वे कार्य हेतु सुपरवाइजर को प्रतिदिन 400 रुपये की दर से 8 दिनों का भुगतान किया जायेगा। इसमें 300 रुपये मानदेय व 100 रुपये आने जाने के लिए दिया जाना है।
नोट – किसी भी टेक्निकल जानकारी के लिए आप imbeginner.in पर जा सकते है।
AISF द्वारा जरूरतमंदों को अनाज पहुंचाने का लगातार 14वां दिन जारी
छात्र-शिक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कोरोना से जंग अभियान के तहत जरूरतमंदों को घर-घर अनाज पहुंचाने का लिया संकल्प
परवेज अख्तर/सिवान : ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के छात्रों, अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को जरूरतमंदों को अनाज पहुंचाने का लगातार 14 वां दिन आज जारी रहा। कोरोना से जंग अभियान के तहत छात्रों, शिक्षकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के जरूरतमंदों को घर-घर अनाज पहुंचाने का संकल्प लिया है।
जरूरतमंदों का अनाज लेकर छात्रों-शिक्षकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं का संयुक्त दल आज हुसैनगंज प्रखंड के सरेयां, जीरादेई प्रखंड के हसनपुरवा,सिवान शहर के कसेराटोली,शेखमुहल्ला सहित कई मुहल्ले में राहत सामग्री वितरित किया। राहत सामग्री के पैकेट में चावल, दाल, सब्जी, सरसो का तेल, चूड़ा, गुड़ मौजूद था।
इस मौके पर मौजूद एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में इंसानियत एवं मानवता के लिए सभी को जरूरतमंदों के सहयोग के लिए आगे आना होगा। जनसहयोग के बल पर हीं अभियान आज 14वें दिन लगातार जारी है। जरूरतमंदों की पहचान कर उनतक लगातार राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला सचिव अशोक कुमार प्रसाद ने कहा कि लॉक डाउन की अवधि बढ़ जाने से आने वाले दिनों में स्थिति और भी गम्भीर होती जा रही है। लेकिन हमलोगों की टीम हर परिवार को राहत अभियान घर-घर पहुंचाने के लिए कृतसंकल्पित हैं।
अभियान में डॉ. के. एहतेशाम अहमद,एआईएसएफ के जिला संयोजक शशि कुमार, अराजपत्रित शिक्षक संघ के जिला सह सचिव इरफ़ान अली,एआईएसएफ नेता नीरज यादव, शिक्षक नेता अशोक साह, मुन्ना कुमार, रिशु कुमार, कामरान, विकेष कुमार, सहित कई लोग अलग-अलग टीमों में मौजूद थे।
सिवान के तरवारा में कैंडल मार्च निकालने वाले लोगों को पुलिस ने खदेड़ा
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के जी. बी. नगर तरवारा थाना क्षेत्र के सतवार पंचायत में मंगलवार की देर रात अंबेडकर जयंती को लेकर सैकड़ों लोगों के साथ युवाओं ने कैंडल मार्च निकाला। इसको लेकर पंचायत में जगह-जगह लोगों ने विरोध किया। लोगों का कहना था कि कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन लगा हुआ है।
वहीं प्रशासनिक बिना अनुमति के सैकड़ों लोगों को इकट्ठा कर कैंडल मार्च निकाला गया। पुलिस ने सतवार गांव में पहुंच कर कैंडल मार्च में शामिल लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। वहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लोगों पर लाठियां चटकाई।पुलिस को देखते ही कैंडल मार्च में शामिल बच्चे बूढ़े व जवान मक्के और गेहूं के खेतों में भागकर अपनी जान बचायी।
इस संबंध में इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि अंबेडकर जयंती को लेकर बच्चों द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया था। पुलिस गस्ती के दौरान गांव के लोग अपने दरवाजे पर कैंडल जलाकर खड़े थे।
कोरोना महामारी के बीच आज पहली बार सामने आएंगे राहुल गांधी, दोपहर 1 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस
नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कोरोना महामारी के बीच आज पहली बार सामने आने वाले हैं। राहुल गांधी दोपहर 1 एक बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे। कोरोना संकट से जूझ रहे देशवासियों के लिए राहुल गांधी कौन सी बातें कहेंगे इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। राहुल गांधी लगातार लॉकडाउन के बीच गरीब और मजदूर तबके को राशन सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिलने का मामला उठाते रहे हैं। अब देखना होगा कि राहुल जब वीडियो कांफ्रेंस पर लाइव आएंगे तो वह क्या कहते हैं।