परवेज अख्तर/सिवान : जिले रघुनाथपुर तथा पचरुखी के एक गांव में कोरोना संक्रमित व्यक्ति की सूचना पर शुक्रवार को सारण आयुक्त आएल चौंगथू, डीआइजी विजय कुमार वर्मा, डीएम अमित कुमार पांडेय तथा एसपी अभिनव कुमार ने उस गांव का निरीक्षण किया। पदाधिकारियों ने उस गांव को पूर्ण रूप से सील करने का निर्देश दिया तथा क्षेत्र के लोगों को सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने को कहा गया। पचरुखी के उक्त गांव में निरीक्षण के दौरान बीडीओ डॉ. मो. इस्माईल अंसारी, सीओ रामानंद सागर, थानाध्यक्ष गोपाल पांडेय को कई निर्देश दिए तथा गांव के पूर्ण रूप से सील करने को कहा। कमिश्नर के आने के बाद वहां मुस्तैदी और बढ़ा दी गई है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वालों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया। पदाधिकारियों के आने के पूर्व ही गांव के ग्रामीण अपने-अपने घर जाने वाली सड़कों को सील कर लिए थे।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई जगह सड़क सील
परवेज अख्तर/सिवान : जिले में कोरोना वायरस संकर्मण के बढते प्रकोप को देखते हुए महाराजगंज शहर के विभिन्न मोहल्ले, विभिन्न पंचायतों को लोगों ने सील कर दिया है। शहर के पुरानी बाजार, पुरानी मस्जिद के जाने वाले रास्ते को मोहल्ले के लोगों ने बांस बल्ला से सील कर दिया। वहीं महाराजगंज प्रखंड के पोखरा पंचायत के मुखिया एंव मुखिया संघ के अध्यक्ष रमेश यादव ने पोखरा के मुख्य सड़क को सील करा दिया है।
लॉक डाउन तोड़ने वालों की खैर नहीं
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के जीरादेई प्रखंड शुक्रवार को बीडीओ सुनील कुमार गोड़, सीओ, अनुज कुमार एवं थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर ने कड़ी निगरानी रखी। साथ ही जीरादेई मोड़, जामापुर बाजार, तितिरा बाजार में लॉकडाउन तोड़ने वालों की पिटाई भी की गई। थानाध्यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन का पालन नहीं करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
महाराजगंज में एसडीओ व एसडीपीओ ने दिए कई निर्देश
परवेज अख्तर/सिवान : कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए गुरुवार व शुक्रवार को एसडीओ मंजीत कुमार, एडीसनल एसडीओ किसलय श्रीवास्तव, एसडीपीओ हरीश शर्मा, बीडीओ नंद किशोर साह, थानाध्यक्ष मनीष कुमार साह पुलिस बल के साथ सब्जी मंडी पहुंचे। एसडीओ ने सभी दुकानदारों को सख्त निर्देश देते हुए सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखने की हिदायत दी तथा निर्धारित समयानुसार दुकान खोलने की अपील की।
लॉकडाउन में कई जगह सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं
परवेज अख्तर/सिवान: कोरोना वायरस जैसी महामहारी से मुक्ति पाने के लिए प्रशासन काफी प्रयास कर रही है ताकि देश से कोरोना जैसी महामारी खत्म हो। वहीं प्रशासन के लाख हिदायत के बावजूद लोग लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते देखे जा रहे हैं। सब्जी बाजार हो या, राशन की दुकान चाहे बैंक का सीएसपी केंद्र लोग किसी चीज की प्रवाह किए बिना लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते देखे जा रहीं हैं। ऐसा ही नजारा दरौली दोन स्थित सब्जी मंडी तथा गुठनी मुख्यालय स्थित सीएसपी केंद्र पर देखा गया। यहां सोशल डिस्टेंस का कोई पालन नहीं करते दिखा। यह हाल गुठनी थाना क्षेत्र के गुठनी, चित्ताखाल, केल्हरुआ, जतौर सहित कई जगहों के विभिन्न बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र पर उपभोक्ताओं की भीड़ शुक्रवार को देखी गई। सीएसपी केंद्रों पर महिलाओं की ज्यादा भीड़ लग रही है जहां सोशल डिस्टेंस कोई पालन नहीं किया गया। वहीं दरौली के दोन, टड़वा, बवना, पीपरहिया बाजार में आवश्यक सामान खरीदारी करने के दौरान लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंगका ख्याल ही नहीं रखा जा रहा है। यहीं नहीं इन बाजारों मे अनावश्यक रूप से बाइक पर कई शरारती युवक घूमते भी नजर दिखाई दिए।
छपरवी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर किया अप्रवासी सहायता राशि 5000 करने की मांग
अप्रवासी बिहारियों को 1000 रुपये से इस विषम परिस्थिति में काम नही चलेगा : छपरवी
छपरा – प्रसिद्ध इस्लामी जलसा एनाउंसर सह भाजपा नेता हाफिज़ साहेब रज़ा ख़ान छपरवी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि लगभग 20 लाख से ज़्यादा बिहारी इस समय मुंबई, दिल्ली,सूरत,बेंगलूर जैसे दर्जनों महानगरों में मजदूरी करते हैं जिनके सामने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू हुए तालाबंदी से खाने पीने और रहने की संकट पैदा हो गई है।बिहार सरकार ने बहुत ही बेहतर फैसला करते हुए 1000 रुपये सभी के खाता में दिया है मगर ये पैसे काफी नही है इसमें वृद्धि करते हुए इसे 5000 की सहयोग राशी किया जाए वहीं इसमे दूसरी मुसीबत ये है कि जो मोबाइल नम्बर आधार कार्ड से लिंक है उसका ही आवेदन स्वीकृत हो रहा है इसकी अनिवार्यता भी ख़त्म की जाए ताकि ज़्यादा से ज़्यादा अप्रवासी बिहारियों को इसका लाभ मिल सके।छपरवी ने कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा प्रदेश है जिस ने सबसे पहले अपने अप्रवासी बिहारियों का ध्यान रखते हुए आपदा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सहायता राशी सफलता पूर्वक उपलब्ध कराया है।
कोरोना संक्रमण से ब्लड सेंटर नहीं होंगे प्रभावित, सतर्क रहकर स्वैच्छिक रक्तदान की अपील
• राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद ने जारी की गाइडलाइन्स
• ब्लड सेंटर के बेहतर परिचालन में स्वैच्छिक रक्तदान की जरूरत
• ब्लड ट्रांस्फ्यूजन से संक्रमण फैलने का खतरा नहीं
• सुरक्षित रक्तदान एवं ब्लड ट्रांस्फ्यूजन सर्विसेज के लिए दिए गए दिशा-निर्देश
सिवान: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कई आपातकालीन चिकित्सकीय सेवाओं को बाधित होने से बचाने के प्रयास किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में ब्लड सेंटर के बेहतर परिचालन पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. देश भर के कई ब्लड सेंटरों को कोरोना संक्रमण को लेकर असमजंस की स्थिति पैदा हुयी है. वहीँ कोरोना को लेकर स्वैच्छिक रक्तदान करने वालों के मन में भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इसको लेकर राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद( स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार) के निदेशक डॉ. शोबिनी राजन ने गाइडलाइन जारी कर इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी है. साथ ही स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटीज एंड स्टेट ब्लड ट्रांस्फ्यूजन काउंसिल को दिशा-निर्देश का अनुपालन करते हुए ब्लड सेंटर में खून की उपलबध्ता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
स्वैच्छिक रक्तदान पर निर्भर है ब्लड सेंटर
पत्र के माध्यम से बताया गया कि ब्लड केन्द्रों का परिचालन स्वैच्छिक रक्तदान पर ही निर्भर करता है. थेलेसेमिया, गंभीर एक्सीडेंट, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से बीमार लोगों को आपातकाल स्थिति में खून की निरंतर जरूरत होती है. ब्लड की जरूरत पूरी करने के लिए पर्याप्त मात्रा में खून का स्टॉक होना जरुरी है. इसके लिए सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए ब्लड कलेक्शन एवं स्वैच्छिक रक्तदान को जारी रखने की जरूरत है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर ब्लड कलेक्शन एवं स्वैच्छिक रक्तदान के दौरान जरुरी एहतियात बरतने की भी सलाह दी गयी है.
ब्लड ट्रांस्फ्यूजन से संक्रमण फैलने का खतरा नहीं
पिछले दो दशकों के दौरान उभरे अन्य दो कोरोनोवायरस(एसएआरएस एवं एमइआरएस-कोरोनावायरस) में कभी भी ट्रांस्फ्यूजन से संक्रमण फैलने के मामले सामने नहीं आए हैं. अमेरिकन एसोसिएशन ब्लड बैंक, यूएस-एफडीए एंड सीडीसी ने भी ब्लड ट्रांस्फ्यूजन से कोरोना संक्रमण फैलने की कोई पुष्टि नहीं की है. उनके द्वारा ब्लड कलेक्शन प्रतिष्ठानों को कोई अतिरिक्त कार्रवाई का सुझाव नहीं दिया गया है. यह बताया गया है कि व्यक्तियों को रक्तदान प्रक्रिया के माध्यम से या ट्रांसफ्यूजन के माध्यम से कोविड-19 के प्रसार का जोखिम नहीं है, क्योंकि श्वसन वायरस आमतौर पर रक्तदान या ट्रांस्फ्यूजन के माध्यम से नहीं फैलता है.
रक्तदाताओं के लिए दिए गए सुझाव
• जो रक्तदाता विदेश या संक्रमित क्षेत्र से आए हों, उन्हें अगले 28 दिन तक रक्तदान करने के लिए मना किया गया है
• जो रक्तदाता किसी कोरोना संक्रमित मरीज के नजदीकी सम्पर्क में आया हो, उन्हें भी अगले 28 दिन तक रक्तदान करने के लिए मना किया गया है
• जो रक्तदाता कोरोना संक्रमित हैं, उन्हें उनके उपचार के बाद एवं पूर्णता ठीक होने के बाद ही रक्तदान करने की सलाह दी गयी है
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ब्लड कलेक्शन प्रतिष्ठानों को भी सतर्क रहने की जरूरत
• ब्लड डोनेशन साईट पर सामाजिक दूरी बरतने की जरूरत
• ब्लड डोनेशन साईट पर हेल्थ वर्कस को संक्रमण रोकथाम के लिए हाथों की सफाई, संदिग्ध कोरोना रोगी से नजदीकी संपर्क में आने से बचना, मास्क. ग्लव्स एवं कैप का इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी है. साथ ही इस्तेमाल की गयी मास्क, ग्लव्स एवं कैप को सुरक्षित रूप से डिस्पोज करने की भी सलाह दी गयी है
• डोनर को कोरोना के विषय में जानकारी देना एवं डिस्प्ले के माध्यम से भी डोनर को जागरूक करना
सीएस ने दिया निर्देश: गंभीर श्वसन एवं इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण वाले मरीजों को सदर अस्पताल में करें रेफर
जिला स्वास्थ्य समिति के कंट्रोल में दें सूचना
निजी अस्पतालों से भी सहयोग की अपील
आईएमए के डॉक्टर भी करेंगे सहयोग
कोविड-19 के प्रसार को रोकने में होगी आसानी
छपरा : वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को हराने के लिए जिले में कई अहम कदम उठाये जा रहे हैं। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक और अहम फैसला लिया गया है। अब जिले में गंभीर श्वसन रोगियों एवं इन्फ्लुएंजा जैसे रोगों से पीड़ित लोगों की निगरानी का की जाएगी। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक समेत सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि अपने क्षेत्र में आने वाले गंभीर श्वसन रोग एवं इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षण वाले मरीजों को सदर अस्पताल में अवश्य रेफर करें ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव पर निगरानी की जा सके। साथ ही इसमें निजी अस्पतालों को भी सहयोग करने की अपील की गयी है।
जिला स्वास्थ समिति के नियंत्रण कक्ष में दें सूचना
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने सभी सरकारी एवं गैर सरकारी आईएमएसए संबंध चिकित्सकों से अपील की है कि आपके क्लीनिक, नर्सिंग होम या निजी अस्पताल में ऐसे मरीज आते हैं तो उन्हें सदर अस्पताल में अवश्य रेफर करें। साथ ही उन्होंने अपील की है कि ऐसे मरीजों की सूचना जिला स्वास्थ समिति में बने नियंत्रण कक्ष के फोन 061 52- 2448 12 पर दे सकते हैं। फोन पर मरीज का नाम, पिता-पति का नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल नंबर, लक्षण आदि की सूचना देनी होगी।
कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में होगा सहायक
सिविल सर्जन ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए गंभीर श्वसन रोगियों एवं इन्फ्लुएंजा जैसे रोगों से पीड़ित लोगों की निगरानी की जरूरत है। आपका सहयोग करोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में कारगर साबित होगा।
इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस को जानें
• 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक शारीरिक तापमान
• खाँसी
• पिछले 10 दिनों से लक्षण का आना
सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस को जाने, गंभीर श्वसन संक्रमण के साथ
• 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक शारीरिक तापमान की हिस्ट्री
• खाँसी
• पिछले 10 दिनों से लक्षण का आना
• अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत हो
कोरोना वायरस: पड़े रहो खाट पे, नही तो कोई भी छोड़ने भी नहीं जाएगा घाट पे !
लॉक डाउन का उलंघन करने पर दो साल तक की होगी जेल
परवेज अख्तर/सिवान:- बिहार में बढ़ते कोरोना वायरस के मरीजों को लेकर गृह मंत्रालय के निर्देश के आलोक में बिहार सरकार ने भी कड़ा रुख अपना लिया है। बता दें की चल रहे लाॅक डाउन के दौरान घर से निकलने वालों को कम से कम छह महीने और अधिकतम दो साल की जेल हो सकती है। वहीं एक हजार रुपए तक का जुर्माना भी हो सकता है। बतादें कि लाॅक डाउन को लेकर आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 की धारा 51 से 60 तक कार्रवाई का भी प्रावधान पहले से ही है।
इसमें आइपीसी की धारा 188 भी लगायी जा सकती है।यही नहीं इसके अलावा आइपीसी की धारा 269 और 270 की धारा के तहत केस भी दर्ज किया जा सकता है। बिहार सरकार के निर्देश के आलोक में सिवान जिले के सभी वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी ने कनीय पदाधिकारी को कड़ा रुख अपनाने का दिशा निर्देश दे दी है। यहां बताते चलें कि प्रशासन के साथ-साथ जब तक आम जनमानस अपनी-अपनी जागरूकता नहीं दिखाएगा तब तक हम और आप कोरोना वायरस जैसे महामारी से निजात नहीं पा सकते हैं।
इसलिए जिला प्रशासन ने आम जनमानस से यह भी अनुरोध किया है कि हम सभी मिलकर कोरोना वायरस जैसे महामारी से लड़े तथा इसे दूर भगाएं। जिला प्रशासन ने साफ-साफ यह भी ऐलान किया है कि आप सभी अपने अपने घर में रहे।अगर आप अपने-अपने घरों में रहेंगे तो आप सुरक्षित रहेंगे।बतादें कि कोरोना वायरस महामारी रोकने के लिए सारण प्रमंडल के कई वरीय पुलिस पदाधिकारी तथा कई प्रशासनिक पदाधिकारी सिवान में कैंप किए हुए हैं। तथा पल – पल अपने कनीय पदाधिकारी को कई दिशा निर्देश भी दे रहे हैं।
पुलिस जगत के आला अधिकारी ने यह भी ऐलान किया है कि अगर संपूर्ण जिले के किसी भी कोने में किसी व्यक्ति के द्वारा लॉक डाउन का अनुपालन नहीं किया तो पुलिस उस पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।वहीं सिवान जिला पदाधिकारी तथा पुलिस कप्तान अपने संबंधित पदाधिकारियों को विभागीय पत्राचार के माध्यम से कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए हैं। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पत्राचार में लॉक डाउन से संबंधित बातों का जिक्र जोर देकर उल्लेख किया गया है।
सिवान में किन्नर बांट रहे हैं गरीबों के बीच राशन, चर्चा का विषय
परवेज अख्तर/सिवान:- कोरोना महामारी के मद्देनजर जहां पूरा देश तबाह व परेशान है। लॉक डाउन की स्तिथि में लोग अपने-अपने घरों में दुबके हुए है। महामारी को लेकर सबसे ज्यादा कठिनाई मजदूर किस्म के लोगों को हो रही है। हालांकि मजदूरों की कठिनाई को देख कई समाजसेवियों के हाथ आगे की ओर बढ़े तो जरूर है। लेकिन इसके बावजूद भी जिले में गरीबों की बीच भुखमरी की समस्या दिन पे दिन उत्पन्न होते जा रही है। सबसे ज्यादा कठिनाई फुटपाथी दुकानदारों, ठेला चालकों, रिक्सा चालकों,आदि को रही है। जो ठेला रिक्शा चलाकर तथा फुटपाथ पर रोड के किनारे अपना-अपना दुकान लगाकर नाना प्रकार की सामग्री को बेच अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे।लॉक डाउन की स्तिथि में वे घर मे कैद है।इसी बीच सिवान शहर में एक अजीबोगरीब दिलेर बातें सुनने व देखने को मिली की इस महामारी के मद्देनजर शहर में बसने वाले किन्नरों ने भी अपना हाथ गरीबों की मदद में बढ़ाया है।शुक्रवार को किन्नरों की एक टोली शहर के विभिन्न वार्डों में घूम – घूम कर गरीब व असहाय व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके बीच खूब खाद्य सामग्री का वितरण किया। जिसको देख आम जनमानस में एक चर्चा का विषय बन गया।