परवेज अख्तर/गोपालगंज :- जिले के थावे प्रखंड मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर स्थित बेदू टोला में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज की पुष्टि होने के बाद हरकत में आई मीरगंज प्रशासन मंगलवार के दिन पूरी तरीके से अलर्ट पर रही। इस दौरान मंगलवार के दिन कार्यपालक पदाधिकारी केशव गोयल के निर्देश पर शहर में सफाई कर्मियों के माध्यम से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी शुरू करा दिया गया।
मीरगंज मिल रोड स्थित व्यवसाई के घर के सामने से आटा लदा पिकअप को प्रशासन ने किया जब्त
परवेज अख्तर/गोपालगंज:- मीरगंज शहर के मिल रोड स्थित एक व्यवसाई के घर के सामने से प्रशासन ने गुप्त सूचना के आधार पर मौके पर पहुंच कर जमाखोरी के लिए लाए गए आटा का बोरा लदे एक पिकअप को जब्त कर लिया गया। वाहन पर 2 किलो, 5 किलो और अन्य कई साईज के पैकेट के रूप में मां ब्रांड के नाम से आटा भरा हुआ था। प्रशासन को गुप्त सूचना मिली थी कि इसे काला बाजारी और जमाखोरी के उद्देश्य घर में भंडारण किया जा रहा है। मौके पर पहुची स्थानीय पुलिस ने प्रशासन के निर्देश पर आटा लदे वाहन को जब्त कर मीरगंज थाने में लगा दिया गया। व्यवसाई के द्वारा प्रशासन के द्वारा मांगे गए सभी कागजात उपलब्ध करा देने के बाद प्रशासन ने उक्त गाड़ी को छोड़ दिया गया। इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी केशव गोयल ने बताया कि कागजात के सत्यापन के बाद आटा लदे वाहन को छोड़ देने का निर्देश पुलिस को दिया गया है।
हुसैनगंज में मरीजों के लिए बनाया गया आइसोलेशन वार्ड
परवेज अख्तर/सिवान:- हुसैनगंज के राजकीय मध्य विद्यालय के प्रांगण में बाहर से आए कोरोना के संदिग्ध मरीजो को इलाज हेतु इंसुलेशन वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड को बनने से आस-पास के लोगो मे डर व भय का माहौल बना हुआ है। लोगो का कहना है कि इस वार्ड के बनने से आस-पास के लोग भी संक्रमित हो सकते है। यह वार्ड घनी आबादी से घिरा हुआ है। इसलिए इस वार्ड को घनी आबादी से बाहर बनाया जाए। जिसको ले ग्रामीणों ने बीडीओ को लिखित आवेदन दिया है। आवेदन देने वालो में इमरान अली, इन्तेजार हुसैन, अली अहमद, नेगार फातमा, शामा रिजवी सहित ग्रामवासी है।
हसनपुरा में लॉकडाउन का पालन कराना पुलिस के लिए बना चुनौती
परवेज अख्तर/सिवान:- हसनपुरा में पुलिस के सख्ती बरतने के बावजूद लॉकडाउन का पालन नहीं हो पा रहा है। सुबह से लेकर शाम तक दूध सब्जी व राशन आदि खरीदने वालों की भीड़ दुकानों पर जुट रहती है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा है। स्थिति तब है जबकि पुलिस अमूमन हर रोज ऐसे लोगों पर डंडा फटकार रही है। प्रशासन द्वारा लागू की गई होम डिलीवरी की सुविधा लोगों को नही मिल रहा है। सुबह से ही लोग खुद बाजारों में खरीदारी करने पहुंच रहें हैं। मंगलवार को एकमात्र वाहन को एक हजार का ऑन द स्पॉट फाइन लगाया। आइसोलेशन वार्ड बनने से लोगों में भय।
लाख सख्ती के बाद भी नहीं रुक रही है आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी
परवेज अख्तर/सिवान:- लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा लोगो को घरों में रहने और राशन तथा सब्जी की होम डिलीवरी करवाने का एलान करने साथ हीं आवश्यक खाद्य सामग्रियों की खुदरा तथा थोक रेट लिस्ट जारी करने के बावजूद भी सामानों की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। जहां राशन की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए लोग भीड़ लगाए रहते है वहीं उपभोक्ता निर्धारित दर से महँगे कीमत पर समान खरीदने को मजबूर हैं।होम डिलेवरी की व्यवस्था तो पूर्णतः फेल होती नजर आ रही है। वहीं सब्जी के लिए पंजीकृत वाहन पर इक्का दुक्का सब्जी व्यवसायी गांवों में सब्जी बेचने तो आते हैं लेकिन सब्जी निर्धारित दर से 2-3 रुपये महँगी कीमत पर बेचते है।
बिहार में एक जिले से दूसरे जिले में भी नहीं होगी इंट्री, सीमाएं सील
पटना : पूरी दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस के कारण भारत में भी लॉकडाउन की स्थिति है. कोरोना महामारी की रोकथाम के लिये पूरे देश को 14 अप्रैल तक ‘लाॅक डाउन’ कर दिया गया है. कोरोना वायरस से दुनियाभर के देशों की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. बिहार में भी अबतक कोरोना वायरस के 16 मरीज हैं और एक की मौत हो चुकी है. मरीजों का पटना एम्स में इलाज चल रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले लोगों को उनके गांव तक पहुंचाने का इंतजाम करने का निर्देश दिया है.
बिहार के गोपालगंज में कोरोना के एक और मरीज की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है जिसके बाद कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 16 हो चुकी है. वहीं कोविड -19 के एक पॉजिटिव एक महिला को कल देर रात अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. रोगी को 20 मार्च को सामान्यीकृत अस्वस्थता, उत्पादक खांसी, दस्त और सिरदर्द की शिकायत के साथ एम्स में भर्ती कराया गया था.
बड़ी खबर : नीतीश कुमार को जान से मारने की धमकी, मारने वाले को 25 लाख के इनाम की घोषणा
पटना :- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक सिरफिरे ने जान से मरवाने की धमकी दी है। इतना ही नहीं, मारने वाले को 25 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। यह धमकी फेसबुक पोस्ट पर दी गई है। फेसबुक पोस्ट तेजी से वायरल हो गया है। पूरा मामला बिहार के रोहतास (सासाराम) जिले का है। दूसरी ओर, फेसबुक पोस्ट को लेकर मुख्यमंत्री के समर्थकों में काफी गुस्सा है।
उधर, सिरफिरे के इस फेसबुक पोस्ट ने प्रशासनिक महकमे में हलचल मचा दिया। पुलिस प्रशासन की नींद उड़ गई। आनन-फानन में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने सिरफिरे का पता लगा लिया है। हालांकि, उस सिरफिरे को अब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
जानकरी के अनुसार, सासाराम के दिनारा थाना क्षेत्र का मामला है। एक युवक ने फेसबुक पोस्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट किया है। सिरफिरे युवक की पहचान तोड़ा गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार पांडेय के रूप में की गई है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। फेसबुक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने वाले एक युवक पर दिनारा थाना के थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष सियाराम सिंह के बयान पर दर्ज हुई प्राथमिकी में तोड़ा गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार पांडेय को अभियुक्त बनाया गया है। बताया जाता है कि धर्मेंद्र तोड़ा निवासी रामसुरेश पांडेय का पुत्र है।
दर्ज प्राथमिकी में थानाध्यक्ष सियाराम सिंह ने कहा है कि धर्मेंद्र ने सीएम को जान से मारने वाले को 25 लाख रुपये इनाम देने की बात फेसबुक पर पोस्ट किया था। इस बाबत प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बहरहाल, यह फेसबुक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। वहीं, यह इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस के अनुसार, किसी भी हाल में दोषी बख्शा नहीं जाएगा। वहीं फेसबुक पोस्ट को लेकर मुख्यमंत्री के समर्थकों में काफी आक्रोश है।
बिहार में कोरोना संदिग्ध की सूचना देने वाले की हुई हत्या
सीतामढी:- कोरोना संदिग्ध की सूचना देने पर युवक की पीट- पीटकर हत्या कर दी है। यह मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर थाना के मधौल गांव का है। इस पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि बिहार में COVID19 के संदिग्धों की जानकारी देने वाले युवक की निर्मम हत्या की खबर बेहद दु:खद है।इस मुश्किल घड़ी में हमें एक समाज के तौर पर एकजुट खड़े होने की जरूरत है। इस पर ही भारतीय समाज का भविष्य निर्भर करता है।अपनी जिम्मेदारियों से पीछे न हटें।
मिली जानकारी के अनुसार, एक युवक ने महाराष्ट्र से लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज होने की सूचना मेडिकल टीम को दी थी। इसकी सूचना पर मेडिकल टीम गांव में पहुंची और दोनों युवक को जांच के लिए लेकर गई। जांच के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं होने पर दोनों को छोड़ दिया गया।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। मृतक बबलू कुमार के परिजनों के बयान पर मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में पुलिस ने मामला दर्ज किया। पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
मृतक के भाई गुड्डू के बयान पर पुलिस ने गांव के ठगा महतो, सुधीर कुमार, विकास महतो, मदन महतो, दीपक कुमार और मुन्ना महतो को अभियुक्त बनाया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो आरोपियों सुधीर महतो और मुन्ना महतो को गिरफ्तार कर लिया है।
सिवान : नगर परिषद के फाइल में नहीं है चमड़ा मंडी स्थित वार्ड संख्या 28 और 37, महामारी को लेकर लोगों में दहशत
परवेज अख्तर/सिवान:- जहां पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से दहशत के के साए में जीने को मजबूर है। वही लॉक डाउन की स्थिति में लोग अपने- घरों में दुबके हुए हैं। सिवान में शासन व प्रशासन द्वारा गली- गली में दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। पूरा शासन और प्रशासन इस महामारी को रोकने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में सिवान जिला प्रशासन भी इससे निपटने के लिए काफी सजग है। नगर परिषद सिवान के द्वारा सभी मुहल्ले में चरम सीमा पर दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। लेकिन आज तक सिवान नगर परिषद द्वारा शहर के चमड़ा मंडी स्तिथ वार्ड संख्या 28 और 37 की सुधि तक नही ली गई। जिसके कारण वहां के लोग देश मे अचानक उत्पन्न हुए महामारी के कारण काफी भयभीत नजर आ रहे हैं।
नगर परिषद द्वारा आज तक इस मुहल्ला में दवा का छिड़काव तक नहीं कराया गया। मुहल्ला में जहां -तहां फैले कचड़ा से जहां नगर परिषद की पोल खुल रही है तो दूसरी तरफ फैले कचड़े को देख कर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि सिवान नगर परिषद जो चमड़ा मंडी में महामारी को रोकने में कितना कारगर साबित होगी। दोनों वार्डों के लोग बताते हैं कि इसकी शिकायत कई बार नगर परिषद के कनीय पदाधिकारी से लेकर वरीय पदाधिकारी तक की गई लेकिन शिकायत करने के बावजूद भी उनके कानों तक जूं नही रेंगा।लोग बताते हैं कि इसकी शिकायत जब नगर परिषद के पदाधिकारियों से की जाती है तो पदाधिकारी द्वारा सिर्फ झूठा आश्वासन देकर टालमटोल कर देते हैं। यहां बताते चलें कि चमड़ा मंडी अवस्थित मुख्य मार्ग के दोनों बगल के नाले काफी जर्जर होकर टूट गए हैं और नाली का गंदा पानी हमेसा नदी की तरह रोड के बीचो-बीच मे बहते रहता है। नाली के पानी के दुर्गंध से वहां के लोगों का जीना भी मुहाल हो गया है।वहां के लोगों द्वारा सीधा तौर पर बोला गया कि अगर लॉक डाउन की स्थिति नहीं रहती तो हम सभी रोड पर निकलकर नगर परिषद के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते कि आखिर सिवान के सभी वार्डों में दवा का छिड़काव हो रहा है तथा इससे वंचित चमड़ा मंडी को क्यों रखा गया है ?
बहरहाल चाहे जो हो चमड़ा मंडी के वार्ड संख्या 28 और 37 में दवा का छिड़काव नहीं कराए जाने को लेकर वहां के लोगों में नगर परिषद के खिलाफ बड़े पैमाने पर आक्रोश देखा जा रहा है।