परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के दरौली प्रखंड क्षेत्र के दोन व टड़वा परसिया में कोरोंटाइन सेंटर प्रवासियों को भोजन सहित विभिन्न अव्यवस्थाओं को लेकर शुक्रवार को काफी संख्या प्रवासी कोरोंटाइन सेंटर से बाहर निकल मुख्य मार्ग जाम कर प्रशासन विरोधी नारे लगाते लगें। प्रवासियों द्वारा मुख्य मार्ग की जाम करने की सूचना पर अंचलाधिकारी आनंद कुमार गुप्ता व थानाध्यक्ष संजीव कुमार दोन पहुंच कर प्रवासियों को समझाने-बुझाने लगें, परंतु प्रवासी मानने को तैयार नहीं हो रहें थे। उसके बाद थानाध्यक्ष संजीव कुमार द्वारा प्रवासियों पर हल्की लाठियों का प्रयोग किया। जिसके बाद प्रवासी तीतर वितर हो कोरोंटाइन सेंटर में चले गए। वहीं टड़वा परसिया स्थित राधामोहन एकेडमी में बने कोरोंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासियों को भोजन पानी सहित कोई भी सुविधा नहीं मिलने पर सभी प्रवासी दरौली-गुठनी मुख्य मार्ग पर टड़वा के पास बैठ गएं। उसके बाद सीओं आनंद कुमार गुप्ता, थानाध्यक्ष संजीव व माले विधायक सत्यदेव राम मौके पर पहुच प्रवासियों को शाम तक सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उसके बाद प्रवासी कोरोंटाइन सेंटर में चले गए। इस संबंध में बीडीओ लाल बाबु पासवान का कहना है कि जहां जहां कोरोंटाइन सेंटर कुछ अव्यवस्था की शिकायत मिल रही है उसे तुरंत दूर कर दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहां कि प्रवासी स्थानीय होने के नाते भी किसी के बहकावे में आकर हल्ला गुल्ला करने लग रहे हैं।
सिवान के नौतन में मुखिया ने किया सड़क-निर्माण का उद्घाटन
परवेज अख्तर/सिवान :-जिले के नौतन प्रखंड क्षेत्र के नौतन पंचायत के वार्ड नंबर 11 में 6 लाख, 85 हजार रुपये की लागत बनने वाली 650 फिट लम्बी पीसीसी सड़क के निर्माण कार्य का उद्घाटन स्थानीय मुखिया कृष्णा प्रसाद ने किया । सड़क निर्माण कार्य के प्रारंभ में मुखिया ने कहा कि वार्ड नंबर 11 की 650 फिट लम्बी पीसीसी सड़क का निमार्ण कराया जा रहा है, जिससे नौतन क्षेत्र के लोगों को हो रही असुविधा दूर हो जाएगी । इस मौके पर वार्ड सदस्य कविता देवी, सचिव हरेराम जायसवाल, लालमती देवी, विकास यादव, मनोज कुमार, विरेंद्र प्रसाद, टुनटुन प्रसाद, सहित स्थानीय गणमान्य लोग भी उपस्थित थे । इस दौरान सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।
कोरोना संकट काल में भी पोषण पुर्नवास केंद्र में कुपोषित बच्चों को मिल रहा है बेहतर इलाज
- उपचार के साथ साथ दिया जा रहा है पौष्टिक आहार
- फिलहाल पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती है 15 कुपोषित बच्चे
- 15 बच्चे सुपोषित होकर गए अपने घर
छपरा:- वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच भी कुपोषित बच्चों के बेहतर देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। इस संकट में भी पोषण पुनर्वास केंद्र को संचालित किया जा रहा है जिसमें कुपोषित बच्चों को बेहतर उपचार व इलाज के साथ-साथ पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है। सदर अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है। अति-कुपोषित बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र(एनआरसी) केंद्र का संचालन किया जा रहा है। सदर अस्पताल परिसर स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र द्वारा बच्चों का उपचार एवं पौष्टिक आहार देने के साथ उन्हें अक्षर ज्ञान का भी बोध कराकर स्वास्थ्य एवं शिक्षा की अनूठी मिसाल पेश की जा रही है। एएनएम पुष्पा कुमारी ने बताया पोषण पुनर्वास केंद्र में 10 अप्रैल से लेकर 23 मई तक 30 बच्चों को भर्ती किया गया जिसमें से 15 बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। फिलहाल 15 बच्चों का उपचार पोषण पुर्नवास केंद्र में किया जा रहा है।
आशा कार्यकर्ता, सेविका व सीबीसी कर रहे हैं बच्चों को चिन्हित
कोरोना संकटकाल के बीच भी कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने का कार्य चल रहा है। आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा कम्युनिटी बेस्ड केयर के द्वारा बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया जा रहा है। जहां पर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के बारे में दी जा रही जानकारी
पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती बच्चों के परिजनों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव तथा लक्षणों के बारे में जानकारी दी जा रही है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व मास्क का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। भर्ती बच्चों को छूने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोने व सैनिटाइज करने की बातें बताई जा रही है।
मिल रही है ये सुविधाएं
एएनएम पुष्पा कुमारी ने बताया पोषण पुनर्वास केंद्र पर कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं को आवासीय सुविधा प्रदान किया जा रहा है। जहां उसके पौष्टिक आहार की व्यवस्था है। यहां कुपोषित बच्चों व उनकी माताओं को 21 दिन तक रखने का प्रावधान है। मार्गदर्शिका के अनुसार जब बच्चे के वजन में बढ़ोतरी होना आरंभ होने लगता है तो उसे 21 दिन के पूर्व ही छोड़ दिया जाता है।
दी जा रही है ये पौष्टिक आहार
एनआरसी में भर्ती बच्चों को एफ-100 मिक्स डाइट की आहार दी जाती है जिसमें आहार में खिचड़ी, दलिया, सेव, चुकंदर, अंडा आदि शामिल होता है.
तीन स्तर पर कुपोषित बच्चों की होती है पहचान
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी रमेशचंद्र कुमार ने बताया पोषण पुनर्वास केंद्र में 0 से लेकर 5 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को ही भर्ती किया जाता है। कुपोषित बच्चों के पहचान के लिए तीन स्तर पर उनकी जांच की जाती है। तीनों जांच के बाद ही बच्चे को कुपोषण की श्रेणी में रखा जाता है। सर्वप्रथम बच्चे का हाइट के अनुसार वजन देखा जाता है। दूसरे स्तर पर एमयूएसी जांच में बच्चे के बाजू का माप 11.5 से कम होना तथा बच्चे का इडिमा से ग्रसित होना शामिल है। तीनों स्तर पर जांच के दौरान बच्चे कुपोषित की श्रेणी में रखकर उसे भर्ती कर 1 महीने तक उपचार के साथ पौष्टिक आहार दिया जाता है।
भर्ती बच्चों की मां को प्रोत्साहन राशि
एनआरसी केंद्र में भर्ती बच्चों के माता को प्रतिदिन 150 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। भर्ती होने वाले बच्चे शून्य से 5 वर्ष तक के होते हैं। इसके लिए बच्चों की देखभाल के लिए मां को भी साथ रहना पड़ता है। जहां उनके रहने एवं भोजन की व्यवस्था के साथ उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 150 रुपए का भुगतान भी किया जाता है।
आशा एवं सेविका को भी 200 रुपए की प्रोत्साहन राशि
आगंनबाड़ी की सेविका व आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे करके कुपोषित बच्चों की पहचान की जाती है और बच्चों को बेहतर उपचार के लिए एनआरसी लाती हैं। इसके लिए आशा एवं सेविकाओं को 200 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है ताकि वह गांव गांव में घूमकर कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें एनआरसी में भर्ती करवा सकें।
प्रत्येक क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों पर बर्थ डोज टीकाकरण रहेगा जारी
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन्स
- कॉन्टेंटमेंट एवं बफर जोन को छोड़कर शेष जगह सशर्त नियमित टीकाकरण होगा बहाल
- स्वास्थ्य केन्द्र एवं वीएचएसएनडी पर टीकाकरण को लेकर दिए गए निर्देश
सिवान: कोरोना संक्रमण के कारण नियमित टीकाकरण कार्यक्रम बेहद प्रभावित हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइन्स जारी कर क्षेत्रवार टीकाकरण सेवाओं को बहाल करने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी है। जारी गाइडलाइन्स के अनुसार कोरोना संक्रमण के प्रसार के मुताबिक प्रत्येक जिले को रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन में बांटा गया है। वहीं रेड एवं ऑरेंज जोन में कोरोना संक्रमितों की व्यापकता के हिसाब से कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन भी बनाया गया है। संक्रमण प्रसार की आशंका के मद्देनजर कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन में स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आउटरीच क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण को फ़िलहाल रोका गया है। लेकिन सभी क्षेत्रों (कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन सहित) के स्वास्थ्य केन्द्रों पर बर्थ डोज टीकाकरण जारी रहेगा।
बफ़र जोन के अलावा एवं ग्रीन जोन में शर्तों के साथ होगा टीकाकरण:
मंत्रालय के दिशानिर्देश के मुताबिक कॉन्टेंटमेंट एवं बफ़र जोन में स्वास्थ्य केंद्र आधारित टीकाकरण एवं आउटरीच टीकाकरण सेशन( ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस) अभी शुरू नहीं होगा। लेकिन बफ़र जोन को छोड़कर एवं ग्रीन जोन में स्वास्थ्य केंद्र आधारित टीकाकरण एवं आउटरीच टीकाकरण सेशन कुछ शर्तों के साथ शुरू होगा। जिसमें आउटरीच सेशन पर एक समय में 5 से अधिक लोगों को उपस्थित रहने की मंजूरी नहीं मिलेगी। इन सेशन के दौरान कोरोना संक्रमण रोकथाम के सभी प्रोटोकॉल का अनुपालन करना अनिवार्य होगा। जिसमें पंचायत एवं अर्बन लोकल बॉडी आउटरीच सेशन साईट के प्लान में मदद करेंगे। किसी भी बफ़र एवं कॉन्टेंटमेंट जोन में 14 दिनों के बाद नियमित टीकाकरण सेवा की शुरुआत करने का फैसला राज्य एवं जिला प्रशासन द्वारा ही लिया जा सकेगा।
स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण के दौरान बरतनी होगी सतर्कता
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार को देखते हुए स्वास्थ्य केन्द्रों पर होने वाले टीकाकरण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह गाइडलाइन्स में दी गयी है। यह बताया गया है कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण के पूर्व हवादार स्थान का चयन करना होगा एवं यह भी सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक लोग एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी पर ही बैठें। स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण लोड के मुताबिक पूर्व में ही फिक्स्ड टीकाकरण कर्मियों का चयन करना होगा। टीकाकरण कर्मियों को ग्लोब्स, तीन लेयर वाले मास्क एवं टीकाकरण करने से पूर्व हाथों को सैनिटाइज्ड करना अनिवार्य होगा। साथ ही टीकाकरण किसी भी रूप में बाधित नहीं हो इसके लिए वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता पूर्व में ही सुनिश्चित करनी होगी एवं लोगों को कोविड-19 के प्रति सजग करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों के बाहर पोस्टर भी लागने होंगे।
वीएचएसएनडी सत्र आयोजन के लिए दिए गए निर्देश
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस(वीएचएसएनडी) के आयोजन को लेकर कुछ जरुरी दिशानिर्देश दिया है।
- वीएचएसएनडी सत्र पर लोगों की भीड़ कम करने के लिए सत्र को प्रत्येक घन्टे के हिसाब से बाँटने की सलाह दी गयी है. प्रत्येक घंटे के स्लॉट में 4-5 लाभार्थियों को ही उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं.
- प्रत्येक वीएचएसएनडी सत्र को दो सेशन में बांटने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें अतिरिक्त सेशन के संचालन के लिए रिटायर्ड एएनएम एनएनएम, स्टाफ नर्सेज आदि या प्रशिक्षित पुरुष स्वास्थ्य कर्मी की नियुक्ति की जा सकती है.
- वीएचएसएनडी सत्र के एक दिन पूर्व ही आशा के द्वारा चिन्हित लाभार्थी को कॉल कर जानकारी दी जाएगी
- सत्र के दौरान एएनएम को कोरोना रोकथाम के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा. साथ ही सत्र पर जरुरी वैक्सीन के साथ ओआरएस, जिंक, आइएफए, कैल्शियम आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करानी होगी
- सत्र के दौरान एएनएम सामाजिक दूरी का पालन करते हुए लाभार्थियो को 30 मिनट के वेटिंग पीरियड के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर जानकारी देगी
गोपालगंज के भोरे में फिर मिला एक युवक कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप
- 9 मई को अपने 15 साथियों के साथ आया था भुसावल से
- 20 मई को लिया गया था 50 लोगों का सैम्पल,एक की ही आई रिपोर्ट
परवेज अख्तर/गोपालगंज:- शुक्रवार को भोरे प्रखंड के कुवाडीडीह पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा एक 19 बर्षीय प्रवासी मजदूर जांच में कोरोना पॉजिटिव मिला।इससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।मजदूर की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना मिलते ही रेफरल अस्पताल भोरे के स्वास्थ्य प्रबन्धक और प्रभारी की देखरेख में उसे गोपालगंज भेज दिया गया।यह मरीज गत 9 मई को ही अपने 15 अन्य साथियों के साथ कुवाडीडीह पहुंचा था।प्रशासन की तरफ से उन्हें क्वारंटाइन कराने की जब कोई पहल नहीं की गई तो जिला कुश्ती संघ के महासचिव राम पूजन साहनी की सलाह पर स्वयं ही सभी क्वारंटाइन हो गए थे। कोई भी अपने घर नहीं गया था,जिसका सबसे बड़ा फायदा आज मिला।इनके परिवार के किसी भी सदस्य को जांच के लिए और सैम्पल देने के लिए क्वारंटाइन सेंटर नहीं ले जाना पड़ा।पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद तीन किलोमीटर के दायरे की तीन पंचायतों डोमनपुर, लामिचौर और हुस्सेपुर को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
20 मई को क्वारंटाइन सेंटर से भेजा गया था जांच के लिए सैम्पल
9 मई को भुसावल से आए 16 सहित 50 प्रवासी मजदूरों का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया था।शुक्रवार को एक मजदूर का ही रिपोर्ट आया और वह भी पॉजिटिव।अन्य मजदूरों की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि कोई और संक्रमित है या नहीं।चूंकि सभी प्रवासी मजदूर बाहर से आने के बाद अपने घर नहीं जाकर सीधे क्वारंटाइन सेंटर पर सेल्फ क्वारंटाइन हो गए थे।इसलिए परिवार के किसी सदस्य को जांच के लिए नहीं ले जाना पड़ा।
तीन किलोमीटर के दायरे की तीन पंचायतें की जाएंगी सील
कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद तीन किलोमीटर के दायरे में आनेवाली तीन पंचायतों हुस्सेपुर, डोमनपुर और लामिचौर के गांवों को कंटेन्मेंट जोन घोषित करते हुए सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बीडीओ पन्ना लाल ने बताया कि सील किए गए सभी गांवों के आवागमन मार्गों को पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से बांस बल्ली लगाकर पूर्णतः लॉक करने का आदेश दिया गया है।
गोपालगंज के भोरे में डीएम ने किया निरीक्षण
परवेज अख्तर/गोपालगंज:-शुक्रवार की अपराह्न डीएम अरशद अजीज ने भोरे प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर प्रवासियों के रहने के लिए बनाए गए कोरेंटाइन सेंटर का जायजा लिया तथा वहां की व्यवस्था को लेकर आवश्यक निर्देश दिए. मुख्यालय स्थित गांधी स्मारक उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज के कोरेंटाइन सेंटर के निरीक्षण के दौरान डीएम ने वहां कोरेंटाइन किए गए कामगारों से बातचीत की तथा उनके खानपान से संबंधित स्थितियों की जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान डीएम ने क्वॉरेंटाइन सेंटर के लोगों के लिए खाना पान की गुणवत्ता का खास ख्याल रखे जाने पर बल दिया. डीएम ने भोजन के लिए चावल आदि की गुणवत्ता की जांच की.उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि कोरेंटाइन किए गए कामगारों को मौसमी फल हरी सब्जियां समुचित मात्रा में उपलब्ध कराई जाय. गांधी स्मारक के कोरेंटाइन सेंटर निरीक्षण के बाद सीएम का काफिला बीपीएस कॉलेज परिसर पहुंचा, जहां नए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए तथा नए आने वाले प्रवासियों के लिए वहां तत्काल समुचित प्रबंध करने की बात कही. इस दौरान डीएम ने रसोई स्थल का भी निरीक्षण किया.निरीक्षण के दौरान डीएम के साथ डीडीसी सज्जन आर एसडीओ अनिल कुमार रमण वीडियो पन्नालाल सहित अन्य स्थानीय कर्मी उपस्थित थे.
सार्वजनिक परिवहन परिचालन हेतु आदेश निर्गत
परवेज अख्तर/सिवान :- सीवान जिला पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय ने कोरोना संक्रमण के रोकथाम हेतु लागू लॉकडाउन के मद्देनजर सार्वजनिक परिवहन परिचालन की अनुमति दी है । जिसके अनुसार जिले में साइकिल रिक्शा का परिचालन सिर्फ एक सवारी के साथ होगा । ऑटो रिक्शा एवं ई-रिक्शा का परिचालन विषम एवं सम अंक पंजीकरण संख्या के आधार पर किया जाएगा । प्रत्येक सप्ताह के सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को सम संख्या के वाहन तथा मंगलवार, गुरुवार, शनिवार एवं रविवार को विषम संख्या के वाहन चलेंगे । ऑटो रिक्शा में चालक के अतिरिक्त दो व्यक्ति बैठ सकेंगे । टैक्सी, ओला, कैब, उबर आदि का परिचालन जिला के अंदर तथा बाहर किया जा सकेगा परंतु उसमें भी चालक के अतिरिक्त दो व्यक्तियों के बैठने की ही अनुमति होगी । अंतरजिला परिचालन सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्गत पास या स्पेशल ट्रेन के रेलवे टिकट के आधार पर की जाएगी । बाइक टैक्सी का परिचालन पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा । परिवहन के साधनों में चालक एवं यात्रियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा । संबंधित वाहनों की साफ-सफाई तथा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था चालक द्वारा की जाएगी । कंटेनमेंट जोन की सीमा में पूर्व से चल रहे प्रतिबंध लागू रहेंगे।
डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं का तीन दिवसीय ऑनलाइन ट्रेनिंग संपन्न
परवेज अख्तर/सिवान :- सीवान शहर के डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य सह क्लस्टर हेड वी आनंद कुमार ने डीएवी शताब्दी पब्लिक स्कूल बिहार जोन ‘ए’ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ यु0एस0 प्रसाद के निर्देश मे शिक्षकों शिक्षिकाओं का तीन दिवसीय ऑनलाइन ट्रेनिंग संपन्न हो गया। ऑनलाइन ट्रेनिंग का उद्घाटन डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के निर्देशिका डॉ निशा पेशीन के द्वारा सोमवार को किया गया था। ।अपने उद्घाटन भाषण में डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमिटी नई दिल्ली की निर्देशिका डॉक्टर निशा पेशीन ने कहा इस वैश्विक महामारी में शिक्षकों शिक्षिकाओं की व्यवस्था में यह प्रोग्राम निखार लाएगा । यह प्रोग्राम प्राचार्य, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों सभी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्राचार्य सह क्लस्टर हेड आनंद कुमार ने निर्देशिका महोदया का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्राचार्य, मास्टर ट्रेनर, शिक्षक, शिक्षिकाओं को साधुवाद दिये एवं सतत अध्ययनशील एवं जिज्ञासु बने रहने का सलाह भी दिया गया।
हसनपुरा में उसरी धनवती व किसान भवन सहुली कोरेण्टाइन सेंटर से 37 लोगों को किया गया डिस्चार्ज
परवेज अख्तर/सिवान :-जिले के हसनपुरा प्रखण्ड के उसरी धनवती मध्य विद्यालय से 25 व किसान भवन सहुली से 12 कोरेण्टाइन कर रहे लोगों में गुरुवार को चिकित्सिका डॉक्टर माहेकायनात द्वारा 37 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। वही इन लोगों के बीच डिस्चार्ज का प्रमाण पत्र देकर 14 दिनों तक घर में क्वॉरेंटाइन करने का भी निर्देश दिया गया। वहीं 5 नए प्रवासी लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग करके कोरेण्टाइन करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान डॉक्टर माहेकायनात ने बताया कि कुछ लोगों का 15 दिन पूर्ण होने, तो कुछ लोगों को बीपी, शुगर, किडनी प्रॉब्लम के साथ-साथ 60 वर्ष के ऊपर लोग जो थे उन्हीं लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। वही सहुली के कृषि भवन से 12 को डॉ. महेंद्र कुमार द्वारा डिस्चार्ज किया गया। इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि छोटेलाल प्रसाद, शिक्षक मोहम्मद निजामुद्दीन, वीरेंद्र प्रसाद, संतोष कुमार साहनी, जयप्रकाश राम, शमशुल जोहा, मुंगालाल चौधरी सहित दीपक कुमार ब्याहुत व अन्य लोग उपस्थित थे।
सिवान के हसनपुरा में पकड़ी में पंद्रहवीं वित्त आयोग के तहत की गई बैठक
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के हसनपुरा प्रखण्ड के पकड़ी पंचायत के पंचायत भवन परिसर में गुरुवार को मुखिया अनूप मिश्र की अध्यक्षता व पंचायत सचिव अवधेश कुमार ओझा के नेतृत्व में पंद्रहवीं वित्त योजना के तहत बैठक की गई। जिसमें पंचायत के सभी वार्ड सदस्य शामिल हुए। इस दौरान सभी वार्ड सदस्यों द्वारा अपने अपने वार्ड के कार्य योजनाओं का प्रारूप तैयार किया गया। इस अवसर पर वार्ड सदस्यों में प्रभूनाथ साह, जलेसर प्रसाद,बीरेंद्र मिश्र,रवींद्र यादव, मनंजय पासवान के अलावे राजेंद्र पांडेय व तारकेश्वर प्रसाद आदि उपस्थित थे।