परवेज अख्तर/सिवान :- कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रखंड के 14 पंचायतों में शनिवार आशा, आंगनबाड़ी सेविका एवं शिक्षकों द्वारा घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। बीडीओ डॉ. दीपक कुमार ने बताया कि ये सभी कर्मी अपने-अपने क्षेत्र में कितने बाहर से आए हैं, कितने घर पर हैं, किसको सर्दी, खांसी, बुखार की जांच कर सूची बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सौंपेंगे।
सिवान के पचरुखी बैंक में हो रहा शारीरिक दूरी का पालन
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के पचरखी प्रखंड क्षेत्र के अधिकतर बैंकों में लॉकडाउन में शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने की खबर छपने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। बड़कागांव स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, उखई स्थित बैंक आॅफ इंडिया शाखा के परिसर में चूने का गोला बनाकर ग्राहकों को खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करने को कहा गया है। साथ ही वहां ग्राहकों को धूप से बचाव के लिए टेंट की व्यवस्था की गई है। सराय ओपी प्रभारी गोपाल पांडेय ने बताया कि लॉकडाउन का पालन करने के लिए सभी को निर्देश दिया गया है और पुलिस बल की तैनाती की गई है।
सिवान के पचरुखी में 42 लोगों का रिपोर्ट निगेटिव आने पर पहुंचे घर
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के पचरुखी प्रखंड के सहलौर गांव में पॉजिटिव पाए गए युवक समेत 42 लोगों को सिवान क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। सभी का रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद शुक्रवार की शाम उन्हें घर भेज दिया गया। इन लोगों में युवक के ससुराल के 18, घर के 8 व साथ रहने वाले 15 लोग शामिल थे।
गुठनी में सर्वे कार्य में लापरवाही बरतने पर तीन शिक्षकों से शोकॉज
परवेज अख्तर/सिवान :- कोरोना वायरस को लेकर चल रहे हर घर स्क्रीनिंग टेस्ट रिपोर्ट में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन शिक्षकों पर शोकॉज किया गया है। जानकारी के अनुसार पीएचसी प्रभारी डॉ. सब्बीर अख्तर के जांच प्रतिवेदन पर डीईओ चंद्रशेखर राय ने तीन शिक्षकों पर शो कॉज किया है। इनमें चिताखाल न्यू प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक संजीव कुमार रंजन, माध्यमिक विद्यालय चिताखाल के शिक्षक संजय सिंह और कन्या मध्य विद्यालय गुठनी की शिक्षिका सीता कुमारी शामिल हैं। इन पर ड्यूटी से गायब रहने व कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है।
सिवान के रघुनाथपुर में भाकपा माले ने 85 लोगों के लिए सौंपा बीडीओ को राशन
परवेज अख्तर/सिवान:- भाकपा माले ने पूर्व विधायक अमरनाथ यादव के नेतृत्व में जनसहयोग से कंटेंमेंट जोन गांव में चिह्नित 85 लोगों के लिए राहत सामग्री बीडीओ को सौंपा। प्रत्येक लोगों के लिए पांच-पांच किलो चावल दी जाएगी। उन्होंने बीडीओ को इसका पैकेट बनवा वितरण कराने की जिम्मेवारी सौंपी है। उन्होंने कहा कि राजपुर पंचायत में 100 लोगो को चिह्नित किया गया है जिसके बीच पांच-पांच किलो राशन उपलब्ध कराया जाएगा। इस मौके पर प्रखंड माले सचिव सत्येंद्र राम सहित अन्य लोग मौजूद थे।
लकड़ी नबीगंज में 15 लीटर शराब के साथ दो गिरफ्तार
परवेज अख्तर/सिवान :-जिले के लकड़ी नबीगंज के स्थानीय पुलिस ने ओपी क्षेत्र के गोपालपुर-भीष्वा गांव में नहर के पास ग्रामीणों ने शुक्रवार की देर शाम दो युवकों को 15 लीटर कच्चा स्प्रिट साथ पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस अवर निरीक्षक एस अहमद हुसैन खान ने बताया कि गिरफ्तार युवक गोपालगंज जिले के महम्मदपुर निवासी छोटू कुमार राम और बबलू कुमार राम बताए जाते हैं।
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बने व्हाट्सएप ग्रुप से चुराए लड़कियों के नंबर
डेस्क :- लॉकडाउन के चलते स्कुल बंद हो गए तो ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प अपनाया गया। व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऑडियो और वीडियो के जरिये पाठ्य समाग्री बच्चों तक पहुंचाई जाने लगी, लेकिन अब यह सुविधा कुछ छात्राओं के लिए परेशानी का सबब बन गयी है।
दरअसल, एक स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल लड़कियों के नंबर चुराकर उनका दुरूपयोग करने की शिकायत आयी है अभिभावक भी भड़के हुए है ऐसे में ग्रुप को फ़िलहाल डिलीट कर दिया गया है।
डीआईओएस ने दिए सुझाव
यह मामला डीआईओएस तक पंहुचा तो उन्होंने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश देते हुए कहा की यदि कोई भी ऐसा मामला सामने आता है तो प्रधानाचार्य एफआईआर दर्ज कराये, साथ ही सावधानी बरतें तथा लड़कियों के लिए अलग अलग ग्रुप बनाया जाये।
गोपालगंज में डोर टू डोर सर्वे अभियान का डीआईओ व यूनिसेफ की टीम ने किया निरीक्षण
बरौली प्रखंड के कई गांव का किया दौरा
गोपालगंज के सभी प्रखंडों में चल रहा है डोर टू डोर सर्वे अभियान
गोपालगंज :- वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में स्वास्थ्य विभाग की ओर से डोर टू डोर सर्वे अभियान की शुरुआत की गई है । जिले के सभी प्रखंडों में आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका, स्वास्थ्य उत्प्रेरको द्वारा घर घर जाकर कोरोना के संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों की सर्वे की जा रही है। शनिवार को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ शक्ति कुमार सिंह, यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी तथा बरौली के बीसीएम रसीद के द्वारा डोर टू डोर सर्वे अभियान का निरीक्षण किया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ शक्ति कुमार सिंह ने बताया कि बरौली प्रखंड के चैनपुर पंचायत अंतर्गत बटरडेह, मिर्जापुर, सोनबरसा समेत अन्य गांवों में चल रहे डोर टू डोर सर्वे अभियान का जायजा लिया गया है तथा सर्वे दलों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। डीआईओ ने सभी कर्मियों को बेहतर तरीके से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान एक भी घर छूटना नहीं चाहिए। प्रत्येक घरों में जाकर लोगों से जानकारी ली जाए तथा कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग सुनिश्चित कराई जाए।यूनिसेफ के एसएमसी रूबी कुमारी ने बताया कि बरौली प्रखंड के इन गांवों में हाउस टू हाउस सर्वे टीम नंबर 3, 4 और 13 के द्वारा कार्य किया जा रहा है।
संदिग्ध व्यक्तियों की घरों की हो रही मार्किंग
एसएमसी रूबी कुमारी ने बताया कि सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें तीन स्तरों पर सूचना एकत्रित किया जा रहा है। कोविड-19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भर रहे है। कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जा रहा है। सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जा रही है। संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर मार्किंग की जा रही है।
कोरोना वायरस के संदिग्धों की हो रही है स्क्रीनिंग
सर्वे के दौरान करोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग तथा टेस्टिंग की जा रही है। कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को कोरेंटाइन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है। संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए सैंपल सैंपल भी लिया जा रहा है।
कोरोना काल में नवजात शिशु एवं छोटे बच्चों के पोषण को नहीं करें नजरंदाज
• नवजात शिशु के स्तनपान एवं शिशु आहार को लेकर दिशानिर्देश जारी
• 6 माह तक सिर्फ स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया से 11% एवं निमोनिया से 15% तक कम मृत्यु की होती है संभावना
• शिशु जन्म के 1 घन्टे के भीतर शिशुओं को स्तनपान कराने से नवजात मृत्यु दर में 20% की लायी जा सकती है कमी
• सावधानी बरतकर संक्रमित माताएं भी करा सकती हैं शिशु को स्तनपान
सिवान: कोरोना संक्रमण के कारण नवजात शिशु एवं छोटे बच्चों के पोषण को बाधित होने से बचाने का भी प्रयास किया जा रहा है. इसको लेकर बाल स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. विजय प्रकाश राय ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के दौरान नवजात शिशु के स्तनपान एवं छोटे बच्चों के आहार को लेकर चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी( स्टाफ नर्स, एएनएम, आरएमएनसीएच प्लस ए काउंसलर, ममता एवं आशा) के लिए दिशानिर्देश जारी किया है.
स्तनपान एवं संपूरक आहार देता है बेहतर स्वास्थ्य
बाल स्वास्थ्य के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. विजय प्रकाश राय ने बताया शिशु जन्म के 1 घन्टे के भीतर शिशुओं को स्तनपान कराने से नवजात शिशु मृत्यु दर में 20% की कमी लायी जा सकती है. वहीँ 6 माह तक सिर्फ स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया से 11% एवं निमोनिया से 15% तक कम मृत्यु की संभावना होती है. 6 माह तक शिशुओं को सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए एवं 6 माह के बाद शिशु को संपूरक आहार देना शुरू कर देना चाहिए. साथ ही शिशु के बेहतर विकास के लिए कम से कम 2 साल तक शिशु को स्तनपान कराना जारी रखना चाहिए. संपूरक आहार से बच्चे का उपयुक्त शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है तथा बच्चा कुपोषणजनित कई तरह के बीमारियों से बचा रहता है. इसलिए यह जरुरी है कि कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सक के साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी नवजात शिशुओं के स्तनपान एवं शिशुओं के संपूरक आहार की जरूरत के विषय में आम-जनता को जागरूक एवं जानकारी प्रदान करें.
1 घंटे के भीतर स्तनपान की शुरुआत एवं 6 माह तक केवल स्तनपान जरुरी
• शिशु जन्म के 1 घन्टे के भीतर स्तनपान कराना जरुरी होता है. साथ ही 6 माह तक बच्चे को सिर्फ स्तनपान ही कराना चाहिए. माँ का दूध शिशु को कई तरह के संक्रमण से बचाव करता है
• माँ के दूध में एंटीबॉडी होते हैं जो बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं
• स्वास्थ्य संस्था में या किसी स्वास्थ्य कर्मी के द्वारा दूध की बोतलें, निप्पल या डमीज को बढ़ावा न दें
माँ में बुखार, खाँसी या सांस लेने में कोई तकलीफ़ जैसे लक्षण दिखने पर
• तुरंत चिकित्सक से सलाह लें
• बच्चे के संपर्क में आने पर मास्क पहनें. खांसते या छींकते समय मुँह को रुमाल या टिश्यू पेपर से ढकें
• छींकने या खांसने के बाद, दूध पिलाने से पहले एवं बाद हाथों को पानी एवं साबुन से 40 सेकंड तक धोएं
• किसी भी तरह के सतह को छूने के बाद हाथों को पानी एवं साबुन से 40 सेकंड तक धोएं या अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
माँ यदि स्तनपान नहीं करा सकती हैं तो ये करें
• अपना दूध कटोरे में निकाल लें. इसके लिए हाथों को साबुन या अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर से 40 सेकंड तक साफ़ करें. जिस कटोरी में दूध निकालें उसे अच्छी तरह गर्म पानी एवं साबुन से धो लें
• अपना निकला हुआ दूध पिलाने से पहले भी मास्क का इस्तेमाल करें. साथ ही चम्मच को भी अच्छी तरह साफ़ कर लें
यदि माँ कोविड 19 से संक्रमित है या उसकी संभावना है
• कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बच्चे को जन्म के पहले घंटे एवं 6 माह तक केवल माँ का ही दूध पिलायें
• शिशु को संक्रमित माता से 6 फीट की दूरी पर रखा जाए जबतक कि माँ का टेस्ट दो बार नेगेटिव न आ जाए
• शिशु की देखरेख एवं स्किन टू स्किन संपर्क के लिए घर की किसी स्वस्थ महिला का सहयोग लिया जा सकता है
6 महीने पूरे होने के बाद बच्चे को दें संपूरक आहार
शिशु के 6 महीने पूरे होने के बाद उनके बेहतर मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए स्तनपान के साथ संपूरक आहार की जरूरत होती है. 6 माह के बाद स्तनपान के साथ संपूरक आहार शिशुओं को देना चाहिए. साथ ही शिशु को 2 साल तक स्तनपान करवाना जारी रखना चाहिए. इसके लिए बच्चे को अलग से कटोरी में खाना खिलाना चाहिए.
खाना बनाने, खिलाने या खाने से पहले 40 सेकंड तक पानी एवं साबुन से हाथ धोना जरुरी है. 6 महीने के बच्चे को 2-3 चम्मच खाना दिन में 2 से 3 बार. 6 से 9 महीने के बच्चे को आधा कटोरी खाना दिन में 2 से 3 बार. 9 से 12 महीने के बच्चे को आधा कटोरी खाना दिन में 2 से 3 बार. 1 से 2 साल तक के बच्चे को 1 कटोरी खाना दिन में 3 से 4 बार देना जरुरी है.
एसएनसीयू में भर्ती नवजात शिशु और मां के बीच कांच की दीवार
• कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए विशेष इंतजाम
• हाथ धोने के बाद ही अपने लाडलो को दूध पिला रही माँ
छपरा:- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई अहम प्रयास किये जा रहें है। इस संक्रमण से बचने के लिए लोग एहतियात बरत रहे हैं। वहीं ऐसे माहौल में जन्म लेने वाले नवजातों को लेकर अस्पताल प्रबंधन पूरी तरह से सतर्क है। अस्पताल की एसएनसीयू( सिक न्यूबोर्न केअर यूनिट) में भर्ती बच्चों को जहां मां पहले उनके पास जाकर उन्हें देख सकती थीं, लेकिन अब मां और बच्चे के बीच कांच की दीवार आ चुकी है। गौरतलब है, कि एसएनसीयू में भर्ती बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा बच्चों के परिजनों सहित मां को वार्ड में अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। ऐसे में जच्चा अगर अपने बच्चे को देखना चाहता है, तो प्रबंधन द्वारा बनाए गए कांच के रूम में देख सकता है। रूम में मां अपने बच्चे का कांच की दूसरी साइड खड़े होकर दुलार सकती है।
दूध पिलाने से पहले साबुन से धुलाए जाते हैं हाथ, फिर कराए जाते हैं सेनेटाइज
एसएनसीयू में बच्चों को स्तन पान कराने के लिए आने वाली माताओं को स्टाफ द्वारा सबसे पहले दो बार साबुन से हाथ धुलाए जाते है। उसके बाद सेनेटाइज कराए जाते हैं। उसके बाद ही मां अपने बच्चे को स्तर पान करा पाती है। बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए इस प्रकार के कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा नौनिहालों को संक्रमण से बचाने के लिए वार्ड स्टाफ पूरी सावधानी बरत रहे हैं.
स्तनपान कराने से पहले अच्छी तरह हाथ धोयें
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि छह माह से कम उम्र वाले शिशु को स्तनपान कराते समय साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना जरूरी है। स्तनपान कराने से पूर्व हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लें। साफ तौलिये का इस्तेमाल हाथों को पोछने के लिए करें। स्तनपान कर रहे बच्चों की माताएं अपनी व्यक्तिगत साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें.
इन बातों का रखें ध्यान
• मां को हमेशा मास्क पहनकर रहना होगा. इसके अलावा सांस लेने में हाईजीन के नियमों का पालन करना होगा.
• नवजात शिशु को लेने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं. यह नियमित रूप से हर बार करना होगा.
• बच्चे को लेकर घर या अस्पताल में जिन भी जगहों पर आप जा रहे हैं, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.