सिवान : लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंस के नियम को मानते हुए क्रीड़ा भारती
के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को हनुमान का जन्मोत्सव व क्रीड़ा भारती का
स्थापना दिवस कार्यक्रम अपने-अपने घरों में परिवार के साथ मनाया। बता दें
कि खेल व खिलाड़ियों के विकास के लिए समर्पित अखिल
भारतीय संगठन क्रीड़ा भारती की स्थापना 1992 को पुणे में हनुमान जयंती के
दिन हुई थी। आज के दिन क्रीड़ा भारती राष्ट्रीय महामंत्री राज चौधरी
के निर्देश पर सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों में हनुमानजी के
तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना की एवं
प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन आदि का अभ्यास अपने परिवार के साथ
किया गया। क्रीड़ा भारती उत्तर बिहार प्रांत इकाई के नवीन सिंह परमार ने
बताया कि हनुमान जयंती हमारे भारतीय नव वर्ष का पहला कार्यक्रम है, जिसे हम समारोह
पूर्वक मनाते हैं, लेकिन राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण इस वर्ष हमने इस
कार्यक्रम का सार्वजनिक आयोजन नहीं किया और घरों में मनाने का निर्णय
लिया गया सह प्रांत मंत्री ने बताया कि हनुमान लला को हम एक खिलाड़ी के
रूप में स्मरण करते हैं ।
क्रीड़ा भारती के कार्यकर्ताओं ने घर में मनाया स्थापना दिवस
डीडीसी ने जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक, दिए कई सुझाव
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के रघुनाथपुर प्रखंड मुख्यालय में बुधवार को डीडीसी सुनील कुमार ने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में कोरोना वायरस जैसी महामारी को ले विचार विमर्श किया। एनडीआरएफ के वीरेंद्र कुमार राठौर ने कोरोना
वायरस से बचाव को ले कई सुझाव दिया। उन्होंने हाथ धोने समेत अन्य सफाई पर
चर्चा की। डीडीसी ने कहा कि पंचायतों के पंचम वित्त आयोग में अनुदान
राशि पड़ा है और स्वास्थ्य विभाग के लिए भी प्रत्येक राजस्व ग्राम के लिए
एक निश्चित अनुदान राशि सुरक्षित है। इस राशि का उपयोग इस आपदा की घड़ी
में करना सुनिश्चित करें। उन्होंने ने कहा कि इसका बचाव ही इसका उपचार
है। इसके लिए आप सभी अपने बचाव पर विशेष ध्यान दें और लोगों के लिए भी
बचाव करना सुनिश्चित करें।
सिवान में पांच लोगों के पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन अलर्ट
परवेज अख्तर/सिवान : मंगलवार की देर शाम रघुनाथपुर प्रखंड के एक गांव के एक ही परिवार के पांच लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने की सूचना पर जहां गांव के लोग सतर्क हैं वहीं प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। प्रशासनिक
अधिकारियों ने यहां कैंप करना शुरू कर दिया है। सभी लोग लॉकडाउन का पालन
करते हुए अपने-अपने घरों में दुबके हुए हैं। गांव में गत शुक्रवार को एक
व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद पूरा गांव चिंतित था, इसके
बाद मंगलवार को परिवार के चार अन्य सदस्यों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिलने
के बाद गांव के लोगों की चिंता और बढ़ गई है। गांव में कोरोना का
संक्रमित मरीज मिलने के बाद से तीन किलोमीटर परिधि वाले क्षेत्र को
कंटेंमेंट जोन घोषित कर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है। कंटेंमेंट
जोन घोषित होने के बाद से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। स्वास्थ्य
विभाग द्वारा पंचायत के सभी गांवों के लोगो का थर्मल स्क्रीनिंग कराई
जाने की तैयारी की जा रही है, ताकि संक्रमित लोगो की पहचान हो सके।
गांव की सभी गलियों को किया गया सील
कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने के बाद तीन किलोमीटर परिधि वाले
क्षेत्रों काे सील कर दिया गया है। साथ ही आने जाने वालों पर पूरी तरह से
पाबंदी लगा दी गई है। गांव में आने वाली सड़क को चारों तरफ से बांस-बल्ली
बांध कर आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है।
1809 घरों के दरवाजे पर चिपकाया गया होम क्वारंटाइन का निर्देश
गांव के सभी 1809 घरों के मुख्य दरवाजों पर स्थानीय प्रशासन द्वारा होम
क्वारंटाइन की सूचना चिपका दी गई है। आम लोगों को संक्रमित मरीज के
दरवाजे पर नहीं जाने की अपील की जा रही है। लोगों को घरों में रहने व
लॉकडाउन का पालन करने की भी अपील की जा रही है। बता दें कि पंजवार पंचायत
की कुल जनसंख्या 11546 है।
कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने किया छापेमारी
परवेज अख्तर/सिवान : कोरोना संक्रमण को रोकने को ले लॉकडाउन के दौरान खाद्यान व गैस सिलेंडर की कालाबाजारी पर नकेल कसने को लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला आपूर्ति शाखा की गठित जांच टीम के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच टीम द्वारा जिले के 45 जनवितरण प्रणाली की दुकानों पर तथा दस गैस एजेंसियों पर छापेमारी की गई। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार सिवान सदर प्रखंड के दो, सिवान शहर के तीन, नौतन के तीन, मैरवा के दो, जीरादेई के दो, गुठनी के दो, दरौली के दो, हसनपुरा के दस, रघुनाथपुर के चार, सिसवन के दो, पचरुखी के पांच, बड़हरिया के चार, बसंतपुर के दो तथा भगवानपुर के दो जन वितरण प्रणाली दुकानों पर तथा सिवान सदर, शहर, नौतन, मैरवा, जीरादेई, हसनपुरा, बड़हरिया के एक तथा भगवानपुर के दो गैस एजेंसियों पर छापेमारी की गई है।
सब्जी विक्रेता की पिटाई का वीडियो वायरल
परवेज अख्तर/सिवान : लॉकडाउन के दौरान बुधवार की सुबह एक वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल किया गया। इस वीडियो को महाराजगंज प्रखंड़ मुख्यालय स्थित पोखरा बाजार का बताया जा रहा है। जिसमें एक अधिकारी और कुछ पुलिस कर्मी मौजूद हैं और पदाधिकारी एक सब्जी विक्रेता की पिटाई करने के बाद वहां रखी
सब्जियों की टोकरी को पैर से मार कर गिरा रहा है। दावा यह किया जा रहा है
कि वीडियो में मौजूद पदाधिकारी महाराजगंज के बीडीओ नंदकिशोर साह हैं।
सोशल मीडिया में यह वीडियो जैसे ही वायरल हुआ लोगों ने तरह तरह की
चर्चाएं आम हो गईं। इस मामले में जब बीडीओ से पूछा गया तो उन्होंने इस
तरह की घटना से इन्कार करते हुए यह कहाकि वे उक्त जगह गए थे, लेकिन ऐसी
कोई बात नहीं हुई। इस दौरान उन्होंने स्थानीय मुखिया रमेश यादव से
क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की भी
बातें कही। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी मंजीत कुमार ने बताया कि
वीडियो की जांच कराई जाएगी तथा दोषियों के विरुद्ध कानून सम्मत कार्रवाई
की जाएगी।
कल रात शब-ए-बारात, लॉकडाउन के चलते घरों में ही होगी जियारत
परवेज अख्तर/सिवान : इस्लाम धर्मावलंबियों का पवित्र त्योहार शब-ए-बरात गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन समाज के लोग रातभर कब्रिस्तानों में जाकर अपने पूर्वजों की कब्रों पर फातेहा पढ़कर उसका सबाब बख्शते हैं। लेकिन, कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने को ले लॉकडाउन के चलते इस बार मुस्लिम धर्मगुरुओं और बुद्धजीवियों ने अपील की है कि शब-ए-बरात के मौके पर कब्रिस्तान, दरगाह अथवा मजारों पर जाने से बचें। घर पर ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए इबादत करें। इमाम सिराजुल उलूम मदरसा के प्रिंसिपल मुफ्ती महफुजुर्र रहमान काशमी ने समुदाय के लोगों से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव करने की अपील की। कहा कि सरकार और डॉक्टर के मशवरों पर अमल करें। इस बार कब्रिस्तानों में इबादत करने नहीं जाएं। घर पर ही रहकर इबादत करें और अल्लाह से अपने गुनाहों के लिए माफी मांगें, जिससे इस महामारी से बचा जा सके।
इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, शब-ए-बरात को अल्लाह अपने बंदों पर बेहद
मेहरबान होता है और वो इस रात इबादत करने वालों को माफ कर देता है। इस
दिन मुसलमान अल्लाह की इबादत करते हैं। वे दुआएं मांगते हैं और अपने
गुनाहों की तौबा करते हैं। यही वजह है कि इसे मोक्ष की रात भी कहा जाता
है। शब-ए-बारात को सारी रात इबादत और कुरान की तिलावत की जाती है। इस रात
लोग अपने उन परिजनों के लिए भी दुआएं मांगते हैं जो दुनिया को अलविदा कह
चुके है। लोग इस रात अपने करीब के कब्रिस्तानों में जियारत के लिए भी
जाते हैं।
एआईएसएफ के छात्रों और शिक्षकों का अभियान लगातार जारी, छात्र और शिक्षक सिवान सदर प्रखंड के मकरियार पहुंचे
परवेज अख्तर/सिवान:- ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(AISF) और अराजपत्रित शिक्षक संघ का संयुक्त अभियान कोरोना से जंग लगातार जारी है। छात्रों और शिक्षकों की टीम आज सिवान सदर प्रखंड के मकरियार पहुंची। लॉक डाउन में अपना काम-काज बंद कर घर बैठने को विवश मजदूरों एवं वास्तविक जरूरतमंदों को मास्क और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया। खाद्य सामग्री में चावल, दाल, सब्जी एवं सरसो का तेल था। इस दौरान पैकेट लेने के बाद मौजूद लोगों के चेहरे पर सुकून दिख रहा था।
मौके पर मौजूद एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि लॉक डाउन में फंसे वास्तविक जरूरतमंदों तक खाद्य सामग्री एवं जरूरत का सामान पहुंचाने की हम हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। जनसहयोग की बदौलत यह कारवां चल रहा है। सुदूर गाँव, खेत-खलिहान हर जगह छात्र और शिक्षक अपने सीमित संसाधनों की बदौलत पहुंच पा रहे हैं। अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला सह सचिव इरफान अली ने कहा कि कोरोना जैसी आपदा में जानकारी का अभाव से भी समस्या पैदा हो रही है। टोने टोटके, अंधविश्वास की कोई जगह नहीं है। इंसानियत का मशाल जलाए छात्रों और शिक्षकों की टीम सिवान जिले के हर कॉर्नर तक पहुंचेगी। आज के अभियान के दौरान एआईएसएफ के जिला संयोजक शशि कुमार, एआईएसएफ नेता नीरज यादव, शिक्षक नेता अशोक कुमार साह, सुरेन्द्र प्रसाद यादव, रजनीश सिंह एवं मुकेश रजक शामिल थे।
सीवान के रघुनाथपुर में फिर मिले दो कोरोना पॉजिटिव
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव में कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या बढ़कर पांच हो गयी है। सूबे में किसी जिले का यह पहला गांव है, जहां कोरोना मरीजों की संख्या 5 तक पहुंच गई है। कोरोना पॉजीटिव युवक पत्नी और मां के पॉजीटिव पाए जाने की रिपोर्ट जारी होने के बाद देर रात आई रिपोर्ट में उसी परिवार के दो और पॉजीटिव पाए गए हैं। इसमें एक युवती और एक युवक शामिल है। बिहार में अभी तक कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 38 हो चुकी है। वहीं केवल सीवान जिले के ही 10 मरीज कोरोना संक्रमित मिले हैं।
पंजवार में कोरोना का पहला मरीज ओमान से 21 मार्च को अपने घर लौटा था। युवक का सैम्पल जांच से उसके पॉजीटिव होने की बात सामने आयी। 3 अप्रैल को उसे कोरोना का मरीज घोषित किया गया था। इसके बाद युवक के परिवार से जुड़े कुल 28 लोगों को पंजवार के ही पंचायत सरकार भवन में क्वारंटीन कर दिया गया। इसमे 6 लोगों को तो 5 अप्रैल और 3 लोगों को दो दिन पहले शहर के प्रकाश होटल में क्वारंटीन किया गया है। इन सभी का सैम्पल जांच के लिए पटना भेजा गया है। जिसमें 4 लोगों का रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव घोषित किया जा चुका है। जबकि 5 लोगों की अभी रिपोर्ट जारी नहीं की गई है। इधर मंगलवार को युवक की पत्नी और मां का रिपोर्ट पॉजीटिव पाए जाने के बाद रात में ही पंचायत सरकार भवन में क्वारंटीन अन्य सभी सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग की टीम सीवान लेकर चली गई है। इधर पंजवार में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के कारण जिला और स्थानीय प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। गांव और आसपास के लोगों में भी डर का माहौल बन गया है।
प्रवासियों को मदद पहुंचाने में सारण जिला राज्य में प्रथम : जिलाधिकारी
छपरा : कोरोना संक्रमण काल में प्रवासियों को मदद पहुँचाने में जिला राज्य भर में अव्वल है. इसको लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने जानकारी दी है. उन्होंने कहा सारण जिले के वैसे लोगों, जो कोरोना संकट में दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं, उन्हें सारण जिला प्रशासन द्वारा राज्य में सर्वाधिक मदद पहुंचाई गयी है. प्रवासियों को मदद पहुँचाने में जिला राज्य में प्रथम स्थान पर है. जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक कुल 27102 प्रवासियों के द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किये गये लिंक पर आधार सहित फोटो अपलोड कर सहायता की मांग की गयी हैं, जिसमें जिला प्रशासन के द्वारा 17847 आवेदनों की अनुशंसा कर राज्य सरकार को भेजी गयी है। राज्य सरकार के द्वारा इन सभी के खातों में एक हजार रूपया डाला जा रहा है। 6 अप्रैल को 8703 आवेदन अनुशंसित कर राज्य सरकार को भेजे गये थे। राज्य सरकार के द्वारा एक क्लीक पर सभी के खातों में 1000 रूपये की राशि डाल दी गयी । जिलाधिकारी के द्वारा इस कार्य को तीव्र गति से संपादित कराने के लिए एक सेल का गठन किया गया है और प्राप्त आवेदनों का शीघ्रता शीघ्र निष्पादन कर अनुशंसा राज्य सरकार को भेजने का निदेश दिया गया है।
सटे राज्य की सीमा को किया गया सील
कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर जिलाधिकारी के द्वारा सारण जिला की उत्तर प्रदेश से लगने वाली सीमा को सील करने का निदेश दिया गया है ताकि दूसरे प्रांत से कोई भी व्यक्ति सारण में प्रवेश नहीं कर सके। अगर कोई व्यक्ति प्रवेश कर जाता है तो, उसे सीमा पर ही स्थापित क्वेरान्टाइन सेन्टर में रखा जाय। इसके लिए सभी थानाध्यक्ष, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निदेश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा है सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाय और सभी गाड़ियों में पैसेन्जर भी चेक किये जाएं। खाद्यान्न वाली गाड़ियों पर पैसेन्जर नहीं आयेंगे।
बाहर आने वाले लोगों की बनाये सूची
जिलाधिकारी के द्वारा सभी बीडीओ को निदेश दिया गया है कि सारण जिला में बाहर से आये सभी लोगों की सूची प्राप्त कर उनका स्क्रीनिंग एक बार और करा लें. यदि कोई व्यक्ति सर्दी, खाँसी, बुखार से ग्रस्त है तो तत्काल इसकी सूचना एमओआईसी को दी जाए। सस्पेक्टेड होने के मामले में सैंपल की शीघ्र जाँच की जाए.
जिलाधिकारी के द्वारा निदेश दिया गया है कि वीएचएसएनसी मद में प्रति पंचायत 5 हजार रूपये की राशि उपलब्ध करायी गयी है जिसका उपयोग पंचायतों में साफ-सफायी और छिड़काव के लिए किया जाय। यह कार्य मुखिया एवं एनएनएमक के माध्यम से करायी जाय।
साफ सफाई व नियमित छिड़काव कराएं
जिलाधिकारी के द्वारा कहा गया है कि छपरा नगर निगम क्षेत्र एवं नगर पंचायतों में भी साफ-सफायी रखें तथा नियमित रूप छिड़काव एवं फोगिंग करायें. जिलाधिकारी ने सब्जी बाजार में लगा रही भीड़ को रोकने एवं सब्जी दुकानदारों को सड़क से कुछ दूरी पर दुकान लागने के निर्देश दिया है.
अफवाहों से बचें: मांस मछली खाने से नहीं फैलता है कोरोनावायरस का संक्रमण
डब्लूएचओ ने भी अबतक नॉनवेज खाने से कोरोना होने की नहीं की है पुष्टि
साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
मांस-मछली के सेवन से बढ़ता है प्रतिरोधक क्षमता
सिवान :- वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के रोकथाम के लिए पूरे देश मे लॉक डाउन है। सभी लोग अपने घरों में कैद है। कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में कई भ्रंतियाँ भी सामने आ रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से यह अफवाह फैली है कि मांस मछली खाने से कोरोना का संक्रमण फैलता है।लोग मांस मछली खाने से परहेज करने लगे हैं, जिसका कोरोना वायरस से कोई प्रमाणिक वास्ता नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अपने किसी भी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि नहीं की है कि नॉन वेज सेवन से कोरोना का संक्रमण होता है. अगर आप भी अब तक यही मानते हैं तो आपको फैक्ट चेक करने की जरूरत है। कोरोना वायरस भले ही घातक है, मगर इसके बचाव और सावधानियां बरतने से इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कई ऐसे पोस्ट सामने आए हैं, जिनमें दावा किया गया है कि बकरे के मीट में कोरोना वायरस पाया गया है। अंडा, चिकन और मछली खाने से कोरोना वायरस फैलता है। विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन और भारतीय खाद्य सुरक्षा नियामक (एफएसएसएआई) की रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि पशुओं से मानव में कोरोना वायरस नहीं फैलता है। मांस मछली में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन उपलब्ध रहता है। जिससे प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।
पीआईबी के फैक्ट चेक में खुलासा
पीआईबी(प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो) ने अपने फैक्ट चेक में पाया है कि मटन खाने से कोरोना वायरस नहीं फैलता है। पीआईबी ने यह भी स्पष्ट किया है कि मच्छरों के काटने से भी कोरोना वायरस नहीं फैलता है। पीआईबी ने कोरोना वायरस पर कुछ सही जानकारी साझा किया है, जिसे हम सबको समझने की जरूरत है। ताकि कोरोना वायरस पर पैनिक होने की बजाय हम इसके सही बचाव पर ध्यान देकर इससे संक्रमित होने से बच सकते हैं।
चिकेन मटन से कोई खतरा नहीं
बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने दैनिक जीवन में चिकन, मटन,मछली और अंडा को शामिल कर रखा है। उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। चिकन, मटन, मछली और अंडा खाने से कोरोना वायरस फैलने का कोई खतरा नहीं है। यह महज एक अफवाह है। जांच के बाद सरकार ने भी इसे स्पष्ट कर दिया है कि इन सभी चीजों में कोरोना वायरस नहीं है।
इन बातों का रखें ख्याल
• यदि घर से बाहर निकलना पड़े तब लोगों से 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें
• घर आने के बाद हाथों को 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से धोएं
• बाहर में किसी भी चीज को छूने से परहेज करें
• लॉकडाउन के नियमों के सख्ती से पालन करें