परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के जी.बी. नगर तरवारा थाना क्षेत्र के कई जगहों पर सुन्नी वक्फबोर्ड की जमीन पर अवैध कब्जा की शिकायत मिलने के बाद सुनी वक्फबोर्ड के चेयरमैन मंसूर आलम ने मंगलवार को वक्फबोर्ड की जमीन का जायजा लिया। इसके बाद लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा जल्द ही वक्फबोर्ड की जमीन को खाली करा दिया जाएगा। उन्होंने वक्फबोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक कर कहा कि वक्फबोर्ड की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करनेवालों की अब खैर नहीं होगी।वक्फबोर्ड की जमीन फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा जबरन कब्जा करनेवाले कार्रवाई के लिए तैयार रहें। सेंट्रल वक्फबोर्ड ने वक्फबोर्ड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए कड़ा रुख अख्तियार किया है।उन्होंने कहा कि वक्फबोर्ड की जमीन किसी की जागीर नहीं है। वक्फबोर्ड की जमीन पर कब्जा करना कानून अपराध है। समाज के चंद लोगो द्वारा वक्फबोर्ड की जमीन पर कब्जा कर अपनी दबंगई दिखाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्हें चिन्हित कर सेंट्रल वक्फबोर्ड में करवाई के लिए शिकायत कर दी गई है। वक्फबोर्ड के निर्देश के बाद जल्द ही उक्त भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करा दिया जाएगा। मौके पर जदयू के वरिष्ठ नेता अब्दुल करीम रिजवी मरगूब सईद नौशाद अली अबरार अंसारी जमशेद हुसैन गुलाब शाह आदि थे
बारिश से लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिली
प्रिंस गुप्ता/सीवान :- जिले के दरौंदा प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की सुबह व शाम हुई बारिश से लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिली. बात दें कि बीते 36 घंटो से बदल व धूप के बीच लुकाछिपी का खेल चल रहा था. आखिर में बादल ने धूप को पछाड़ते हुए गुरुवार के शाम को पानी की अमृत बून्दें बनकर बरस ही गये. प्रखंड मे गुरुवार की शाम चार बजे तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया. दिन भर तपिश वाली गर्मी से लोगों को कुछ राहत मिल गई. बारिश के पहले तेज हवाओं ने तापमान में भी गिरावट ला दी. इसके बाद हुई झमाझम बारिश से मौसम सुहावना हो गया. बारिश के बाद धूप भी खिली लेकिन ठंडी हवाओं के बहने से लोगों को गर्मी का एहसास नहीं हुआ. बारिश आने के पहले धूल भरी तेज हवाओं के कारण गांव की सड़कों को छोड़ लोग दुकानों की आड़ में छिपने लगे. कई बच्चे खेलते हुए नजर आए. इस हल्की बारिश से जहाँ उमस व गर्मी से लोगों को राहत मिली है तो दूसरी तरफ किसानों को धान की खेती के लिए धान का बिचड़ा डालने की आस बंध गयी है. किसानों की मानें तो धान का बिचड़ा खेत में डालने का मुख्य कारण बारिश नहीं होना था. यह पहले ही लेट हो चुकी है लेकिन देर ही से आदि अच्छी बारिश होती है तो किसानों को धान की खेती करने में बहुत ही मदद मिलेगी. मौसम के मिजाज को देखते हुए किसान अनुमान लगा रहे हैं और आशा भी कर रहे हैं कि इस साल इंद्रदेव मेहरबान रहेंगे और लगातार बारिश होती रहेगी.
बाप-बेटे को मारपीट कर किया घायल 6 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज
परवेज अख्तर/गोपालगंज :-जिले के कटेया थाना क्षेत्र के त्रिलोकवां गांव में बाप-बेटे को मारपीट कर घायल कर देने के मामले में 6 लोगों पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं दोनों घायलों का इलाज किसी निजी अस्पताल में कराया गया। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र की त्रिलोकवां निवासी राम बहाल यादव ने थाना में दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि रबिबार को उसकी जमीन पर पहले से 144 का मुकदमा चल रहा था उक्त जमीन पर गांव के अवधकिशोर यादव सहित 6 लोग गोबर, नाद, खुटा हला रहे थे मना करने पर उक्त सभी लोगों ने उसको मारपीट कर घायल कर दिया एवं अकाश यादव ने उस के पैकेट से 3 हजार रुपया निकाल लिया, बचाने आया उसका लड़का देवेंद्र यादव को ये सभी लोगों ने मारपीट कर घायल कर दिया। इस मामले में रामबहाल यादव के बयान पर थाने में अवध किशोर यादव सहित 6 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
बिना पैसा लिए नहीं बनाया जाता शपथ पत्र
परवेज अख्तर/गोपालगंज : जिले के हथुआ स्थानीय अनुमण्डल से कार्यपालक दंडाधिकारी के न्यायालय से शपथ पत्र बनवाना टेढ़ी खीर के समान है। एक शपथ पत्र बनवाने के लिए आपको पुरा दिन गवाना पड़ सकता है। इसके बाद भी शपथ पत्र बन कर मिलेगा या नहीं कहना मुश्किल है। स्थिति यह है कि यहाँ वृद्ध, बिधवा व दिव्यांग सबको एक समान सेवा दी जा रही है। शपथकर्ता कि पहचान अनुमण्डल के अधिवक्ताओं द्वारा करने के बाद भी कार्यपालक दंडाधिकारी अपने समक्ष पुछताछ के लिए बुलाते है। जिससे एक शपथ पत्र बनवाने के लिए लोगों को पुरा दिन साहेब का इंतजार करना पड़ता है। साहब शापथ के लिए कब बुलाएंगे लोगों को सुबह से लेकर पुरा दिन इंतजार करना पड़ता है। अनुमण्डल के हथुआ, भोरे, उचकागांव, फुलवरिया, काटेया, पंचदेवरी और विजयीपुर से प्रतिदिन सैकड़ो लोग विभिन्न कार्यों के लिए शपथ पत्र बनवाने पहुंचते है। जिनको पुरा दिन फजीहत झेलनी पड़ती है। शपथ बनवाने पहुंचा दिव्यांग हरिकेश, मंजेश कुमार, सोनू कुमार, अमरजीत साह, धनश्याम, साजिदा बेगम, सुमन कुमारी, आरती आदि ने बताया कि सुबह में शपथ बनवाने के लिए सबकुछ करके कार्यालय में जमा कर दिया गया। कार्यालय के बाबू द्वारा प्रति शपथ पत्र पर बीस रुपये से लेकर पचास रुपया वसूल किया गया। इसका विरोध करने पर शपथ पत्र को जमा नहीं ली जा रही थी। लोगों का कहना था का अनुमण्डल दंडाधिकारी की यह मनमानी चल रही है। जब मन मे आया कार्य किये। वहीं अनुमण्डल अधिवक्ता संघ के सदस्यों का कहना है कि जब अधिवक्ता ने पहचान कर अपना हस्ताक्षर कर दिया। तो बुलाने की आवश्यकता ही नहीं है।
आवास नहीं बनाने वालों पर होगी करवाई- बीडीओ
बैठक में आवास सहायकों को दिया निर्देश
परवेज अख्तर/गोपालगंज : प्रधानमंत्री आवास योजना को नियत समय पर पूर्ण नहीं करने वाले लाभुकों पर अब करवाई तय मानी जा रही है। बिहार सरकार से मिल रहे दबाव को लेकर कुचायकोट प्रखण्ड के 31 पंचायतों में नियत समय पर अपना आवास नहीं बनाने वाले लाभुकों पर करवाई करने का निर्देश कुचायकोट प्रखण्ड विकास पदाधिकारी दीप चन्द्र जोशी ने दिया है। इस आशय में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षात्मक बैठक में लाभुकों को चिन्हित कर सूची जारी करने का निर्देश सभी ग्रामीण आवास सहायकों को दिया है। बैठक में निर्देश मिलने के बाद सभी सहायक सूची बनाने में जुट गए है। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने सभी आवास सहायकों को निर्देश देते हुए कहा कि दबाव में आकर कार्य न की जाय। नियत समय सीमा के भीतर आवासों को पूर्ण करने का दायित्व मिला है। बैठक के बाद प्रखण्ड विकास पदाधिकारी श्री जोशी ने बताया कि अहियापुर पंचायत के तीनों लाभुकों पर मुकदमा कर राशि वसूलने की करवाई अंतिम दौर में है। यदि आवास में काम नहीं लगवाता है तो करवाई निश्चित रूप में की जाएगी। बैठक में आवास पर्वेक्षक अमिताभ कुमार सिंह, ग्रामीण आवास सहायक कंचन कुमार सिंह, ब्रजेश कुमार चौबे, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, संदीप कुमार मिश्र, राकेश कुमार द्विवेदी, राहुल कुमार सिंह, कुमारी बेबी यादव, राज कुमार, सुग्रीव शर्मा, चंदन कुमार, कुंदन कुमार, अजित कुमार सिंह, शशिभूषण प्रसाद आदि थे। हथुआ अनुमण्डल में दिब्यागों की हो रही फजिहत
संचालक के सीने पर फायरिंग कर किया लूट का प्रयास
ग्रामीणों की दौड़ने पर भाग खड़े हुए अपराधी
एक बाइक पर सवार थे तीन हथियारबंद अपराधकर्मी
तरवारा-महाराजगंज मुख्य मार्ग की है घटना
परवेज़ अख्तर/सीवान:- सुशासन बाबू की सरकार की पुलिस आखिर कब जगेगी! यह सवाल अपने आप में जन्म दे रही है? कनीय पुलिस पदाधिकारी के निष्क्रियता पर पुलिस जगत के आला अधिकारी भी बेबस दिख रहे है। आखिर आला अधिकारी क्यों बेबस है यह समझ से परे है ? इन दिनों सीवान में अपराधी सक्रिय हो गए है।अपराधियों के सामने पुलिस बौनी साबित हो रही है।लोग भय व दहशत के माहौल में जीने को मजबूर है।और सरकार और उनके पुलिसकर्मी अपराध मुक्त बिहार बनाने का दावा कर रहे है। लेकिन दिन पे दिन बढ़ रहे अपराध से उनके दावे खोखले साबित हो रहे है। या इसे यूँ कहा जा सकता है की “जो लोग दिन भर फूलों को पैरों तले कुचल कर चलते हैं और शाम के समय में चमन की रहनुमाई का दावा करते हैं।”उनसे उम्मीद लगाना बईमानी कही जायेगी।इसी कड़ी में जिले के महाराजगंज थाना के तरवारा-महाराजगंज मुख्य मार्ग के बंगरा – तेवथा के बीच मंगलवार की तड़के एक बाइक पर सवार तीन बेख़ौफ़ हथियारों से लैश अपराधियों ने एक सीएसपी संचालक से नाट्कीय ढंग से लूट की घटना को अंजाम देने की कोशिश की।परंतु संचालक द्वारा हो-हल्ला करने पर अपराधियों के मनसूबे पर पानी फिर गया।उधर बौखलाए अपराधियों ने तबातोड़ सीएसपी संचालक पर फायर झोंक दी।जिसमें सीएसपी संचालक बाल -बाल बच गए। पीड़ित संचालक जो महाराजगंज थाना क्षेत्र के तेवथा गांव का संदीप कुमार बताया जा रहा है।बतादें की संदीप अपने केंद्र पर ग्राहकों को देने के लिए बैग में रुपये लेकर अपने सीएसपी केन्द्र मंगलवार की तड़के जा रहा था। की तभी पूर्व से घात लगाए बैठे अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम देने की कोशिश की। घटना के संदर्भ में पीड़ित सीएसपी संचालक संदीप कुमार के अनुसार मैं किराये के मकान में सीएसपी केंद्र चलाता हूं। रुपये लेकर सीएसपी केन्द्र जा रहा था।की तभी बाइक सवार तीन अपराधियों ने पीछे से ओवरटेक कर पास में रखे रुपयों से भरा बैग को लूटने का प्रयास किया।जब मैं इसका विरोध शुरू किया तो अपराधियों ने पास में रखे पिस्टल से फायर शुरू कर दी।किसी तरह अपनी जान बचाकर घटनास्थल से भाग खड़े हुए। उधर गोली की आवाज सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की तरफ दौड़े पड़े।ग्रामीणों की दौड़ने की आहट सुन कर घटना को अंजाम देने वाले अपराधी जो अपनी मोटरसाईकिल छोड़ फरार हो गये।बाद में सैकड़ों की संख्या में घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।लेकिन घटना को अंजाम देने वाले अपराधी मौके का लाभ उठाकर फरार हो गए।लोगों ने उनकी बहुत तलास की परंतु उनका कोई सुराग नही लगा। बाद में पीड़ित संचालक संदीप कुमार ने घटना की सूचना स्थानीय थाना महाराजगंज थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर श्री निरंजन कुमार चौरसिया को दी।सुचना पाकर श्री चौरसिया दल- बल व अन्य पुलिस पदाधिकारी के साथ मौके वारदात पर पहुँचे।और मामले की गहनता पूर्वक जांच प्रताल की।उधर पुलिस ने पीड़ित संचालक संदीप कुमार के मौखिक बयान के आधार पर अपराधियों के हुलिया के अनुसार छापेमारी शुरू कर दी है।लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस अपराधियों के गिरेबान तक पुलिस पहुँचने में कोशो दूर नजर आ रही है।लेकिन पुलिस अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है।
क्या कहते है अधिकारी
बरामद मोटरसाईकिल के आधार पर पहली अनुसंधान व अपराधियों के हुलिया के आधार पर छापेमारी इलाके के सन्दिग्ध ठिकानों पर जारी है।जल्द ही जल्द घटना का खुलासा कर लिया जायेगा।
श्री निरंजन कुमार चौरसिया थाना प्रभारी, महाराजगंज
अली अहमद हत्या कांड: 6 दिन बाद पुलिस खाली हाथ क्यों, परिजन पूछ रहे पुलिस अधिकारियों से सवाल ?
गोली मार व बम से घायल कर, की गई थी अली अहमद की हत्या
दो भाईयों के सामने अली अहमद की तड़प कर फना हुई रूह
पूर्व में हुई चाचा की हत्या कांड के सूचक थे अली अहमद
घटना के बाद से खौफजदा की जिंदगी जी रहे है परिजन
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के एमएचनगर थाना के पियाऊर गांव स्तिथ चिमनी संचालक व मृत चाचा हत्या कांड के सूचक अली अहमद निर्मम हत्या कांड के 6 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है।पुलिस की रटी-रटाई जवाब,गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।सुनकर परिजनों के कान बहरे होते जा रहे है।उधर दर्ज कांड के आरोपितों की गिरफ्तारी नही होने से परिजनों की बेचैनी और बढ़ गई है।और उन्हें तरह-तरह की चिंता सता रही है।क्योंकि घटना को अंजाम देने वाले शातिर अपराधी है और उनका साठगांठ बड़े-बड़े अपराधकर्मियों से है।बतादें की सीवान जिले के एमएचनगर थाना के पियाऊर गांव स्तिथ चिमनी पर बिगत् 27 जून की शाम लगभग 4 बजे दो बाइक पर सवार चार हथियारों से लैश अपराधियों ने मृत चाचा वसी अहमद हत्या कांड के सूचक सह भतीजा अली अहमद (45)को अपराधियों ने पहले गोली मारी और जब अपराधियों को संदेह हुआ की अली अहमद कहीं ज़िंदा न बच जाये तो फिर बाद में बम मारी।जिससे घटनास्थल पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।और घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी आसानी से फरार हो गए।अली अहमद निर्मम हत्या कांड की प्राथमिकी मृतक के छोटा भाई अफरोज अहमद के आवेदन पर स्थानीय थाना में एक नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।जिसमे गांव के ही अबरे आलम,कौसर साई,अनवार आलम,तथा फारूक मियां को आरोपित किया गया है।परिजनों का कहना है की हत्या कांड के 6 दिन बाद भी कोई पहल नही किया गया।और एक भी आरोपित को पुलिस गिरफ्तार नही कर सकी।परिजनों का कहना है की हम सभी जब गिरफ्तारी के लिये पुलिस से गुहार लगाते है तो पुलिस के द्वारा रटी-रटाई बात कही जाती है की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।यहां बताते चले की बिगत् 21जनवरी 2016 में गांव के बाजार में लगभग सुबह 7:30 बजे अपराधियों ने वसी अहमद की हत्या अपराधियों ने गोली मार कर दी थी।जो मामला अभी न्यायालय में बिचाराधीन है।बतादें की पूर्व में हुई चाचा वसी अहमद हत्या कांड में जो सूचक थे उनकी भी निर्मम हत्या 27 जून की शाम लगभग 4 बजे गोली व बम मारकर कर दी गई है।बतादें की मृतक अली अहमद(45) व इनके भाई अफरोज अहमद जो गांव में चिमनी चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते है।लेकिन पूर्व में हुई चाचा वसी अहमद की हुई हत्या कांड के सूचक होने के प्रतिशोध में अपराधियों ने बिगत् 27 जून की शाम लगभग 4 बजे शाम में अली अहमद की हत्या कर दी।बतादें की अली अहमद को अपराधियों ने एक गोली सीने व एक गोली बांह के निचले हिस्से तथा पैर वाले हिस्से पर बम से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया था।बतादें की घटना के समय मृतक के निहत्थे भाई अफरोज अहमद व शाहिल वसी मौजूद थे।लेकिन घटना को देख दोनों का कलेजा दहल उठा और भय के मारे वे दोनों कुछ नही बोल पाये।घटना को जब अपराधियों द्वारा अंजाम दी जा रही थी।तो दोनों भाईयों के सामने अली अहमद की रूह फना हो गई।बतादें की जिस अली अहमद की हत्या अपराधियों द्वारा की गई है उनकी गवाही वर्ष 2016 में हुई चाचा वसी अहमद की हत्या कांड में गवाही बाकी थी।और बार-बार उस कांड में गवाही बदलने की बात आरोपित द्वारा बोली जा रही थी।और बात नही मानने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी जाती थी।जिसकी शिकायत मृत अली अहमद ने कई बार स्थानीय थाना से लेकर जिले के आला अधिकारियों से भी की थी।लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कोई ठोस पहल नही किया गया।अली अहमद हत्या कांड में सबसे ज्यादा लापरवाही स्थानीय थाना प्रभारी की थी।घटना के बाद स्थानीय थाना प्रभारी को एसपी नवीन चन्द्र झा ने जांचोपरांत निलम्बित कर बिभागीय कारवाई भी की थी।बहरहाल चाहे जो हो अली अहमद हत्या कांड के एक सप्ताह होने जा रहे है लेकिन अभी तक पुलिस द्वारा कोई भी कारवाई नही की गई।जिससे पुलिस के प्रति उनका बिश्वास हो सके।परिजनों का कहना है की घटना के बाद हम सभी को नए थाना प्रभारी के योगदान के बाद बिश्वास जगी की हत्या कांड में हम सभी को न्याय मिलेगा। अपराधी पकड़े जायेंगे। लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक पहल नही किये जाने से वर्तमान थाना प्रभारी से भी न्याय की आश टूट रही है।
भाई को मिल रही है धमकी, की होगा अंजाम होगा बुरा
27 जून को हुई अली अहमद हत्या कांड के सूचक सह मृतक के छोटे भाई अफरोज अहमद को भी धमकी मिल रही है।बतादें की हत्या के अभी एक सप्ताह भी नही बीते की अपराधियों ने कांड के सूचक को धमकी दिए जाने लगे है।अफरोज आलम ने बताया की अपराधियों द्वारा बोली जा रही है की तुम्हारा भी वही हश्र होगा की जिस तरह 2016 में तुम्हारे चाचा वसी अहमद और 2019 में तुम्हारे भाई अली अहमद का हुआ है। जब इस बात की सूचना स्थानीय थाना को परिजनों द्वारा दी गई तो पुलिस इसे भी गम्भीरता से नही ले रही है।जिससे परिजनों की धड़कने और तेज हो गई है।
6 दिन बाद भी सदमे से नही उबर पा रही है विधवा पत्नी गुड़िया
घटना के 6 दिन बाद भी सदमे से नही उबर पा रही है विधवा पत्नी गुड़िया खातुन।आज भी वे अपनी खोये पति अली अहमद के ग़म में दहाड़ मार बिलख रही है।बिलखने की आवाज से आस-पास के उपस्तिथ लोग भी अपनी -अपनी आंसू को भी नहीं रोक पा रहे है। बस वह एक ही बात कह -कह कर बेसुध हो जा रही है की मुझे क्या पता की मेरे पति मुझे ठुकरा कर जिंदगी के उस दहलीज पे ले जाकर छोड़ देंगे जहाँ मेरे रिमझिम आँखों के आंसू ही सूख जायेगें।
चाचा ने कहा की भाई के बेटों को अनाथ नहीं होने दूंगा,हम करेंगे परवरिस
मृत अली अहमद के एक पुत्र शारिक अहमद(15) व दो पुत्री क्रमशः रौनक खातुन(18),अलिसा खातुन (14) जो पिता के हत्या के बाद बिलख-बिलख अनाथ बनकर अपने घर के आँगन में घूम रहे थे।और उनकी पुत्री अलिसा जब दहाड़ मार रो रही थी और यह कह रही थी की अब हमलोगों का परवरिस कौन करेगा । तो उसके चाचा अफरोज अहमद अपनी आखों के आँसू को नही रोक पाये।और बोले की जब तक मैं सही सलामत हूँ तब तक मैं तुम लोगों को अपनी औलाद की तरह पालन-पोषण करूँगा।
डेंगू एवं चिकनगुनिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क
साफ-सफाई से रोग पर नियंत्रण संभव
परवेज अख्तर/सीवान:- बरसात शुरू होते ही डेंगू एवं चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है. मच्छरों से फैलने वाले इन दोनों रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पूर्व से ही सतर्क है एवं इसके लिए जरुरी कार्यवाही पर ध्यान दे रही है. इसके लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधा के साथ जरुरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर बल दिया जा रहा है जिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आशेष कुमार ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोग से निपटने के लिए जिले में रैपिड रेस्पोंस टीम का गठन किया गया है. जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर आम लोगों में इन रोगों के प्रति जागरूकता एवं ईलाज की सटीक जानकारी देने के साथ आपातकाल स्थिति में सक्रिय रहने की ज़िम्मेदारी इस टीम को दी गयी है. साथ ही इसके लिए जिला एवं ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आशा एवं एएनएम को प्रशिक्षण भी प्रदान कराया गया है. साथ ही मच्छरों की रोकथाम के लिए जिले में फोगिंग एवं एंटी लार्वा का छिडकाव शुरू कर दिया गया है |
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष के निधन पर शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी
परवेज़ अख्तर/सीवान:- प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रामेश्वर उपाध्याय की मृत्यु की सूचना मिलते ही कटेया प्रखंड के शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी । शिक्षकों ने अपने-अपने विद्यालयों के साथ ही प्रखंड संसाधन केंद्र कटेया के प्रांगण में सोमवार को शोक सभा का आयोजन कर जिलाध्यक्ष रामेश्वर उपाध्याय, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष प्रसिद्ध नाथ चौबे एवं शिक्षक उमेश शर्मा के निधन पर शोक सभा का आयोजन कर इन मृत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की। मौके पर मुख्य रूप से विश्वरंजन स्वरूप पाठक, अजय कुमार मिश्र, संतोष तिवारी , चंद्रशेखर पांडेय, कांति गिरी, दिनेश मिश्र , विनोद राय , सहित तमाम शिक्षक शामिल थे ।
डॉक्टर व मरीजों के बीच बन रही खाई को दूर करने की जरुरत, समाज के लिए ही डॉक्टरों का जीवन होता है समर्पित: डॉ. रामेश्वर
श्री साई हॉस्पिटल में डॉक्टर डे पर परिचर्चा आयोजित
परवेज़ अख्तर/सीवान:- शहर के श्रीसाई मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के तत्वावधान में डॉक्टर्स डे के अवसर पर सोमवार की दोपहर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस संदर्भ में अस्पताल के चेयरमैन डाॅ. रामेश्वर कुमार ने कहा की चिकित्सा, स्वास्थ्य और समाज एक दूसरे से जुड़ी एक कड़ी हैं। आज हम सब ऐसे रास्ते पर खड़े हैं कि छोटी-छोटी बातों पर भी हिंसा हो रही है । जबकि कोई भी डॉक्टर यह नहीं चाहता की उसके मरीज को कुछ हो। डॉक्टरी ही एक ऐसा प्रोफेशन हैं, जिसमे डॉक्टर अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए अपना जीवन व्यतित करता है। परिचर्चा में बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन सीवान के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, महासचिव अरविंद कुमार पांडेय, प्रेस क्लब के अध्यक्ष कैलाश कश्यप ने कहा कि इन दिनों समाज में डॉक्टर व मरीजों के बीच रिश्ते में खाई बढ़ती जा रही है। इसके लिए दोनों पक्ष जिम्मेवार है। कुछ झोला छाप डॉक्टरों की वजह से चिकित्सा व्यवसाय बदनाम हो रहा है। मरीज डॉक्टर के पास इलाज कराने तो जा रहे है। लेकिन मरीज की हालत बिगड़ने या मरने पर उसके अभिभावक नाराज होकर मारपीट व तोड़फोड़ पर उतारु हो रहे है। इसे रोकने के लिए समाज में जागरुकता की आवश्यकता है। पहले तकनीक कम थी। इसलिए सस्ता इलाज होता था। जांच की सुविधा नहीं होने से मरीजों की मृत्यु दर ज्यादा थी। लेकिन अब तकनीक का विकास हुआ है। इसलिए मरीजों की जांच आवश्यक हो रही है। जांच के बाद दवाएं लिखने व खाने से मृत्यु दर में कमी आ रही है और मरीज भी जल्दी ठीक होते है। डॉक्टर धरती के भगवान माने जाते है। इसलिए डॉक्टरों को भी मरीजों के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए पहल करनी चाहिए। इस अवसर पर मेडिकल सुपरिंडेंटेंड डाॅ. केपी सिंह, डा इंद्रा साहू, ईनएटी विशेषज्ञ डॉ. एमडी शादाब, डॉ. अनिल कुमार सिंह, डाॅ. अरिंदम मुखर्जी , डाॅ. संजय कुमार, डाॅ. ज़ैनुल आबेद्दीन, डॉ. के एहतेशाम, प्रदीप कुमार सिंह, श्रीनिवास यादव, जिला अधिवक्ता संघ के सचिव शम्भुदत्त शुक्ल, अमित कुमार सिंह, डॉ. यतीन्द्र नाथ सिन्हा, तप्ती वर्मा आदि ने अपना विचार व्यक्त किए। मौजूद थे.