परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के जी. बी. नगर थाना क्षेत्र के बजरहिया गांव से शादी की नीयत से 14 अगस्त 2016 को अपहरण की गई अपहृता बिंदु कुमारी ने पुलिसिया दबाव में शुक्रवार को दरौंदा थाना क्षेत्र के करसौत डीह गांव निवासी अपने पति कौलेश महतो और अपनी 15 माह की पुत्री लक्ष्मी कुमारी के साथ स्थानीय थाना में आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि बजरहिया गांव निवासी अपहृता की मां मीरा देवी ने स्थानीय थाना में आवेदन दे कर दरौंदा थाना क्षेत्र के करसौत डीह गांव निवासी कौलेश महतो और भोला महतो को नामजद करते हुए शादी की नीयत से अपहरण कर लेने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि थाना पहुंची अपहृता का मेडिकल जांच और न्यायालय में बयान देने के लिए उपस्थित कराया जाएगा।
रेफर को ले प्रसूता के परिजन व चिकित्सक स्टाफ में मारपीट, आधा दर्जन घायल
परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिले के महादेवा ओपी क्षेत्र के डाक्टर्स कालोनी में शुक्रवार की सुबह एक प्रसूता के प्रसव के बाद नर्सिंग होम और परिजनों के बीच जमकर मारपीट हो गई। मारपीट में दोनों पक्ष से करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों में शामिल प्रसूता के परिजनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां गंभीर रूप से घायल प्रसूता के पति इस्माइल मियां, भांजी तब्बसुम खातून, नाहिद रजा, अब्दुल सलीम, इस्राइल मियां और बेबी खातून का इलाज पुलिस अभिरक्षा में कराया गया। वहीं महिला चिकित्सक के स्टाफ वशिष्ट नारायण, राजकिशोर यादव और मुन्ना यादव आंशिक रूप से घायल हो गए थे। मामले में विवाद प्रसूता के इलाज के बाद रेफर को लेकर उत्पन्न हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार महादेवा ओपी क्षेत्र के बिंदुसार गांव के इस्माइल मियां की पत्नी रूबी खातून को प्रसव के लिए महिला चिकित्सक के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। इसके बाद देर रात उसने एक बच्चे को जन्म दिया। इसी बीच रात में ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। प्रसूता के भांजा ने बताया कि इसके बाद चिकित्सक से उन्हें रेफर करने को कहा गया, लेकिन चिकित्सक द्वारा स्थिति ठीक होने की बात कही गई, लेकिन सुबह उसकी स्थिति जस की तस बनी हुई थी। इसके बाद जब चिकित्सक से इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने दुर्व्यवहार किया। इसके बाद इसकी सूचना महादेवा ओपी को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस से अभी बातचीत हो ही रही थी कि चिकित्सक के स्टाफों ने मारपीट शुरू कर दी और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस पिटाई में तब्बसूम खातून के सिर में गंभीर चोट आई थी। उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं अन्य का भी सदर अस्पताल में इलाज किया गया। मारपीट की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एएसपी कांतेश मिश्रा, नगर थाना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी महादेवा ओपी के पुलिस पदाधिकारी पहुंचे और जानकारी लेकर मामले को शांत करा घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। इस मामले में चिकित्सक डॉ. शशि भूषण ने बताया कि प्रसूता को गुरुवार को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, प्रसव सामान्य तरीके से हुआ उसके बाद उसे रक्त स्त्राव हो रहा था।
इलाज करने के बाद उसे रेफर कर दिया गया। लेकिन परिजन उसे ले जाने के लिए तैयार नहीं थे और बार बार क्लीनिक में इलाज करने का दबाव बना रहे थे। रात में परिजनों को समझाने के बाद बताया गया कि बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया जा रहा है। इसके बाद भी परिजन जिद पर अड़े रहे। बाद में सारी जिम्मेदारी परिजनों की होने की बात कही गई और ब्लड यूनिट मंगवा कर उसे चढ़ाया गया। इसके बाद सबकुछ सामान्य हो गया। शुक्रवार की सुबह सबकुछ सामान्य था। इसके बाद छुट्टी कर दी गई। लेकिन परिजन उसे घर ले जाने को तैयार नहीं थे और इलाज कराने के बाद नर्सिंग होम का खर्च भी नहीं दिया। इसके बाद परिजनों के तरफ से कुछ लोग उग्र हो गए और मारपीट करने लगे। इसकी सूचना पुलिस को दी गई, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने संज्ञान लिया और मामले को शांत कराया। मारपीट में मेरे स्टाफ घायल हो गए हैं। जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस छावनी में तब्दील रहा सदर अस्पताल
घटना की सूचना पाकर एएसपी कांतेश मिश्रा सदर अस्पताल पहुंचे तथा घायल पीड़िता की भांजी तब्बसुम खातून से घटना की जानकारी ली। इसके अलावा एएसपी ने अन्य घायलों से भी गहन पूछताछ की। इस मौके पर नगर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार समेत महादेवा ओपी पुलिस मौजूद थे। वहीं कुछ देर के लिए सदर अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। अस्पताल परिसर में घटना की जानकारी लेने वाले पीड़ित परिवार के सदस्यों का जमावड़ा लग गया।

तब्बसुम खातून का पुलिस ने लिया फर्द बयान
नगर थाना के अवर निरीक्षक आरयू शुक्ला ने घायल तब्बसुम खातून का फर्द बयान लिया। उसने अपने फर्द बयान में लिखा है कि चिकित्सक की लापरवाही से पीड़ित मामी की तबीयत बिगड़ गई, साथ ही चिकित्सक व स्टाफ पर मानसिक शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया। उसने अपने फर्द बयान में कहा है कि महिला डाक्टर द्वारा मरीज की स्थिति गंभीर बताते हुए रात्रि में ही रेफर किया जा रहा था, जिसपर पूछताछ की गई। इसके बाद सुबह में फिर से रेफर किया गया तो पूछताछ के क्रम में अस्पताल कर्मियों ने मेरे मामा को कमरे में बंद कर पिटना शुरू कर दिया।
सवारी गाड़ी की चपेट में आकर भाजपा महामंत्री हुए घायल
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के पूर्व भाजपा महामंत्री सह महाराजगंज लोकसभा सांसद के प्रेस प्रवक्ता बृजेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह शुक्रवार की सुबह एक सवारी गाड़ी की चपेट में आकर घायल हो गए। घायलावस्था में उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि वे अपने बाइक से अपने बच्चे को नरहरपुर मुख्य मार्ग से होकर प्राइवेट स्कूल में लेकर जा रहे थे तभी एक मोबाइल टावर के पास सवारी गाड़ी से धक्का लगने से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि वह वाहन टावर में डीजल की सप्लाई करता है। उसकी पहचान कर चालक की पहचान की जाएगी।
माले के पूर्व विधायक समेत कई नेताओं पर प्राथमिकी
परवेज़ अख्तर/सिवान : गुरुवार को वाम दलों द्वारा आयोजित संयुक्त बिहार बंद में शामिल भाकपा माले एवं एपवा कार्यकर्ताओं पर नगर थाना सहायक अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार के बयान पर नगर थाना में प्राथमिकी कांड सं. 485/18 दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में माले के पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, माले के पूर्व प्रत्याशी नैमुद्दीन अंसारी, जिला पार्षद सह एपवा की सोहिला गुप्ता, बाल करण यादव, विश्वनाथ भगत समेत सौ अज्ञात का नाम शामिल हैं। अज्ञात की पहचान करने में पुलिस वायरल वीडियो फुटेज व प्राप्त फोटो का सहारा ले रही है। फोटो से पहचान कर अज्ञात लोगों का नाम वरीय पदाधिकारी के सुपरविजन में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया जाएगा।
मध्याह्न भोजन मांगने पर सीनियर छात्र ने सब्जी से भरा बाल्टी छात्रा पर फेंका
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के पचरुखी प्रखंड के शंभोपुर पंचायत के कल्याणपुर गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में शुक्रवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब मध्याह्न भोजन खिलाने के दौरान क्लास के एक सीनियर छात्र ने दो अबोध छात्राओं पर सब्जी से भरा गर्म बाल्टी उड़हेल दिया। इस घटना में दोनों छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गईं। घायलों को आनन फानन में सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनका इलाज किया। इधर घटना के बाद स्कूल में अफरा तफरी का माहौल बन गया। सभी बच्चे शोर मचाने लगे। बच्चे इधर उधर भागने लगे। इसकी जानकारी जैसे ही स्कूल के अन्य शिक्षकों को लगी सभी ने शोर मचा रहे छात्रों को शांत कराया। सब्जी इधर इस बात की सूचना जब दोनों पीड़ित बच्चों के परिजनों को मिली उसके परिजन भी रोते-बिलखते विद्यालय पहुंचे और घायल दोनों बच्चों को ग्रामीणों के सहयोग से इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित छात्रा राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय कल्याणपुर के कक्षा तीन की छात्रा लाडली खातून तथा दूसरी कक्षा की सोनी खातून है जो अपने नाना मो. सरर्फुद्दीन मियां के घर कल्याणपुर गांव में रहकर पढ़ाई करती हैं। वे मुफस्सिल थाने के मरदापुर गांव निवासी मो. आशिफ मियां की पुत्री है। झुलसी दोनों छात्रा सगी बहन है। छात्रा के नाना मो. सरर्फुद्दीन मियां ने बताया कि मेरी दोनों नतीनी भोजनावकाश के समय विद्यालय परिसर में कतार में बैठकर मध्याह्न भोजन कर रहीं थीं। इसी बीच खाना खाते समय उन लोगों की प्लेट में सब्जी कम पड़ गया इस पर मेरी नतीनी द्वारा सब्जी की मांग पुन: की गई तो विद्यालय के सीनियर छात्र सूरज ने बाल्टी से भरा गर्म सब्जी उन लोगों के शरीर पर फेंक दिया इससे वह गंभीर रूप से झुलस गईं। पीड़ित छात्रा के नाना ने बताया कि घटना के समय विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुदर्शन सिंह विद्यालय में नहीं थे और आरोपित सीनियर छात्र सूरज को मध्याह्न भोजन की जिम्मेदारी देकर गए हुए थे। जब घटना की सूचना प्रधानाध्यापक को दी गई तो सूचना के बावजूद वह विद्यालय नहीं पहुंचे। उधर बार-बार सूचना के बाद प्रधानाध्यापक के विद्यालय नहीं पहुंचने पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
पहले मांग की पैसा, नहीं दी तो कर दी जिंदगी बर्बाद
पूर्व की फोटो को सहकर्मी ने किया वायरल
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के बभनौली गांव के एक युवक की करतूत के कारण एक नवविवाहिता की हस्ती खेलती जिंदगी बर्बाद होने के कगार पर आ गई है। युवक ने विवाहिता की शादी के पूर्व की एक फोटो को उसके ससुराल वालों के घर भेजा इसके बाद फोटो देख ससुराल वालों ने उसे घर से बेदखल कर दिया और उसके मायके पहुंचा दिया। इस मामले में पीड़िता के बयान पर फोटो वायरल करने वाले युवक को आरोपित करते हुए महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं दूसरी तरफ उक्त फोटो को वापस करने के लिए युवक ने मोटी रकम की मांग की थी। इसके लिए युवती तैयार थी लेकिन उसने फोटो को वापस नहीं किया। पीड़िता आंदर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने पुलिस को बताया कि शादी के पूर्व वह जीरादेई थाना क्षेत्र के नरेंद्रपुर में चल रहे एक परिवर्तन एनजीओ कार्यालय के लाइब्रेरियन के पद पर नौकरी करती थी। उसी संस्था में मैरवा थाना क्षेत्र के बभनौली निवासी सतीश सिंह भी नौकरी करता था जो संस्था में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। एक कार्यालय में कार्य करने के कारण उसे एक साथ रहना पड़ता था। मीटिंग एवं अन्य कार्यक्रम में साथ का फोटो उक्त युवक ने उसके गैर जानकारी में ले लिया। इसी बीच युवती की शादी दरौली थाना क्षेत्र के मुडरेरा गांव निवासी एक युवक के साथ तय हो गई। शादी तय होने की जानकारी होने के बाद वह फोटो के बारे में बताने लगा तथा तरह-तरह की धमकी युवती को देने लगा और फोटो ग्राफ को वापस करने के लिए युवती से 50 हजार रुपये की मांग करने लगा। युवती ने फोटोग्राफ वापस लेने के एवज में रुपये देने के लिए हामी भी दी। इसके लिए युवती ने 20 हजार रुपये की व्यवस्था कर सतीश को दे दिया। फिर भी आरोपित सतीश ने फोटोग्राफ को वापस नहीं किया।
सीवान में बंद का रहा मिलाजुला असर
परवेज़ अख्तर/सिवान :- मुजफ्फरपुर नारी सुधार गृह में हुए बलात्कार कांड के खिलाफ वामदलों के आह्वान पर गुरुवार को बिहार बंद का जिले में मिला जुला असर रहा। बिहार बंद कराने में सीपीआई,सीपीआई (एम), भाकपा माले, राजद, सपा आदि पार्टी के कार्यकर्ता शामिल थे। इस दौरान भाकपा माले ने जुलूस निकाल कर व्यवसायियों से बंद की अपील की। बंद का नेतृत्व भाकपा (माले) के केंद्रीय कमेटी सदस्य नईमुद्दीन अंसारी एवं पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने संयुक्त रूप से किया। सुबह से ही माले कार्यकर्ताओं ने शहर के जेपी चौक और गोपालगंज मोड़ पर काफी संख्या में पहुंच कर बिहार बंद के दौरान गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगा दिया। यहां गोपालगंज और मैरवा की तरफ से आने वाली सभी गाड़ियों को रोक एपवा की महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारेबाजी की।इसके बाद शहर के जेपी चौक पर माले कार्यकर्ताओं ने बड़ी गाड़ियों को सड़क के दोनों तरफ रोककर आवागमन को पूरी तरह से ठप कर दिया। इस कारण लोगों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं माले कार्यकर्ताओं ने सभा का भी आयोजन किया। सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा कि केंद्र एवं राज्य दोनों जगह भाजपा की ही सरकार है। इस जघन्य अपराध के लिए जितनी भी सजा दी जाए कम है। बिना बेटी वाले क्या जाने इसका दर्द, वर्षों से सरकार, मंत्री और बड़े अफसरों की मिलीभगत से इस घिनौने काम को अंजाम दिया जा रहा था। सुशासन और समाज सुधार के नाम पर जो कुछ हुआ है, देश की आजादी और अस्मिता पर सवार खड़ा हो गया है। भाजपा कोटे के मंत्री के रिश्ते इतने करीबी होने के बाद भी सुशासन की सरकार ने मंत्री को अभी तक बर्खास्त नहीं किया। इससे सरकार की मंशा साफ हो गई है। वहीं जिला सचिव नईमुद्दीन अंसारी ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले शर्म करें। जब बेटियों की सुरक्षा देने वाले मंत्री और विधायक ही छोटी-छोटी मासूम बच्चियों के साथ ऐसे घिनौनी हरकत कर सकते हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए। सभा को युगुल किशोर ठाकुर, हंसनाथ राम, जयनाथ यादव, देवेंद्र यादव, योगेंद्र यादव, शीतल पासवान, जयकरण महतो आदि ने भी संबोधित किया। इस मौक पर रमेश प्रसाद, विकास यादव,सुजीत कुशवाहा, शफी अहमद, बच्चा, उप प्रमुख रवींद्र पासवान आदि उपस्थित थे।
सिलेंडर फटने से महिला समेत दो झुलसे, गंभीर
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के बरपलिया गांव में गुरुवार की बड़े सिलेंडर से छोटे गैस में रिफिलिंग के दौरान गैस सिलेंडर में आग लग गई, जिसमें एक महिला समेत दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घटना के बाद घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से एक की स्थिति गंभीर देख उसेचिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया। जबकि एक का इलाज सदर अस्पताल में ही चल रहा है। घायलों की शिनाख्त बरपलिया गांव निवासी वैजंती देवी तथा गांव का ही त्रिभुवन यादव के रूप में हुई है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि बरपलिया गांव के संतोष यादव की पत्नी बैजंती देवी सुबह खाना बनाने जा रही थी। इसके लिए बड़े गैस सिलेंडर से छोटे सिलिंडर में गैस की रिफिलिंग करने के दौरान अचानक सिलेंडर में आग लग गई और वहां मौजूद वैजंती देवी और वहां त्रिभुवन यादव भी झुलस गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाते हुए उन्हें इलाज के लिए पीएचसी लाया, जिसमें महिला की स्थिति गंभीर देखते हुए उसको चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। चिकित्सकों का कहना था कि महिला का शरीर 80 प्रतिशत झुलस गया है। सिवान से डॉक्टरों ने इलाज के बाद उसे गोरखपुर रेफर कर दिया। जबकि त्रिभुवन का इलाज सदर अस्पताल में ही चल रहा था।
राजीव रोशन हत्या मामले में आईओ ने दी गवाही
परवेज़ अख्तर/सिवान :- मंडल कारा में गठित विशेष अदालत में राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन से जुड़े सेशन मामले की सुनवाई गुरुवार को की गई। विशेष अदालत के विशेष सत्र न्यायाधीश वीके शुक्ला की अदालत में गुरुवार को दो सेशन मामलों की सुनवाई की गई। राजीव रोशन हत्याकांड मामले में कांड के दूसरे आइओ तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने अपनी गवाही दर्ज कराई। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता अभय कुमार राजन ने गवाह से जिरह किया। जिरह समाप्त हो गया। राजीव रोशन हत्याकांड से ही जुड़े दो अभियुक्तों अखलाख एवं चंदन के मामले में भी कांड के आइओ रहे सुनील कुमार ने अपनी शेष मुख्य परीक्षण को दर्ज कराया। बचाव की ओर से अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ने आइओ सुनील कुमार का जिरह किया जो समाप्त हो गया। मुख्य परीक्षण विशेष लोक अभियोजक जयप्रकाश सिंह ने पूरा कराया। अदालत में अभियोजन की ओर से सहायक अपर लोक अभियोजक रघुवर सिंह एवं रामराज प्रसाद भी उपस्थित थे, जबकि बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता अभय कुमार राजन के अलावा मो. मोबीन एवं अन्य उपस्थित थे।
सात अभियुक्तों को तीन-तीन साल की सजा
परवेज़ अख्तर/सिवान :- अपर जिला न्यायाधीश द्वितीय अवधेश कुमार दुबे की अदालत ने मारपीट से जुड़े मामले में सुनवाई के पश्चात गुरुवार को नामजद नौ अभियुक्तों में से सात को दोषी पाते हुए तीन-तीन साल कारावास दी है। जबकि दो अन्य अभियुक्तों को सबूत के अभाव में रिहा करने का आदेश भी पारित कर दिया। अभियोजन की ओर से बहस करने वाले अपर लोक अभियोजक तारकेश्वर पटेल से मिली जानकारी के मुताबिक अदालत ने भादवि की धारा 325 के अंतर्गत सात अभियुक्तों कौशल किशोर पांडेय,अंजय पांडेय, मंजय पांडेय, रंजय पांडेय, परशुराम पांडेय, धनंजय पांडेय एवं पुरुषोत्तम पांडेय को 3- 3 साल कारावास एवं भादवि की धारा 147 के अंतर्गत उपरोक्त सभी अभियुक्तों को एक साल कारावास दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पचरुखी थाना के पपौर गांव निवासी संजीव कुमार पांडेय एवं कौशल किशोर पांडेय के बीच रास्ते को लेकर पूर्व से विवाद चल रहा था। इसी बीच दूसरे पक्ष द्वारा 11 नवंबर 2002 को पुनः अतिक्रमण किए जाने का विरोध करने पर उपरोक्त अभियुक्तों ने संजीव कुमार पांडेय को गंभीर रूप से मारकर घायल कर दिया।संजीव कुमार पांडेय के बयान पर पचरुखी थाने में उपरोक्त सभी अभियुक्तों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मामले में बचाव की ओर से अधिवक्ता शंभू सिंह ने बहस किया।