परवेज अख्तर/सिवान :- रेलवे कॉलोनी में चोरी की घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है। चोरों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है की चोर दिनदहाड़े रेलवे कॉलोनी में चोरी की घटना को अंजाम देने में सफल हो रहे हैं। और रेलवे पुलिस हाथ मलते नजर आ रही है। अभी हाल में घटित एक रेलवे कर्मचारी के घर लाखों की चोरी की मामला शांत ही नहीं हुआ था कि मंगलवार को एक और रेलवे कर्मचारी के सरकारी आवास में चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। घटना के बारे में बता दें कि मंगलवार को कॉलोनी में रेलवे कर्मचारी सीसीई राजीव रंजन आजाद के सरकारी आवास से शाम साढ़े पांच बजे चोरों ने घर में घुसकर कर्मचारी का मोबाइल चुरा लिया। इस संदर्भ में राजीव रंजन ने जीआरपी को आवेदन देकर एफआइआर दर्ज कराया है। बता दें कि राजीव रंजन की आवास संख्या इ-10 से चोरों ने चुरा लिया। घटना तब की है जब राजीव रंजन मोबाइल कमरा मे रखकर कर नहाने चले गए एवं दूसरे कमरे में उनकी बेटी ट्यूशन पढ़ रही थी। एकांत अवस्था में देख चोर शातिर दिमाग से अंदर घुस मोबाइल को चुरा उड़ गए। काफी खोजबीन के बाद जब मोबाइल नहीं मिला तो जीआरपी में आवेदन देकर एफआइआर दर्ज कराया। जीआरपी थानाध्यक्ष नंदकिशोर सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया एवं जांच किया जा रहा है ज्ञात की चोरों ने 19 अप्रैल को इसी कॉलोनी में कर्मचारी अनिल कुमार श्रीवास्तव के घर से लाखों के गहनों समेत नगद की राशि चोरी की थी। लेकिन अभी तक चोरों की कोई भनक नहीं लगी जीआरपी अभी तक खाली हाथ पड़ी है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
जंक्शन पर 150 यात्रियों से 50 हजार की वसूली
परवेज़ अख्तर/सिवान :- जंक्शन पर बुधवार को बिना टिकट यात्रा करने वालों की धरपकड़ के लिए सघन टिकट जांच अभियान चलाया गया। इसके तहत 150 बिना टिकट यात्रा करने वालों की धरपकड़ की गई। जांच अभियान वाराणसी मंडल के सीनियर डीसीएम आरपी श्रीवास्तव और सहायक वाणिज्य निरीक्षक एके सुमन के निर्देश पर चलाया गया। इनसे 50 हजार के करीब राजस्व की वसूली की गई। अभियान के लिए टीटीई की टीम बाहर से भी बुलाई गई थी। जांच अभियान में सिवान आरपीएफ ने सहयोग किया। सघन जांच अभियान सुबह 7:30 बजे इंटरसिटी एक्सप्रेस से ही शुरू हुआ। उसके बाद टीटीई की टीम स्टेशन पर प्लेटफॉर्म पर बैठे यात्रियों का टिकट जांचने लगे। जांच की शुरुआत होते ही टिकट खिड़की पर लंबी लाइन लग गई। स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर जैसे ही कोई ट्रेन रूक रही थी, टीटीई एवं आरपीएफ की टीम अलग-अलग स्थानों पर खड़ा होकर जांच कर रही थी। जांच अभियान शाम तक चला। जांच अभियान से स्टेशन पर बिना टिकट यात्रियों के बीच खलबली मच गई। अधिकतर दैनिक यात्री बिना टिकट यात्रा करते हैं। वे भी टिकट लेने के लिए लाइन में लग गए। बता दें कि एक माह पहले भी स्टेशन पर बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ जांच अभियान चलाया गया था। जांच में पकड़े गए बेटिकट यात्रियों से 50 हजार तक की राजस्व की राशि वसूली गई।
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शव को नहीं होगा फजीहत सर सैयद फाउंडेशन आया आगे
परवेज अख्तर, सिवान:- दुर्घटना में हुई मौत या लावारिस शव को अब फजीहत नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए शहर के सर सैयद फाउंडेशन ने पुलिस अधीक्षक से मिल एक अच्छी योजना की शुरुआत की है। बीते दिनों शहर में हुए लास की फजीहत के बाद सर सैयद फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ अमजद खान ने एसपी नवीनचंद्र झा से मिल एक ऑफर दिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के एक कंपनी द्वारा निर्मित नो प्रॉफिट नो लॉस की बैग की जिक्र की। बैग का खासियत है कि वह शव को पूरी तरह से सुरक्षित रखेगा एवं आम नागरिक को शव से घृणित नही होना पड़ेगा। इसको लेकर बुधवार को सर सैयद फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने पुलिस कप्तान को लाश को सुरक्षित पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाने के लिए बैग गिफ्ट किया। बैग में एप्रॉन, दो ग्लब्स, वाटर प्रूफ बैग जो जीप सिस्टम है। इसमें लाश को रखकर बंद कर दो लोग बगैर किसी स्ट्रैचर या वाहन के पोस्टमार्टम हाउस या सदर अस्पताल ले जा सकता हैं। बैग में एक स्थान यह भी है कि मृतक के पास से बरामद सामान को उसी बैंग में पहचान के लिए रखा जा सकता है। इसके लिए संस्था ने बुधवार को पुलिस कप्तान को 50 बैग गिफ्ट किया। वही संस्था द्वारा एक कीट और दिया गया जो सड़कों पर हुई घटना को देखने या क्राइम सीन देखने के लिए लोगों का भीड़ उमड़ पड़ता है और कभी-कभी भीड़ घटना स्थल या शव को छू देती है इसके लिए संस्था ने क्राइम सीन प्रिजर्वेशन कीट दिया। जिसमें चार पीलर और क्राइम सीन पट्टा वाटर प्रूफ लगा रहेगा। जिससे घटना के इलाका को कवर कर दिया जाएगा जिसमे पुलिस के अलावा कोई नही जा सकता है। इसके अलावा डीएनए कीट और फिंगर प्रिंट लेने के लिए सामग्री होगी। साथ में अल्ट्रावायलेट लाइट भी होगी। सामाग्री देने के लिए उत्तर प्रदेश से पहुंचे राजेश शुक्ला ने सर सैयद फाउंडेशन के सहयोग से एसपी को सौंपा। एसपी ने बताया कि यह अच्छी पहल है इससे शव को कैरी कर हॉस्पिटल या पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने के लिए उपयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी थानों में इस बैग और किट को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैग पुलिस सेफ्टी के लिए भी अच्छा है तथा सार्वजनिक रूप से शव का प्रदर्शन ना हो इसके लिए भी अच्छा है। मौके पर एएसपी कांतेश कुमार मिश्रा समेत संस्था के अन्य सदस्य थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
जब बेटे ने बताई मां की हत्या की आंखों देखी कहानी, हैरान रह गए पुलिसवाले
परवेज अख्तर, सिवान : बिहार के सिवान जिले के बसंतपुर के सेरिया गांव में रविवार की रात दहेज लोभियों द्वारा की गई विवाहिता की हत्या के मामले में तीन लोग नामजद किए गए हैं। पुलिस ने मंगलवार को तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया। मृतका की भाभी बैजू बरहोगा निवासी सुरेश राय की पत्नी कांति देवी के बयान पर बसंतपुर थाना कांड संख्या 108/18 दर्ज की गई है। वहीं इस मामले में बेटे पंकज ने घटना के बाद पुलिस के समक्ष रविवार की रात किस तरह से प्रभावती की हत्या को अंजाम दिया गया, उसका सारा वाक्या बयां किया है। मृतका के पुत्र पंकज ने बताया कि रविवार की रात मां-पापा और मैं छत पर सोए थे। इसके बाद मां के साथ सभी अचानक रात में मारपीट करने लगे। जब मैंने उठा और इसके बारे में पूछा तो पापा ने मुझे ले जाकर कोठरी में बंद कर दिया और चुपचाप रहने को कहा। कोठरी की खिड़की से मैं सबकुछ देख रहा था। पापा सुदिष्ट राय, दादा पुण्यदेव राय तथा दादी माया देवी मां के साथ इस घटना को अंजाम दिया। उधर मृतका की भाभी द्वारा दिए गए बयान में कहा गया है कि मेरी ननद प्रभावती देवी की शादी सेरिया निवासी पुण्यदेव राय के पुत्र सुदिष्ट राय के साथ वर्ष 2000 में हुई थी। मेरी ननद प्रभावती देवी को पति, सास तथा श्वसुर हमेशा दहेज के लिए प्रताडि़त किया करते थे। इससे तंग आकर 2013 इन लोगों के विरुद्ध बसंतपुर थाना कांड संख्या 118/13 दर्ज कराई गई थी, जिसे पंचायती के माध्यम से 12 जनवरी 18 को सुलह कर लिया गया, लेकिन इनलोगों के आचरण में बदलाव नहीं आया। सोमवार की अल सुबह सूचना मिली कि प्रभावति की हत्या ससुराल वालों ने कर दी। जब मैं गांव के कुछ लोगों के साथ वहां पहुंची तो प्रभावती का शव छत पर था। उसके गले पर काला निशान था,जिह्वा बाहर निकला हुआ था तथा काफी मात्रा में ब्लड जमा हुआ था। मृतका प्रभावती के पति सुदिष्ट राय, ससुर पुण्यदेव राय तथा सास माया देवी को अभियुक्त बनाया गया है। सोमवार को पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर मंगलवार को जेल भेज दिया[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
11 करोड़ 66 लाख की लागत से 200 बेड का महिला पुरुष छात्रावास भवन निर्माण शुरू
अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में प्रशासनिक पवन, प्रिंसिपल कक्ष एवं छात्रावास भवन बनने की काया बात शुरू
परवेज अख्तर, सिवान : शहर के महादेवा ओपी क्षेत्र के मालवीय चौक स्थित डायट की भूमि पर अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय भवन बनने की कायावाद मंगलवार से शुरू हो गई। बता दें कि 11करोड़ 66 लाख 5 हजार 797 रुपए की लागत से बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के तरफ से इस भवन को बनने की मंजूरी दी गई है जिसकी कार्य शुरू कर दिया गया है। जीएम कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा इस कार्य कोशुरू कर दिया है। यह कंपनी जिले के असावं की है। मंगलवार को मालवीय चौक स्थित डायट की भूमि पर कार्य शुरु हो गया। बता दें कि इस भवन में प्रशासनिक भवन, प्रिंसिपल कक्ष एवं 100 बेड पुरुष तथा 100 बेड महिलाओं का छात्रावास शामिल है इसकी जानकारी कनीय अभियंता अश्वनी कुमार रमणरेती बता दें दी। इन्होंने बताया कि इस कार्य को 18 माह में पूरा करने का निर्देश है। बता दे कि भवन का कार्य कई तरफ किया जा रहा है। मालवीय चौक के पूरब 100 बेड का पुरुष छात्रावास, डीआरसीसी के पीछे 100 बेड का महिला छात्रावास एवं पुराने पीटीइसी भवन को तोड़कर उसमें प्रशासनिक भवन एवं प्राचार्य कक्ष बनाया जा रहा है। मंगलवार को भूमि पर खुदाई का कार्य चालू हो गया है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
दोषी शिक्षक पर कार्यवाही नहीं हुई तो हड़ताल पर जाएंगे शिक्षा विभाग के कनीय अभियंता
मामला शिक्षक द्वारा कनीय अभियंता पर जानलेवा हमला का, एक माह बीत जाने के बाद भी नही हुई कोई भी कार्यवाही
डीपीओ एसएसए द्वारा शिक्षकोपस्थिति जब्त करने में आदेश के बाद पंजी में हुई है घोर छेड़छाड़
परवेज अख्तर, सिवान : शिक्षक द्वारा कनीय अभियंता पर जानलेवा हमला मामले में एक माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से जिले के शिक्षा विभाग के सर्व शिक्षा अभियान के कनीय अभियंता में रोष व्याप्त है। मामले के एक माह बीत जाने के बाद भी ना ही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं ना ही भगवानपुर थाना द्वारा दोषी शिक्षक के ऊपर कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण जिले के कनीय अभियंताओं ने विभाग को चेतावनी दी है कि अगर शिक्षक के ऊपर कार्यवाइ नहीं होगी तो वह अगले माह सामूहिक हड़ताल पर जाएंगे। ज्ञात हो कि भगवानपुर हॉट में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत पदस्थापित कनीय अभियंता दीपक कुमार राय के ऊपर भगवानपुर हाट प्रखंड के नया प्राथमिक विद्यालय कोइरीगावां के शिक्षक प्रवीण कुमार ने जानलेवा हमला किया था। बता दें कि हमला के बाद सर्व शिक्षा अभियान के कनीय अभियंताओं ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान को लिखित आवेदन दिया कि दोषी शिक्षक के ऊपर कारवाई की जाए अन्यथा मजबूरन कनीय अभियंता आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसके बाद मामले में पहल करते हुए डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान समर बहादुर सिंह ने दोषी शिक्षक प्रवीण कुमार, विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं घटना के दिन प्रभार में रहे प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण करते हुए शिक्षक उपस्थिति पंजी को जब्त करने का निर्देश दिया। जब विद्यालय को इस बात की जानकारी हुई तो शिक्षक उपस्थिति पंजी में घोर छेड़छाड़ की गई। जिससे यह अनुमान लगाया जाता है कि दोषी शिक्षक को बचाने के लिए विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं अन्य शिक्षक भी इसमें मिले हैं। बता दें कि दोषी शिक्षक प्रवीण कुमार वर्ष 2018 में शिक्षक उपस्थिति पंजी में कई जगह व्हाइटनर का प्रयोग किए हैं। इतना ही नहीं वह रविवार को भी अपना उपस्थिति दर्ज कराएं हैं। शिक्षक उपस्थिति पंजी के अनुसार 28 जनवरी को रविवार के दिन प्रवीण कुमार ने अपनी उपस्थिति पंजी में दर्ज की है। साथ ही साथ प्रवीण कुमार ने मार्च माह में 15 एवं 16 मार्च को विशेषावकाश दर्शाया है जो केवल महिलाओं के लिए है। इसका खुलासा तब हुआ जब डीपीओ एसएसए द्वारा शिक्षक उपस्थिति पंजी जब्त करने का निर्देश मिला। जिसके बाद आनन-फानन में दोषी शिक्षक ने उस पर व्हाइटनर लगाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई एवं टिप्पणी में लिखा कि गलती से विद्यालय की महिला शिक्षिका वीणा कुमारी के स्थान पर विशेषावकाश मेरे पर चढ़ा दिया गया था। इसकी पुष्टि विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने भी अपना हस्ताक्षर कर कर दिया लेकिन एक चूक पंजी में छोड़ दिया उन्होंने अपने हस्ताक्षर के नीचे दिनांक देना भूल गया है कि किस दिनांक को टिप्पणी को स्वीकार किए हैं। लेकिन इस बात पर कनीय अभियंता ने बताया कि मार्च माह में ही महिला शिक्षिका विशेष अवकाश क्यों ली जबकि अन्य माह में नही ली यह भी जांच का विषय बनता है। इतना ही नहीं दोषी शिक्षक ने कनीय अभियंता के साथ हुए हमले के दिन भी विद्यालय में अपनी उपस्थिति बनाई थी लेकिन जब जांच की बात सामने आई तो वह आनन-फानन में वहां भी व्हाइटनर लगा दिया ताकि पता ना चले। वही स्पष्टीकरण में दोषी शिक्षक, प्रधानाध्यापक एवं घटना के दिन प्रभार में रहे प्रधानाध्यापक ने अपना अलग-अलग जवाब डीपीओ को दिया है। लेकिन मामले में कनीय अभियंताओं का कहना है कि अभी तक जिला शिक्षा पदाधिकारी चंद्रशेखर राय द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई है एवं ना ही इसकी जांच के लिए कोई टीम गठित की गई है। वही जब शिक्षक उपस्थिति पंजी में हुए छेड़छाड़ के बारे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भगवानपुर रास बिहारी दुबे से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि शिक्षक उपस्थिति पंजी में एक जगह व्हाइटनर लगाना सही माना जा सकता था लेकिन कई जगह व्हाइटनर लगाया गया है इससे यह स्पष्ट होता है कि पंजी में छेड़छाड़ किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा एक ही शिक्षक के साथ क्यों हुआ है अन्य शिक्षकों के साथ क्यों नहीं हुआ है यह जांच का विषय है। व्हाइटनर केवल एक ही शिक्षक की उपस्थिति में क्यों लगाएं गए है। इससे यह साबित होता है कि दोषी शिक्षक को बचाने की कयावाद विद्यालय द्वारा की जा रही है। वहीं कनीय अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि इस मामले में कार्यवाही नहीं होगी तो जिले के सभी कनीय अभियंता अगले माह से सामूहिक हड़ताल पर जाएंगे। बता दे कि मामला 20 मार्च की घटित हुई है जब विभागीय आदेश 329 दिनांक 23 फरवरी 18 के आलोक में प्रखंड संसाधन केंद्र भगवानपुर हॉट में 20 मार्च को विभागीय कार्यों की समीक्षा के लिए प्रखंड के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक आहूत की गई थी जिसमें भवन निर्माण से लेकर अन्य कार्यों की समीक्षा विभागीय आदेश पर की जा रही थी। बैठक खत्म होने के बाद जिला से आए पदाधिकारियों के जाने के बाद कनीय अभियंता दीपक कुमार राय के ऊपर शिक्षक प्रवीण कुमार ने जानलेवा हमला कर दिया था। हो-हल्ला करने के बाद उपस्थित लोगों ने समझा बुझा कर मामले को शांत कराया. जिसके बाद कनीय अभियंता ने विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ-साथ भगवानपुर थाना, एसपी, डीएम को लिखित शिकायत की थी। लिखित शिकायत के बाद भगवानपुर थाना में शिक्षक के खिलाफ कांड दर्ज की गई जिसका संख्या 74/18 है लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाइ थाना स्तर से भी नहीं की गई है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
मंदिर के वार्षिकोत्सव में जागरण एवं झांकी ने लोगों का मोहा मन
सेवानिवृत्त डीआईजी एवं तत्कालीन एसडीपीओ सुधीर कुमार ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का किया उद्घाटन, समिति के सदस्यों ने किया सम्मानित
कोलकाता से आए आराध्या जागरण ग्रुप के कलाकारों ने दी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति
परवेज अख्तर, सिवान : शहर के श्रद्धानंद बाजार स्थित सब्जी मंडी में श्री संकटमोचन मंदिर का तीसरा वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सोमवार दिन में पूजापाठ कर मंदिर का वार्षिकोत्सव मनाया गया। वहीं देर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम कोलकाता से आए आराध्या जागरण ग्रुप के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन सेवानिवृत्त डीआइजी एवं सिवान के तत्कालीन एसडीपीओ सुधीर कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया। समिति के सदस्य एवं पत्रकार कैलाश कश्यप ने सुधीर कुमार को शॉल और बुके देकर सम्मानित किया गया। आराध्या ग्रुप के कलाकारों ने जागरण एवं झांकी की शुरुआत साईं बाबा एवं गणेश वंदना के भजन से शुरू किया गया। उसके बाद कार्यक्रमों के दौर में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति शिव-पार्वती, राधा कृष्ण के रूप में दिया। कलाकारों की प्रस्तुति ने वहां मौजूद लोगों के मन को मोह लिया। जागरण एवं झांकी देखने के लिए भक्तों की अच्छी खासी भीड़ इक्कठा हुई थी। कार्यक्रम के दौरान नगर परिषद के उपाध्यक्ष बबलू शाह ने कहा कि अगले साल से इस कार्यक्रम को और बड़े पैमाने पर किया जाएगा। नगर पार्षद लिसा लाल ने कहा कि हम लोगों का सौभाग्य है कि साईं बाबा का साक्षात दर्शन सिवान में ही हो गया। जिससे हम लोग धन्य हो गए। समिति के उपाध्यक्ष आनंद कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम की सफलता पर सिवान जिले के लोगों को हम धन्यवाद देते हैं कि जिस तरह से उन लोगों ने सहयोग दिया है आगे भी उनका सहयोग इसी तरह मिलता रहे। कोषाध्यक्ष लक्ष्मण कुमार ने कहा कि अगले साल से इस कार्यक्रम को और वृहद पैमाने पर किया जाएगा। जिसमें बाहर से बड़े-बड़े कलाकारों को भी बुलाया जाएगा। वही समिति के सदस्यों ने शहर के समाजसेवी जीशु सिंह, राजीव रंजन राजू, प्रदीप कुमार रोज, राजन जी सहित कार्यक्रम में पहुंचे पत्रकारों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। वही मंच का संचालन चंदन कुमार उर्फ बंटी ने किया। मौके पर राजन कुमार, राकेश शर्मा, मोहन शर्मा, रजनीश कुमार, निलेश कुमार, लक्ष्मी नारायण प्रसाद, मुनुक गुप्ता, मुन्ना प्रसाद सहित अन्य मौजूद थे।
सिक्योरिटी गार्ड और चपरासी के बदतमीजी से बैंक उपभोक्ता परेशान
[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के पचरुखी प्रखण्ड के तरवारा बाजार स्थित स्टेट बैंक में तैनात गार्ड और चपरासी की मनमानी से बैंक के उपभोक्ता परेशान हैं। गार्ड द्वारा आए दिन समय से पहले बैंक का मुख्य गेट बंद कर दिया जाता है।साथ हीं बैंक के अंदर ग्राहकों के साथ चपरासी द्वारा बदतमीजी की जाती है।जिससे परेशान उपभोक्ताओं ने इसकी शिकायत बैंक प्रबंधक अरविंद कुमार से की बावजूद कार्रवाई नहीं होने से स्टेट बैंक के उपभोक्ताओं में रोष है। जदयू नेता अब्दुल करीम रिजवी ,सुरेश प्रसाद, प्रकाश तिवारी ,इमरान अली, मंसूरी, शत्रुघ्न सिंह समेत कई उपभोक्ताओं का कहना है कि बैंक में कार्यरत चपरासी और सिक्योरिटी गार्ड की मनमानी से लोगों को परेशानी हो रही है इन्हें तत्काल प्रभाव से बैंक प्रबंधन द्वारा नहीं हटाया गया तो कभी भी अनहोनी की घटना हो सकती है।इस संबंध में बैंक प्रबंधक अरविंद कुमार से पूछने पर उन्होंने बताया कि बैंक में तैनात सिक्योरिटी गार्ड व चपरासी के संबंध में इस तरह की शिकायत नहीं मिली है मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के साथ जिला जज ने युवक को पकड़ा
[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]परवेज़ अख्तर/सिवान:- जिला जज ने मंगलवार को फर्जी नियुक्त पत्र के साथ चपरासी के पद पर योगदान देने पहुंचे एक युवक को पकड़ लिया। पकड़ने के बाद जब उसके कागजातों की जांच कराई गई तो वह पूरी तरह से फर्जी निकला। इसके बाद जिला जज ने इसकी सूचना नगर थाना में करावाई। सूचना मिलते ही नगर थाना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार वहां पहुंचे और उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक मोतिहारी जिले के हरसिद्धी का आलोक कुमार है। मामले में नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि युवक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर चपरासी के पद पर योगदान करने जिला जज के न्यायालय में पहुंचा था। यहां उसने अंकित गुप्ता को कागजात दिया। इसके बाद अंकित गुप्ता ने जिला जज को कागजात पेश किया तो उन्होंने उसे हिरासत में लेने को कहा। हिरासत में लेने के बाद उससे जब सारी जानकारी ली गई तो उसने सच्चाई उगल दिया। उन्होंने बताया कि हाई कोर्ट से तीन दिन पहले ही सभी न्यायाधीशों को लेटर भेजा गया है कि फर्जी कागजात के नाम पर युवक ज्वाइन करने पहुंच रहे हैं और इसकी जांच की जाए। इसको लेकर पूर्व में जिला जज पटना भी गए थे। इधर इसी बीच मंगलवार को आलोक फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के साथ पहुंचा। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और देर शाम जेल भेज दिया गया।