परवेज अख्तर/सिवान:- मुहर्रम को ले ग्रामीण इलाकों में काफी चहल-पहल देखी गई। इस दौरान या हसन, या हुसैन के उद्घोष तथा डंका की आवाज से ताजिया निकाला गया। इस मौके पर कर्बला की जंग में यौम-ए-आशुरह को इमाम हुसैन की हुई शहादत को याद किया गया। मुहर्रम पर शुक्रवार को नमाज अदा कर ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस में हुसैन की शहादत का गम ताजा दिखा। इमाम हुसैन को मानने वालों ने मातम करते हुए अखाड़े में प्राचीन युद्ध कला कौशल का प्रदर्शन किया। शांति व्यवस्था बनाए रखने में स्थानीय प्रशासन समेत जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी उनका सहयोग किया।
मैरवा झांकी में प्रतिकात्मक भारतीय तोप का प्रदर्शन
मैरवा प्रखंड में 46 अखाड़े निकाले गए। या हसैन या हुसैन या अली के नारे लगाते हाथों में इस्लामी ध्वज लिए प्रखंड के विभिन्न गांवों से अखाड़ा बभनौली फतेह बाग मैदान में पहुंचा। वहां एक सौ से अधिक ताजिया विभिन्न गांव से जुलूस के साथ पहुंची थी। जुलूस संख्या एक मिस्करही में जुलूस का नेतृत्व अब्दुल मन्नान,मो. इजहार, छोटे मिर्जा ने की। वहीं जुलूस संख्या दो लालगंज का नेतृत्व अली अकबर अंसारी, हफिजुल्लाह अंसारी ने की। इसके अलावा सैयद अब्दुल वहाब, सेराज अंसारी, मो. सलीम, मैनुद्दीन अंसारी, मो.जमीर अंसारी,साहेब हुसेन अंसारी, मोहम्मदीन अंसारी, इमाम हुसैन अंसारी, मुनीब अंसारी, हदीस खां, मकबूल अहमद, मकबूल आलम ने अपने-अपने गांव के अखाड़े का नेतृत्व किया। खैरा, पतौआ, लंगड़पुरा, लेभरी,बभनौली, हरपुर समेत कई गांव के ताजिया यहां पहुंचे थे। पारंपरिक युद्ध कला कौशल का प्रदर्शन के बाद ताजिया का आपस में मिलान किया गया। इसके अलावा कबीरपुर, इंग्लिश, कोल्हुआं दरगाह, डोमडीह, इमनौली में भी शांतिपूर्ण ताजिया निकाले गए। शिवपुर मठिया और मिस्करही जुलूस के साथ झांकी में प्रतिकात्मक भारतीय तोप का प्रदर्शन किया गया। बैकुंठछापर, कैथवली, कविता, बड़गांव, नवादा, परसिया, नवका टोला से ताजिया जुलूस उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती रामपुर बुजुर्ग गया। इन जुलूस के साथ पुलिस उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा तक गई। दुबई-सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में काम करने वाले लोग अपने गांव आकर मुहर्रम के अखाड़ा जुलूस में शामिल हुए। अखाड़े के साथ थानाध्यक्ष संजीव कुमार सिंह निराला, बीडीओ शैलेंद्र कुमार सिंह, अंचलाधिकारी अरविंद कुमार सिंह, प्रखंड कृषि पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद यादव समेत कई अधिकारी बतौर दंडाधिकारी मौजूद थे। कई जगहों पर पुलिस तैनात की गई थी। हिंदू समुदाय के लोगों ने जगह-जगह ताजिएदारों के लिए प्याऊ की व्यवस्था की थी। कई जगहों पर शरबत पिलाया और ताजिए को महिलाओं ने श्रद्धासुमन अर्पित की। वहीं महाराजगंज प्रखंड मुख्यालय समेत कपिया निजाम, तक्कीपुर,सिहौता बंगरा, पसनौनी, बेलदारी टोला, दारौंदा प्रखंड मुख्यालय समेत, रुकुंदीपुर, सतजोड़ा,भीखाबांध, रमसापुर, रामगढ़ा, बगौरा, सिरसांव आदि गांवों में ताजिया जुलूस निकाले गए। एसडीओ मंजीत कुमार, एएसपी सजय कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर अकिल अहमद, बीडीओ नंदकिशोर साह, थानाध्यक्ष अनील कुमार मिश्रा पुलिस बल के साथ शांति समिति के सदस्य ई.रफिक अहमद, खालिद हुसैन, शामशाद खान, पूर्व वार्ड पार्षद मो. मुस्लिम, हरिशंकर आषीश, शक्ति शरण प्रसाद, रौशन अली,टेघड़ा मुखिया राजाराम राय, सरपंच बच्चा प्रसाद, कसदेवरा के मुखिया प्रतिनिधि कमलेश प्रसाद, सरपंच मेराज हुसैन, पूर्व बीडीसी आफताब आलम आदि सहित बुद्धिजीवि मौजूद थे। बड़हरिया में लौवान, कुवही, कोइरीगांवां,तेतहली, लकड़ी दरगाह, ओरमा, रामपुर, विशुनपुर, तरवारा, दीनदयालपुर, फखरुद्दीनपुर, मुर्गिया टोला आदि गांवों में ताजिया जुलूस निकाले गए। बसंतपुर, शहरकोला, राजापुर, कोड़र, श्यामपुर, भगवानपुर, सरेयां, सोंधानी,नगौली, कौड़िया, बिठुना, माघर, उत्तरी साघर सुल्तानपुर, सकरी, चौड़ासी, ब्रह्मस्थान, भीखपुर आदि गांवों में ताजिया जुलूस निकाला गया। लकड़ी नबीगंज, लखनौरा, मदारपुर,डुमरा, खवासपुर, गोरेयाकोठी, मुस्तफाबाद, शेखपुरा, महम्मदपुर, दुधरा, जामो, पचरुखी, जसौली, सहलौर, वैशाखी, निजामपुर, बड़कागांव, तरवारा, फखरुद्दीनपुर, शिवदह, सरैयां, काजीटोला, उड़ियान टोला, पिपरा, चौकी हसन, भरतपुरा, इलामदीपुर, नौरंगा, पकड़ी बंगाली, हकाम, झुन्नापुर, जीरादेई, ठेपहां, छोटका मांझा, बड़कामांझा,जामापुर, भंटापोखर, गुठनी, डुमरहर, दरौली, दुब्बा, आंदर, असांव, पतार, जयजोर में मुहर्रम का जुलूस निकाला गया।