परवेज अख्तर/सिवान:- वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लॉक डाउन 21 दिन के बाद प्रखण्ड परिसर पर मंगलवार को सोडियम हाइपोक्लोराइड का 14 सौ लीटर का गैलन पहुंचा। जो कि क्षेत्र के सभी पंचायतों के लिए 50- 50 लीटर का दो गैलन उपलब्ध करवाया गया। इस संदर्भ में बीडीओ डॉ दीपक कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्र को संक्रमण मुक्त करने की दिशा में 14 सौ लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइड का गैलेन मंगवा लिए गए हैं। जिनसे क्षेत्र के सभी पंचायतों को सेनेटाइज करवाया जाएगा। इस कार्य के लिए पीएचसी कर्मियों को लगाया जाएगा।
हसनपुरा में लॉकडाउन का उल्लंघन की सूचना पर पहुंचे पदाधिकारी
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के हसनपुरा प्रखण्ड के सभी क्षेत्रों में लॉक डाउन का जहां असर दिख रहा है। वही मंगलवार की सुबह कुछ व्यवसाय व लोगो द्वारा लॉक डाउन उलंघन की सूचना मिली थी। जिस पर सुबह साढ़े 7 बजे बीडीओ डॉ दीपक कुमार सिंह, सीओ इन्द्रवंश राय व थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में दलबल के साथ पहुँच स्थिति का जायजा लिया।
वही लॉक डाउन का उलंघन कर रहे लोगो पर सख्ती जताते हुए कहा की कोई भी दुकान खोलेगा तो कार्रवाई निश्चित है। कुछ दुकानें खुली थी। जिनको देख पदाधिकारीयों ने दुकानदारों को डाट-फटकार लगाई। और पूरे बाजार में दवा दुकान को छोड़ सभी दुकानें बंद देखी गई। इस दौरान उसरी, अरंडा गोला बाजार, हसनपुरा बड़ी बाजारो में लॉक डाउन का पूर्णतः पालन दिखा गया। वही तीनों पदाधिकारियों द्वारा क्षेत्र में लगातार गश्त करते देखी जा रही है।
वही क्षेत्र के सभी दुकानें यथा फल, सब्जी, डेयरी व राशन की दुकानें बंद रही। वही उसरी गढ़वाड़ा की तरफ मिट्टी कटाव मजदूरों द्वारा सूचना पाकर प्रशासन दलबल के साथ पहुँच जायजा लिया। इसके पहले सभी मजदूर फरार हो चुके थे। प्रशासन ने हिदायत देकर कहा कि कार्य आगे होगा तो कार्यवाई सुनिश्चित है।
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह की हालत खराब, मौत से लड़ रहा है किम
न्यूज़ डेस्क :- बात-बात पर अपने लोगों को मौत के घाट उतारने वाला किम जोंग आज खुद ही मौत से जंग लड़ रहा है और विदेशी मिडिया की माने तो शंकि तानाशाह की हालत ज्यादा खराब है अमेरिकी मीडिया के माने तो नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की हालत काफी ख़राब है और इसको लेकर अमेरिकी खुफियां एजेंसिया इस घटना कर्म पर नजर बनाए हुए है।
इन सब के बीच उत्तरी कोरिया के पड़ोसी साउथ कोरिया के बयान सामने आया है साउथ कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय के बयान में कहा गया है साउथ कोरिया अभी किम जोंग उन की स्वस्थ को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सकता है अमेरिकी मीडिया में लगातार किम जोंग की हालत को लेकर ख़बरें चल रही है।

सीएनएन ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है की किम जोंग उन की हालत काफी बुरी स्थिति में है उसने एक सर्जरी करवाई थी जिसके बाद हालत बिगड़ती गयी है। सीएनएन ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है की वाइट हाउस के एक अधिकारी ने ये सुचना हमें दी थी यहाँ पर एक बात बताते चले की किम जोंग काफी लम्बे वक़्त से देखा नहीं गया है।
उनकी तबियत को लेकर कई तरह के ख़बरें बिच बिच में उठती रही लेकिन बीते दिनों जब 15 अप्रैल को किम जोंग के दादा किम सोम द्वितीय की सालगिरह पर वो गयाब रहे तो अटकलों का बाजार गर्म हो गया और लोगों ने तरह तरह की बातें शुरू कर दी। उत्तरी कोरिया में 15 अप्रैल को काफी अहम् माना जाता है और यह राष्ट्रिय छुट्टी का दिन है प्योंगयेन्ग में पिछले लम्बे वक़्त से डॉक्टरों की एक बड़ी टीम थी जो की पहले वापस गयी थी लेकिन अब 19 अप्रैल को दोबारा वहां गई है और हालत पर नजर बनाये हुए है।
अब देखना दिलचस्प होगा की आगे क्या होता है क्या सच में सनकी तानाशाह की हालत ख़राब है? या अफवाह है ये तो कुछ दिनों में पता चल जायेगा जब सनकी तानाशाह या तो ठीक होकर बाहर आएगा या मौत की खबर आएगी। लेकिन एक बात तो तय है की तानाशाह की हालत ख़राब है।
तरवारा बाजार : तरावीह की नमाज़ अपने-अपने घरों में पढ़े, साथ ही सोशल डिस्टेंस का करें पालन : प्रमोद कुमार सिंह
परवेज अख्तर/सिवान:- पुलिस कप्तान अभिनव कुमार के निर्देश के आलोक में बुधवार को सिवान जिले के जी.बी. नगर थाना परिसर में थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक आपात बैठक संपन्न हुई। बैठक में क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति व जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में बैठक को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि देश में बढ़ते कोरोना वायरस जैसी महामारी को लेकर सरकार ने जो दिशा निर्देश दिया है।
उस दिशा निर्देश के अनुपालन में पुलिस कप्तान अभिनव कुमार के मार्गदर्शन पर इस सप्ताह से शुरू होने वाले मुस्लिम धर्म का पवित्र महीना रमजान के नजर यह बैठक आहूत की गई। श्री सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान उपस्थित मुस्लिम समुदाय के लोगों को विधिवत रूप से कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए कई अहम सुझाव देने के साथ-साथ या बताया गया कि पवित्र रमजान के महीने में जो मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा तरावीह की नमाज मस्जिदों में पढ़ी जाती है।वह नमाज अपने अपने घरों में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पढ़ें।
ताकि हम सभी कोरोना वायरस जैसी महामारी से बच सकें। श्री सिंह ने दूसरी और कहा कि जो रमजान के महीने में जहां-तहां सामूहिक रूप से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाता है।उस इफ्तार पार्टी से बिल्कुल बचें। सभी रोजेदार अपने-अपने घरों में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए इफ्तार करें। उन्होंने दूसरी ओर कानून का उल्लंघन करने वालों को चेताते हुए कहा कि अगर इस तरीका से सूचना थाने तक प्राप्त होती है कि किसी व्यक्ति द्वारा सामूहिक इफ्तार पार्टी का आयोजन कराया जा रहा है।तो पुलिस तुरंत उसे चिन्हित कर उसके विरुद्ध कानूनी शिकंजा कसेगी।
उन्होंने कहा कि पवित्र रमजान को लेकर थाना स्तर पर एक पुलिस टीम का गठन किया गया है। जो क्षेत्रों में लगातार भ्रमण करेगी। जो टीम का गठन किया गया है।वह टीम थाना क्षेत्र के प्रत्येक मस्जिदों पर पैनी नजर रखेगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई जानबूझकर मस्जिदों में तरावीह की नमाज़ के लिए जोर डालता है तो उसे भी चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस मौके पर थाने में पदस्थापित अवर निरीक्षक ज्ञान प्रकाश,सहायक अवर निरीक्षक बच्चा सिंह, सहायक अवर निरीक्षक जय प्रकाश सिंह,जदयू के वरिष्ठ नेता अब्दुल करीम रिज़वी, समाजसेवी इफ्तेखार अली उर्फ सोनू , जिला पार्षद ललन यादव, समाजसेवी लाल बहादुर सिंह, सरपंच पति विक्रमा प्रसाद, सरपंच पति करीम कुरैशी, रहमतुल्ला अंसारी, अनवर अली, मरगूब सईद, अब्बास खान,मुखिया धर्मेंद्र तिवारी,पूर्व जिला पार्षद सोहेल अहमद, मुखिया प्रतिनिधि अभिषेक सिंह, मुखिया मुन्ना मियां, बाबू मोहम्मद अंसारी, नेसार कुरैशी, समाजसेवी शेख जफर अहमद, समाजसेवी नूर आलम उर्फ सोना अंसारी, समेत कई जनप्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की पहल पर वार्ड नंबर 44 में हुआ सर्वे का कार्य
- सर्वे में विरोध करने वालो को समझाने से मिली सफलता
- सर्वे की जरूरतों पर विस्तार से दी गयी जानकारी
- एक ही मोहल्ले के 40 घरों का हुआ सर्वे
छपरा:- छपरा शहर के रौज़ा पोखरा वार्ड नंबर 44 में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की पहल पर बुधवार को डोर टू डोर सर्वे का कार्य पूरा किया गया। यहाँ बता दें कि मंगलवार को रौज़ा पोखरा मोहल्ले के करीब 40 घरों के परिवारों ने सर्वे कार्य को बाधित कर दिया था तथा सर्वे दलों को कुछ भी जानकारी देने से इनकार कर दिया था। उन लोगों का कहना था कि हम इस बारे में कुछ भी नहीं बताएंगे। सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि जैसे ही इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली तुरंत एक्शन लिया गया और टीम का गठन किया गया। टीम में यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडे मलेरिया कार्यालय के मलेरिया इंस्पेक्टर मुस्तफा अंसारी को भेजा गया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की टीम ने बुधवार को वहां पहुंचकर लोगों को कोरोना वायरस के खतरे तथा बचाव के बारे में जानकारी दी तथा लोगों को समझा-बुझाकर सर्वे कार्य में सहयोग करने के लिए सहमत किया। जिसके बाद करीब 40 घरों का सर्वे किया गया। यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी ने बताया कि काफी समझाने बुझाने के बाद लोग सर्वे कराने के लिए तैयार हुए। जिसके बाद सभी 40 घरों का सर्वे किया गया।
40 घरों का हुआ सर्वे व स्क्रीनिंग
आईसीडीएस के डीपीओ वंदना पांडे ने बताया कि वार्ड नंबर 44 में करीब 40 घर है जहां सर्वेक्षण का कार्य किया गया। सर्वेक्षण के दौरान कोरोना के लक्षण वाले व्यक्तियों का स्क्रीनिंग भी किया गया है तथा आवश्यकता अनुसार सैंपल भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में आम जनों की सहयोग काफी महत्वपूर्ण है। आपके सहयोग से ही यह अभियान सफल हो सकेगा। अतः आप सभी से अपील है कि डोर टू डोर सर्वे अभियान में अपना अहम सहयोग प्रदान करें तथा आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को सही-सही जानकारी उपलब्ध कराएं। ताकि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से आप व आपके पूरे परिवार सहित पूरे समाज को बचाया जा सके।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया सहयोग
डोर टू डोर सर्वे अभियान के दौरान वार्ड नंबर 44 में लोगों द्वारा सर्वे कराने से इनकार करने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम के साथ-साथ स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं का सहयोग भी काफी महत्वपूर्ण रहा । लोगों को समझाने में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने काफी प्रयास किया। जिसके फलस्वरूप डोर टू डोर सर्वे अभियान का कार्य प्रारंभ किया गया।स्वास्थ्य
कोरोना संकट में किशोर-किशोरियों के पोषण का रखें विशेष ख्याल
- खाने में दें पौष्टिक आहार
- लॉक डाउन के दौरान देखभाल की जरूरत
सिवान:- कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश मे लॉक डाउन लागू किया गया है। जिसके कारण सभी लोग घरों में है। ऐसे समय किशोर-किशोरियों के खानपान की विशेष देखभाल की जरूरत है। शरीर को निरोग रखने और दिनभर ऊर्जावान बने रहने के लिए सही पोषण की जरूरत भी है. किशोरावस्था में तेजी से शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है जिसके कारण अधिक मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती है. शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण अवधि मानी जाती है। इस दौरान संपूर्ण विकास के लिए सही पोषक तत्वों की अहम भूमिका होती है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के कारण लोगों का ध्यान इसकी तरफ़ अधिक है, जो जरुरी भी है. लेकिन ऐसी परिस्थति में किशोर-किशोरियों के पोषण को नजरंदाज नहीं करना चाहिए. अभी किशोरों के आहार में पौष्टिक तत्वों को शामिल करने की अधिक जरूरत है ताकि वे शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर स्वस्थ रह सकें.
किशोरावस्था में कुपोषण से बचाव
आईसीडीएस के डीपीओ नीतू सिंह ने बताया कि किशोरावस्था के दौरान एनीमिया (खून की कमी) एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से किशोर एवं किशोरियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. विशेषकर किशोरियों को अधिक सचेत रहने की जरूरत है. किशोरियों में प्रत्येक माह होने वाले मासिक चक्र के कारण खून की कमी होने का खतरा अधिक रहता है. इसलिए किशोरियों को आयरन युक्त आहार लेने की भी जरूरत है. साथ ही आहार के माध्यम से कैल्शियम और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों की आपूर्ति भी जरूरी है. जिसके लिए दाल, हरी सब्जिया, गाज़र, गोभी, दूध, दही,चना, गुड़ तथा मौसमी फल आदि को आहार में जरुर शामिल करना चाहिए.
विटामन भी हैं जरूरी
बढ़ते बच्चे के आहार में विटामिन्स की अनदेखी नहीं की जा सकती। हर विटामिन अलग तरह के फायदा पहुंचाता है। विटामिन ए के लिए टमाटर,हरी सब्जियां, दूध मुख्य स्त्रोत हैं। विटामिन सी के लिए खट्टे फल खाने लाभकारी हैं, इससे प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। विटामिन ई शरीर को मजबूती प्रदान करने का काम करता है, इस कमी को पूरा करने के लिए बादाम, सूरजमुखी के बीज, पीनट बटर और पपीता का सेवन किया जा सकता है.
मां ऐसे रखें अपने लाडलो का ख्याल
- किशोर-किशोरी अपने माता-पिता को एक आदर्श के रूप में देखते हैं। इसलिए, जरूरी है कि माता-पिता उन्हें स्वस्थ खान-पान संबंधी जरूरी जानकारी दें और खुद भी उसका पालन करें।
- कोशिश करें कि परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करें। इससे सकारात्मक रिश्ता कायम होगा।
- जब भी आप अपने बच्चे को अनहेल्दी फूड खाते देखें, तो उन्हें उसके नुकसान के बारे में बताएं।
- आप उन्हें बता सकते हैं कि अगर अच्छा भोजन नहीं किया गया, तो क्या नुकसान हो सकते हैं।
- किशारों को घर में स्वादिष्ट भोजन बनाकर दें।
- अगर वो सामान्य दूध पीना पसंद नहीं करते हैं, तो मिल्क शेक बनाकर दे सकते हैं।
- किशोरों के नाश्ते में, दोपहर के खाने में और डिनर में अलग-अलग प्रकार के फायदेमंद खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
प्रवासियों को दी जाएगी परिवार नियोजन की जानकारी
- कोरोना वायरस के साथ-साथ परिवार नियोजन के बारे में भी जागरूक करेंगी आशा
- इच्छुक लाभार्थियों को दी जाएगी अस्थाई सुविधा
- एसीएमओ ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को जारी किया निर्देश
गोपालगंज:- वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन लागू किया गया है । ऐसे स्थिति में काफी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घर को लौटे हैं। इसको देखते हुए प्रवासियों को परिवार नियोजन के संबंधित जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का स्वास्थ्य विभाग ने फैसला लिया है । इसको लेकर गोपालगंज के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एके चौधरी ने जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देश दिया है। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कोरोना वायरस को लेकर प्रवासी लाभार्थी बड़ी संख्या में अपने घर वापस आए हैं इस समय परिवार नियोजन सेवाओं के बारे में प्रचार प्रसार कर संबंधित लाभार्थियों को इच्छा अनुसार परिवार नियोजन सेवाओं के अस्थाई सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकती है। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि मिशन परिवार विकास अभियान के सफल संचालन एवं जन जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए तथा लाभार्थियों के बीच वितरण कराया जाए।
आशा और एन एम घर-घर जाकर देंगे जानकारी
आशा और एएनएम द्वारा कोरोना के संदिग्ध मरीजों की खोज तथा कोविड-19 के संबंध में जागरूकता हेतु गृह भ्रमण का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में यह निर्देश दिया गया है कि आशा व एएनएम के माध्यम से योग दंपतियों के साथ-साथ घर वापस आए प्रवासी लाभार्थियों को परिवार नियोजन सेवाओं के बारे में जागरूक किया जाए। साथ ही प्रवासी लाभार्थियों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई सेवाओं के तहत गर्भनिरोधक वितरण किया जाए।
स्वास्थ्य संस्थानों में साधनों की उपलब्धता
एसीएमओ डॉ एके चौधरी ने निर्देश दिया है कि वैसे सभी संस्थान जहां संस्थागत प्रसव हो रहे हैं। वहां पर लाभार्थियों को काउंसलिंग करते हुए इच्छानुसार प्रसवोपरांत कॉपर-टी की सुविधा प्रदान की जाए। अनिवार्य रूप से परिवार नियोजन के अस्थाई साधन आपके संस्थान एएनएम एवं आशा के पास उपलब्ध होना चाहिए। एसीएमओ ने निर्देश दिया है कि सभी कंडोम बॉक्स में नियमित रूप से कंडोम रिफिलिंग होना चाहिए। जिससे कंडोम बॉक्स में कंडोम उपलब्ध रहे। जिला भंडारण में परिवार नियोजन के सभी अस्थाई साधन उपलब्ध है। सूची के अनुसार एफ़पीएलएमआईएस पोर्टल पर इनडेट करते हुए जल्द से जल्द साधनों का उठाव सुनिश्चित करें।
केयर इंडिया की भूमिका अहम
परिवार कल्याण कार्यक्रम को सफल बनाने में केयर इंडिया की टीम का भूमिका अहम है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को केयर इंडिया के टीम द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि सभी प्रखंडो में बीएम- बीएचएम व बीसीएम के माध्यम से एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि इस अभियान का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जा सके।
परिवार नियोजन सेवाएं फिर से होंगी बहाल, दिए गए निर्देश
- अल्प अवधि की अस्थायी सेवाएं प्रयोग करने की दी जाएगी सलाह
- प्रखंड एवं जिला स्तरीय अस्पतालों में ‘अंतरा’ होगी उपलब्ध
- परिवार नियोजन के लिए टोल फ्री नंबर का किय जाएगा प्रचार-प्रसार
सिवान:- कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के कारण जिले में कई जरुरी सेवाएं बाधित हुयी हैं. लेकिन धीरे-धीरे राज्य सरकार द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए इन सेवाओं को पुनः प्रारंभ किया जा रहा है. इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति ने अब परिवार नियोजन सेवाओं को पुनः नियमित करने का फैसला लिया है. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी असैनिक शल्य चिकित्सक सह सदस्य सचिव को पत्र लिखकर कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन अवधि के दौरान परिवार नियोजन सेवाओं की सुविधा पुनः प्रारंभ करने के संबंध में विस्तार से दिशा-निर्देश दिया है. पत्र में बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण काल में कुछ जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को पुनः प्रारंभ किया गया है, जिसमें परिवार नियोजन सेवाओं को भी शामिल किया गया है.
अस्थायी गर्भ-निरोधक साधन होंगे उपलब्ध
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पुरुष कंडोम, दैनिक गर्भनिरोधक गोली( माला-एन), साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली(छाया), आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली एव्ब गर्भ जाँच किट( निश्चय) की उपलब्धता आशा एवं एएनएम के पास सुनिश्चित की जाए. साथ ही कंडोम बॉक्स एवं कंट्रासेपटिव डिस्प्ले ट्रे में भी संबंधित गर्भनिरोधकों की मात्रा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के पास पर्याप्त आपूर्ति उपलब्ध कराने की बात कही गयी है एवं इसकी नियमित आपूर्ति सामुदायिक कार्यकर्ताओं के पास सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
परिवार नियोजन आपूर्ति श्रृंखला द्वारा होगी साधनों की आपूर्ति
पत्र के माध्यम से सभी स्वास्थ्य संस्थानों में पुरुष कंडोम, दैनिक गर्भनिरोधक गोली( माला-एन), साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली(छाया), आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली एव्ब गर्भ जाँच किट( निश्चय) की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही ‘अंतरा’ इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्र के साथ जिला स्तरीय अस्पतालों में सुनिश्चित करने की भी बात बताई गयी है. इन सभी समाग्रियों के भंडारण की अल्पता की स्थिति में तुरंत विभिन्न सत्रों पर ऑनलाइन फैमिली प्लानिंग लोजिस्टिक मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम(एफएलएमआईएस) के माध्यम से इंडेंट सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
परामर्श सेवाओं पर होगा जोर
कोरोना संक्रमण के कारण देश भर में लॉकडाउन लागू किया गया है. जिसके कारण परिवार नियोजन के लिए जरुरी परामर्श सेवा भी बाधित हुआ है. इसे ध्यान में रखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा पुनः परामर्श सेवा को नियमित करने पर जोर दिया जा रहा है. पत्र के माध्यम से यह बताया गया है कि परिवार नियोजन सलाहकार द्वारा संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों पर परामर्श की सेवा प्रदान की जाए. परिवार कल्याण परामर्शी द्वारा अंतरा इंजेक्शन के दूसरे डोज के लिए महिलाओं को फ़ोन या अन्य माध्यम के बारे में जानकारी देने के विषय में बताया गया है.
टोल फ्री नंबर से लें परिवार नियोजन की जानकारी
गर्भनिरोधक सुई –अंतरा के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर( 1800-120-1236) के प्रचार-प्रसार की बात कही गयी है. साथ ही परिवार नियोजन पर परामर्श के लिए भारत सरकार के टोल फ्री नंब( 1800116555) एवं बिहार सरकार द्वारा जारी टोल फ्री नंबर( 104) के प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं
अल्प अवधि के अस्थायी साधनों पर जोर
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर परिवार नियोजन के अल्प अवधि के अस्थायी साधनों के उपयोग करने के लिए समुदाय को प्रेरित करने की बात कही गयी है. जबकि महिला एवं पुरुष नसबंदी, प्रसव के बाद महिला नसबंदी, गर्भपात के बाद महिला नसबंदी एवं कॉपर टी जैसे परिवार नियोजन साधनों पर कम ध्यान देने की बात कही है.
आपदा राहत केन्द्र पर आवासितों को डीएम ने उपलब्ध करायी उनके जरूरत की चीजें
- 63 लोगों के कपड़ा साड़ी समेत अन्य चीजों का किया वितरण
- 318189 घरों का सर्वे कराने का लक्ष्य निर्धारित
- 191789 घरों का सर्वे करा लिया गया
छपरा:- जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने लाॅकडाउन की अवधि में इंजीनियरिंग काॅलेज छपरा में संचालित आपदा राहत केन्द्र पर आवासित सभी 63 लोगों को उनके जरूरत की चीजें उपलब्ध करायी गयी। इस केन्द्र पर रह रही महिलाओं को एक अदद साड़ी, साया ब्लाउन, बच्चों को एक अदद सर्ट-पैन्ट, बच्चियों को एक अदद फ्राक-पैंट तथा पुरूषो को एक अदद लुंगी, धोती, गंजी एवं गमछा सहित सभी लोगों कोे स्टील की थाली, कटोरा, गलास तथा नहाने एवं कपड़ा धोने के लिए साबुन, शैम्पू, केस तेल, कंधी, ऐनक, टूथ पेस्ट एवं टूथ ब्रश उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी से खान-पान की व्यवस्था सहित कुशल क्षेम पूछा। जिलाधिकारी ने कहा कि जब ये आवासित लोग वापस अपने घर को लौटेंगे तो दी गयी सभी सामग्री अपने साथ लेकर जाएँगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि मढ़ौरा अनुमंडल में 2 तथा सोनपुर अनुमंडल में 22 लोग राहत केन्द्र पर आवासित है उन्हे भी यह सामग्री दी गयी है। इसके अतिरिक्त 111 पंचायतों के विद्यालयों में 118 व्यक्ति आवासित हैं उन्हे भी यह सभी सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है।
318189 घरों का सर्वे कराने का लक्ष्य निर्धारित :
कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रषासन के द्वारा डोर टू डोर सर्वे कराया जा रहा है जिलाधिकारी ने कहा है कि कुल 318189 घरों का सर्वे कराने का लक्ष्य निर्धारित है। 20 अप्रैल तक कुल 191789 घरों का सर्वे करा लिया गया है जिसमें कुल 1092210 लोग आच्छादित है। इनमें से 125 लोगों ने एनफ्लुएन्जा के लक्षण पाये गये हैं। मेडिकल टीम के द्वारा इनमें से दो मामले को सैम्पल लेने योग्य पाया गया। उनका सैम्पल कलेक्ट किया जा चुका है।
डोर टू डोर सर्वे के लिए इसुआपुर में 50 टीम, सिवान जिला से सटे पाँच प्रखण्डो में 371 टीम तथा विदेश यात्रा कर आये व्याक्तियों से सम्वद्ध गाँवों के लिए 431 टीम लगायी गयी है। जिला में स्क्रीनिंग के लिए 65 चिकित्सकीय दल गठित है। अब तक कुल 264 सेम्पल जाँच के लिए भेजा गया जिसमें 251 का रिजल्ट प्राप्त है और वह सभी निगेटिव है। सारण जिला में आज की तिथि में कोई व्यक्ति कोरोना पाजीटिव नही है। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक कुल 17452 लोगों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध करायी गयी है।
11444 लोगों को होम क्वेरेंटीन में रहने की सलाह:
जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक 11444 लोगों को होम क्वेरेंटीन में रहने की सलाह दी गयी थी जिसमें 14 दिन पूरा करने वाले लोगों की संख्या 10047 है। वर्तमान में 1397 लोग अपने घरों में क्वेरेंटीन है। जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री विशेष सहायता के लिए सारण जिले के कुल 97641 प्रवासियों के भुगतान की अनुशंसा की गयी है। आपदा प्रबंधन विभाग बिहार के द्वारा उनके खाते में 1000/- की राशि डाली गयी है।
सिवान के हसनपुरा में दो पक्ष में मारपीट, आधा दर्जन घायल
परवेज अख्तर/सिवान:- जिले के हसनपुरा एमएच नगर थाना के रजनपुरा उसरही में सोमवार को तीन बजे दो शराब कारोबारी आपस में मारपीट कर दिए। जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों में एक पक्ष से शकलदीप यादव पिता कमलदेव यादव, सिंधु देवी पति रमेश रमेश यादव पूनम देवी पति अरविंद यादव दूसरे पक्ष से घायलों में अमरजीत यादव पिता गंगा यादव गंगा यादव पिता स्वर्गीय जमादार यादव, सोनिया देवी पति गंगा यादव है। सभी का इलाज हसनपुरा सामुदायिक अस्पताल केंद्र में किया जा रहा है। मारपीट की घटना तब हुई जब पूर्व में शकलदीप यादव के यहां एमएचनगर पुलिस छापेमारी कर 5 लीटर देसी महुआ शराब बरामदगी की थी। उसी को लेकर शकलदीप यादव ने गंगा यादव और अमरजीत यादव पर आरोप लगाया कि प्रशासन की सूचना तुम ही लोगों ने दी है। तुम लोग भी शराब बेचते हो तो हम पुलिस को खबर दे सकते थे। जिसको लेकर दोनों पक्षो में गाली गलौज होते हुए भिड़ गए और देखते ही देखते लाठी-डंडे से जबरदस्त मारपीट कर एक दूसरे को घायल कर दिया। हालांकि इस मामले में अभी थाने में आवेदन नहीं दिया गया है।