परवेज अख्तर/सिवान : जिले के बड़हरिया प्रखंड के चैनछपरा गांव में शनिवार की देर शाम मृत शेख नासिर उर्फ मन्नू अली का शव ताबूत में पहुंचा। शव पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिवार में लोगों के रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोगों की काफी भीड़ वहां एकत्रित हो गई। मन्नू की जगह ताबूत में उसके शव को देख उसकी पत्नी मेहरुन निशा चीख-चीख कर रो रही थी। बता दें कि मन्नू 10 नंवबर को सऊदी से छुट्टी पर अपने घर आने वाला था। उसकी टिकट कंपनी द्वारा करा दी गई थी, लेकिन उसके खुदकुशी कर लेने की वजह से उसकी जगह उसका शव शनिवार की देर शाम उसके घर पहुंचा। मन्नू अली 10 वर्षों से विदेश में रहकर ड्राइवरी का काम करता था। लेकिन वह प्रत्येक वर्ष अपने स्वदेश आ जाता था। मन्नू अली चार भाइयों में सबसे था प्यारा मृतक शेख नासिर अली उर्फ मन्नू अली चार भाइयों में सबसे प्यारा था। वह भाइयों में दूसरे नंबर का था। बड़ा भाई शेख निजामुद्दीन उर्फ सोनू अली,दूसरा नंबर मृतक मन्नू अली, तीसरा रज्जाक उर्फ टन्नू अली एवं सबसे छोटा मो. फिरदौस अली है। तीन भाइयों की शादी हो चुकी है। सबसे छोटा भाई मो. फिरदौस अली की शादी नहीं हुई है। मृतक को तीन बहने हैं जिसमें दो की शादी हो चुकी है। एक की शादी नहीं हुई है।
हरिहरपुर लालगढ़ में मासूम को बंधक बना घर में लाखों की डकैती
10 की संख्या में थे हथियारबंद डकैत
कहीं चोरी तो कहीं डकैती की घटना को दिया अंजाम
सूचना के बाद नहीं पहुंची पुलिस
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के जी. बी. नगर थाना क्षेत्र के हरिहरपुर लालगढ़ पंचायत के गुरुवार की रात्रि हथियारों से लैस डकैतों ने एक घर में मासूम बच्चे को बंधक बना कर डकैती की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद कुछ ही दूरी पर स्थित एक मकान में चोरी की घटना को भी अंजाम दिया गया। डकैती की घटना को अंजाम देने आए डकैतों के पास हथियार भी थे। इस मामले में पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर जबरन मामले को डकैती के बदले चोरी में बदलवाने का आरोप लगाया। पीड़ित परिजनों का आरोप था कि घटना की सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस पदाधिकारी नहीं पहुंचे और जांच भी नहीं हुई। जानकारी के अनुसार हरिहरपुर लालगढ़ पंचायत के यादव मोड़ फुलवारी टोला निवासी नगीना चौरसिया के घर को अपना निशाना बनाते हुए छत के रास्ते घर में प्रवेश कर गए। डकैतों ने सभी कमरों की बारी-बारी से तलाशी ली। इसी बीच घर में अपने बच्चों के साथ सोई नंद कुमार चौरसिया की पत्नी अंजली देवी को डकैतों ने हथियार के बल पर बंधक बना लिया तथा उसके दो मासूम बच्चों में क्रमश: आर्या कुमारी (एक वर्ष) तथा निधि कुमारी को हथियार के बल बंधक बना कर शोर नहीं मचाने की बात कह घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद अपराधियों ने दोनों मासूम बच्चे को मुक्त कर दिया। इसके बाद मुख्य दरवाजा खोल बरामदे में सोए नगीना चौरसिया को भी हथियार के बल पर बंधक बना लिया। घटना के समय बरामदे में सोए नगीना चौरसिया एवं घर में सोई उनकी पतोहू अंजली देवी एवं दो छोटे-छोटे मासूम बच्चे थे।
घटना को अंजाम देने के बाद डकैत धमकी देते हुए घर के पीछे खेत के तरफ से भागने में सफल रहे। परिजनों का कहना है कि डकैतों की संख्या करीब दस थी। बता दें कि अंजली देवी के पति नंदकुमार चौरसिया विदेश में रहते हैं। घटना के 20 मिनट बाद नगीना चौरसिया ने इसकी जानकारी आसपास के ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण पीड़ित के दरवाजे पर पहुंच गए। घर में बिखरे सामान को देख ग्रामीण सकते में आ गए। ग्रामीणों ने टॉर्च के सहारे आसपास के खेतों में डकैतों की तलाश की, लेकिन उनका कहीं सुराग नहीं मिला। इस घटना को लेकर ग्रामीणों द्वारा स्थानीय पुलिस को सूचना देकर अवगत कराया,लेकिन सूचना के बाद शुक्रवार की अल सुबह पुलिस पहुंची। पुलिस के देर से पहुंचने पर ग्रामीणों में पुलिस के प्रति आक्रोश देखा गया। इस घटना को लेकर पीड़ित नगीना चौरसिया जब शुक्रवार की अल सुबह स्थानीय थाना गए तो पुलिस ने डकैती का अल्पीकरण करते हुए चोरी की घटना का आवेदन लिया। जबकि नगीना चौरसिया ने बताया कि पुलिस द्वारा दबाव देकर चोरी का उल्लेख करते हुए आवेदन में लिखवा लिया गया, जबकि घटना हथियार के बल पर बंधक बनाकर लूट का है।
परिजनों पर दबाव बना डकैती की घटना को पुलिस ने चोरी में बदलवाया
वहीं दूसरी तरफ इसी पंचायत के यादव मोड़ के बलुआ टोला गांव में एक सरकारी शिक्षक शंभूनाथ यादव के घर चोरों ने खिड़की के रास्ते घर में प्रवेश कर करीब एक लाख रुपये के सोने एवं चांदी के आभूषण की चोरी की घटना को अंजाम दिया। सुबह जब घर के सदस्य उठे तो घर का सामान बिखरा देख भौचक रह गए तथा घर की तलाशी शुरू कर दी। तलाशी के दौरान घर कई सामान गायब पाया गया। बाद में शुक्रवार की अल सुबह घर की पेटी एवं कपड़ा पास के खेत में फेंका हुआ पाया गया, लेकिन बक्सा का ताला टूटा हुआ था। परिजनों के अनुसार चोरों ने करीब एक लाख रुपये के सोने एवं चांदी के आभूषण पर हाथ साफ किया है। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।
रंगदारी की प्राथमिकी
परवेज अख्तर/सिवान : नगर थाना क्षेत्र के इस्लामिया नगर निवासी नईम अख्तर ने नगर थाना में आवेदन देकर पांच लाख की रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। आवेदन में कहा है कि एसडीओ कोर्ट के सामने छह की संख्या में मुझे चारो तरफ से घेरकर बंदूक का भय दिखाकर पांच लाख की रंगदारी मांगी गई, नहीं देने पर जान से मार देने की धमकी दी गई।
डीएम के निर्देश पर फर्जी तरीके से हो रहे संचालित जांच घर का निरीक्षण
परवेज अख्तर/सिवान : जिलाधिकारी के निर्देश पर शुक्रवार की शाम करीब चार बजे जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. एमआर रंजन के नेतृत्व में दो सदस्य वाली टीम ने प्रखंड मुख्यालय के तीन जांच घर का औचक रूप से जांच करने पहुंची। जांच दल कानेतृत्व कर रहे डा.रंजन ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय के खुशी जांच घर, प्रभातजांच घर सहित तीन जांच घर की जांच करनी थी लेकिन ये तीनों बंद पाए गए।उन्होंने बताया कि नजायज रूप संचालित हो रहे जांच घर को बंद कराने का निर्देश सरकार द्वारा दिया गया है, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि सभीजांच घर के सामने बोर्ड जरूर लगा पाया गया, लेकिन ताला बंद कर संचालक फरार थे।जांच दल में पीएचसी के डॉ. पंकज कुमार, सीएस कार्यालय सहायक टुनटुन प्रसाद शामिल थे।
कनीय अभियंता को जान से मारने को मिली धमकी
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के मोरा खास पंचायत के वार्ड संख्या दो में सात निश्चय योजना से बन रही पीसीसी सड़क निर्माण में अनियमितता का मामला प्रकाश में आने पर कनीय अभियंता उपेंद्र कुमार द्वारा आपत्ति व्यक्त करने पर मुखिया राजू कुमार द्वारा उन्हें जान से मार देने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। कनीय अभियंता ने इसकी शिकायत डीएम, डीडीसी जिला पंचायती राज पदाधिकारी से की है। उन्होंने आवेदन में कहा है कि मोरा खास पंचायत में सात निश्चय योजना के तहत चल रहे सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण करने गया तो कार्य स्थल पर उपस्थित मुखिया राजू कुमार से पूछताछ की। जिस पर वे मुझे गाली देते हुए पैर तोड़ देने एवं जान से मारने की धमकी दी। कनीय अभियंता ने बताया कि योजना को धरातल पर नियमानुसार नहीं उतारने की बात कही तो मुखिया गाली देने लगे। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में पीसीसी करने के जगह पर घटिया ईंट नीचे रख कम सीमेंट बालू एवं गिट्टी का उपयोग नहीं के बराबर किया जाने पर ऐतराज करने पर धमकी दी गई। इस संबंध में मुखिया राजू कुमार ने बताया कि कनीय अभियंता का आरोप निराधार है उन्होंने पीसीसी निर्माण कार्य में ईंट के प्रयोग पर कहा कि जहां जहां खाई थी, उस स्थल पर ईंट डाल लेबल किया गया है।
मौलाना अब्दुल कलाम की जयंती पर सेमिनार कल
परवेज अख्तर/सिवान : देश के प्रथम शिक्षा मंत्री अब्दुल कलाम आजाद की जयंती पर जिले की साहित्यिक संस्था अंजुमन उर्दू हिंदी साहित्य के तत्वावधान में 11 नवंबर को पुराना किला स्थित गुलशने अमन स्कूल में संस्था के सचिव सैयद आरिफ हसनैन की उपस्थिति में सेमिनार, निबंध लेखन एवं मुशायरा का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी संस्था के डॉ. प्रवींदकुमार शुक्ल, सैयद मेहंदी इमाम एवं मो. शहनवाज ने दी।
दो बाइकों की टक्कर में तीन घायल, एक रेफर
परवेज अख्तर/सिवान : ओपी क्षेत्र के नबीगंज-बसौली मुख्य मार्ग में शुक्रवार को बसौली के पास दो बाइकों की सीधी टक्कर में बाइक पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए नबीगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल में तेलिया बसौली निवासी मनिंद्र तिवारी की स्थिति गंभीर देख कर चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं लकड़ी निवासी विनायक कुमार राम तथा अमित कुमार का इलाज स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
दस धुर भूमि के लिए कर दी अधेड़ की हत्या
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के दरौली थाना क्षेत्र के नेपुरा गांव में शुक्रवार को एक अधेड़ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह कहीं से अपने घर लौट रहे थे। हत्यारे घटना को अंजाम देकर भाग गए। गोली लगने के बाद घायल को मैरवा रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार विवाद पहले से चला रहा था। महज दस धूर भूमि पर कब्जा करने का विरोध करने पर मुरली मनोहर पांडेय को अपनी जान गंवानी पड़ी। उन्हें जान से मार देने की धमकी पहले ही मिल चुकी थी। बताया जाता है कि दरौली थाना क्षेत्र के नेपुरा में मुरली मनोहर पांडेय के पट्टीदार सरल पांडेय एवं उनके पुत्रों द्वारा मकान निर्माण कराया जा रहा था। मुरली मनोहर पांडेय ने उनकी दस धूर जमीन पर कब्जा कर पट्टीदार द्वारा निर्माण किए जाने का विरोध किया। इसको लेकर दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता चला गया। विरोध के बावजूद निर्माण कार्य चलता रहा। दोनों पक्षों में कई बार नोक-झोंक एवं मारपीट भी हुई थी। विवाद बढ़ता देख मुरली मनोहर पांडेय और उनके पुत्रों ने दरौली पुलिस से गुहार लगाई। कोई कार्रवाई नहीं होने पर वे एसपी और डीआइजी के शरण में गए। एसपी ने थानेदार को इस मामले को गंभीरता से देखने को कहा। उधार एक दिन पहले गुरुवार को भी दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई थी। मुरली मनोहर पांडेय ने दूसरे पक्ष पर रोड़ेबाजी करने का आरोप भी लगाया। इसकी सूचना पुलिस की दी। इस दौरान जान से मार डालने की धमकी भी दी गई। किसी तरह आसपास के लोगों ने दोनों पक्षों के बीच बचाव किया और मामला शांत हुआ। अगले दिन एक किराने की दुकान से सामान खरीद कर मुरली मनोहर पांडेय घर लौट रहे थे। इसी दौरान घात लगाकर बैठे चार लोग ने मुरली मनोहर पांडेय को देखते ही गोली चलानी शुरू कर दी। गोली सीने पर लगते ही वे गिर पड़े। चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़े। वहीं गोली मारने वाले भाग गए। घटना की सूचना ग्रामीणों ने घायल के परिजनों को दी। घायल मुरली मनोहर पांडेय को रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मैरवा पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। मृतक मुरली मनोहर पांडेय के पुत्र अजय पांडेय ने इस घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को अंत्य परीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
भूमि विवाद में जान से मारने की मिली थी धमकी
दरौली थाना क्षेत्र के नेपुरा में भूमि विवाद में गोली मारकर हुई हत्या मामले में पुलिस की लापरवाही को मृतक के परिजन जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी भूमि पर जबरन कब्जा कर पट्टीदारों द्वारा निर्माण किया जा रहा था। इसका विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसकी सूचना दिल्ली पुलिस से लेकर वरीय अधिकारी तक को दी गई थी। जान माल की रक्षा की गुहार भी लगाई गई, लेकिन पुलिस प्रशासन ने कुछ नहीं किया। इससे विपक्षी के हौसले और बढ़ गए। शुक्रवार को मुरली मनोहर पांडेय को गोली मार दी गई।
मृतक के परिजनों ने पुलिस पर निकाली भड़ांस
मृतक के परिजनों ने रेफरल अस्पताल में पहुंची पुलिस पर जमकर भड़ांस निकाली। उन्होंने कहा कि मुरली मनोहर पांडेय की मौत के लिए पुलिस प्रशासन ही जिम्मेवार है। गोली मार देने की मिली धमकी के बारे में उन्होंने पुलिस को पहले ही बताया था। इसके बावजूद पुलिस उनकी रक्षा नहीं कर सकी।
पांच को बनाया आरोपित
मृतक मुरली मनोहर पांडेय के पुत्र अजय पांडेय ने मैरवा पुलिस को रेफरल अस्पताल में घटना की पूरी जानकारी देते हुए पट्टीदार सरल पांडेय, उनके पुत्र सनोज पांडेय समेत पांच लोगों को आरोपित किया है। सनोज पांडेय एक राजनीतिक दल से सक्रिय रूप से जुड़ा बताया जाता है।
मुरली मनोहर हत्याकांड में एक आरोपी गिरफ्तार
परवेज अख्तर/सिवान : चाचा की हत्या के मामले में फरार चल रहे सनोज पांडेय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दिन भर चक्कर काटती रही। वहीं देर शाम पुलिस ने इस मामले में आरोपित किए गए सनोज पांडेय के पिता सरल पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। सरल पांडेय की गिरफ्तारी पड़ोसी के घर से हुई। पुलिस के मुताबिक सरल पांडेय की भी घटना में संलिप्तता है, इसके आधार पर गिरफ्तार किया गया है। सरल पांडेय गोपालगंज के भोरे प्रखंड के एक मध्य विद्यालय में शिक्षक है।
परिजनों के विलाप से माहौल हुआ गमगीन
दरौली के नेपुरा गांव में मुरली मनोहर पांडेय की हुई हत्या के बाद उनके परिजनों के विलाप से गांव का माहौल गमगीन हो गया है। परिवार की महिलाओं का रोना विलापना सबकी आंखे नम कर दे रहा था। मुरली पांडेय के बड़े पुत्र अमर पांडेय पटना सचिवालय में सहायक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं और छोटे पुत्र अजय गांव रहकर पढ़ाई करता है। मुरली मनोहर पांडेय मुरली बाबा के नाम से जाने जाते थे जो काफी सज्जन थे। मुरली बाबा की छोटी बेटी सुषमा की शादी तय करने में लगे थे और कई जगह बाते चलाई थी। उनकी पत्नी मंजू देवी विलाप में कई बार नर्वस हो गई हैं। अब उनको अविवाहित बेटे और बेटी की चिंता सताए जा रही है।
आरोपितों के घर लटका ताला
मुरली मनोहर पांडेय की हत्या करने के बाद सनोज पांडेय पूरे परिवार के साथ घर छोर फरार हो गए हैं। उसके घर पर ताला लटक गया है। उसके घर की महिला पुरुष सभी सदस्य फरार हो गए हैं। घर के बाहर वीरान पड़ी कुर्सियां यत्र तत्र पड़ी हुईं हैं। दरवाजे पर पड़े उसके कार का शीशा फूटा हुआ है।
सिवान में भूमि विवाद में व्यक्ति की गोली मारकर हत्या
परवेज अख्तर/सिवान : सिवान के गुठनी थाना क्षेत्र के नेपुरा गांव में शुक्रवार की सुबह भूमि विवाद में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद सभी आरोपित फरार हो गए। मृतक की शिनाख्त गांव के ही मुरली मनोहर पांडेय के रूप में हुई। घटना के बाद परिजनों ने घायलावस्था में मुरली मनोहर पांडेय को इलाज के लिए मैरवा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया जहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक को गोली सीने के बाएं तरफ लगी थी। इधर सूचना मिलने के करीब पांच घंटे बाद पुलिस के पहुंचने पर मृतक के परिजनों में काफी आक्रोश था। सूचना पर मुख्यालय से एएसपी कांतेश मिश्रा के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को समझा बुझा कर शांत करा मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया। वहीं सदर अस्पताल में एक बार फिर से मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए और आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ संबंधित थानाध्यक्ष के निलंबन की मांग करते हुए पोस्टमार्टम कराने से इन्कार करने लगे। लेकिन बाद में समझाने के बाद पोस्टमार्टम कराया गया। घटना का कारण दो पट्टीदारों के बीच भूमि विवाद बताया जाता है। पुलिस ने घटना स्थल से तीन खोखा बरामद किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपित के घर से एक क्षतिग्रस्त कार को जब्त किया है। मिली जानकारी के अनुसार मुरली मनोहर पांडेय तथा सनोज पांडेय के बीच चार दिनों से भूमि संबंधी विवाद चल रहा था। जिस भूमि को लेकर विवाद था वहां एक भवन का निर्माण कराया जा रहा था। मृतक के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह मुरली मनोहर पांडेय घर लौट रहे थे। तभी सनोज पांडेय ने उन्हें गोली मार दी। गोली सीने के बाईं तरफ लगी, इसके बाद उन्हें इलाज के लिए मैरवा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक अपने मां-बाप के इकलौते संतान थे तथा घर के कमाऊ सदस्य था। वे गृहस्ती कर घर का खर्च चलाते थे।