परवेज अख्तर/सिवान :- महादेवा ओपी क्षेत्र में गुरुवार की रात तिलक समारोह में करंट लगने से एक टेंट कर्मी की मौत हो गई। मृतक हथुआ थाना निवासी 20 वर्षीय वीरेंद्र राम बताया जाता है। करंट लगने के बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामले में बताया जाता है वीरेंद्र राम गुरुवार की रात महादेवा थाना क्षेत्र अटवा महादेवा स्थित एक तिलक समोरह में आया था। तिलक में जनरेटर से पंख में लाइन जोड़ने के क्रम में उसे करंट लग गया और वह वहीं बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद उसे स्कार्पियो गाड़ी में लेकर सदर अस्पताल गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मौत की सूचना मिलते ही गाड़ी वाले भागने लगे। यह देख अस्पताल के गार्ड ने उन्हें पकड़ लिया और पूछताछ की तो मामले की जानकारी हो पाई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
मंद्रपाली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कुद्स दिवस
परवेज अख्तर/सीवान:- जिले के हसनपुरा अंचल इस्थित गाव मंद्रपली में दुनिया भर में होने वाले ज़ुल्म के खेलाफ बड़ी मस्जिद में रमजान अलविदाई जुमा के बाद अंतरराष्ट्रीय कुदस दिवस मनाया गया। जिसमे पूरे गांव वासियों ने मिल जुल कर हिस्सा लिया और इस्राइल तथा अमेरिका के खिलाफ अपना आभाव प्रकट किया और मुसलमानों के प्रथम क़िब्ला बैतूल मुकद्दस (जिसकी तरफ चेहरा कर के मुसलमान पहले नमाज़ पढ़ते थे) की आज़ादी की मांग की और कहा की हम सबको अपना पहला क़िब्ला वापस चाहिए। इसी प्रदशन में मांद्रपली की शिया मस्जिद के इमाम मौलाना सय्यद नय्यर इमाम साहब ने कहा कि हम लोग हमेशा मजलूम के साथ और ज़ालिम के खेलाफ हैं मौलाना ने कहा कि दुनिया भर के लोगों को चाहिए की वो हमेशा मजलूमों का साथ दें और ना ज़ुल्म करें और ना ज़ुल्म सहें इस लिए कि ज़ुल्म करना जितना बड़ा पाप है उतना ही बड़ा पाप ज़ुल्म सहना है। और हम ये अंतरराष्ट्रीय कुद्स दिवस इसी लिए मानते है कि हम अयातुल्लाह खुमैनी के इस कायम किए हुए रास्ते पे चलें और मजलूमों का साथ देकर दुनिया भर से आतंकवाद को मिटा दें। मौके पर सय्यद अली जाफ़र, फजले अली,साहब रज़ा,मौलाना बेलाल,मेहँदी इमाम,नक़ी इमाम,असद अब्बास,ज़हीर हसन,साजिद अली,ताहा अली सहित सैकडो लोग मौजूद थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
नाजायज संबंध का विरोध करने पर गले में फंदा डालकर पत्नी को मारने की कोशिश
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के औराई गांव में पति के अवैध संबंध का विरोध करना एक विवाहिता को महंगा पड़ गया। विवाहिता के अनुसार उसके पति ने अपनी भौजाई संग मिलकर उसे जान से मारने की कोशिश की। पीड़िता पर उसके पति ने धारदार हथियार से वार कर उसे घायल कर दिया। घायलावस्था में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है। इस मामले में पीड़िता का फर्द बयान नगर थाना में दर्ज किया गया है। पीड़िता औराई गांव के विनोद कुमार यादव की पत्नी मीरा देवी है। उसने अपने फर्द बयान में बताया कि मेरे पति विनोद कुमार यादव का अवैध संबंध किसी और से है और इसका विरोध मैं हमेशा करती हूं। गुरुवार की रात जब मैंने अपने पति से देर से घर आने का कारण पूछा तो उन्होंने मुझ पर जानलेवा हमला किया। पहले गमछा का फंदा बनाकर मेरा गला दबाने की कोशिश की। इसके बाद जब शोर मचाया तो अपनी भौजाई संग मिलकर मुझ पर धारदार हथियार से वार कर दिया। पीड़िता ने बताई कि पूर्व में भी इसकी शिकायत मैंने महिला थाना में कर चुकी हूं। लेकिन महिला थाना भी पहल नहीं की। जबकि मुझ पर पूर्व में भी कई बार जानलेवा हमला किया गया है। इस मामले में बड़हरिया थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि फर्द बयान आने के बाद एफआइआर की कार्रवाई शुरू की जाएगी।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
रमजान गरीबों से हमदर्दी का महीना :मौलाना अहमद रज़ा कादरी
परवेज अख्तर/सीवान:- रमजान का महीना गरीबों से हमदर्दी रखने और उनकी सहायता करने का संदेश लेकर देता है। रमजान की फाजिलत बयान करते हुए तरवारा बाजार स्थित मदरसा जामिया बरकातिया अनवारुल उलूम के मौलाना अहमद रज़ा कादरी ने बताया कि रमजान में एक महीने तक प्रतिदिन रोजा रखकर भूख और प्यास की शिद्दत महसूस की जाती है। यह रोजेदारों को गरीबों की भूख और प्यास का एहसास कराती है। उनसे हमदर्दी रखने की शिक्षा देती है। रोजा गरीबों की मदद करने का संदेश देता है। वे भी हमारे ही समाज का हिस्सा है। उनकी सहायता करना हमारा धार्मिक एवं सामाजिक दायित्व है। इससे मुंह मोड़ना अपने फर्ज को अदा करने से पीछे हटना है। अल्लाह ने हमें बेशुमार नेमतों से नवजात है। हमें अल्लाह का शुक्रगुजार बंदा बनकर इन नेमतों में गरीबों बेसहारा लोगों अनाथ-असहाय को शामिल कर सबाब हसिल करनी चाहिए। रमजान में हर नेक काम का सबाब बढ़ जाता है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा नेक काम में समय गुजारना चाहिए।
रोजा बुराइयों से बचने की ढाल
रमजान का रोजा गुनाहों से बचाता है। जिस तरह युद्ध में तलवार की वार से ढाल रक्षा करता है। उसी तरह रोजा भी बुराइयों से बचाने के लिए ढाल का काम करता है। यह जहन्नुम की आग से बचान में ढाल की तरह काम करती है। हदीश में आया है कि जब तुम रोजा रखो तो न किसी को बुरा कहो और न किसी से झगड़ा करो। अगर कोई तुम से झगड़ता है या बुरा-भला कहता है तो उससे कह दो कि मैं रोजे से हूं। रोजेदार को बुरी बात सोचने तक से यह बचाता है। हदीश शरीफ में है कि रोजेदारों के बुराइयों से बचना चाहिए। किसी तरह की फजूल बात नहीं करनी चाहिए। गंदी सोच त्याग कर रोजा रखनी चाहिए। रोजे की हालत में किसी से द्वेष-जलन नहीं रखनी चाहिए।
रोजा से आत्म शुद्धि की शक्ति में वृद्धि
रोजा से दिल, दिमाग, आंख, नाक, कान, मुंह यानी पूरे शरीर के सभी अंगों को पूर्ण नियंत्रित रखा जाता है और इस से आत्म शुद्धि की शक्ति बढ़ती है। केवल भूखे-प्यास रहने से रोजा नहीं होता बल्कि अल्लाह की इबादत की नीयत के साथ तमाम बुराइयों से बचाते हुए सुबह से शाम तक का यह उपवास है।
रोजे की हिफाजत करना जरूरी
रोजेदार को अपने रोजा की हिफाजत करनी चाहिए। रोजे की हालत मे खुद को उन चीजों से बचना चाहिए, जिससे रोजा टूट जाता है। रोजा की हालत में नाक-कान में तेल या दवा डालना, आंत में इंजेक्शन के द्वारा दवा पहुंचाना,निर्धारित समय के बाद सेहरी और समय पूर्व इफ्तार कर लेना आदि से रोजा टूट जाता है और इस की भरपाई पुनः इसके बदले रोजा रख कर करनी होती है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
1 दिन 1 घंटा 30 मिनट बाद पढ़ी जाएगी ईद की नमाज, बाजारों में चहलकदमी
परवेज अख्तर/सिवान : ईद कुछ घंटों के बाद आने वाला है। शुक्रवार को रमजान के जुमे की अलविदा नमाज पढ़ी जाएगी। इसके बाद शाम को दूज का चांद देखने तथा शनिवार को ईद की पूरी संभावना है। इसको लेकर सामानों की खरीदारी के लिए जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाकों के बाजारों में काफी चहल-पहल बढ़ गई है। दो दिनों से बाजार में काफी भीड़ हो रही है। कपड़े, सेवई, राशन, शृंगार, फल आदि की दुकानों पर विशेष भीड़ देखी जा रही है। वहीं सेवइयों की खरीदारी में लोग जुटे हुए हैं। बाजारों में देर रात तक खरीदारी की जा रही है। बाजार में सेवइयां, कपड़े, इत्र, मिट्टी के प्याले, चीनी, ड्राई फ्रूट, टोपी समेत विभिन्न सामग्रियों की खरीदारी में लोग लगे हुए हैं। महिलाएं भी खरीदारी में पीछे नहीं है। शृंगार पैलेस और चूड़ी की दुकान पर भी महिलाओं की भीड़ देखी जा रही है।
बैंकों व एटीएम में उमड़ रही भीड़
बैंकों में भी ईद के आगमन का असर है। ईद की सामग्री की खरीदारी के लिए बैंक और एटीएम से रुपये निकालने के लिए सुबह से ही लंबी कतारें लग रही हैं। देहाती क्षेत्र के एटीएम में राशि नहीं होने पर लोग शहरों की तरफ विभिन्न एटीएम की ओर रुख अपना रहे हैं।
ईदगाहों व मस्जिद को संवारने में जुटे लोग
उधर ईद की नमाज अदा करने के लिए ईदगाहों और मस्जिदों को सजाने-संवारने का काम तेजी से हो रहा है। ईदगाहों की सफाई में सामाजिक कार्यकर्ता एवं मजदूर लगे हुए हैं। मस्जिदों की रंग-रोगन, साफ सफाई के अलावा झालर और झंडे से सजाया जा रहा है। ईदगाह और मस्जिद में ईद के दिन नमाज पढ़ने वालों की उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए कालीन की खरीदारी की गई है। वहीं निर्माणाधीन ईदगाह और मस्जिद मे निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। उधर प्रशासन ने भी ईद को शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने की तैयारी कर ली है।
सेवई के प्याले में किमामी का रहेगा जलवा
ईद के दिन मेहमानों की खातिरदारी सेवइयों के साथ करने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। हर साल की तरह इस साल भी बाजार में कई तरह की सेवई उपलब्ध है। किमामी, रुमाली रंग-बिरंगे लच्छा के अलावा परंपरागत मोटी सेवई, जर्दा सेवई ईद के दिन बनाई और खिलाई जाती है, लेकिन बनारस की किमामी को विशेष पसंद किया जाता है। दूध की कमी के कारण इसने अपनी जगह बना ली है। भारत के पड़ोसी देशों में भी किमामी काफी पसंद की जाती है। हालांकि यह सेवई वहां भारत से ही उपलब्ध कराई जाती है। बताते हैं कि खाड़ी देशों में ईद के अवसर पर सेवई नहीं बल्कि मीठी चीजें खाने की परंपरा है। रसूले करीम ने फरमाया है कि ईदगाह जाने के पहले ईद के दिन मीठी चीज खाना सुन्नत है।
ईद मनाने वतन लौटे खाड़ी देश में काम करने वाले
ईद का त्योहार अपने परिजन के संग मनाने कई लोग वतन लौटने लगे है। खाड़ी देशों में काम करने गए लोगों का आना शुरू हो गया है। इंग्लिश जोखाली टोला के अब्दुल मन्नान, इंग्लिश मौजे के शब्बू अंसारी, लालगंज के सच्चे साहब अंसारी समेत काफी संख्या में अपने परिवार के साथ ईद की खुशियों में शामिल होने के लिए अपने घर वापस पहुंच चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस बार ईद परिवार संग मनाने की उन्होंने ठान ली थी। विदेशों में काम करने वाले लोगों को जब ईद मनाने के लिए घर वापसी की छुट्टी नहीं मिल पाती थी तो ईद का दिन उदासी में कटता था। इस बार इनके घर आ जाने से परिवार में ईद की खुशी दोगुनी हो गई है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक ज्यादा ही खुश नजर आ रहे हैं। कई साल से छुट्टी नहीं मिलने के कारण इनकी ईद विदेश में ही हो रही थी।
पगार मिले बिना कैसे मनेगी ईद
ईद के पूर्व सभी नियोजित शिक्षकों को वेतन भुगतान करने का आश्वासन शिक्षा मंत्री ने दिया था, इससे चार महीने से बिना वेतन मिले काम कर रहे शिक्षकों में उम्मीद जगी थी, लेकिन अब उन्हें ऐसा लगने लगा है कि वेतन के अभाव में उनके घर ईद का मिठास फीकी रहेगी। मार्च 18 से ही नियोजित शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है। बिहार परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष महबूब आलम ने कहा कि दु:ख की बात है कि सभी शिक्षकों को वेतन नहीं दिया जा सका।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
यूपी में रेलवे ट्रैक पर गिरा पेड़, आठ घंटे तक रेल यातायात बाधित
परवेज अख्तर/सिवान: बुधवार की रात को आई आंधी पानी का असर रेल यातायात पर पड़ा है। गोरखपुर-सिवान रेलखंड के गौरी बाजार और चौरा चौरी के बीच रेलवे के इलेक्ट्रिक पोल के तार पर पेड़ गिरने से डाउन लाइन पर रेल परिचालन बाधित हो गया। इस कारण अप और डाउन लाइन की 15 ट्रेनें गुरुवार की दोपहर तक 5 से 15 घंटे की देरी से जंक्शन पर पहुंची। वहीं पेड़ के गिर जाने से आठ घंटे तक डाउन पूरी तरह से बाधित रहा। रात 12 बजे से सुबह आठ बजे तक डाउन लाइन पर ट्रेन का परिचालन नहीं हो सका। वहीं पेड़ गिरने की सूचना जैसे ही इंजीनियरों को मिली टीम मौके पर पहुंच गई और सुबह पेड़ को हटाने और रेलवे ट्रैक सही करने का कार्य अपनी देखरेख में करवाया। वहीं दो ट्रेनों का रुट बदल दिया गया। इसमें लखनऊ-बरौनी और अवध असम को थावे-कप्तानगंज होकर सिवान जंक्शन पर लाया गया। जबकि डाउन की मौर्य एक्सप्रेस पांच घंटे, जनसेवा एक्सप्रेस 7 घंटे,लखनऊ बरौनी 10 घंटे, गरीब रथ 10 घंटे,बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट 7 घंटे, ग्वालियर मेल 10 घंटे, अमरनाथ एक्सप्रेस 15 घंटे, न्यूजलपाईगड़ी 16 घंटे, मथुरा-छपरा 8 घंटे, वैशाली सुपरफास्ट 3 घंटे, बाघ एक्सप्रेस 4 घंटे, अवध असम एक्सप्रेस 8 घंटे, आम्रपाली एक्सप्रेस 7 घंटे,लिच्छवी एक्सप्रेस 2 घंटे के देरी से जंक्शन पर आई जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
दो पक्षों में हुई मारपीट चार घायल
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के आंदर थाना के महमूदपुर गांव में बुधवार की रात्रि दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गई जिसमें एक पक्ष से चार लोग क्रमश : शंकर पांडेय दिवाकर पांडेय, बंटी दुबे, चंद्रभान सिंह घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य में चल रहा है। इस मामले में घायल लोगों ने शकील अहमद के खिलाफ आंदर थाने में आवेदन दिया गया है। घटना का कारण विदेश से रुपये भेजने के लिए लेनदेन का है। थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को बैठा का मामला सुलझा दिया।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
मो. शहाबुद्दीन के तीन मामलों की हुई सुनवाई
परवेज अख्तर/सिवान : मंडल कारा में गठित विशेष अदालत में गुरुवार को मो. शहाबुद्दीन से जुड़े तीन मामलों की सुनवाई की गई। विशेष अदालत के विशेष सत्र न्यायाधीश वीके शुक्ला की अदालत में तीनों मामलों की सुनवाई हुई। राजीव रोशन हत्याकांड मामला एवं आर्म्स एक्ट से जुड़े दूसरे सेशन मामले में सुनवाई के लिए पूर्व से तिथि निश्चित थी। किंतु विशेष लोक अभियोजक जयप्रकाश सिंह के अस्वस्थ रहने एवं न्यायालय नहीं पहुंच सकने के कारण संक्षिप्त सुनवाई हुई तथा एक अन्य क्रिमिनल रिवीजन मामले में आंशिक सुनवाई की गई। अदालत में अभियोजन की ओर से सहायक अपर लोक अभियोजक रघुवर सिंह, रामराज प्रसाद तथा बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता मो. मोबीन एवं अन्य उपस्थित थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
भूखे प्यासे रहने का नाम ही रोजा नहीं : हाफिज इब्राहिम
परवेज अख्तर/सिवान : जिले के जी. बी. नगर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर कुम्हार टोली गांव स्थित मस्जिद के खतिबो इमाम हाफिज इब्राहिम रजा कादरी ने रमजानुल मुबारक पर फजीलत बयान करते हुए कहा कि कयामत के दिन पुकारने वाला इस तरह पुकारेगा कि अमल करने वाले को उसके अमल के बराबर सवाब दिया जाएगा। नबी स.अ. ने फरमाया कि जिसने रमजान में एक दिन का रोजा बगैर मजबुरी के या बीमारी के न रखा तो जमाना भर का रोजा भी उसकी कजा नहीं हो सकता अगर वह बाद में रख भी ले। उन्होंने कहा कि सिर्फ भूखे-प्यासे रहने का नाम रोजा नहीं है। नबी स.अ. ने फरमाया है कि मुझे ऐसे रोजेदार की परवाह नहीं है जो रोजा रखकर झूठ और गीबत करना न छोड़े। अल्लाह का एहसान है कि उसने रोजा जैसी अजीम नेमत अता फरमाई और साथ ही ताकत के लिए सेहरी की न सिर्फ इजाजत फरमाई बल्कि इसमें हमारे दिए ढेरों सवाब भी रख दिया। उन्होंने कहा कि हमारे प्यारे आका स.अ.ने फरमाया कि सेहरी करना सुन्नत है तथा खजूर एवं पानी से सेहरी करना दूसरी सुन्नत है। उन्होंने कहा कि किसी को ये गलतफहमी न हो जाए कि सेहरी रोजा के लिए शर्त है। ऐसा नहीं सेहरी के बगैर भी रोजा हो सकता है। मगर जानबूझकर सेहरी न करना मुनासिब नहीं। पहले रात को उठकर सेहरी करने की इजाजत नहीं थी, रोजा रखने वालों को सूरज डूब जाने के बाद सिर्फ उस वक्त तक खाने पीने की इजाजत थी कि जब तक वह सो न जाए। अगर सो गया तो अब उठकर खाना-पीना मना था, मगर अल्लाह ने अपने बंदों पर एहसान फरमाते हुए सेहरी की इजाजत फरमा दी। आज कल इस्लामी भाइयों को देखा गया है कि कभी सेहरी नहीं करते हैं तो फर्ख करते हैं और यूं कहते सुनाई देते हैं कि हमने तो सेहरी के बगैर ही रोजा रख लिया है। सेहरी के बगैर रोजा रखना कोई कमाल की बात नहीं बल्कि सेहरी की सुन्नत छूटने पर शर्मिंदा होना चाहिए, अफसोस करना चाहिए कि मुझसे एक सुन्नत छूट गई। नबी स.अ. ने फरमाया कि रोजा रखने के लिए सेहरी खाकर कुअत हासिल करो और दिन के वक्त आराम करो और रात में इबादत किया करो। उन्होंने कहा कि रोजा की बरकतें उस वक्त नसीब होगी कि जब हम तमाम आजा को रोजा रखेंगे वरना भूख और प्यास के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होगा। जैसा कि नबी स.अ.ने फरमाया कि बहुत से रोजेदार ऐसे हैं कि उनको उनके ही रोजे से भूख और प्यास के सिवा कुछ हासिल नहीं होता और बहुत से जागने वाले ऐसे हैं कि उनको जगाने के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होता। रोजा रखने के लिए भी उसी तरह नीयत शर्त है जिस तरह की नमाज, जकात वगैरह के लिए। बेनियत रोजा अगर कोई रख ले तो उसका रोजा नहीं होगा। इसलिए जरूरी है कि सेहरी खाते वक्ता रोजा रखने की नीयत कर लें।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
लड्डन की जमानत याचिका पर आंशिक सुनवाई
परवेज अख्तर/सिवान : पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड से चर्चा में आए अजहरुद्दीन बेग उर्फ लड्डन की होमगार्ड के जवान वासिंद्र नाथ पांडे हत्याकांड मामले में जमानत याचिका पर गुरुवार को आंशिक सुनवाई की गई। निचली अदालत द्वारा होमगार्ड हत्याकांड मामले में जमानत की याचिका खारिज किए जाने के बाद लड्डन जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओमप्रकाश राय की अदालत में जमानत हेतु याचिका दाखिल किया है। गुरुवार को लड्डन के अधिवक्ता नवीन कुमार श्रीवास्तव ने याचिका पर अपना पक्ष रखते हुए अदालत से जमानत देने का अनुरोध किया। किंतु लोक अभियोजक हरेंद्र कुमार सिंह द्वारा ध्यान आकृष्ट कराया जाने पर कि मामले में अभी तक केस डायरी नहीं आ सकी है इसलिए सुनवाई करना न्यायोचित नहीं होगा। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात केस डायरी तलब करते हुए याचिका पर सुनवाई के लिए 21 जून की तिथि निर्धारित कर दी है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]