परवेज अख्तर/आंदर (सिवान) : रविवार की रात शंकरपुर गांव स्थित राम जानकी मंदिर में हुई चोरी मामले में सोमवार की देर संध्या को असांव थानाध्यक्ष परशुराम सिंह एवं सिवान से आई हुई एसआइटी की टीम ने मंदिर पर पहुंचकर गांव के ग्रामीणों से पूछताछ की। इस सबंध में असांव थानाध्यक्ष परशुराम सिंह ने बताया कि वरीय अधिकारी से सूचना मिली है कि इस चोरी का खुलासा करने के लिए नई एसआइटी टीम गठित की जा रही है। जल्द चोरों की गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी। वहीं घटना के बाद से दूसरे दिन मंगलवार को भी गांव के ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस चोरी की घटना के बाद हमलोग डरे सहमे हुए हैं कि क्या पता अब किसके घर मे चोरी हो जाए। यह डर हमलोगों को सता रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस सरकार में जब भगवान सुरक्षित नहीं रह पा रहे हैं तो इंसान सुरक्षित कैसे रह सकता है। बताते चलें कि रविवार की रात अज्ञात चोरों ने रामजानकी मंदिर जो दरबार के नाम से जाना जाता है से देवी देवताओं की अष्टधातु एवं पीतल की 11 मूर्तियां चोरी कर ली गई है। इस मंदिर में दो अष्टधातु एवं नौ पीतल की मूर्तिया पूजा अर्चना करने के लिए रखी गई थी।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
विभिन्न लूट कांड का आरोपी गिरफ्तार, भेजा जेल
परवेज अख्तर/दारौंदा (सिवान) :- स्थानीय पुलिस ने विभिन्न लूट कांड के आरोपित को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। इस संबंध में दारौंदा थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रभाकर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित दारौंदा एवं जीबीनगर क्षेत्र के विभिन्न लूट कांड में शामिल था। दारौंदा थाना प्रभारी मनोज प्रभाकर ने बताया कि अनि भगवान तिवारी एवं शैलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में जीबीनगर थाना क्षेत्र के दीनदयालपुर में सघन छापेमारी कर उमाशंकर साह के पुत्र अमित कुमार साह को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि पकवलिया में नवंबर 2017 मे बंधन बैंक कर्मी से हथियार के बल पर साठ हजार रुपये लूट लिया था, जिसमें बैंक कर्मी ने दारौंदा थाना कांड संख्या 204/17 मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। फिलहाल इसी मामले में जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2015 में रगड़गंज हनुमान मंदिर के समीप स्वर्ग व्यवसायी से सोना एवं रुपये लूटने, 2017 दिसंबर मे मिश्रवलिया-शिवदह के बीच ढिबरी माता स्थान के पास अपने साथियों के साथ मिलकर डेढ़ लाख रुपये लूट, दिसंबर 2017 में ही गरौली गांव के समीप मोटरसाइकिल एवं 70 हजार रुपये की लूट मामले में आरोप है। उन्होंने कहा कि जीबीनगर एवं दारौंदा के कई लूट मामले में आरोपित है। गिरफ्तारी से कई लूट मामले में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
राजा हत्याकांड में 24 दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिली सफलता
परवेज अख्तर/सिवान : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के विदुरती टरवां गांव स्थित प्रतीक हीरो एजेंसी के बगल में विगहवां श्मशान घाट स्थित पक्की सड़क के किनारे विगत छह मई को उक्त गांव के जदयू शर्मा के 22 वर्षीय पुत्र राजा शर्मा के निर्मम हत्या कांड में 24 दिन बाद भी पुलिस को सफलता नहीं मिली है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। अभी तक इस मामले में पुलिस ने एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है। जिससे परिजनों में बड़े पैमाने पर आक्रोश के साथ-साथ दहशत व्याप्त है। पुलिस निष्क्रियता के कारण कांड के नामजद आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं। मृतक के भाई धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि मेरा भाई राजा को टीवी बनाने का बहना बनाकर बुलाकर एक सोची समझी साजिश के तहत निर्मम हत्या कर उसके शव को उक्त फेंक दिया गया। सूचना पाकर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया तथा मेरे आवेदन के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज कर ली, लेकिन घटना के 24 दिन बीत गए, परंतु आज तक इस घटना को गंभीरता से नहीं ली। न्याय के लिए मेरे वृद्ध पिता समेत मेरे घर के पूरे सदस्य स्थानीय थाना का चक्कर काट रहे हैं। उसके बावजूद हमलोगों को सिर्फ पुलिस द्वारा आश्वासन ही हाथ लगती है। पुलिस द्वारा कहा जाता है कि घटना का अनुसंधान जारी है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
जदयू नगर निकाय प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष का चयन
परवेज अख्तर/सिवान :- जिले के रघुनाथपुर के साईंपुर निवासी जितेंद्र सिंह को शनिवार को पटना जदयू के प्रदेश कार्यालय में बिहार प्रदेश जदयू नगर निकाय प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत प्रभाकर ने बिहार प्रदेश जदयू नगर निकाय प्रकोष्ठ का उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। उन्होंने प्रमाण पत्र देकर अपने कार्य एवं दायित्वों का निर्वहन करने की बात कही है। जितेंद्र सिंह को जदयू में शामिल होने पर जिला जदयू कार्यकर्ताओं में खुशी देखी जा रही है। जदयू जिलाध्यक्ष इंद्रदेव सिंह पटेल, युवा जदयू के अध्यक्ष अनिल राम, सोहन, निकेश चंद्र तिवारी,मुस्ताक अली सहित तमाम नेताओं ने स्वागत किया है तथा कहा है कि इससे संगठन और मजबूत होगा। ज्ञात हो कि जितेंद्र इसके पूर्व भाजपा किसान मोर्चा सिवान के उपाध्यक्ष रह चुके हैं।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
बुढ़ापे में छिन गई पिता की बैशाखी, गम में पूरा गांव
परवेज़ अख्तर/सिवान :- जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के खालिसपुर गांव के फखरुजोहा के पुत्र रिजवान की मौत से पूरा गांव गम के माहौल में डूबा हुआ है। बेटे को खोने का गम ऐसा है कि परिवार के सदस्य कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। गम के आंसूओं को पोछते हुए पिता फखरुजोहा ने बताया कि बड़े अरमान से बेटे को विदेश कमाने के लिए भेजा था। बेटा इतना अजिज था कि उसे विदेश में अकेला ना रहना पड़े इसलिए अपने भाई के पास भेजा ताकि उसे भी पराए देश में अपनों से दूर रहने का गम ना सताए, लेकिन यह कौन जानता था कि रमजान के पाक महीने में ऐसी मनहूस खबर मिलेगी। रमजान में तो अल्ला शैतानों को कैद कर देता है लेकिन उपर वाले का यह कैसा इंसाफ की उसे दरिंदों ने पाक महीने में ही मुझसे छीन लिया। आंसूओं को पोछते हुए फखरुजोहा ने बताया कि अभी एक बेटी कुंवारी है। जिसकी शादी रिजवान के आने के बाद करने की तैयारी चल रही थी। सोचा था कि रिजवान जब विदेश से अपने घर आएगा तो उसके साथ परिवार के सारे सदस्य बैठकर शादी की तैयारियों के बारे में चर्चा करेंगे। बता दें कि मृतक के पिता फखरु जोहा शहर के श्रीनगर में बैकरी का दुकान चला यहां अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। फखरुजोहा को दो पुत्र हैं जिनमें रिजवान आलम बड़ा और मो. अब्दुल्लाह छोटा साथ ही तीन पुत्रियों क्रमश: कौसर जीनत, अफसरी खातून एवं जुगनू परवीन भी हैं। भाई की हत्या की जानकारी के बाद पूरा परिवार और रिश्तेदार गम में डूब गया है। बताते चले कि दो पुत्री कौसर जीनत और अफसरी खातून की शादी हो चुकी है। मृतक का छोटा भाई मो. अब्दुल्लाह जो शहर के इस्लामियां कॉलेज में बीए पार्ट वन का छात्र है। रिजवान आलम की हत्या के बाद परिजनों के साथ-साथ पूरा गांव मर्माहत है।
ट्रेन में मिली हत्या की सूचना तो कौसर हो गई बेसुध
छत्तीसगढ़ से अपने घर ईद की खुशियां मनाने आ रही बहन कौसर जीनत और बहनोई तारिक हुसैन सिद्दीकी को क्या पता था कि ईद की सारी खुशियां पल भर में ही काफूर हो जाएगी। रिजवान की बहन कौसर दुर्ग-भिलाई में अपने पति के साथ रहती है और सारनाथ एक्प्रेस में सवार होकर अपने घर ईद की खुशियां मनाने आ रही थी। लेकिन जैसे ही भाई की हत्या की जानकारी मिली वह ट्रेन में ही बेसुध हो गई। आनन फानन में उसे होश में लाया गया। रोने की आवाज सुनकर ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों ने उसे हौसला दिया और दिलासा दिलाते हुए अनहोनी पर दुख जताया। बता दें कि मृतक का बहनोई का घर भी खालिसपुर गांव में ही है। कौसर के घर पहुंचने के बाद माहौल और गमगीन हो गया है।
बेटे के गम में मां हुई बेसुध
बेटे रिजवान के गम में उसकी मां सुबह तारा खातून का रोते-रोते बुरा हश्र हो गया है। रोते-रोते उसके रिमझिम आंखों के आंसू ही सूख गए हैं। उसे क्या पता कि मेरा पुत्र मुझे ठुकरा कर जिंदगी के उस दहलीज पर ले जाकर खड़ा कर देगा। कि जहां मेरे रिमझिम आंखों के आंसू ही सुख जाएंगे।
रिजवान की मौत की सूचना पर रो पड़ा गांव
… और जैसे ही रिजवान की मौत की सूचना सोमवार की शाम खालिसपुर गांव में मिली तो क्या बूढ़े, क्या नौजवान सबकी आंखों से आंसू बहने लगे और देखते ही देखते मृतक के दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देने लगे। पूरे गांव में रात भर मातम का माहौल रहा। उधर विदेश में रह रहे रिजवान के चाचा कमरुल जोहा भतीजे के शव के पोस्टमार्टम के बाद कागजी कार्रवाई में जुटे हुए हैं।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
सिवान के युवक की सऊदी में हत्या, कोहराम
घटना के बाद शव को किया रेगिस्तान में दफन
मृत युवक के लापता होने के बाद चाचा, चचेरा भाई, बहनोई ने की थी सऊदी पुलिस से शिकायत
गार्ड पर जताया था संदेह, 20 दिन से था लापता
परवेज अख्तर,सिवान : जिले के मुफ्फिसल थाना क्षेत्र के खालिसपुर के रहने वाले एक युवक की सऊदी में अपहरण कर हत्या कर दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। हत्या की जानकारी जैसे ही परिवार के सदस्यों को मिली परिजनों में कोहराम मच गया। मृत युवक खालिसपुर निवासी फखरुजोहा के पुत्र रिजवान आलम बताया जाता है। वह सऊदी में पिछले पांच वर्षों से रहकर अपने परिवार का खर्च चला रहा था। मिली जानकारी के अनुसार युवक की हत्या अपराधियों ने सऊदी अरब के बदिया में कर दी। वह अपने बेस कैंप से 7 मई की सुबह से लापता था। इस मामले में रिजवान के लापता होने के बाद सऊदी में ही रह रहे उसके चाचा, चचेरे भाई व बहनोई ने सऊदी पुलिस में इसकी जानकारी दी थी। हत्या की घटना की जानकारी के बाद ईद की खुशियां गम में तब्दील हो गई है। मामले में मृतक पिता फखरुजोहा ने बताया कि उनका बेटा पांच वर्ष पूर्व सऊदी अरब के बदिया नियर लैला अलफाद में काम कर रहे उसके चाचा के पास गया। यहां जाने के बाद वह आजाद बीजा पर वहां रह रहा था। वहां पर वह तेल का टैंकर चलाता था। वह अपने बेस कैंप से 7 मई को अचानक गायब हो गया। कंपनी के कर्मियों के अनुसार वह 7 मई को तेल का टैँकर लेकर माजरा में तेल देने जा रहा था। लेकिन माजरा (फॉर्म हाउस) में वह टैँकर लेकर नहीं पहुंचा। इसके बाद वहीं रह रहे उसके चाचा कमरुल जोहा ने उसके अचानक गायब हो जाने के बाद बहुत खोजबीन की लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं लगा। जब कमरुल जोहा ने माजरा में फोन कर जानकारी ली तो माजरा के लोगों ने बताया कि हमलोगों ने तेल के बदले 13 हजार 600 रियाल रिजवान को दे दिया। लेकिन गार्ड से जब पूछताछ की गई तो गार्ड ने सही जबाब नहीं दिया। इसके बाद उस पर संदेह होने लगा तो मृतक के चचेरा भाई जावेद आलम, बहनोई शमीम अहमद जो वहीं काम करते हैं सभी ने इसकी सूचना सऊदी अरब पुलिस को दी। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आसपास के चार यमनियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो मामले का उद्भेदन हुआ और यमिनियों ने बताया कि रिजवान की हत्या 7 मई को ही कर दी गई थी और उसके शव को पास के रेगिस्तान में दफन कर दिया था। इसके बाद 27 मई को उक्त स्थल की खोदाई जब कराई गई तो रिजवान का शव बरामद किया गया। बात दें कि अभी भी गार्ड फरार है जिसकी तलाश सऊदी पुलिस कर रही है।
गोपालगंज अपराधियों का तांडव, मुखिया परिवार पर जानलेवा हमला, एक की मौत, कई घायल
परवेज अख्तर/सिवान(गोपालगंज) :- गोपालगंज जिले उचकागांव थाना क्षेत्र के बलेसरा पीड़रा गांव में एक बाइक पर सवार पर तीन हथियारबंद अपराधियों ने मुखिया सह प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष महातम चौधरी के दरवाजे पर अपराधियों ने ताबतोड़ फायरिंग कर चार लोगों को जख्मी कर दिया। आनन-फानन में परिजनों ने सभी घायलों को इलाज हेतु गोपालगंज सदर अस्पताल ले गए जहाँ इलाज के क्रम में गंभीर रूप से घायल मुखिया पुत्र सत्येन्द्र यादव की मौत सदर अस्पताल में ही हो गई। हुई फायरिंग में मुखिया, उनकी पत्नी व परिवार के एक अन्य सदस्य शामिल हैं। उक्त घटना मंगलवार की शाम लगभग सवा सात बजे की बताई जा रही है। घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुखिया महातम चौधरी अपने दरवाजे पर बैठे थे। इसी बीच अचानक बाइक पर सवार तीन अपराधी आ धमके और ताबतोड़ फायरिंग शुरू कर दी। मुखिया के साथ उनके अगल-बगल में परिवार के लोग भी बैठे थे। उधर फायरिंग की आवाज सुन गांव में अफरा-तफरी व दहशत का माहौल कायम हो गया। इसी बीच बाइक पर सवार तीनो अपराधी फायरिंग करते हुए आसानी से भाग निकले। वही घटना की सुचना जैसे ही उचकागांव थाना पुलिस को लगी तो मौके पर पहुंची पुलिस मामले के तहकीकात में जुट गयी। तथा इस घटना की सुचना आस पास के थाना को दी। पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे सम्पूर्ण जिले के संदिग्घ ठिकानो पर छापेमारी शुरू कर दी है। परिजनों ने सिवान ऑनलाइन से बातचीत के दौरान कहा की हत्या के नियत से आये हुए अपराधी एक सोची समझी साजिश के तहत आये हुए थे जिन्होंने ऐसी घटना को अंजाम दिया है।
सत्येन्द्र की मौत से गांव में पसरा मातमी सन्नाटा
अपराधियों के गोली के शिकार सत्येन्द्र यादव के मौत के बाद पुरे पंचायत में शोक के लहर दौड़ गयी है। वही मुखिया महातम चौधरी व नागेन्द्र यादव जीवन व मौत की जंग लड़ रहे है। जिनकी हालत काफी चिंताजनक बताई जा रही है। उधर परिजनों के चीत्कार से पूरा गांव शोकाकुल हो गया है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
लड्डन की जमानत याचिका पर सुनवाई
परवेज अख्तर /सिवान : पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड से चर्चा में आए अपराधी अजरुद्दीन बैग उर्फ लड्डन की होमगार्ड के जवान वासिंद्र नाथ पांडे हत्याकांड मामले में मंगलवार को सुनवाई हुई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओमप्रकाश राय की अदालत में याचिका पर सुनवाई की गई। लड्डन की ओर से अधिवक्ता नवीन कुमार श्रीवास्तव ने जमानत याचिका पर अपनी बात रखते हुए निवेदन किया कि घटना के समय अजहरुद्दीन बेग मंडल कारा में न्यायिक हिरासत के अंतर्गत बंद था। अभियोजन की ओर से लोक अभियोजक हरेंद्र कुमार सिंह ने जमानत याचिका का विरोध किया और केस डायरी अभिलेख पर नहीं होने की बात कही। अदालत ने पुनः केस डायरी तलब करते हुए सुनवाई हेतु दूसरी तिथि निर्धारित कर दिया। उधर अपर जिला न्यायाधीश राजकुमार की अदालत में लड्डन की आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में मंगलवार को सुनवाई की गई।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
आरपीएफ खुद बनाएगी नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों की स्केच
परवेज अख्तर/सिवान : सीजन में नशाखुरानी गिरोह की सक्रियता को देखते हुए आरपीएफ ने गिरोह के सदस्यों पर लगाम कसने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत अब आरपीएफ पोस्ट पर ही नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों की स्केच जारी की जाएगी। मंगलवार को नशाखुरानी गिरोह के 10 सदस्यों का स्केच जारी भी कर दिया गया। मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने बताया कि एनसीआरबी ने एक सॉफ्टवेयर लाया है। सॉफ्टवेयर की मदद से अब स्केचर की जरूरत नहीं होगी। पोस्ट पर ट्रेनंड जवान नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों का हुलिया जैसे ही अपलोड करेंगे स्केच बनकर तैयार हो जाएगा। इससे उनकी धरपकड़ में आसानी होगी। पहले गिरोह के सदस्यों की पहचान करने के लिए स्केचर को बुलाना पड़ता था इसके बाद उनका स्केच जब जारी होता था तो हुलिया में कई फर्क आ जाते थे। इसको देखते हुए एनसीआरबी ने एक सॉफ्टवेयर लाया। इस सॉफ्टवेयर को कैसे आॅपरेट करना है इसके लिए सभी आरपीएफ प्रभारी व जवानों को ट्रेनिंग देकर उन्हें खुद से अपराधियों का स्केच बनने की जानकारी दी गई। जबकि इसकी ट्रेनिंग के लिए 26 मार्च को सिवान आरपीएफ पोस्ट से एक कांस्टेबल रमेश कुमार शर्मा को लखनऊ भेजा गया था। जो ट्रेनिंग लेने के बाद वहां सिवान आ गया है। इसके बाद मंगलवार से आरपीएफ पोस्ट पर सभी को अपराधियों का स्केच बनने के लिए ट्रेनिंग दिया गया है। कंप्यूटर में इस सॉफ्टवेयर को सेट कर दिया गया है। जिससे अभी तक दस की संख्या में स्केच जारी हो चूके हैं। अब नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों की धरपकड़ में मदद मिलेगी।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
हत्याकांड के नामजद दो अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा
परवेज अख्तर/सिवान : अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय अवधेश कुमार दुबे की अदालत ने मंगलवार को हत्याकांड से जुड़े मामले में दोषी पाए गए दो नामजद अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दी है। अभियोजन की ओर से बहस करने वाले अपर लोक अभियोजक रघुवर सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक अदालत ने नामजद अभियुक्त जितेंद्र चौबे एवं पूर्व मुखिया मोगल राम को भादवि की धारा 302 के अंतर्गत आजीवन कारावास एवं 20-20 हजार का आर्थिक दंड दिया है। अर्थदंड नहीं देने की स्थिति में अभियुक्तों को 6 माह अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी। अदालत ने भादवि की धारा 427 के अंतर्गत दोनों अभियुक्तों को तीन-तीन साल सश्रम कारावास एवं 10- 10 हजार का आर्थिक दंड दिया है। दोनों सजाएं साथ साथ चलेंगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दरौली थाना के गड़वार निवासी सुरेंद्र चौबे के खेत में लगी फसल को जितेंद्र चौबे की गाय प्रत्येक दिन चर जाया करती थी। जितेंद्र चौबे असामाजिक तत्वों के सदस्य थे और सुरेंद्र चौबे के फसल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से अपनी गाय को उनकी खेत में छोड़ दिया करते थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच वाद-विवाद घटना के दो-तीन दिन पूर्व से चल रहा था। 29 अप्रैल 2010 को वाद विवाद बढ़ गया तथा जितेंद्र चौबे ने तत्कालीन मुखिया मोगल राम, मुकेश गोड़, बबलू राजभर के साथ सुरेंद्र चौबे के घर पर धावा बोल दिया। इसी बीच सुरेंद्र चौबे के चचेरा भाई नारायण चौबे भी बीच-बचाव के उद्देश्य से सुरेंद्र चौबे के दरवाजे पर पहुंच गए। गोलीबारी की घटना हुई तथा गोली लगने से नारायण चौबे की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। सुरेंद्र चौबे के बयान पर जितेंद्र चौबे एवं अन्य तीन अभियुक्तों के विरुद्ध दरौली थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मामले में सूचक की ओर से अधिवक्ता घनश्याम नाथ तिवारी, बैजनाथ सिंह तथा बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता वीपेंद्र वर्मा एवं अनिल कुमार तिवारी ने बहस किया।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]