प्रवेज़ अख्तर/सीवान :गाँव की बिटिया की सफलता पुरे से पूरे गाँव को नाज है।गाँव की गली-गली में खुशियां हैं।घर के चूल्हा-चौका की दुनिया से निकलकर पहली बार इस गाँव की कोई लड़की इस मंजिल तक पहुँची है। जी हां… हम बात कर रहे हैं सिवान जिले के पचरुखी प्रखंड के मखनुपुर पंचायत के सोनापिपर गाँव की सारिका कुमारी की।सारिका ने बिहार पुलिस के परीक्षा में पास कर गाँव की लड़कियों के बीच एक मिसाल पेश की है।ग्रामीण निपु कुमार,नागमणी सिंह,मुन्ना शर्मा,विजेंद्र सिंह इत्यादि ग्रामीणों का कहना है कि इसके पहले यहां कि लड़कियों का कार्य क्षेत्र घर के अंदर तक ही सीमित था। मगर सारिका की सफलता ने गाँव की अन्य लड़कियों के लिए जॉब के अन्य दरवाजे खोल दिए हैं।वाकई सारिका अपनी इस सफलता के बाद गाँव की लड़कियों के लिए प्रेरणा की श्रोत बन गईं हैं।

सारिका ने बताया कि पहले ईबीसी जाती की लड़कियों का नौकरी करना अच्छा नहीं माना जाता था।सारिका अपनी इस सफलता का श्रेय माता लखपति देवी, पिता रामबचन महतो ,चाचा हरिचरण महतो, चाची देवांती देवी,भैया उपेन्द्र महतो,सुनील कुमार और भाभी संगीता देवी को देती हैं।





मृतकों कि पहचान जिले के पुरैना गांव की परशुराम सिंह की पत्नी हीरा मोती देवी तथा भंवरिया गांव के बृजकिशोर गिरी के पुत्र धर्मेंद्र गिरी के रूप में की गई है। वहीं घायलों में दयानंद चौधरी के पुत्र दीनानाथ चौधरी गया यादव की पत्नी कृष्णावती देवी जमुना चौधरी के पुत्र सौतन चौधरी सभी ग्राम पडरिया के निवासी थे वही सोना अंसारी के पुत्र हूसैन अंसारी निवासी मौलाना मजहरुल हक कॉलोनी बच्चा सोहनी निवासी मल्लापुर देवंती देवी निवास सालासर श्री कांति देवी इनामुलहक अंकित कुमार शामिल है।
घटना की सूचना पर एएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अस्पताल परिसर में सुरक्षा दृष्टिगत भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी तथा मृतकों के शव का अंतिम परीक्षण कराया घटना के बाद अस्पताल में घायलों को देखने के लिए भारी भीड़ उम्र पड़ी तथा घटना के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं का दौर शुरू हो गया।
















