परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के पचरुखी प्रखंड के पपौर में नवविवाहिता की संदेहास्पद स्थिति में एक विवाहिता की मौत का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है शनिवार की सुबह लड़की की अचानक तबीयत खराब हो गई इसके बाद उसे तुरंत उसे सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे पटना रेफर कर दिया गया। परिजनों ने इसकी सूचना विवाहिता के मायके वालों को दी। सूचना मिलते ही विवाहिता के माता-पिता एवं अन्य पहुंच गए। इसी बीच पटना जाने के क्रम में तरैयां के पास पहुंचते ही विवाहिता ने दम तोड़ दिया। दोनों पक्षों के विचार विमर्श के बाद मामला पुलिस के संज्ञान में आया, जहां लड़की के माता-पिता मौजूद थे। परिजनों से पूछताछ करने के बाद पुलिस लौट गई। जबकि सूत्रों के अनुसार लड़की ब्लड कैंसर से पीड़ित थी। मृतका धर्थवलिया निवासी सुरेंद्र शुक्ला की पुत्री नीतू कुमारी थी। वही घटना के बाद जहां तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। बता दें कि नीतू की शादी पपौर निवासी राजेश्वर चौबे के पुत्र गोविंद कुमार (23) के साथ 10 दिन पूर्व 18 अप्रैल को हुई थी। अभी उसके हाथ की मेहंदी छूटी भी नहीं थी तभी 28 अप्रैल की सुबह तबीयत खराब होने के कारण उसकी मौत हो गई। परिजनों ने शनिवार की देर रात ही उसका दाह संस्कार कर दिया।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
यात्री की हत्या करने वाला पुलिस गिरफ्त से दूर, तीन गए जेल
परवेज़ अख्तर/सिवान:- 23 अप्रैल को एसपी आवास के पीछे तथा थाना से महज दो सौ कदम की दूरी पर जिस यात्री की हत्या की गई थी उसकी पहचान जहां पुलिस ने कर ली वहीं घटना को अंजाम देने वाले तीन अपराधियों को भी पुलिस ने रविवार को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार जेल जाने वाले तीनों अपराधियों ने अपनी संलिप्तता कांड में स्वीकार की है, लेकिन इस हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपित व मृतक राजकुमार की हत्या करने वाला मुख्य अपराधी गोलू और उसके गैंग के तीन अन्य साथी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। रक्सौल के नगर थाना क्षेत्र के नवकाटोला निवासी राजकुमार यादव के सिर में गोलू ने गोली मारी थी। इस दौरान उसके साथ अन्य अपराधी भी थे। गोली लगने के बाद गोले के साथ आए अपराधी फरार हो गए जबकि दूसरे गिरोह में शामिल तीन अन्य अपराधी दूसरी तरफ फरार हो गए। जेल जाने वाले अपराधियों के पास से पुलिस ने मृतक राजकुमार का एक बैग जिसमें कपड़े और कागजात हैं उसे भी बरामद कर लिया है। साथ ही लूटपाट के दौरान इस्तेमाल किए गए एक पिस्टल और एक देशी कट्टा को भी जब्त किया गया है। ज्ञात हो कि पकड़े गए तीनों अपराधियों को पुलिस ने घटना के कुछ ही देर बाद हिरासत में ले लिया था और उनसे लगातार पूछताछ कर रही थी। इस दौरान एक दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया भी गया और कइयों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
जेल जाने वाले तीनों अपराधियों में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खुर्माबाद निवासी कृष्णा चौहान उर्फ बड़े जो दरौली थाना क्षेत्र के मझौलिया गांव का निवासी हैं और वर्तमान में खुर्माबाद में अपने फूफा राजेश्वर चौहान के यहां रहता था। वहीं इसके साथ रईस साईं एवं पवन चौहान शामिल है। एसपी नवीनचंद्र झा ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों युवक ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि अपराधियों ने पहले युवक से लूटपाट की घटना को अंजाम देना चाहा, लेकिन युवक ने उसका विरोध किया तो अपराधियों ने उसे गोली मार लूट की घटना को अंजाम देते हुए फरार हो गए। एसपी ने तीनों अपराधियों के आपराधिक इतिहास के बारे में बताया कि कृष्णा चौहान उर्फ बड़े इसके पहले तीन बार जेल जा चुका है। एक नगर थाना तथा एक उत्तर प्रदेश में चोरी मामले में जेल भेजा गया है एवं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बस स्टैंड के समीप अतिक्रमण हटाने के दौरान एसडीओ पर हमला के मामले में भी जेल जा चुका है। रईस साईं गोपालगंज में चोरी मामले में जेल जा चुका है तथा पवन चौहान कृष्णा के साथ चोरी मामले में यूपी में जेल जा चुका है। एसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधी कृष्णा चौहान उर्फ बड़े के इशारे पर इनके पास से एक देशी कट्टा एवं दो गोली बरामद हुई। हालांकि यह हथियार घटना में प्रयुक्त नहीं किया गया था। कृष्णा ने बताया कि इस हथियार को गोली मारने वाला युवक दिया था।
युवक की हत्या से पहले बुजुर्ग से हुई थी लूट, बरामद बैग से पुलिस ने बुजुर्ग तक पहुंच किया मामले का उद्भेदन
युवक की हत्या के पहले एसपी आवास के पास एवं बस स्टैंड के पश्चिमी गेट के पास अपराधियों ने पहले लूट की घटना को अंजाम दिया था। इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस घटना के बाद आसपास के इलाके में युवक की शिनाख्त के लिए सामान की खोजबीन कर रही थी। इसी क्रम में बस स्टैंड में बने एक भवन के पीछे सुनसान गली में पुलिस को एक बैग बरामद हुआ। पुलिस ने बैग को अपने कब्जे में लेकर जब खंगाला तो उसमें एलआइसी से जुड़े कागजात एवं अन्य कागजात मिले जो गोपालगंज के बतराही नौका टोला निवासी सुभाष प्रसाद के थे, इसके बाद पुलिस ने उक्त पते पर पहुंच सुभाष प्रसाद से मुलाकात की तो सुभाष प्रसाद ने घटना की रात की आपबीती सुनाई। सुभाष प्रसाद ने पुलिस को बताया कि वह लखनऊ से सिवान स्टेशन उतर कर टेंपो से बस स्टैंड आए थे, जहां उनके साथ अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद वे सहमकर पास में भूसा उतार रहे कुछ लोगों के पास गए और अपनी व्यथा सुनाई। उनलोगों ने पास में थाना होने की सूचना दी लेकिन सहमे बुजुर्ग थाना नहीं गए और बस पकड़ अपने घर चले गए, इसके बाद पुलिस ने सुभाष प्रसाद को थाना लाया एवं हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पहचान कराई जिसे देख बुजुर्ग ने तुरंत पहचान लिया। बुजुर्ग ने पुलिस से यह भी बताया कि लूट के बाद अपराधी बस स्टैंड के पूर्वी गेट पर चले हैं जहां वे और भी यात्रियों से लूट की घटना को अंजाम देना चाह रहे थे। इसी क्रम में अपराधियों ने युवक से लूट की घटना का अंजाम के बाद गोली मारकर हत्या कर दी।
मृतक के परिजन दो दिन पूर्व किए थे बैंक से संपर्क
राज कुमार द्वारा एक सप्ताह से लगातार घर पर कोई संपर्क नहीं करने से परेशान घर के परिजन दो दिन पूर्व आशीर्वाद नन बैंक से संपर्क किया था, लेकिन बैंक के कर्मचारियों ने परिजनों को बताया था कि वह छुट्टी के बाद बैंक नहीं आया है, जिसके बाद परिजनों के बीच चिंता बन गई। इसके बाद परिजन रक्सौल थाना से संपर्क किए। सिवान पुलिस ने हत्या के बाद युवक के शिनाख्त के लिए आस-पास के जिलों में युवक की तस्वीर को भेज दिया था। परिजनों द्वारा थाना से संपर्क करने के बाद परिजनों को हत्या की जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। परिजनों ने रविवार को मुफस्सिल थाना में आवेदन देकर बैंक में कार्यरत कर्मचारी पर आरोप लगाया है कि कुछ दिन पहले बैंक के कर्मचारी ने धमकी दी थी। इस मामले में मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। जांच हर बिंदु पर की जा रही है। इसके पहले रविवार को परिजन शव को लेने पहुंचे थे, लेकिन शव को सड़ जाने के कारण अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को शुक्रवार को शव को शव गृह से हटाने को कहा था जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर दफना दिया था। परिजन पुलिस की बात मानकर वापस लौट गए।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
किसानों के आय हो दोगुना के उद्देश्य से तीन को कृषि मंत्री करेंगे समीक्षा
परवेज अख्तर/सिवान : तीन मई को कृषि मंत्री प्रेम कुमार सिवान में कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ कृषि और किसानों के हितों को सुरक्षित करने एवं 2022 तक किसानों के आमय को दोगुनी करने के लिए समीक्षा बैठक करेंगे। मंत्री विभागीय अधिकारियों के साथ योजनाओं को सुलभ बनाने, इसे धरातल पर उतारने और किसानों को इसका लाभ दिलाने पर विचार-विमर्श करेंगे। इस दौरान मंत्री केवीके के वैज्ञानिक, सहायक माप तौल से लेकर किसान सलाहकार तक के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इसकी जानकारी जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा ने दिया। इन्होंने बताया कि इस दौरान मंत्री कृषि, पशुपालन, मत्स्य, नहर एवं कृषि रोड मैप से संबंधित सभी विभागों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे। डीएओ ने बताया की इस दौरान मंत्री कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे। तीन को सिवान में आ रहे प्रदेश के कृषि मंत्री प्रेम कुमार सिसवन, सिवान सदर, पचरुखी, गुठनी एवं दरौली में बने ई-किसान भवन का उद्घाटन करेंगे। तथा तीन योजनाओं का शिलान्यास करेंगे जिसमे ई-किसान भवन नौतन, जीरादेई कृषि परिक्षेत्र गोरियाकोठी का चाहरदीवारी का शिलान्यास करेंगे। तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत निर्मित जल संचय एवं तालाब, सामुदायिक बोरिंग का भी उद्घटान करेंगे। यह गोरियाकोठी, भगवानपुर हॉट, सिसवन, सिवान सदर, गुठनी एवं नौतन में पूरा हो चुका है। इसके अलावा जिले में कृषि विभाग से संबंधसित भवनों के निर्माण की समीक्षा भवन प्रमंडल के अधिकारियों के साथ करेंगे।
दो मई को सभी प्रखंडों में लगेगा कृषि चौपाल
मंत्री के आगमन को लेकर जिला में आधिकारिक गतिविधि तेज हो गई है। समीक्षा बैठक में कही कोई कमी ना हो तथा किसानों को सभी योजनाओं की पूरी जानकारी हो इसको लेकर जिले के सभी प्रखंडो में एक साथ दो मई को कृषि कल्याण चौपाल लगाया जाएगा। इसकी जानकारी डीएओ ने दी। इन्होंने बताया कि कृषि कल्याण चौपाल प्रखंड प्रमुख एवं बीडीओ की अध्यक्षता में लगाया जाएगा। इन्होंने बताया कि किसानों की आय को दो गुना करने के संबंध में कृषि विभाग से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी कृषि चौपाल के माध्यम से प्रखंड कृषि पदाधिकारी देंगे
चोरी कांड में 24 घंटे बाद भी खाली हाथ है पुलिस
परवेज़ अख्तर/सिवान :- जिले के गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के छितौली बाजार में शुक्रवार की रात्रि चाचा-भतीजा के दुकान का शटर काटकर चोरी करने के मामले में पुलिस घटना के दो दिन बाद भी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। हालांकि पुलिस मामला दर्ज कर कांड का उद्भेदन कर लेने का दावा कर रही है। थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया के दोनों पीड़ितों ने अपने आवेदन में छितौली बाजार निवासी ध्रुव साह के पुत्र राकेश कुमार साह को संदिग्ध बताते हुए उल्लेख किया है। आवेदन में साफ तौर पर यह उल्लेख है कि राकेश कुमार साह ने ही अपने गुर्गों के साथ मिलकर ऐसी घटना का अंजाम दिया है। उधर पुलिस ने राकेश कुमार साह की गिरफ्तारी के लिए उसके संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की। पुलिस का कहना है कि संदिग्ध राकेश कुमार साह की जब गिरफ्तारी होगी तो घटना से पर्दा उठेगा। वैसे पुलिस अन्य कई पहलुओं पर भी गहराई पूर्वक अनुसंधान कर रही है। पुलिस यह भी मान रही है कि इतने छोटे दुकान में इतनी मोटी रकम रखना भी अपने आप में एक सवाल है जबकि पीड़ित दुकान मालिक मनीष तिवारी का कहना है कि जहां तहां से पैसा इकट्ठा कर जमीन खरीदने के लिए छह लाख रुपये रखे थे जिसे चोरों ने दुकान का शटर काट चोरी कर लिया। वहीं एक अन्य दुकानदार रामाशीष तिवारी का कहना है कि दुकान का बिक्री का पैसा दुकान में रखा गया था जिसे चोरी कर ली गई। दोनों दुकान से चोरी गई राशि 6 लाख 35 हजार 500 रुपये है। बता दें कि पुलिस द्वारा प्रथम दृष्टया के अनुसंधान में घटना को संदिग्ध माना जा रहा है। जबकि दोनों पीड़ित दुकानदार चाचा-भतीजा पुलिस पर कांड की लिपापोती का आरोप लगा रहे हैं। दोनों पीड़ित दुकानदारों का कहना है कि घटना की सूचना देने के बाद भी पुलिस 10 घंटे बाद पहुंची।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
वाहन जांच के दौरान लोडेड पिस्टल सहित दो पकड़े गए, जेल
परवेज़ अख्तर/सीवान:- शनिवार की देर शाम जिले के महादेवा ओपी पुलिस ने सिवान-बड़हरिया मुख्य मार्ग पर झुनापुर पेट्रोल पंप समीप वाहन चेकिंग के दौरान दो अपराधियों को लोडेड पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। जबकि इनका एक सहयोगी भागने में सफल रहा। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों अपराधियों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। पकड़े गए दोनों अपराधी बड़हरिया के हैं। इनमें एक अपराधी पूर्व में लूट, हत्या सहित अन्य कांडों में नामजद भी रहा। बताया जाता है कि महादेवा ओपी के एएसआई संजय कुमार के नेतृत्व में संध्या गश्त दल वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान सिवान से बड़हरिया जाने के क्रम में एक बाइक पर सवार तीन युवकों को देख पुलिस ने उन्हें रोका तो बाइक चालक ने गाड़ी रोक दी। गाड़ी रुकते ही पीछे बैठा युवक पुलिस को देख फरार हो गया, जिसके बाद पुलिस ने युवक को कुछ दूर तक पीछा किया, लेकिन वह फरार हो गया। संदेह होने पर पुलिस ने बाइक सवार की जांच की तो इनके पास से एक लोडेड पिस्टल और 7.65 एमएम के तीन जिंदा गोली बरामद हुआ। बता दें कि पकड़े गए युवक संतोष राम (35), नवाब हुसैन हवारी (20) दोनों बड़हरिया थाना के पड़रौना गांव निवासी हैं। महादेवा ओपी प्रभारी ने बताया कि संतोष राम के पास जांच के दौरान एक लोड़ेड पिस्टल और साथ में बैठे नबाब हवारी के पास से दो जिंदा गोली 7.65 एमएम की बरामद की गई तथा एक काला रंग का पैशन प्रो बाइक भी जब्त किया गया। पकड़े गए दोनों युवक को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं पुलिस को चकमा देकर भागने वाला युवक नवाब हवारी का छोटा भाई आजाद हवारी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। संतोष राम का है आपराधिक इतिहास, अन्य की कर रही पुलिस जांच जानकारी के अनुसार संतोष राम पूर्व में बड़हरिया थाना में कई मामलों में नामजद है। जबकि हत्या, लूट के भी मामले इस पर दर्ज है। पुलिस इसके आपराधिक इतिहास की पड़ताल कर रही है। जबकि इसके साथ गिरफ्तार नवाब हुसैन हवारी के आपराधिक इतिहास की पड़ताल कर रही है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
विदाई समारोह में आयोजित क्रिकेट मैच में डीएम ने खेली 18 रनों की पारी
परवेज अख्तर/सिवान : बिहार सरकार द्वारा सूबे के 21 जिलों के जिलाधिकारियों के तबादले के बाद जिलाधिकारियों का स्थानांतरण एवं आगमन शुरू हो गया है। जिला के जिलाधिकारी महेंद्र कुमार का तबादला किशनगंज जिले के डीएम के पद पर हुआ है इसको लेकर पप्पू क्रिकेट एकेडमी द्वारा डीएम का विदाई समारोह रविवार को स्थानीय डीएवी कॉलेज ग्राउंड में क्रिकेट मैच आयोजित कर किया गया। बता दे की जिलाधिकारी इलेवन एवं मनीष इलेवन के बीच विदाई मैच खेला गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए जिलाधिकारी इलेवन ने निर्धारित 15 ओवर में 149 रन बनाए। जिसमें डीएम महेंद्र कुमार ने 18 रनों की पारी खेली। जिलाधिकारी इलेवन के तरफ से नीतीश ने 56 तथा जफर इमाम ने 36 रनों की पारी खेली। जवाब में खेलने उतरी मनीष इलेवन की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए निर्धारित 15 ओवर में 130 रन बना पाई। जिसे जिलाधिकारी इलेवन ने 19 रनों से मैच अपने नाम कर लिया। मनीष इलेवन की तरफ से रवि कुमार 40 रन फुरकान 30 रनों की पारी खेली। मैच के बाद एडीजे नितेश कुमार, स्टेट ऑफ बिहार राजकुमार, मत्स्य पदाधिकारी मनीष कुमार ने बुके देकर डीएम को सम्मानित किया। वही क्रिकेट एकेडमी के संचालक मेहनाज अहमद उर्फ पप्पू ने मोमेंटो देकर डीएम को सम्मानित किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि मैं जहां भी रहूंगा एकेडमी से जुड़ा रहूंगा। खेल से एक स्वस्थ्य शरीर का निर्माण होता है। वही मौके पर मौजूद एकेडमी के खिलाड़ियों ने डीएम को धन्यवाद दिया एवं उनके संग सेल्फी ली।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन में 81 प्रतिशत मतदान
परवेज़ अख्तर/सिवान :- बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिला इकाई का चुनाव रविवार को पुलिस लाइन में चाक चौबंद व्यवस्था के बीच संपन्न हुआ। व्यापक सुरक्षा के बीच जवानों ने मतदान में हिस्सा लिया। जिले के 779 वोटरों में से 629 जवानों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जो कुल मत का 81 प्रतिशत है। कुल 779 वोटरों में से 655 सिपाही, 86 हवलदार, 31 चालक सिपाही एवं सात हवलदार चालक इसके वोटर थे। मतदान के बाद काउंटिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई। मतदान को लेकर एएसपी कांतेश कुमार मिश्रा एवं मुफ्फसिल इंस्पेक्टर अनिरुद्ध प्रसाद लाइन में सुरक्षा के बाबत मौजूद रहे। देर रात तक मतगणना का काम जारी था। बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिला इकाई के चुनाव को लेकर पुलिस लाइन स्थित सार्जेंट कार्यालय में ही दो बूथ बनाया गया था। सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए थे। चूंकि पुलिस कर्मियों को ही वोट डालना था, इसलिए उनके द्वारा अनुशासन का भी ध्यान दिया गया था। एएसपी एवं मुफ्फसिल इंस्पेक्टर की देखरेख में मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई। सुबह सात बजे से पुलिस कर्मी एवं हवलदार मतदान को लेकर लाइन में लग गए थे। सुबह में मतदान की गति काफी तेज थी। फिर शाम में भी वोटरों ने वोट डाले। महिला पुलिसकर्मियों ने भी मतदान में बढ़-चढ़ हिस्सा लिया। सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। एक घंटा के ब्रेक के बाद शाम छह बजे के बाद मतगणना की प्रक्रिया शुरू हुई। चुनाव में 629 मत पड़े। बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिला इकाई के चुनाव में चार सेटों में प्रत्याशी मैदान में हैं। वर्तमान पदाधिकारी अपनी प्रतिष्ठा बचाने की फिराक में हैं तो नए प्रत्याशी अपनी जगह बनाने की फिराक में लगे हुए हैं। वहीं बाहर में प्रशिक्षण ले रहे जवानों ने भी वोट डाला। गया में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे जिला के 20 जवान एसआइटी का प्रशिक्षण बीएमपी-3 में अपना वोट डाला। उनके मत के लिए जिला से चारों गुट के एक-एक प्रतिनिधि एवं एक सहायक चुनाव पदाधिकारी साथ में गए थे। मतगणना की प्रक्रिया नीचे यानी अंकेक्षक से शुरू होगी और अंत में अध्यक्ष पद के लिए मतगणना होगा। चुनावी मैदान में कुल सात पदों के लिए 29 प्रत्याशी एवं 12 डेलीगेट पदों के विरुद्ध में 60 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपने भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं चुनाव का सफल आयोजन मुख्य चुनाव पदाधिकारी संजय कुमार यादव एवं पर्यवेक्षक सह बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बालकांत शर्मा के देखरेख में सम्पन्न हुआ। सहायक चुनाव पदाधिकारी के रूप में रवींद्र पासवान, जितेंद्र कुमार, दिगंबर कुमार, बृजधार सिंह, परवेज आलम, पंकज कुमार एवं पप्पू कुमार जो सभी मधुबनी शाखा से चुनाव संपन्न कराने आए थे
लाइन लगने के लिए किया हंगामा
अपने मत का प्रयोग करने के लिए सिपाही आपस में ही हो हल्ला कर रहे थे। दरअसल सिपाहियों को आने ड्यूटी भी करनी थी
इसको लेकर लाइन में लगने के लिए सिपाहियों ने हंगामा किया। सुबह सात बजे से शुरू हुए मतदान में सुबह से ही सिपाही लाइन में लगे थे, लेकिन कुछ सिपाही बिना लाइन लगे ही आगे जाकर खड़े हो गए और वोट देने लगे, इसको लेकर लाइन में लगे सिपाहियों ने हंगामा किया तब जाकर सभी लाइन में लग अपने मत का प्रयोग किए।
सभी थानों के पदाधिकारियों एवं नेताओं के गार्ड पहुंचे वोट देने
अपने मत का प्रयोग करने का सबको अधिकार है। इसको लेकर जिला के 29 थानों में पदस्थापित सिपाही, पदाधिकारियों की सुरक्षा में लगे सिपाही एवं सांसद, विधायक एवं नेताओं की सुरक्षा में लगे सिपाही भी अपना वोट देने पुलिस लाइन पहुंचे थे। हालांकि इस दौरान ड्यूटी में तैनात सिपाहियों को जल्द वोट डाल वापस लौटने की तेजी थी। वही छुट्टी पर गए सिपाहियों को प्रत्याशियों ने वोट डालने के लिए बुलाया।
ये है चुनावी मैदान में :
टाई शीट वन :
सूरज कुमार, अध्यक्ष
मो. मोख्तार खां, उपाध्यक्ष
मनोज राम, सचिव
उमेश कुमार, कोषाध्यक्ष
राजीव कुमार तिवारी, सयुक्त मंत्री
पप्पू कुमार, केंद्रीय सदस्य
रितेश कुमार, अंकेक्षक
टाई शीट टू :
अमरेंद्र कुमार यादव, अध्यक्ष
राजीव रंजन, उपाध्यक्ष
विनोद कुमार, सचिव
अमरेंद्र कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष
बाबुद्दिन खान, सयुक्त मंत्री
चंदन कुमार, केंद्रिय सचिव
सुनील कुमार, अंकेक्षक
टाई शीट थ्री :
संतोष कुमार यादव, अध्यक्ष
रीता कुमारी, उपाध्यक्ष
सुरेंद्र कुमार, सचिव
विनय कुमार मुर्मू, कोषाध्यक्ष
विकाश कुमार सिंह, संयुक्त मंत्री
मृत्युंजय कुमार चौधरी, केंद्रीय सचिव
पवन कुमार, अंकेक्षक
टाई शीट चार :
रंजन कुमार सिंह, अध्यक्ष
संतोष पांडेय, उपाध्यक्ष
संजय कुमार, सचिव
चंद्रभूषण पाल, कोषाध्यक्ष
श्याम बाबू साह, संयुक्त मंत्री
तहियात हुसैन, केंद्रीय सदस्य
मृगनेंद्र कुमार सिंह, अंकेक्षक
गले में फंदा लगा मैरवा में विवाहिता की हत्या
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के कविता गांव में एक विवाहिता के गले में फंदा लगाकर हत्या कर देने का मामला प्रकाश में आया है। उसकी शादी एक वर्ष पूर्व हुई थी। घटना को दबाने और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को दफनाने के लिए ग्रामीण कब्रिस्तान लेकर चले गए। जनाजा पढ़कर शव दफन करने की तैयारी चल रही थी तभी पुलिस को इसकी जानकारी मिली और आनन फानन में पुलिस वहां पहुंच गई। यहां पहुंच कर पुलिस ने शव को दफन करने से मना कर दिया गया। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतका गोपालगंज जिले के भोरे थाना क्षेत्र के कावें गांव निवासी जब्बार अंसारी और मां शहनाज खातून की पुत्री सबरून बताई जाती है। हालांकि घटना की जानकारी से शुरू में पुलिस इन्कार करती रही। घटना की चर्चा फैल जाने के कारण आठ घंटे बाद एएसआई अजीत कुमार के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस के पहुंचते ही ससुराल पक्ष के लोग फरार हो गए। आस पास के लोगों से पुलिस ने पूछताछ की। सूचना के बाद पहुंचे मायके वाले का रो-रो कर हाल बेहाल था। महिलाएं पास के बगीचे में बैठ कर रोती रहीं। हालांकि गांव वाले पुलिस से इसे पहले सामान्य मौत बताया, फिर बाद में आत्महत्या बताने लगे थे। मामले में बताया जाता है कि मृतका सबरून का पति खाड़ी देश में काम करता है। वह शादी के एक महीने बाद ही विदेश चला गया। घर पर मृतका की सास, एक बालिग देवर और विवाहित ननद अपने बच्चों के साथ रहती है। घटना के घंटों बाद भी पूरे गांव में और मृतका के ससुराल के आसपास के लोग घटना की जानकारी से अनभिज्ञता जताते दिखे। मृतका के मायके वाले को मृतका के ससुराल वालों ने सुबह पांच बजे फोन कर बताया कि सबरून की तबीयत ज्यादा खराब है। वह उन्हें देखने जल्दी चले आएं। यह सूचना मिलते ही मायके से मृतका के मां-बाप समेत कई महिला-पुरुष दो घंटे बाद ही वहां पहुंच गए। सबरून के पिता गोपालगंज जिले के भोरे थाना क्षेत्र के कावें गांव निवासी जब्बार अंसारी और मां शहनाज खातून ने बताया कि जब वे बेटी के ससुराल पहुंचे तो उन्होंने बेटी को मृत पाया। उसे चादर से ढक कर चारपाई पर लिटाया गया था। उनके साथ आई मायके की अन्य महिलाओं ने बताया कि सबरून मृत चारपाई पर थी और उसके गला पर निशान थे। गले के चमड़े उधड़े हुए थे। उधर मृतका के पिता पुलिस को कोई भी जानकारी देने से पीछे हट रहे थे। आश्चर्य की बात यह थी कि वे बेटी के जनाजा में शामिल होने कब्रिस्तान भी नहीं गए थे। प्रभारी थानाध्यक्ष विजय बहादुर ने बताया कि महिला के गले में दबने का निशान देखा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगा। करीब एक घंटे तक पूछताछ के बाद पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए भेज दिया।
मृतका का शव दफना घटना को दबाने की कोशिश नाकाम
थाना क्षेत्र के कविता में एक महिला कि गले में फंदा लगा हुई मौत की घटना को आनन-फानन में दफन कर दबाने की कोशिश नाकाम रही। गले में फंदा लगा कविता के सबरून की हुई मौत के बाद आनन-फानन में उसका शव पास के कब्रिस्तान में दफन कर घटना को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन इसकी सूचना मिलने के बाद वहां पुलिस पहुंच गई। उस समय शव दफन करने के लिए ग्रामीण कब्रिस्तान ले गए थे, लेकिन पुलिस के पहुंच जाने के कारण शव को दफन नहीं किया जा सका। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में ले लिया औरअंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। हालांकि पुलिस के पहुंचने के बाद गांव का कोई भी व्यक्ति घटना की जानकारी होने से मुकरता रहा। पुलिस को घटनास्थल पहुंचने में कविता से लेकर कर करजनिया तक दो गांव का भ्रमण करना पड़ा। बाद में पुलिस को बताया गया कि यह घटना कविता में हुई है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां मौजूद मृतका के सगे-संबंधी और ससुराल वाले भाग गए। बड़गांव पंचायत के मुखिया पति योगेंद्र कुशवाहा और मृतका के पिता जब्बार अंसारी वहां मौजूद थे। सअनि अजीत सिंह उन्हें लेकर एक जगह पहुंचे और वहां पूछताछ शुरू की। तभी कुछ लोग वहां पहुंच गए। पहले इस तरह की घटना होने से सभी ने इन्कार किया। मृतका के पिता ने भी बताया कि उनकी बेटी के बीमार होने की सूचना सुबह फोन पर दी गई थी, लेकिन जब वे पहुंचे तो उसे मृत पाया। उन्हें नहीं मालूम हो रहा है यह सब कैसे हुई। मृतका के गले मे फंदा लगने के निशान थे, लेकिन वहां मौजूद ग्रामीण यह कहते रहे कि मृतका ने आत्महत्या कर ली है। उधर मृतका की मां एवं अन्य मायके की महिलाओं को पुलिस के सामने नहीं जाने दिया गया। मृतका के पिता ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया। वह सभी एक बगीचे में बैठकर रोती-बिलखती देखी गई।
अगले सप्ताह जाना था मायके
सबरून को अगले सप्ताह मायके जाना था। उसकी मां सहनाज ने बताया बेटी कि विदाई 5 मई को होनी थी। वह एक साल पहले शादी कर ससुराल आई थी। बेटी भी मायके जाने की तैयारी कर रही थी। रात में उसने फोन कर मायके में हम सब से बात की। हम सभी खुश थे कि ससुराल से एक सप्ताह बाद बेटी मायके आएगी। उसकी एक छोटी बहन दिन गिनकर इंतजार करती थी। इसी दौरान सुबह उसके ज्यादा बीमार होने की सूचना फोन पर मिली तो सभी बेचैन हो गए और उससे मिलने के लिए यहां चले आए। लेकिन बेटी तो हम सब से हमेशा के लिए जुदा हो चुकी थी। यह कह कर उसके आंखों से आंसू जारी हो गए।
पुलिस को विलंब से सूचना पर संदेह
कविता में हुई घटना के कई घंटे के बाद पुलिस को सूचना नहीं रहना संदेह खड़ा करता है। 12 बजे तक मैरवा थाना इस घटना की जानकारी से अनभिज्ञता व्यक्त किया। जब मीडिया कर्मियों ने पुलिस से पूछा तब पुलिस हरकत में आई। सवाल यह उठता है कि क्या घटना के घंटों बाद भी स्थानीय चौकीदार ने थाना को सूचना नहीं दी थी। सूचना मिलने के बाद ही पुलिस इसे गंभीरता से नहीं ली और ससुराल वालों को शव दफना देना का अवसर छोड़ बैठी थी। यह मामला जांच का विषय है। महिला की हत्या हुई या आत्महत
चाय पी रहे युवक को चाकू मार सोने की चेन छीनी
परवेज़ अख्तर/सिवान:- नगर थाना क्षेत्र के शेखर सिनेमा के पास शनिवार की रात एक युवक को एक अपराधी ने चाकू मारकर युवक के गले से सोनी की चेन की छिनतई की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद आनन फानन में उसके दोस्त और स्थानीय लोगों ने घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज कर उसे देर रात घर भेज दिया गया। अपराधी ने युवक को पेट और हाथ में चाकू मारकर घायल कर दिया है। घायल निराला नगर निवासी सह न्यू शिल्पी ज्वलेर्स आॅनर दीपक सोनी बताया जाता है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। घटना के बारे में घायल दीपक ने बताया कि प्रतिदिन की तरह वह अपने घरेलू जानवर (डॉग) को टहलाने के लिए शेखर सिनेमा हॉल की तरफ जाता है। शनिवार की रात भी वह अपने डॉग को लेकर टहलाने निकला। इसी क्रम में वह एक चाय के दुकान पर रुक गया और वहां चाय पीने लगा। इसी क्रम में पास में गांजा पी रहाएक युवक उसके पास आया और डॉग को अपना बता कर विवाद करने लगा। इसके बाद वह मारपीट करने लगा। जब तक कुछ समझ पाता अज्ञात युवक ने अपने पॉकेट से चाकू निकाला और मेरे पेट पर वार करने लगा। इसी क्रम में मेरे पेट में दो जगह पर और बाएं हाथ में एक जगह चाकू लग गया जिससे मैं घायल हो गया। इसके बाद अपने दोस्त छोटू को फोन किया और उसे घटना की सूचना दी। घटना के बाद अज्ञात व्यक्ति फरार हो गया। इसके बाद मैं बेहोश हो गया। जब अस्पताल से घर आया तो गले से सोने की चेन गायब थी। बता दें कि एक अप्रैल को दीपक की बाइक को अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली थी। इस मामले में नगर थाना की पुलिस छानबीन में जुट गई है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
हत्या में शामिल अप्राथमिक अभियुक्त की नहीं हो सकी गिरफ्तारी
परवेज़ अख्तर/ सिवान:- जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के जामो मुख्य पथ पर छह माह पूर्व बाइक सवार अपराधियों द्वारा एक मिठाई दुकानदार वीरेंद्र यादव की हत्या के मामले में अनुसंधान के क्रम में पुलिस द्वारा अप्राथमिक अभियुक्त बनाए गए आरोपित की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने से मृतक के परिजनों में पुलिस के प्रति काफी रोष है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर कार्यों में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस मामले में जांच के क्रम में अप्राथमिक अभियुक्त बनाए गए एक फौजी उमेश यादव को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। इस मामले में जब भी थाना पहुंच कर उसकी गिरफ्तारी की जानकारी थानाध्यक्ष से ली जाती है तो वो गिरफ्तारी पर स्टे आॅर्डर लगा होने का हवाला देते हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। वहीं मृतक वीरेंद्र यादव के रिश्तेदार धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामले में हमलोगों ने जिले के नए एसपी नवीन चंद्र झा से भी मुलाकात की और उन्होंने ने भी सिर्फ आश्वासन ही दिया। ऐसे में घटना के छह माह बाद भी कांड में शामिल अपराधी की गिरफ्तारी नहीं होने से अब पुलिस से विश्वास टूटता जा रहा है। वहीं मृतक की पत्नी इंदू देवी ने बताया कि मैंने अपने पति के हत्यारे के लिए कई बार थाना सहित कई वरीय अधिकारियों के पास पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई लेकिन सिर्फ निराशा ही हाथ लगी। बात दें कि वीरेंद्र यादव की हत्या 12 अक्टूबर 2017 की रात दुकान बंद कर घर अपने छोटे भाई उपेंद्र कुमार के साथ घर लौट रहे थे तभी पीछे से बाइक सवार दो अपराधियों ने वीरेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पहले मृतक के भाई के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन बाद में पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में भूमि विवाद की बात को सामने लाया और चचेरे भाई उमेश से विवाद की बात बताई। इस दौरान उमेश द्वारा जान से मारने की धमकी भी दिए जाने का जिक्र पुलिस ने अपने अनुसंधान 1 में किया, लेकिन आज तक उमेश की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। वहीं उमेश काश्मीर में सेना में तैनात है और वहां कार्यरत है। इस मामले में परिजनों ने बताया कि थानाध्यक्ष हाईकोर्ट से उसकी गिरफ्तारी पर स्टे लगा होने की बात कहते हैं जबकि मामले में हाईकोर्ट ने जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
