परवेज़ अख्तर/सिवान :- जिले के गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के छितौली बाजार में शुक्रवार की रात्रि अज्ञात चोरों ने चाचा-भतीजा के दो दुकान का शटर काट कर 6 लाख 35 हजार 500 रुपये की चोरी कर ली। घटना की जानकारी शनिवार की सुबह उस समय हुई जब दुकानदार दुकान खोलने पहुंचा। इस चोरी की घटना को लोगों में रोष है। घटना के बाद पीड़ित दुकानदारों ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन सूचना के दस घंटे बाद भी पुलिस जब नहीं आई तो दुकानदार आक्रोशित हो गए। घटना के संबंध में बताया जाता है कि गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के छितौली बाजार हुलास छपरा निवासी रामाआशीष तिवारी का बर्तन का दुकान तथा इनके भतीजा मनीष तिवारी का मनिहारी व जूता-चप्पल का दुकान है। ये दोनों अपनी शुक्रवार की शाम अपनी दुकानें बंद कर प्रत्येक दिन की भांति अपने घर चले गए। तभी चोरों ने उक्त घटना का अंजाम दिया। जब चाचा-भतीजा शनिवार की सुबह दुकान खोलने पहुंचे तो दोनों दुकान का ताला टूटा देख भौचक रह गए। घटना की सूचना पूरे बाजार में फैल गई। देखते ही देखते काफी संख्या में दुकानदार एकत्रित हो गए। जब दोनों दुकानदार अपने दुकान में प्रवेश किए तो गले में रखे पैसे की तलाशी की तो उनका कुछ कीमती सामान तथा नकद रुपये लेकर चले गए हैं। जिसमें भतीजा मनीष तिवारी के दुकान से 6 लाख रुपये नकद तथा बहुमूल्य सामान तथा चाचा की दुकान से 35500 रुपये नगद तथा बहुमूल्य सामान की चोरी गई। पीड़ित दुकानदार मनीष तिवारी ने बताया कि जहां तहां से जमीन खरीदने वाले वास्ते रुपये एकत्रित कर रखे हुए थे जिसे चोरों ने चुरा लिया। वहीं चाचा रामाशीष तिवारी ने बताया कि दुकान में बिक्री का रखा रुपये चोरों ने चोरी कर ली है। पीड़ित दुकानदारों ने घटना की लिखित सूचना स्थानीय पुलिस को दी। उधर बाजार वासियों का कहना है कि चोरी की सूचना के आवेदन देने के 10 घंटे बाद भी पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची जिससे स्थानीय लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति काफी रोष है। रात्रि गश्त छितौली बाजार वासियों का कहना है कि स्थानीय पुलिस द्वारा कभी-कभार ही रात्रि गश्त की जाती है। इस बाजार में पुलिस द्वारा आए दिन रात्रि गश्त नहीं की जाती। पुलिस की गाड़ी के आसपास में बैंक रहने के कारण ही दिखाई देती है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
पैसा मांगने पर दुकानदार व परिजनों की पिटाई
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के लकड़ी ओपी क्षेत्र के मुसेपुर गांव में शनिवार की दोपहर अपने घर स्थित गुमटी में बैठे दुकानदार मनोज कुमार साह (35) को कुछ दबंगों ने सिगरेट के रुपये मांगने पर मारपीट कर घायल कर दिया तथा जान से मारने की धमकी दी। साथ ही दुकान के सामान तितर-बितर कर दिए तथा गले से पांच हजार रुपये निकाल लिए। बीच बचाव करने पहुंचे मनोज साह के भाई और चाचा मुन्ना कुमार, अर्जुन साह, बिजेंद्र साह को भी लोहे के रॉड से मारपीट कर घायल कर दिया। आसपास के लोगों ने परिजनों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। घायल मनोज साह ने पुलिस को बयान देकर गांव के ही अखिलेश पांडेय, दिनेश पांडेय, उमेश पांडेय, राकेश पांडेय, नीतीश पांडेय, राहुल पांडेय, प्रिंस कुमार पांडेय समेत अन्य अज्ञात पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। ओपी प्रभारी सह बसंतपुर थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि इस घटनाक्रम में शामिल लोगों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी तेज कर दी गई है और प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ अखिलेश पांडेय ने भी मनोज कुमार साह समेत अन्य के विरुद्ध मारपीट करने रोड़ेबाजी करने का आरोप लगाते हुए बसंतपुर थानाध्यक्ष को आवेदन देकर नामजद किया है। पुलिस दोनों पक्षों का आवेदन लेकर छानबीन में जुट गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस तरह के घटना का अंजाम देने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
नीली बत्ती लगी कार व हथियार सहित पांच को पुलिस ने पकड़ा
परवेज़ अख्तर/सीवान:- उत्तर प्रदेश के कानपुर से सीवान के मैरवा आई एक नीली बत्ती लगी कार को मैरवा धाम पर एएसपी कांतेश कुमार मिश्र ने रोक जांच के बाद गाड़ी जब्त कर उसे मैरवा थाना के हवाले कर दिया। इस कार पर उमेश कटियार समेत तीन लोग सवार थे। कार पर नीली बत्ती लगी हुई थी और नंबर प्लेट पर उत्तर प्रदेश सरकार लिखा हुआ था। वे दरौली की तरफ बरात जा रहे थे। कार पर सवार एक व्यक्ति के पास लाइसेंसी रिवाल्वर भी था जिसका उत्तर प्रदेश राज्य का लाइसेंस था। वहीं भरौली मुखिया की जीप भी पुलिस ने पकड़ ली। इस पर सायरन हॉर्न लगा हुआ था। दोनों वाहन को पुलिस मैरवा थाना लेकर आई। पूरे मामले की छानबीन में पुलिस जुटी हुई थी। इस दौरान कई वाहनों को रोक जांच की गई। हालांकि इसको लेकर कुछ कहने से पुलिस बचती रही। इस संदर्भ में बताते हैं कि एएसपी मैरवा थाना आए हुए थे। इसी दौरान मैरवा धाम पर नियमों का उल्लंघन कर चल रहे वाहनों को रोककर उसकी जांच की। इस मामले में पांच लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर और जानकारी ले रही है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
शिक्षक के अपहरण की बात अफवाह निकली
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के दरौली थाना क्षेत्र के पटेढ़ा गांव निवासी अशोक मांझी (शिक्षक) को शनिवार की दोपहर दो बजे एक बोलेरो गाड़ी से चार-पांच लोग आकर उठा लेकर चले गए, जिससे उनके परिजन सहित गांव के सभी लोग हक्का बक्का हो गए। परिजन को किसी अनहोनी की आशंका होने लगी कि कहीं किसी के द्वारा अशोक का अपहरण तो नहीं कर लिया गया। साथ ही अपहरण की अफवाह क्षेत्र में तेजी से फैल गई। चारों तरफ शिक्षक अशोक मांझी की अपहरण की चर्चा होने लगी। उधर शिक्षक अशोक के परिजन द्वारा अपहरण की सूचना तुरंत थाने को देने पर थानाध्यक्ष जयनारायण राम दल बल सहित अशोक की खोज में लग गए। लगभग दो घंटे के बाद पता चला कि उतर प्रदेश के दोहरी घाट थाने किसी केस के सिलसिले में पूछताछ करने के लिए लेकर चली गई है। थानाध्यक्ष जय नारायण राम द्वारा अशोक के परिजन से दोहरीघाट थाने से अशोक से बातचीत कराए तब जाकर परिजन को ढांढस महसूस किया और अपहरण की आशंका समाप्त हो गई।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
आरपीएफ ने भेजी रेलवे बोर्ड को किन्नरों की सूची
परवेज़ अख्तर/सिवान:रेलवे बोर्ड ने आरपीएफ को पत्र भेजकर ट्रेनों में यात्रियों से किन्नरों द्वारा जबरन वसूली की रोकथाम के निर्देश जारी किए हैं और अब तक किन्नरों पर हुई कार्रवाई का ब्योरा भी मांगा है। इसके बाद सिवान आरपीएफ की टीम ने 2015 से अब तक किन्नरों पर हुई कार्रवाई का रिपोर्ट विभाग को भेज दिया है। आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि ट्रेनों में अब किन्नरों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि भटनी से सोनपुर तक किन्नर जोन है और जबकि भटनी से सोनपुर तक किन्नर ज्यादा एक्टिव रहते हैं जो दूर से आने वाले ट्रेनों में जबरन रुपये वसूलते हैं। उन्होंने बताया कि 2015 में 1, 2016 में एक भी नहीं, 2017 में 6, तथा 2018 में 1 किन्नर को पकड़ा गया है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
वाहन जांच में सौ वाहनों से 48 हजार का जुर्माना वसूला
परवेज़ अख्तर/सिवान:- परिवहन विभाग ने शनिवार को विशेष वाहन जांच अभियान चलाकर 48 हजार रुपये का जुर्माना वसूला। यह जांच अभियान गोपलागंज मोड पर एमवीआई राकेश कुमार के नेतृत्व में जांच चलाया गया। इसमें 100 बाइक के खिलाफ पर जुर्माना लगा कर 48 हजार रुपया वसूला गया। उन्होंने बताया कि इसके पहले पांच दिनपरवेज़ अख्तर/सिवान:- परिवहन विभाग ने शनिवार को विशेष वाहन जांच अभियान चलाकर 48 हजार रुपये का जुर्माना वसूला। यह जांच अभियान गोपलागंज मोड पर एमवीआई राकेश कुमार के नेतृत्व में जांच चलाया गया। इसमें 100 बाइक के खिलाफ पर जुर्माना लगा कर 48 हजार रुपया वसूला गया। उन्होंने बताया कि इसके पहले पांच दिन तक जागरूकता अभियान भी चलाया गया था। जिसमें लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में बताया गया था लेकिन लोगों ने इसकी अनदेखी की। एमवीआई राकेश कुमार ने बताया की विशेष जांच अभियान चला कर 100 बाइक से 48 हजार की वसूली की गई। आगे भी यहां अभियान चालू रहेगा।v तक जागरूकता अभियान भी चलाया गया था। जिसमें लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में बताया गया था लेकिन लोगों ने इसकी अनदेखी की। एमवीआई राकेश कुमार ने बताया की विशेष जांच अभियान चला कर 100 बाइक से 48 हजार की वसूली की गई। आगे भी यहां अभियान चालू रहेगा।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
पुलिस ने प्रेमी युगल को किया गिरफ्तार
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के गांव में 6 अप्रैल को जिस लड़की के अपहरण का मामला परिजनों द्वारा दर्ज कराया गया था वह मामला प्रेम प्रसंग का निकला। थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने शनिवार को सिवान स्थित बड़हरिया जीप स्टैंड से अपहृता तथा अपहरणकर्ता सोनू कुमार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। दोनों की गिरफ्तारी के बाद मामला प्रेम प्रसंग का निकल गया। पुलिस ने शनिवार को अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया जबकि अपहृता को न्यायालय में 164 के बयान और मेडिकल हेतु सिवान भेज दिया। अपहृता की बरामदगी और अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। ज्ञात हो कि गांव के दोनों प्रेमी युगल शादी की नीयत से 6 अप्रैल की सुबह चार बजे घर से भागे थे। दोनों ने पुलिस के समक्ष यह बताया कि दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और शादी करना चाहते हैं लेकिन दोनों के परिजन जब इस शादी का विरोध करने लगे तो ये मजबूरन घर से भागे। अपहृता ने पुलिस के समक्ष कहा कि मेरा अपहरण नहीं हुआ था बल्कि स्वयं घर से अपनी मर्जी से अपने प्रेमी सोनू कुमार के साथ शादी करने की नीयत से गई थी।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
श्रीराम के चरित्र को अपने जीवन में उतारें: रामावतार दास
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड मुख्यालय के भगवानपुर में संत इन्दर बाबा के मठ परिसर में चल रहे सात दिवसीय हनुमत प्राण-प्रतिष्ठा सह मारुति महायज्ञ में शुक्रवार की रात अयोध्या से आए रामायणी कथाकार रामावतार दास जी ने भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने श्रीराम के जीवन की चर्चा करते हुए कहा कि हमें उनके चरित्र को अपने जीवन मे उतारने की आवश्यकता है। उनके पदचिन्हों को पर चलकर हीं हम अपना और अपने देश का विकास कर सकते हैं। उन्होंने कहा श्रीराम एक बड़े नेता भी थे। आज के नेताओं को उनके जीवन चरित्र से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रामराज्य में ऊंच – नीच का कोई भेदभाव नहीं था। लोगों में आपस में एक-दूसरे के प्रति प्रेम था। हिंसा का कोई स्थान नहीं था। मनुष्य को कौन कहे जानवरों में भी आपसी प्रेम था। यही कारण है कि उस समय बाघ और बकरी एक हीं घाट पर पानी पीते थे। वे सभी को अपना मानते थे। उन्होंने अछूत(भीलनी) सबरी के प्रेम पूर्वक दिए हुए जूठे बेर खाए। उसे उन्होंने माता मान उसका आदर किया। विदुरानी के प्रेम पूर्वक दिए छिलके में उन्हें जो स्वाद मिला, वह स्वाद किसी व्यंजन में नहीं मिला। उन्होंने अछूतों के बीच जाकर सबको गले लगाया तब जाकर रामराज्य की स्थापना हुई। उन्होंने आज की हालात की चर्चा करते हुए कहा कि आज युवाओं को जाति-धर्म के आधार भटकाया जा रहा है। इससे रामराज्य की संस्कृति को कलंक लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रीराम सबके थे और उनके पदचिन्हों पर चलकर हीं देश आगे बढ़ सकता है। मौके पर रमेश सिंह, त्रिलोकी सोनी, बीरेन्द्र सोनी, अवधेश गुप्ता, कामेश्वर प्रसाद आदि मौजूद थे।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
थानाध्यक्ष समेत छह पुलिसकर्मियों पर परिवाद दायर
परवेज अख्तर/सिवान :- गुठनी थानाध्यक्ष सहित छह पुलिसकर्मी पर युवक के साथ मारपीट एवं रुपये छीनने का परिवाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहां दायर हुआ है। कोर्ट में दिए अपने आवेदन के अनुसार गुठनी बाजार निवासी आसुतोष राज 24 अप्रैल को पटेल चौक स्थित एसबीआई के शाखा में पैसा जमा करने गया। उसी समय गश्त पार्टी के जवान आशीष कुमार ने मेरे पास आकर मुझसे पूछताछ की ।मैंने बताया कि मैं बेंगलुरू में अपने रिश्तेदार के पास पैसा भेजने आया हूं। बात-बात में इतना विवाद हुआ कि आशीष ने मेरे साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। हल्ला सुनकर ग्रामीण आकर बीच बचाव करने लगे। इसकी सूचना जैसे ही गुठनी थानाध्यक्ष को हुई वो बैंक पहुंच कर मुझे थाना ले आए और मेरे साथ मारपीट कर जमा करने के लाए रुपयों को मेरे जेब से निकाल लिया। जेब में 70 हजार रुपये ले लिया गया और मुझे झूठे केस में फंसा कर जेल भेज दिया। आशुतोष राज ने थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सहित अमरजीत यादव,आशीष कुमार, रामप्रीत सिंह, विनय लाल यादव, रामप्रवेश चौहान को आरोपित किया है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि आशुतोष राज बैंक परिसर में मोबाइल फोन से किसी से बात कर रहा था। जब सिपाही ने इसको मना किया तो उससे उलझ गया और मारपीट करने लगा, जिसके खिलाफ उसको सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के लिए जेल भेजा गया है।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]
अतिक्रमण हटाने गए अधिकारी के समक्ष महिला को निर्वस्त्र कर पीटा
सीओ के एकतरफा कार्रवाई इलाके में बना चर्चा का विषय
थाने से लौटने के बाद दोबारा हुआ हमला
सीओ पर मोटी रकम लेने का आरोप
परवेज़ अख्तर/सीवान:- जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के जगतपुरा पंचायत के जगतपुरा चौमुखा गाँव में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई अतिक्रमण हटाने गए अंचालधिकारी के समक्ष एक पक्ष के आधा दर्जन से अधिक लोगों ने दूसरे पक्ष की एक महिला को निर्वस्त्र कर उसकी जमकर पिटाई शुरू कर दी। बीच बचाव करने आए उसके परिजनों को भी दबंगों ने सीओ के समक्ष ही खूब पिटाई की। देखते ही देखते मामला ने तुल पकड़ लिया और दोनों पक्षों से जमकर पथराव शुरू हो गया। इस घटना में एक महिला समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं पथराव देखकर अतिक्रमण हटाने गए सीओ दबे पाँव खिसकने में कोताही नही बरते। बाद में आनन-फानन में दोनों घायलों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। घायलों के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस मामले में घायल सुमन देवी के बयान पर मिलन सिंह, अरविंद सिंह, प्रशांत कुमार, अभिमन्यु कुमार, अमित सिंह , सुमित सिंह, संजीत सिंह को आरोपित किया है । उधर इस मामले में आवेदन देकर घर लौट रहे घायलों को एक बार फिर से दबंगों ने शुक्रवार की शाम फिर से पीट कर घायल कर दिया। इसके बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। मामले में बताया जाता है कि 16 अप्रैल को एक पक्ष के आवेदन पर सीओ पंकज कुमार अतिक्रमण हटाने के लिए बिना नोटिस के जगतपुरा चौमुखा गांव गए थे। इसके बाद लोगों ने एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगा कर सीओ को खदेड़ दिया था। इसके बाद सीओ ने दोबारा उसी तरह की कार्रवाई करते हुए फिर से एक पक्षीय कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया।
इसके बाद वहां मामला बढ़ गया और मिलन सिंह तथा सुमन देवी के बीच विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते दबंगों ने सुमन देवी की पिटाई शुरू कर दी। यह देख बीच बचाव करने गए एक और अतिक्रमण कारी पंकज कुमार भी गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थर बाजी हुई। यह देख वहां से सीओ दलबल के साथ फरार हो गए। इधर घायलों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज किया गया। इलाज के बाद जब घायल सुमन देवी ने लकड़ीनबीगंज ओपी पहुंच कर आवेदन देते हुए न्याय की गुहार लगाई तो उसे नबीगंज ओपी से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। घर लौटने के क्रम में दबंगों ने फिर से सुमन देवी के परिजनों
की पिटाई की और दूसरे अतिक्रमणकारी पंकज कुमार को भी घर में बंधक बनाकर पीटा। फिलहाल इस घटना के बाद गांव में तनाव है। बता दें कि जगतपुरा चौमुखा गांव स्थित करीब 11 कट्ठा जमीन गैरमजरुआ एवं आम गैरमजरुआ है। उक्त भूमि पर पोखरा है, लेकिन उक्त पोखरा को पोखरा पश्चिम दिशा की ओर से इंस्पेक्टर प्रसाद, दारोगा प्रसाद, प्रमोद प्रसाद, सुमन देवी वगैरह ने कब्जा किया है और दक्षिण की ओर से मिलन सिंह, अरविंद सिंह, अमित कुमार, मणिभूषण सिंह, राघव सिंह ने पूर्ण रूप से कब्जा किया है। शेष बचा जमीन पूरब और उत्तर में में बचा जमीन में पोखरा है। इसी बीच सीओ द्वारा बिना मापी व बिना अमीन के मौके पर शुक्रवार को पहुंच गए और अतिक्रमण किया गया है उसको सीओ द्वारा खाली करने का निर्देश दिया गया और जो बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किए हैं। उनको खाली कराने का आदेश नहीं दिए जो आंशिक रूप से अतिक्रमण किए हैं उसको सीओ एकपक्षीय नोटिस तामिला कराकर खाली कराने पहुंचे थे। तब आंशिक रूप से अतिक्रमण करने वालों ने बोला कि सीओ साहब पहले पूरे प्लॉट की मापी कराकर सभी लोगों को एक साथ अतिक्रमण खाली करवाया जाए। इसी बात पर सीओ आगबबूला हो गए तथा जो पूर्ण रूप से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किए हैं उनको इशारा कर पत्थरबाजी शुरू करवा दिए। उधर जमकर हुई पत्थरबाली में एक महिला समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में दोनों घायलों को देख ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा और मौके पर पहुंचे सीओ को खदेड़ना शुरू कर दिया। लोगों का आक्रोश देख सीओ मौके से फरार हो गए। इस घटना को लेकर पत्थरबाजी के शिकार दारोगा प्रसाद की पुत्री सुमन देवी ने एक आवेदन लकड़ी नबीगंज ओपी में देकर मिलन सिंह, अरविंद सिंह, प्रशांत कुमार, अभिमन्यु कुमार सिंह, अमित सिंह, सुमित कुमार, संजीत कुमार को आरोपित किया है।
अतिक्रमण हटाने के बहाने सीओ ने दिखाई दबंगई
हत्या की रची साजिश पत्थरबाजी के शिकार पंकज कुमार ने कहा कि स्थानीय सीओ अतिक्रमण हटाने के बहाने मेरी हत्या की साजिश रची थी तथा उनके ही इशारे पर पूर्ण रूप से जो अतिक्रमण किया है उन लोगों ने हमला बोला। अगर सीओ का इशारा नहीं होता तो वे लोग अचानक हमला नहीं बोलते। पहले सीओ को मापी कराकर एक साथ सभी अतिक्रमणकारियों को नोटिस तामिला करानी चाहिए थी लेकिन एक पक्ष के जो लोग ज्यादा अतिक्रमण किए हैं उन लोगों से मोटी रकम लेकर एक पक्षीय कार्रवाई कर हैं।[sg_popup id=”5″ event=”onload”][/sg_popup]